स्वच्छता 11
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दुनिया की छत पर स्वच्छता
'मैं वापस जाना चाहती 18 हूं, लेकिन अपने बच्चों के पास नहीं'
फोटो फीचर 28
सुलभ : सेवा
जेंडर के 48 वर्ष
पुस्तक अंश
चाय पर चर्चा
sulabhswachhbharat.com
वर्ष-2 | अंक-13 | 12 - 18 मार्च 2018
आरएनआई नंबर-DELHIN/2016/71597
मौलाना वहीदुद्दीन खान
विश्व शांति का आध्यात्मिक संवाद मौलाना वहीदुद्दीन खान आज दुनिया के उन कुछ लोगों में शामिल हैं, जिन्हें लगता है कि आध्यात्मिक ज्ञान हमारे समय की सबसे बड़ी दरकार का नाम है। एक ऐसी दरकार जो हमें आत्मिक आनंद और हमारे बाहर की दुनिया को प्रेम और करुणा से भर देगा
मौ
एसएसबी ब्यूरो
लाना वहीदुद्दीन खान का शुमार उन कुछ भारतीय उलेमाओं में होता है, जो बहुलतावाद और अंतर-सामुदायिक संबंधों पर सबसे ज्यादा जोर देते हैं। इस्लाम को लेकर उनकी समझ जहां एक स्तर पर खासी अकादमिक है, वहीं वे विवादों और नकारात्मक रूढ़ियों से आगे धर्म और उससे जुड़ी परंपराओं की व्याख्या करते हैं, उन्हें माने जाने की वकालत करते हैं। उन्होंने खास तौर पर हिंदुओं और मुसलमानों के बीच धार्मिक-सांस्कृतिक टकरावों के कारण पैदा हुई दूरियों को यह कहते हुए पाटने की कोशिश की है, इन दोनों महान धर्मों के बीच सैकड़ों वर्षों से मेल-मिलाप और समन्वय रहा है। इन दोनों ही
खास बातें मौलाना को इस्लाम के साथ अन्य धर्मों का भी तात्विक ज्ञान है बहुलतावाद और अंतर-सामुदायिक संबंधों पर सबसे ज्यादा जोर मौलाना के प्रशंसकों में विल्फ्रेड कांटवेल स्मिथ शामिल