क्यया जज.एस.टट. भयारतजय अरर्थव्यवस्रया कके ललिए वयास्तव मम रयामबयाण हह
- सध स धीर हहालहाखखंडधी इस समय जधी. एस.टट. परप के दके श मम एक बहहत बड़ज चचयार्थ कया ववषय बनया हहआ हह और जहयाह
भज आप पढम गके और सहनमगके ततो पयाएहगके कक सभज जगह जज.एस.टट. ककी तयारटफ़ ककी जया रहट हह और
भयारतजय अरर्थ व्यवस्रया मम बहहत बड़के पररवतर्थन कके रूप मम दके खया जया रहया हह . आपनके जज.एस.टट. कके गहणणों कके बयारके मम ततो बहहत सन ह या हतोगया लिकेककन ककसज एक कर प्रणयालिट मम ककेवलि सकयारयात्मक गहण हट हतो ततो इसकया प्रचयार
कयाल्पननक हट
लिगतया हह . आपनके जज.एसटट. सके बहहत बड़ज उम्मजद भरके लिकेख और व्ययाख्ययान ततो बहहत सहनके हणोंगम इसललिए यहयाहाँ हम चचयार्थ करम गके कक क्यया जज.एस.टट. वयास्तव मम भयारतजय अरर्थव्यवश्तया कके ललिए “रयामबयाण” हह और इसकके सयार हट आम करदयातया मम इस कर कतो
लिकेकर जतो भयाहनतययाह हह उनकके बयारके मम भज चचयार्थ करम गके . यह भज बतयानया यहयाहाँ उचचत हतोगया कक जज.एस.टट. कतो लिकेकर जतो भयाहनतययाह हह उनकया मख् ह य कयारण हह कक जज.एस.टट. ककी सरकयारट मयाकरटटहग बहहत जज आकयामक हहई हह .
सबससे पहलसे ततो यहहाहाँ यह बतयानया उचचत हतोगया कक भयारत मम लिगनके वयालिया जज.एस.टट. एक
“एकल कर”
नहटह हह जहसज कक आम धयारणया व्यक्त ककी जया रहट हह बलल्क यह एक “दतोहरया कर” हह
लजसमके बबककी कके एक हट व्यवहयार पर कमद्र एवह रयाज्य दतोनणों हट अपनके अपनके कर वसपलि करम गके . रयाज्य कके जज.एस.टट. अरयार्थत एस.जज.एस.टट.कके रूप मम रयाज्य कर वसपलि करम गके अरयार्थत सज.जज.एस.टट. कके रूप मम कमद्र सरकयार द्वयारया कर
एवह कमद्र कके जज.एस.टट.
वसपलि ककयया जयाएगया . इसकया अरर्थ यह हह
कक अब सके रयाज्य मम हट बबककी कके एक हट बबलि पर दतो कर लिगयानके हणोंगके और यटद एस.जज.एस.टट. ककी दर 8% और सज.जज.एस.टट. ककी दर 10% रहतज हह ततो यके दतोनणों कर एक सयार हट बबलि मम लिगम गके चयाहके बबककी रयाज्य कके भजतर हट क्यणों नहटह हतो. यहट व्यवस्रया सकेवयाओह पर लिगनके वयालिके कर कके सम्बन्ध मम भज हतोगज और रयाज्य भज अब सके सकेवयाओह पर कर लिगयायमगके.
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