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March 22
बाँस प्रशिक्षण वर्ग आलीराजपुर
शिवगंगा के समग्र ग्राम विकास के कार्यों को समझने हेतु शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय आलीराजपुर में 7 दिवसीय वर्ग का आयोजन किया गयाI शिवगंगा आलीराजपुर टीम कार्यकर्ता श्री भमर सिंह बिलवाल ने शिवगंगा के छ: आयामों जल, जंगल, जमीन, जानवर, जन एवं नव विज्ञान के बारे में विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी दी। महाविद्यालय में NSS कैं प के अन्तर्गत बाँस प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गयाI शिवगंगा बाँस प्रशिक्षण कें द्र के कलाकारों ने युवाओं को हुनर विकास का प्रशिक्षण दिया और उनके द्वारा निर्मित प्रोडक्ट्स जैसे बैम्बूम स्पीकर, बैम्बूम लैम्प, बैम्बूम कें डल, टी ट्रे, गुलदस्ता स्टेंड, स्टूल आदि की प्रदर्शनी लगाई। उन्होंने गाँव में पाये जाने वाले बाँस का विभिन्न प्रकार से उपयोग के बारे में जाना और बम्बू टूल किट के औजारों को चलाने का अभ्यास किया। इस प्रशिक्षण में 40 से ज्यादा विद्यार्थी उपस्थित रहेI समाज को आत्मनिर्भर बनाने के लिये हुनर विकास की महत्ता को विद्यार्थियों ने समझाI सभी वर्गार्थियों ने अपने समाज में जागरूकता एवं आर्थिक सुधार लाने का संकल्प लिया।
बाँस प्रशिक्षण वर्ग
प्रगत वर्ग
इस माह 2 दिवसीय नव विज्ञान प्रगत प्रशिक्षण का आयोजन राजकोट में किया गयाI शिवगंगा कार्यकर्ता श्री सत्यजीत पटेल एवं टीम का राजकोट औद्योगिक क्षेत्र में विभिन्न लघु एवं मध्यम औद्योगिक इकाईयों नवकु शल विकास हेतु जाना हुआI टीम ने कॉल्ड प्रेस्ड ऑयल मिल, प्रेशर डाई कास्टिंग एवं लेथ मशीन की उपयोगिता को जाना एवं समझा । इसी क्रम में 2 दिवसीय प्रगत वर्ग का आयोजन शिवगंगा धरमपुरी में हुआ जिसमें शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय आलीराजपुर के 10 विद्यार्थी सम्मिलित हुएI शिवगंगा कार्यकर्ता श्री राजराम कटारा ने विद्यार्थियों को शिवगंगा के कार्यों के बारे में बताया। छात्रों ने श्री महेश जी शर्मा से विभिन्न आयाम जल, जंगल, जमीन, जानवर एवं नव विज्ञान पर चर्चा की, साथ ही शिवगंगा आश्रम मेघनगर में सामाजिक उद्यमिता कें द्र की कार्य प्रणाली को समझाI विद्यार्थियों ने मेघनगर रेल्वे स्टेशन में रेल्वे इंजीनियर से पीआर ट्रेन के चलने संबन्धित आधारभूत जानकारी प्राप्त की एवं रेलवे स्टेशन का भ्रमण किया ।
सामाजिक पूंजी निर्माण
जन संपर्क आलीराजपुर
शिवगंगा कार्यकर्ता आलीराजपुर क्षेत्र में गाँव-गाँव में संपर्क कर रहे हैं। संपर्क का उद्देश्य - परिवार के लोगों से बातचीत करना, गाँव की समस्याओं पर चर्चा करना, एवं कार्यकर्ताओं और ग्रामवासियों के बीच एक आत्मीयता का व्यवहार बनाना हैंI इसी क्रम में शिवगंगा कार्यकर्ताओं ने ग्रामवासियों के साथ उनके सामाजिक और सांस्कृ तिक कार्यक्रमों में भाग लिया। कार्यकर्ता आलीराजपुर के मथवाड़ से नर्मदा किनारे से लगे हुए गाँव आकड़ीया में राई बुदले कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। राई बुदले के लिए तय सदस्य विशेष वेशभूषा धारण करते हैं और रंग पञ्चमी तक पूरे गाँव में जा कर नाचते हैं। कु छ जगहों पर इन्हें रुपये मिलते हैं तो कई जगहों पर इन्हें अनाज मिलता हैं। रंग पञ्चमी को ये अपनी वेशभूषा जिस जगह पर होलिका दहन होता हैं वहाँ जाकर पूजा पद्धति से उतारते हैं। जन संपर्क के माध्यम से कार्यकर्ताओं को वनवासी समाज को निकट से जानने का अवसर प्राप्त होता हैं, साथ ही कई ग्रामवासी एवं युवा वर्ग शिवगंगा सर्वंगीण ग्रामविकास अभियान से भी जुड़ते हैंI
बैंगलोर एवं इंदौर चैप्टर बैठक
सर्वांगीण विकास के लिए झाबुआ के वनवासी समाज से जुड़ते सहयोगियों के क्रम में इस माह FRIENDS of JHABUA - Bangalore के रूप में एक नया अध्याय जुड़ गया। बंगलौर में आयोजित कार्यक्रम में शहर के विभिन्न पृष्ठभूमि - छात्र, पेशेवर, उद्यमी, उद्योगपति, सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए श्री राजाराम कटारा ने शिवगंगा के ग्रामविकास के आयामों का संक्षिप्त परिचय दिया। श्री महेश शर्मा जी ने बताया कि झाबुआ के वनवासी समाज श्रेष्ठ ज्ञान-विज्ञान, कला, न्याय व्यवस्था और श्रेष्ठ जीवन मूल्यों को अनुसरण करने वाले समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने सभी से इस अभियान में सहभागी बनने और झाबुआ आने का आह्वान किया। शिवगंगा गुरुकल धरमपुरी में इंदौर चैप्टर की बैठक आयोजित की गई , जिसमें वर्ष भर में संचालित अनेक कार्यक्रमों पर चर्चा की गईI
इमेज VS रियलिटी
झाबुआ दर्शन
आई.आई.टी मुम्बई के GRA (ग्रुप फ़ॉर रूरल एक्टिविटी), के 18 छात्रों का 2 दिन के प्रवास पर झाबुआ आगमन हुआ। छात्रों ने शिवगंगा के विभिन्न आयामों को देखा, गाँव में पारंपरिक भोजन किया एवं वनवासी समाज की विशेषताओं को समझाI सहज संस्था दाहोद के संस्थापक श्री विजय जी और श्रीमती जबीन जी का, शिवगंगा गुरुकल धरमपूरी आगमन हुआ। श्री पारस बड़जात्या जी और उनका परिवार ने राखड़िया गाँव का तालाब देखा एवं हलमा के द्वारा बनाए गए विशाल तालाब की कहानी ग्रामीणों से जानी। श्री संदीप जी कवीश्वर (अखिल भारतीय सह-संगठन मंत्री वनवासी कल्याण आश्रम) श्री वैभव जी सुरंगे एवं श्री संदीप जी ने शिवगंगा आश्रम मेघनगर में सामाजिक उद्यमिता कें द्र के बच्चो द्वारा बनाए गए उत्पादों को देखा एवं प्रोसेस को जाना। इसी प्रकार प्रति वर्ष सैकड़ों छात्र और शहरवासी प्रति वर्ष वनवासी समाज के गुणों को सीखने-समझने झाबुआ आते हैं। वनवासी समाज को देख कर हम गुलामी पूर्व का सनातन परम्पराओं के भारत की कल्पना कर सकते हैं, वास्तव में हमारा देश समृद्धशाली रहा होगा। इमेज VS रियलिटी
झाबुआ दर्शन
विद्याभारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के सह संगठनमंत्री माननीय यतीन्द्र जी शिवगंगा गुरुकु ल झाबुआ में पधारे। 6 और 7 मार्च को आदरणीय शशिकांत फड़के जी और सुन्दर लाल जी के साथ शिवगंगा गुरुकु ल धरमपुरी तथा झाबुआ के ग्रामीण अंचलों के ऊबड़ खाबड़ रास्तों पर वह सहजता से चले। समाज के सशक्तिकरण से गाँवों में हुए कामों का अवलोकन किया। पंडित दीनदयाल जी ने अन्त्योदय की जब बात कही थी तब उसमें एक बात स्पष्ट थी कि शहरों से दूर बसे भारत के गाँवों में सबसे पहले पहुँचना हैं जिससे शहर से गाँवों की दूरी के दुष्प्रभावों को प्रभावी ढंग से रोका जा सके । विद्याभारती वन, पर्वत, गाँव-गाँव संस्कार सम्मत शिक्षा के लिए 1952 से आज तक सतत सक्रिय हैंI माननीय योगेन्द्र जी झाबुआ में आये और दो दिन तक शिवगंगा गुरुकु ल के कार्यकर्ताओं को अपना स्नेह लुटाते रहे।
इमेज VS रियलिटी
शिवगंगा गुरुकु ल धरमपुरी में आयोजित ग्राम इंजीनियर वर्ग में 70 गाँवों से 120 लोग सम्मिलित हुए। वर्ग में शिवगंगा कार्यकर्ता श्री भँवरसिंह भयडिया ने जल प्रबंधन एवं जल संरक्षण के लिए अलग-अलग तरह के स्ट्रक्चर के बारे में जानकारी दी, साथ ही उनके निर्माण की तकनीक भी बताईI
ग्राम इंजीनियरिंग वर्ग एवं तालाब बैठक
ग्राम रसोड़ी एवं झोत्रड़ा में हलमा से तालाब निर्माण के लिए बैठक की गई , जिसमेंे 5 गाँवों के 50 ग्रामवासी सम्मिलित हुए। ग्रामीणों ने तालाब निर्माण के लिए सभी ग्रामवासियों की सहमति के लिये बैठक की तारीख तय की, तालाब निर्माण के लिए स्थान निश्चित किया एवं सभी ग्रामवासियों के सहयोग से तालाब निर्माण के लिए निर्णय लिया। बैठक में शिवगंगा कार्यकर्ता श्री सुरेश चुडावदिया उपस्थित रहे ।
जल संवर्धन
चिंतन एवं जिला बैठक
इस माह शिवगंगा गुरुकु ल धरमपुरी में शिवगंगा के कार्यकर्ताओं की श्री हर्ष जी चौहान एवं श्री महेश जी शर्मा के साथ चिंतन बैठक संपन्न हुईI बैठक में कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने आयाम के कार्यों में आने वाली बाधाओं पर विस्तार से चर्चा की एवं अपने कार्य के अनुभव बताये। इसी क्रम में शिवगंगा गुरुकु ल धरमपुरी में जिला बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें 38 गाँव से 75 कार्यकर्ता उपस्थित हुए। बैठक में आगामी कार्यों की योजना बनाई गईI अप्रैल माह के दिंनाक 17-18 को ग्राम लीमखोदरा में बाबा विशया डूंगर पर हलमा कर कं टूर ट्रेंच का निर्माण निश्चित किया गयाI कार्यकर्ताओं ने हलमा के लिए अपने-अपने विकासखंड की संपर्क की योजना बनाई एवं विकासखंड बैठक की तिथि तय की ।
सामाजिक नेतृत्व निर्माण
इस माह जमीन संवर्धन प्रशिक्षण के लिए शाजापुर जिले से श्री रामचंद्र पाटीदार का शिवगंगा गुरुकु ल धरमपुरी आगमन हुआI श्री पाटीदार पिछले 20 वर्षों से जैविक खेती करते आ रहे हैं। श्री रामचन्द्र जी ने जैविक खेती करते हुए अपने अनुभव सांझा किये एवं जैविक खेती में आने वाली कठिनाइयों के बारे में बताया साथ ही उसके निवारण पर चर्चा की। उन्होंने जैविक दवाइयाँ बना जैविक खेती प्रशिक्षण कर उसका प्रशिक्षण भी दिया I शिवगंगा कार्यकर्ता श्री दिनेश परमार ने ग्राम जूनापानी में जैविक खेती करने वाले किसानों को दवाई बनाने का प्रशिक्षण दिया, जिसमें 20 किसान उपस्थित हुए। किसान भाइयों ने धरती माता को जहर मुक्त बनाने का पुनः संकल्प लियाI जमींमाता की सुनो पुकार, नई दवाईयों से हुई बीमार, बंद करें ये अत्याचार,जैविक खेती से करें उद्धारI
जमीन संवर्धन
रोटरी क्लब द्वारा 38th रोटरी डिस्ट्रिक्ट कांफ्रें स 2021-22 " आकर्षण" का आयोजन इंदौर में किया गयाI कार्यक्रम में माननीय राज्यपाल मध्यप्रदेश श्री मंगू भाई पटेल द्वारा पद्मश्री श्री महेश शर्मा जी को सम्मानित किया। श्री महेश शर्मा जी को यह सम्मान समाज सेवा में उत्कृ ष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गयाI पद्मश्री श्री महेश शर्मा जी शर्मा ने अपने उदबोधन में झाबुआ के वनवासी समाज की परमार्थ की परंपरा से आये सामाजिक बदलाव के बारे में बतायाI उन्होंने बताया कि स्वाभिमानी, स्वावलंबी और समृद्धशाली गांवों से ही देश का अक्षय विकास संभव हैंI हलमा और मातावन जैसी श्रेष्ठ वनवासी परम्पराओं को पुनर्जीवित कर अनेक युवा दो दशकों से गाँव-गाँव में परमार्थ और स्वाभिमान के बीज बो रहे हैं| अब नई आशा की किरण दिखने लगी हैं| जल, जंगल, जमीन, जानवर एवं नव विज्ञान के संवर्धन से ये ग्रामवासी सर्वंगीण ग्राम विकास की और अग्रसर हैंI
संवाद जनजाति आयोग
जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य प्रणाली का मूल्यांकन विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला 15 -16 मार्च को नई दिल्ली में संपन्न हुई। इस कार्यशाला में झाबुआ से शिवगंगा कार्यकर्ता श्री राजाराम कटारा, कु मारी धनश्री महाकालकर एवं TISS , मुंबई के Social Entrepreneur के HOD प्रोफे सर श्री सत्यजीत मजूमदार विशेष रूप से उपस्थित रहे। यह कार्यशाला भारत के जनजाति क्षेत्रों में स्वास्थ्य और स्वास्थ्य कार्यप्रणाली पर विषद अध्ययन और उसमें सुधार का ऐतिहासिक प्रयास हेतु आयोजित हुई। जनजाति क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएँ अनुपातिक ढंग से कम हैं तथा दोषपूर्ण भी हैं। यह कार्यशाला जनजातिय क्षेत्र में स्वास्थ्य एवं उसकी प्रणाली में सुधार हेतु जनजाति आयोग का सराहनीय कदम हैं।
अन्य कार्यक्रम
इस मकर सक्रांति An initiative of Sustainable
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Sustainable Support.
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