Motivation Letter (Hindi and English versions)
म श पा सरकार, पछले 22 साल से अ यापन से जुड़ी हूँ। म व भ न रा म हंद क
श ण करती रह । मने अपनी
कूल जीवन कामल ग स से शु
से कॉलेज पार कर बधमान से व व व यालय क व व व यालय से बीएड क
य और अंतरा
कूल
कया फर सटg जै वर
ड ी ल . फर मने अ यापन करते हुए इं दरा गाँधी
ड ी हा सल क िजसक
म भारत के व भ न शहर म पढ़ाई हूँ जैसे क
य
नाम
और
या त सवमा य है ।
च ारं जन (प. ब ), जमशेदपुर (झारख ड ), कोलकाता
(प. ब )।
पोलड आने के बाद
मझ ु े यहाँ अंतरा
य
कूल म पढ़ाने का मौका मला।
अ यापन करना शु
से ह मेरा सपना था और मने हर को शश क अपने सपने को साकार करने म।
म अपने ब च के साथ सौहादपूण र ता रखती हूँ परं तू
ज रत अनुसार उ ह उ चत माग दशन म
स ती भी बररती हूँ। म लगातार अपने अ यापन के मू य का मू यांकन करती हूँ और इसके अंतगत अपने को वक सत करने का को शश करती हूँ। म नई तक नक हूँ। मेर अ भ ची
हंद के साथ साथ बां ला और अं ेजी सा ह य म भी है।
कताब पढ़ना मेरा सबसे म गहर
ान का भी वकास करने म उ साह
य हॉबी है । साथ ह मुझे क वता पाठ, क वता लेखन , कहानी लेखन, नाटक
दलच पी है।
जैसा क यह माना जाता है सीखना एक नरं तर
या है, और इस सखने क
या म अपना
वकास सहज़ ह संभव है म इस े नंग को करने म उ साह हूँ। इस े नंग के उपरांत म उ मीद करती
हूँ क अपने छा
को नई तर क से अवगत करा पाऊँगी और उनका
ो साहन के मा यम से उनका
ान का व ृ ध अनायास होगा। इससे मेरे साथ साथ उनलोगो का भी वकास वै ा नक और तक नक
तर के से उ नत होगा।
ान हा सल करने क ललक भी इस
म आपके तरफ से सकारा मक उ र के आशा म
े नंग के लए मझ ु े
ो साहन दे रह है।