Remedy for peace in home to avoid Quarrel or disputes or tensions among family members? पा रवा रक गह ृ कलह ,आपसी झगड़े परे शा नय और मनमुटाव दरू करने हे तु गह ृ शां त के उपाय आ#मीय बंधुओं और 'म( , सव थम गु व दना एवं त प चात ईश व दना करते हुये अपनो से अपनी बात ार!भ करते है और सव शि&तमान परमा मा से ाथ ना करते ह' (क हम सबको वह स)बु*+ दान करे िजससे हम सब अपने जीवन का -येय ा.त कर सक/ ।
गु)र *+मा गु)र ,व-ण,ु गु)र दे वो महे 0वरा, गु)र सा1ात परम*+म, त2मै 4ी गुरवे नमः ; अख9ड मंडलाकारम ;या<तम येन चराचरम त#पदम द'श>तम येन त2मै 4ी गु?वे नमः । *+मा मुरारA B(पुरांतकारA भानु श'श भू'म सुतो बुध0च ; गु?0च शD ु ः श न राहु केतवः सवE Fहाः शािHत करा भवHतु । 1े2ठ कम करने के 4लये 6च तविृ तयाँ ि9थर नह:ं होती इसी 4लये योग के < थ= मे योग च 6च त विृ त >नरोधह: कहा गया है और “पातंज4ल योगदश न” मे (Cया योग के मा-यम से 6च त कD विृ तय= को ि9थर कर परम शाि त और मोE ा.त करने हे तु थम सूG बताया गया है ।