Newsletter Aug' 21
हरियाली अमावस्या
झाबुआ के वनवासी समाज का जंगल को संवर्धित करने का उत्सव हैंहरियाली अमावस्या। शिवगंगा द्वारा इसी उपलक्ष्य में वन संवर्धन के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गएI थांदला विकासखंड के उदयपुरीया गाँव के मातावन में ग्रामीणों ने हलमा कर पौधे लगाए व गाँव को हरा-भरा करने का संकल्प लिया, जिसमें 3 फलियों से 105 लोग शामिल हुए। थांदला विकासखंड के गोरिया खादान गाँव में 50 ग्रामीणों ने हलमा कर मातावन में पौधे लगाने का काम किया गयाI वनवासियों की माँ प्रकृ ति के प्रति ऐसी श्रद्धा और शिवगंगा के जंगल संवर्धन को लेकर जनजागरण का परिणाम हैं कि पिछले 10 वर्षों में 126 मातावनों में 1लाख 34 हजार वृक्ष लगाऐ जा चुके हैं।
प्रगत किशोरी सशक्तिकरण वर्ग
शिवगंगा कार्यकर्ताओं ने आज पाँचों देव के संवर्धन को समर्पित स्वतंत्रता दिवस का अमृत महोत्सव मनाया जिसमें श्री राजाराम कटारा ने आह्वान किया कि बिना महिलाओं के नेतृत्व के हमारे गाँव, हमारा देश समृद्धशाली नहीं बन सकता है, और इसलिए देश को महिलाओं का सामाजिक नेतृत्व प्रदान करने की यह जिम्मेदारी झाबुआ का वनवासी समाज पूरा करेगा। इसी क्रम में पिछले माह आयोजित किशोरी सशक्तीकरण वर्ग से चुनी हुई 10 किशोरियों को प्रगत प्रशिक्षण हेतु इंदौर भेजा गया जहाँ उन्हें प्रबंधन, आधुनिक कार्यप्रणाली एवं नेतृत्व कोशल का उन्नत प्रशिक्षण दिया गया I यह प्रशिक्षण कु शाग्र लर्निंग सेंटर की संरक्षक सुश्री रामलता दुबे के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। झाबुआ वनवासी संकल्पित है देश की समृद्धि को, हर क्षेत्र में देश को नेतृत्व प्रदान करने को, यही वास्तव में झाबुआ का अमृत महोत्सव है।
मेरा गांव-मेरा तीर्थ
शिवगंगा द्वारा प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी अगस्त माह में मेरा गाँव मेरा तीर्थ कार्यक्रम का आयोजन किया गया I कांवड़ यात्रा के समय आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रामवासी पाँचों देव ( जल, जंगल, जमीन, जानवर, जन) की आराधना के माध्यम से ग्राम समृद्धि के लिए सभी ग्रामवासियों का आव्हान करते हैं I गांव के युवा हर घर में जाते हैं, परिवार के सभी सदस्यों को इकट्ठा करते हैं और उनसे यात्रा के पीछे के संदेश पर चर्चा करते हैं। फिर वे सभी परिवार के सदस्यों से यात्रा में शामिल होने का अनुरोध करते हैं। ग्रामीण अपने गाँव से एक दिव्य स्रोत से पानी लेते हैं और गाँव के बाबादेव (देवता के लिए एक पवित्र स्थान) तक पहुँचते हैं, "मेरा गाँव, मेरा तीर्थ" की भावना से भरा पानी डालते हैं। श्रावण महीने के प्रत्येक सोमवार को आयोजित कांवड़ यात्रा निकली गई इसप्रकार 60 कांवड़ यात्राएँ निकली जिसमें 720 गाँवों के 25640 ग्रामवासी सम्मिलित हुए I
शैक्षेणिक भ्रमण एवं नव विज्ञान संवर्धन
ग्रामीण भारत में उपलब्ध संसाधनों व उपकरणों के लिए नवीनीकरण का अभाव है। नतीजतन, पारंपरिक उपकरण अपनी प्रासंगिकता खो रहे हैं, और आधुनिक उपकरण अक्सर आवश्यकताओं के अनुरूप नहीं होते हैं। आदिवासी झाबुआ के इस दर्द को समझते हुए शिवगंगा ने अपने धर्मपुरी गुरुकु ल परिसर में 'गति-प्रयोगशाला' (GATI labs - Grassroots Appropriate Technology Innovation Lab) की स्थापना की है। यह प्रयोगशाला ग्रामीण भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए कौशल और उपकरण विकसित करेगी। इसी क्रम में शिवगंगा कार्यकर्ता श्री सत्यजीत पटेल, श्री विजेंद्र अमलीयर एवं दीवान मावी का दिनांक 6-8 अगस्त 21 को जयपुर जाना हुआ वहाँ उन्होंने मशीनीकृ त घट्टी, मसाले कू टने की मशीन, चटनी बनाने की मशीन देखी एवं इसकी पूरी जानकारी प्राप्त की ।
झाबुआ प्रवास
शिवगंगा के सतत रूप से चल रहे समग्र ग्रामविकास को देखने-समझने के लिए K2 technologies से श्री आनंद शर्मा एवं श्री रोहित शर्मा का २ दिवसीय प्रवास पर शिवगंगा आश्रम धरमपुरी आना हुआ, यह ग्रामीण क्षेत्र में उचित टेक्नोलॉजी पहुंचाने पर काम करना चाहते हैं। इसी उद्देश्य से वह झाबुआ के ग्रामीण विस्तार देखना और समझना चाहते थे। गुजरात के राजकोट से चक्रवात समाचार पत्र के संपादक श्री जिगनेश जी पटेल शिवगंगा गुरुकु ल धरमपुरी आए। श्री सोमेश मिश्रा - कलेक्टर झाबुआ का भी आगमन हुआ उन्होंने धरमपुरी आश्रम का भ्रमण कर ग्रामीण विकास के विभिन्न कार्यक्रमों को समझाI
अतिथि आगमन
सशक्तिकरण वर्ग
शिवगंगा गुरुकु ल धरमपुरी में युवा सशक्तिकरण वर्ग दिंनाक 27 से 30 अगस्त को सम्पन्न हुआ। इस वर्ग में 118 युवाओं ने भाग लियाI वर्ग में धर्म जगाना - स्वाभिमान बचाना - पुण्य बढ़ाना - परमार्थ के काम करना, इन विषयों पर युवाओं को जागरूक किया गया I युवाओं ने अपने गाँव का नक्शा बना कर जल, जंगल, जमीन, जानवर ,जन व नव विज्ञान के संवर्धन से समृद्धि लाने का युवा संकल्प लिया। सीखने-सीखाने की इस प्रक्रिया में निरंतर अगल-अलग गाँवों के युवा जुड़ रहे हैं और झाबुआ में सामाजिक नेतृत्व का विकास हो रहा हैं। झाबुआ के युवा वनवासी गढ़ रहे हैं, समृद्ध गाँव से समृद्ध भारत का भविष्य।
युवा सशक्तिकरण
जैविक खेती प्रशिक्षण
झाबुआ के वनवासी किसान धरतीमाता को जहर-मुक्त करने के अभियान में आगे बढ़कर समाज का नेतृत्व कर रहे हैं। इसी क्रम में इस माह शिवगंगा आश्रम धरमपुरी में 2 जैविक खेती का प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया , जिसमें 19 गाँवों के 62 किसानों ने भाग लिया I झाबुआंचल कृ षक उत्पादक कं पनी के किसानों ने इस वर्ग में अपनी अगली फसल की तैयारी पर चर्चा कीI अपने खेत का नक्शा बना कर आगे की कार्य योजना भी तैयार की I इसी क्रम में झाबुआ कृ षक उत्पादक कं पनी के नवीन वाहन TATA INTRA V20 का भी उद्घाटन किया गया I उपरोक्त वाहन के माध्यम से किसान आसानी एवं कम लागत में ऑर्गेनिक सब्जियों को समीप के शहरों तक पंहुचा पायेगे I एयर कं डीशनर युक्त यह वाहन लम्बे समय तक सब्जियों की गुणवत्ता बनाये रखेगा जिससे ग्राहकों को ताजी सब्जियाँ मिल पायेगी I
इस माह ग्राम बिनत, ग्राम पाटड़ी एवं ग्राम नवाटापरा में सामुदायिक वनाधिकार विषय को लेकर प्रशिक्षण हुआ, जिसमें 105 लोगो ने शामिल होकर नियमसम्मत सामुदायिक वनाधिकार को प्राप्त करने का संकल्प लिया। शिवगंगा गुरुकु ल धरमपुरी में दिनांक 7 अगस्त को पेसा कानून का सामुदायिक वनाधिकार प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया। इस वर्ग में झाबुआ के 25 गाँव से 57 एवं पेसा कानून प्रशिक्षण ग्रामवासी सम्मिलित हुए। वर्ग में श्री मिलिन्द थट्टे, संस्थापक, वयम संस्था एक्सपर्ट प्रशिक्षक के रूप में उपस्थित रहे I उन्होंने ग्रामीणों को ग्राम सभा के महत्व को समझाते हुए बताया कि ग्राम सभा के माध्यम से ग्रामवासी कानूनी तरीके से अपने अधिकारों को हासिल कर सकें गे। बातचीत के उपरांत 4 टोलियों में ग्रामवासियों ने बैठकर आगे की प्रक्रिया के लिए ग्रामस्तर पर बैठकों की योजना बनाई।
वनीकरण
शिवगंगा ग्राम इंजीनियर के मार्गदर्शन में निर्मित साड़ तालाब जलग्रहण क्षमता 72 करोड़ लीटर
ग्राम इंजीनियरिंग वर्ग
2-3 अगस्त 2021 को ग्राम इंजीनियर प्रगत प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया I अनुभवी सिविल इंजीनियर श्री श्रीनिवास कु टुंबले के मार्गदर्शन में उनकी इंदौर कार्यशाला में हुए इस वर्ग में शिवगंगा कार्यकर्ता श्री नितिन धाकड़, श्री कु मार हर्ष, श्री भँवर सिंह एवं बदिया निनामा सम्मिलित हुए । वर्ग में श्री संदीप नरुलकर , प्रोफे सर GSITS INDORE ने शिवगंगा टीम को तालाब का सर्वे करना , तालाब का नक्शा बनाना एवं तालाब की अनुमानित लागत निकालने का प्रशिक्षण दिया I तालाब निर्माण के माध्यम से जल संवर्धन कर झाबुआ में समग्र ग्रामीण विकास के लिए शिवगंगा प्रतिबद्ध हैं I इसी हेतु गणनायकों का सतत प्रशिक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण हैंI
जल संवर्धन
ग्राम नारंदा में 14 से 20 अगस्त तक ग्राम शिविर का आयोजन किया गया जिसका उद्देश युवाओ को स्वरोजगार से जोड़, बाँस प्रशिक्षण वर्ग हेतु प्रेरित करना था I मेघनगर बाँस प्रशिक्षण कें द्र के संरक्षक श्री शंकर जमरा के नेतृत्व में आयोजित इस वर्ग में युवाओं ने गाँव-गाँव कौशल विकास कर झाबुआ को 'मजदूरी की मजबूरी' से मुक्त करने का संकल्प लिया। वर्ग के पूर्व शिवगंगा के मेघनगर बाँस प्रशिक्षण कें द्र से प्रशिक्षित युवाओं ने बाँस प्रशिक्षण वर्ग नारंदा ग्राम के घर-घर जाकर युवाओं से संपर्क किया। उन्हें ट्रेनिंग के दौरान बच्चों द्वारा निर्मित बाँस के लैंप दिये, साउंड एम्पलीफायर दिखाकर बताया कि किस तरह युवाओं ने मात्र तीन सालों में कितना सीख लिया है। साथ ही यह उत्पात आकर्षक पैके जिंग में देश के कोने-कोने में पहुँच रहे है। नारंदा में यह युवा सपना देखते हुनर विकास कर झाबुआ को, भारत को आत्मनिर्भर बनाने का, भारत को फिर से सोने की चिड़िया बनाने का I
शिवगं गा झाबुआ का एक प्रकल्प।
स्वस्थ
झाबुआ
रोगी सहायता कें द्र स्वच्छ गाँ व , स्वस्थ परिवार