त्ययोहहार कके ददिननों मम ककैसके रहम सकेहतममंदि
एक बहार फफिर सके वह समय आ गयहा हकै , जब पपरके दिके श मम त्ययोहहारनों कहा ममौसम शशरू हयो गयहा हकै । कशछ हही ददिन पहलके नवरहातत्रि और दिशहरके कहा त्ययोहहार मनहायहा गयहा थहा और अब करवहाचमौथ, धनतकेरस, ददिवहालही सके लकेकर भहाई दिज प तक त्ययोहहारनों कहा यह ममौसम जहारही रहके गहा। त्ययोहहार कके इस ममौसम मम , रयोगनों सके रयोकथहाम कके उपहाय करनके और स्वस्थ जजीवन शकैलही अपनहा कर रयोग रूपजी रहाक्षसनों पर ववजय पहाप्त करनके ककी आवश्यकतहा हकै । आप 98 फफिट द्वहारहा बतहाए गए ननम्नललखखित ननयमनों पहालन करकके त्ययोहहार कके ददिननों मम सकेहतममंदि रह सकतके हह और जहान सकतके हह फक इस दिमौरहान आपकयो अपनके शरहीर कहा फकस पकहार सके ध्यहान दिके नहा चहादहए।
हर ददिन ककी शशरुआत पमौषषटक नहाश्तके सके करम
जयो लयोग सशबह नहाश्तहा नहहीमं करतके उन्हम अपनजी ददिनचयहार्या मम सशधहार करनहा चहादहए सशबह कहा नहाश्तहा आपकके शरहीर कके ललए कहाफिकी फिहायदिके ममंदि हयोतहा हकै । इसकके ललए आप सशबह कके नहाश्तके मम ववटहालमन्स और फिहाइबर यशक्त