Bole Huve Shabd Vapas Nahi Aate – बोले

हुएशब्दवापसनह आते Spread the love Hindi Motivational Story :- हमारे जीवन में कई बार ऐसा होता है कक हम कबना ककसी कारण के ककसी पर गुस्सा हो जाते हैं, हमारे जीवन में ऐसा होता है कक हम किड़किड़ापन, गुस्से में ककसी को कुछ कह देते हैं। आज मैं आपके साथ एक छोटी सी कहानी साझा कर रहा हूँ जो मैंने किव खेड़ा की पुस्तक यू कैन कवन में पढी थी। इसे ध्यानपूववकपढें और पाठ याद रखें। बोलेहुएशब्दवापसनह आते एकबारएकककसान ने अपने पड़ोस में रहने वाले एकआदमीसे बहुत गाली-गलौजऔर बहुत बुरी बातकी।लेककन बाद में जबउसे अपनीगलतीका एहसास हुआ तोवह बहुत दुखीहुआ औरएकसंतके पास गयाऔरसंत से पूछा कक वहअपने कहे हुए िब्ोंको कैसे वापस ले। संत ने ककसान से कहा, “तुम बहुत सारे पंख इकट्ठा करो और उन्हें िहर के केंद्र में रख दो।” ककसानोंने वैसाही ककया जैसा उनसे कहा गयाथाऔर किर वे संतके पास पहुंिे। Read More :- खुदकोबदलनाहोगा
तबसंत ने कहा, “अब जाओ औरउनपंखोंको इकट्ठाकरोऔरवापस ले आओ।” ककसान वापस िलागया, लेककन तब तकसारे पंखहवा से उड़ िुके थे।औरककसान खाली हाथ संत के पास पहुंिा। तब ऋकियों ने उससे कहा कक तुमने जो विन कहे थे, वैसा ही हुआ।िब् हमारे मुूँह से आसानी से कनकल जाते हैं लेककनवापस नहींआ पाते। इसकहान सेहमनेक्यास खा: कुछ बुरा कहने से पहले यह याद रखें कक कुछ अच्छा कहने के बाद बुरे िब् वापस नहीं कलये जा सकते। लेककन हम उस व्यक्ति से माफी मांग सकते हैं और मांगनी भी िाकहए. लेककन इंसान की कितरत ऐसी है कक कुछ भी करो लेककन इंसान का मन कहीं न कहीं उदास होही जाता है जब हम ककसी के बारे में बुरा बोलते हैं तो उसे दुख होता है। लेककन कुछ समय बाद हमें उसके बुराकहने परदुख होताहै। बेहतरहोगा ककहम िुप रहें |