लोणी प्रवरा (महाराष्ट्र) में पद्मश्री विट्टल राव व्ही के पाटिल विद्यालय लोणी प्रवरा महाराष्ट्र में न

Page 1

ऱोणी प्रवरा (महाराष्ट्र) ---में

ऩद्मश्री ववट्टऱ राव व्ही

के ऩाटटऱ ववद्याऱय ऱोणी प्रवरा महाराष्ट्र में

नैतिक

शिक्षा ऩर काययक्रम आयोजक –स्थानीय ब्रह्माकुमारीज ऱोणी प्रवरा (महाराष्ट्र) --मुख्य वक्िा ---बी के भगवान ् भाई माउं ट आबू ववषय –नैतिक मूल्यों का महत्व वप्रंशिऩऱ ---श्री गंगाधर गमें वररष्ट्ठ शिक्षक ---श्री अिोक वानखेड़े बी के आिा बहन प्रभारी

ब्रह्माकुमारीज ऱोणी प्रवरा

(महाराष्ट्र) --बी के राजेश्वर भाई भगवान भाई ने कहा कक गण ु वान व्यक्क्ि दे ि की िम्ऩति हैं। उन्होंने कहा कक ववद्यार्थययों​ं​ं के िवा​ांर्गण ववकाि के शऱए भौतिक शिक्षा के िाथ-िाथ नैतिक


शिक्षा की भी आवश्यकिा हैँ। चररत्र तनमायण ही शिक्षा का मऱ ू उद्दे श्य होिा हैं। उन्होंने कहा कक भोतिक शिक्षा

भौतिकिा की ओर

धकेऱ रही भौतिक शिक्षा की बजाय इंिान को नैतिक शिक्षा की आवश्यकिा हैं।नैतिक शिक्षा िे नैतिकिा आएगी | उन्होंने कहा नैतिक मल् ू यों की कमी ही िमाज के

हर िमस्या का मऱ ू कारण हैं। इिशऱए ववद्यार्थययों

को मूल्यांकन,आचरण,अनक ु रण,ऱेखन,व्यवहाररक ज्ञान इत्याटद ऩर जोर दे ना होगा। उन्होंने कहा कक अज्ञान रूऩी अंधकार अथवा अित्य िे ज्ञान रूऩी प्रकाि अथवा ित्य की ओर ऱे जाए,वहीं िच्चा ज्ञान हैं। उन्होंने कहा कक जब िक हमारे व्यवहाररक जीवन में ऩरोऩकार,िेवाभाव,त्याग,उदारिा,ऩववत्रिा,िहनिीऱिा,नम्र िा,धैयि य ा,ित्यिा,ईमानदारी, आटद िद्गुण नहीं आिे। िब िक हमारी शिक्षा अधूरी हैं। उन्होंने कहा कक िमाज अमि ू य होिा हैं और प्रेम,िद्भावना,भाित्ृ व,नैतिकिा एवं मानवीय िद्गण ु ों िे िचाशऱि होिा हैं।


भगवान भाई ने कहा कक हमें अऩने दृक्ष्ट्टकोण को िकारात्मक बनाने के शऱए ज्ञान की आवश्यकिा हैं। दृक्ष्ट्टकोण िकारात्मक रहने ऩर मनुष्ट्य हर ऩररक्स्थति में िख ु ी रह िकिा हैं। उन्होंने व्यिनों िे दरू रहने ऩर भी जोर टदया।


Issuu converts static files into: digital portfolios, online yearbooks, online catalogs, digital photo albums and more. Sign up and create your flipbook.