संक्रमण रोकथाम और नियंत्रण- क्षमता निमााण- COVID-19 के लिए ओररएंटेशि प्रलशक्षण और हे ल्थकेयर सुविधाओं के लिए संक्रमण रोकथाम और नियंत्रण।
जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा केन्दर, एम्स, नई दिल्ली संक्रमण रोकथाम और नियंत्रण- क्षमता निमााण- COVID-19 के लिए ओररएंटेशि प्रलशक्षण और हे ल्थकेयर
सुविधाओं के लिए संक्रमण रोकथाम और नियंत्रण- बिि एंड मेलिंडा गेट्स फाउं डेशिद्वारा ववत्तपोवित पररयोजना हे तु ज.प्र.ना. एपेक्स ट्रॉमा केंद्र, नई दिल्ली में संवविा आधार पर ननम्नललखित पि के ललए दिनांक 20.01.2021 तक आवेिन आमंत्रित ककए जाते हैं:पि का नाम
वैज्ञाननक-सी (गैर चिककत्सा)
पि की संख्या
एक
पररयोजना का नाम
संक्रमण रोकथाम और नियंत्रण- क्षमता निमााण- COVID-19 के लिए ओररएंटेशि
तैनाती स्थल
माइक्रोिायोिॉजी प्रयोगशािा, जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा केन्दद्र, एम्स, नई
अननवायय योग्यता
प्रलशक्षण और हे ल्थकेयर सुविधाओं के लिए संक्रमण रोकथाम और नियंत्रण दिल्ली
ककसी मान्यता प्राप्त विश्िविद्यािय से महामारी विज्ञाि, सािाजनिक स्िास््य, माइक्रोिायोिॉजी,
मेडडकि
माइक्रोिायोिॉजी,
िाइफ
साइंसेज,
जूिॉजी,
िायोस्टै टटस्स्टक्स, िायोटे क्िोिॉजी, जेिेटटक्स या िायोकैलमस्री या संिधं धत विषय में प्रथम श्रेणी में मास्टर डडग्री के बाद 4 साि का अिुभि। अथवा
ककसी मान्यता प्राप्त विश्िविद्यािय से महामारी विज्ञाि, सािाजनिक स्िास््य, माइक्रोिायोिॉजी,
मेडडकि
माइक्रोिायोिॉजी,
िाइफ
साइंसेज,
जूिॉजी,
िायोस्टै टटस्स्टक्स, िायोटे क्िोिॉजी, जेिेटटक्स या िायोकैलमस्री या संिधं धत विषय में द्वितीय श्रेणी एम.एससी + पीएचडी के बाद 4 साि का अिुभि। वांनित योग्यता
• •
सक्ष् ू म जैव ववज्ञान चिककत्सा में स्नातकोत्तर डिग्री
आईपीसी, जीपीसी, डेटा विश्िेषण, और िायोस्टै टटस्स्टक्स के साथ पूिा अिुभि को प्राथलमकता दी जाएगी।िाटा ववश्लेिण प्लेटफामय एसपीएसएस, एसटीएटीए एसएएस, ईपीआई इंफो इत्यादि में ववशेिज्ञ स्तर का ज्ञान
•
कंप्यूटर एप्प्लकेशन्दस अथवा त्रिजनेस इंटैललजेंस टूल्स जैसे माइक्रोसोफ्ट एक्सल, पीपीटी आदि का ज्ञान
•
पररयोजना प्रिंधन में अनभ ु व के साथ स्वास््य क्षेि, आईसीएमआर,एम्स, एनएिएम, सीटीिी, एनएसीओ इत्यादि अथवा वैज्ञाननक ववभागों/संगठनों में काम करने का अनुभव l
• आयु
कायय की प्रकृनत
जन स्वास््य काययक्रम के प्रिंधन के क्षेि में सरकारी/पीएसयू अथवा ककसी प्रनतप्ठठत संगठन में काम करने का अनभ ु व
अचधकतम 40 विय तक
संभाववत अभ्यथी ििाव में िेहतर तरीके से कायय करने हे तु दृढ़ संकल्प हो एवं उसमें कायय करने की क्षमता तथा अच्िे संप्रेिण कौशल के साथ वह स्व-प्रेररत हो एवं अत्यचधक कायय के वातावरण में प्राथलमकताएँ तय कर पाए l स्जम्मेदाररयों में शालमि होंगे, िेककि इि तक सीलमत िहीं हैं: