क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, पुणे की द्वितीय राजभाषा वार्षिक पत्रिका "प्रतिभा" (२०२२-२३)

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क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण पासपोर्ट पररवार क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण
स्वतंत्रता दि्वस १५ अगसत २०२२ के अ्वसरपर डॉ. अर्जुन ि्वरे, क्.पा.अ. ए्व समसत पासपोर्ट कममी गणतंत्र दि्वस २६ रन्वरी २०२३ के अ्वसरपर डॉ. अर्जुन ि्वरे, क्.पा.अ. ए्व समसत पासपोर्ट कममी 2 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

य राजभाषा वाद्षयाक पद्त्का

२०२२-२०२३

मुख्य संरक्षक डॉ. अरजुन देवरे

क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकाररी

संरक्षक

श्री. सुजरत चं. कानडे

उप पासपोर्ट अधिकाररी

संपादक

श्री. सोनु कुमार

कधिष्ठ पासपोर्ट सहाययक

जवशेष सह्योग

सुश्री नेहा रार

कधिष्ठ पासपोर्ट सहाययक

श्री. जवरार देशमुख

डरी.ई.ओ. पासपोर्ट

पररवार क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण सर्ह िं. ५/२/२, पासपोर्ट भवि, बाणर-पाषाण धलंक रोड, बाणर, पुण - ४११०४५. Email: rpo.pune@mea.gov.in, Website: www.passportindia.gov.in
(वरी. मुरलरीधरन) मुझ यह जािकर अतयधिक खुशरी हो रहरी है धक क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण द्ारा राजभाषा पधत्का ‘प्रधिभा’ के दूसरे अकं का प्रकाशि धकया जा रहा है धजसस क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण में राजभाषा के प्रचार-प्रसार में र्यापक सफलिा धमलगरी धजसका मुझ पूणया धवश्वास है। यह भरी उल्खिरीयहै धक सरकाररी सवा में ऐस कई अधिकाररी एवं कमयाचाररी भरी हैं जो अपिरी िौकररी के साथ-साथ रचिातमक लखि में भरी रुधच रखिषे हैं और धहनदरी साधहतय की अधभवृधधि में अपिा बहुमूलय योगदाि द सकिषे हैं, उिके धलए भरी यह एक बहिर अवसर प्रदाि करेगा। मैं राजभाषा पधत्का प्रकाशि स जुडे क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण के सभरी काधमयाकों को पधत्का के सफल प्रकाशि के धलए बिाई एवं शुभकामिाएं दषेिा हूँ। संदेश सत्यमेव ज्यते वी. मुरलीधरन ववदेश राज्य मंत्ी एवं संसदी्य का्य राज्य मंत्ी Minister of State for External Affairs & Minister of State Parliamentary Affairs Government of India V. Muraleedharan Office : South Block, New Delhi-110 011. Tel : 011-23011141, 23014070, 23794337 Fax : 011-23011425 4 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
(डॉ. रारकुमार रंरन जसंह) मुझ यह जािकर अतयधिक खुशरी हो रहरी है धक क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण द्ारा राजभाषा पधत्का ‘प्रधिभा’ के दूसरे अकं का प्रकाशि धकया जा रहा है धजसस क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण में राजभाषा के प्रचार-प्रसार में र्यापक सफलिा धमलगरी धजसका मुझ पूणया धवश्वास है। यह भरी उल्खिरीयहै धक सरकाररी सवा में ऐस कई अधिकाररी एवं कमयाचाररी भरी हैं जो अपिरी िौकररी के साथ-साथ रचिातमक लखि में भरी रुधच रखिषे हैं और धहनदरी साधहतय की अधभवृधधि में अपिा बहुमूलय योगदाि द सकिषे हैं, उिके धलए भरी यह एक बहिर अवसर प्रदाि करेगा। मैं राजभाषा पधत्का प्रकाशि स जुडे क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण के सभरी काधमयाकों को पधत्का के सफल प्रकाशि के धलए बिाई एवं शुभकामिाएं दषेिा हूँ। संदेश सत्यमेव ज्यते डॉ. राजकुमार रंजन वसंह ववदेश राज्य मंत्ी भारत सरकार, नई वदलली Minister of State for External Affairs Government of India, New Delhi Dr. Rajkumar Ranjan Singh 5 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
(डॉ. औसाफ़ सईद) मुझ यह जािकर अतयधिक खुशरी हो रहरी है धक क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण द्ारा राजभाषा पधत्का ‘प्रधिभा’ के दूसरे अकं का प्रकाशि धकया जा रहा है धजसस क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण में राजभाषा के प्रचार-प्रसार में र्यापक सफलिा धमलगरी धजसका मुझ पूणया धवश्वास है। यह भरी उल्खिरीयहै धक सरकाररी सवा में ऐस कई अधिकाररी एवं कमयाचाररी भरी हैं जो अपिरी िौकररी के साथ-साथ रचिातमक लखि में भरी रुधच रखिषे हैं और धहनदरी साधहतय की अधभवृधधि में अपिा बहुमूलय योगदाि द सकिषे हैं, उिके धलए भरी यह एक बहिर अवसर प्रदाि करेगा। मैं राजभाषा पधत्का प्रकाशि स जुडे क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय पुण के सभरी काधमयाकों को पधत्का के सफल प्रकाशि के धलए बिाई एवं शुभकामिाएं दषेिा हूँ। संदेश सत्यमेव ज्यते ववदेश मंत्ाल्य, नई वदलली MINISTRY OF EXTERNAL AFFAIRS NEW DELHI डॉ. औसाफ़ सईद सविव (सी.पी.वी. एंव ओ.आई.ए) 6 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
(ररी. आमजुस्टांग चांगसन) मुझ यह जािकर अतयंि हषया का अिुभव हो रहा है धक पासपोर्ट कायायालय, पुण अपिरी राजभाषा पधत्का प्रधिभा का दूसरा अंक प्रकाधशि करिषे जा रहा है। राजभाषा पधत्का का धिरंिर प्रकाशि कायायालय के धहनदरी भाषा के प्रधि प्रषेम को पररलधक्ि करिा है। मुझ आशा है की इस पधत्का के माधयम स कायायालय के अधिकाररयों/ कमयाचाररयों को राजभाषा में कायया करिषे की प्रषेरणा धमलगरी और कायायालय स प्रतयक् या अप्रतयक् रूप स जुड सभरी धहिग्ाहरी लाभाननवि होंग। मैं राजभाषा पधत्का प्रधिभा की संकलपिा को मूिया रूप दषेिषे वाल संपादक मणडल एवं सभरी कधमयायों को हाधदयाक बिाई एवं शुभकामिाएं दषेिा हूँ। पधत्का के प्रकाशि में प्रतयक् एवं परोक् रूप स अपिा सहयोग प्रदाि करिषे वाल सभरी कधमयायों को बिाई एवं शुभकामिाएं। संदेश सत्यमेव ज्यते टी. आम्यस्टांग िांगसन सं्युकत सविव (पासपोट सेवा का्य्यक्रम) और मुख्य पासपोट अवधकारी ववदेश मंत्ाल्य, नई वदलली MINISTRY OF EXTERNAL AFFAIRS NEW DELHI 7 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
(डॉ. अरजुन देवरे) क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण की धहंदरी पधत्का 'प्रधिभा' का धद्िरीय अंक सौंपिषे हुए मुझ अतयंि प्रसन्निा हो रहरी है। इस पधत्का का प्रकाशि ि केवल राजभाषा धहंदरी के प्रचार-प्रसार को बढावा दषेिषे के धलए बनलक कायायालय के काधमयाकों में साधहनतयक अधभरुधच को बढावा दषेिषे के धलए भरी है। साधहतय हरी धकसरी भाषा को पूणयािा प्रदाि करिा है और उसके भाधषक सवरूप को धििायाररि करिा है। धहंदरी ि केवल भारि की राजभाषा है बनलक आम जि में अग्णरी सथाि पर है। केंद्रीय कायायालयों में धहंदरी के अधिकाधिक उपयोग को सुधिनचिि करिषे के धलए भारि सरकार द्ारा अिषेक प्रयास धकए जा रहे हैं। क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण की ओरे स कायायालय में धहंदरी के प्रयोग-प्रसार को प्रोतसाधहि करिषे के धलए अिषेक काययाक्रम चलाए जािषे रहे हैं। 'प्रधिभा' पधत्का का प्रकाशि इसरी कडरी का एक धहससा है। मैं आशा करिा हूँ धक भधवषय में अधिक स अधिक काधमयाक इस पधत्का स जुडेंग और अपिरी रचिाओं द्ारा इस समृधि करेंग और पधत्का को एक िया आयाम प्रदाि करेंग। मैं पधत्का के प्रकाशि के अवसर पर सभरी लखकों के प्रधि आभार प्रकर करिा हूँ और उनह बिाई दषेिा हूँ। मुख्य संरक्षक की कलम से... सत्यमेव ज्यते डॉ. अजु्यन देवरे, भा.वव.से. क्षेत्ी्य पासपोट अवधकारी क्षेत्ी्य पासपोट का्या्यल्य पुणे 8 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
अनुक्रमद्णका क्ेत्रीय पासपोर्ट कायाजुलय, पणे कायजु और उपलब्धियां ............... 10 द्विेश मंत्रालय के कुछ महत्वपूणजु परामशजु ......................... 11 पासपोर्ट से्वा कायजुक्रम ्वी 2.0 रलि ही आ रहा है .................. 12 रद्ीकरण या पनदनजुधिाजुरण पर अपॉइंरमेंर रारी ..................... 13 िलालों, एररों या अनय तीसरे पक्ों से बचें ........................ 14 माननीय द्विेश मंत्री डॉ. एस रयशंकर री का क्ेत्रीय पासपोर्ट कायाजुलय, पणे का िौरा ........................... 15 अरशासत्रानसार प्ाचीन भारत की िूतवय्वसरा .................... 16 केरल के बंि खाद़िया .......................................... 18 दहनिी भाषा .................................................. 20 राष्ट्रभाषा की उतपत्ी ........................................... 21 राष्ट्र के द्वकास में राष्ट्रभाषा दहनिी का योगिान ................... 22 आतमदनभजुर भारत ............................................ 23 भारतीय रेल और इसका महत्व ................................. 24 सामानय पासपोर्ट आ्विन करने की पूणजु प्दक्रया ए्व आ्वशयक िसता्वर ............................. 25 एहसास ..................................................... 26 ब्र्गगों के दलए नहीं कमरा मकान में ............................. 26 दतरंगा ...................................................... 27 परिेश में दतरंगा लहराना है .................................... 27 दरिगी ...................................................... 28 दहनिी भाषा .................................................. 28 दचत्र प्दतभा .................................................. 29 पासपोर्ट समाचार............................................. 34 प्शंसा पत्र .................................................. 35 संिेश ...................................................... 36 स्वचछता पख्वा़िा ............................................ 37 हर घर दतरंगा................................................ 38 9 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
क्षे त्रीय पासपोर्ट का या यालय, पुण 1999 में स् ा प प त पक या गया ् ा। यह महाराष्ट्र के 12 प िलों को स वा प्रदान करता है। मुख य का या यालय बान र में है। क्षेत्रीय पासपोर्ट का या यालय के अंत गया त, 2 पासपोर्ट स वा केंद्र (PSK) (एक मुंधवा में और दूसरा सोलापुर में) और 17 डाकघर पासपोर्ट स वा केंद्र (POPSK) हैं। 2017 में, पहला प री ओप री एसके पुण क्षे त् के अंत गया त कोल हा पुर में खोला गया ् ा और ध री र -ध री र यह संख या बढ ा कर 17 कर द री गई ता पक दूर-दरा ि के प िलों में रहन वाल लोगों को पुण क री यात् ा करन क री आवश य कता न पड़े। मुझ यह बतात हुए खुश री हो रह री है पक क्षेत्रीय पासपोर्ट का या यालय के अ पध कार क्षे त् के तहत सभ री 18 लोकसभा क्षेत् ों में या तो पासपोर्ट स वा केंद्र (PSK) या 17 डाकघर पासपोर्ट स वा केंद्र (POPSK) है। िैस - िैस को पव ड-19 कम हुआ, पासपोर्ट क री मांग बढ री : 2020 और 2021 में, को पव ड-19 प्र पत बंधों के कारण, कई लोगों न पव द श यात् ा नहीं क री और इस पल ए, उन ह ोंन पहल अपन पासपोर्ट का नव री न री करण नहीं कराया। चूं पक य प्र पत बंध अंतरराष् ट्र रीय स त र पर ह र ाए ि ा रह हैं और लोग अ पध क यात् ा कर रह हैं, व अब महसूस कर रह हैं पक उनके पासपोर्ट समाप त हो गए हैं या समाप त होन वाल हैं। इस व ि ह स , प्रमुख आई ररी और पबि न स हब पुण क्षे त् में पासपोर्ट क री अचानक मांग द ख री ि ा रह री है। क्षेत्रीय पासपोर्ट का या यालय पुण न 2022 में 3.44 लाख पासपोर्ट ि ार री पक ए, यान री 2021 क री तुलना में 1.13 लाख (लगभग 50%) अ पध क पासपोर्ट ि ार री पक ए। इस ग पत को ि ार री रखत हुए, इस वर 2023 के पहल दो मह री नों में, हमन 2022 क री समान अव पध क री तुलना में 29,000 अ पध क पासपोर्ट ि ार री पक ए। पासपोर्ट क री संख या में वृ प धि नागर र क-केंपद्र त पहलों िैस तत का ल और सामान य यो ि ना पन युक् त यों में वृ प धि, और दस ता व ज़ प्रसंस क रण में आसान री के कारण हुई है। हमन नागर र कों क री ि रूरतों को पूरा करन के पल ए पद संबर 2022 के चारों श पन वार को पासपोर्ट का या यालय भ री खुल रख । पव द श मंत् ा लय क री नई पहल िैस पक सभ री ऑनलाइन डाकघर पासपोर्ट स वा केंद्र (POPSK) में पु पल स ्लरी यरेंस स पर्टप िकेर (प री स री स री ) आव दन स वरी कार करन के माध य म स , हमन 2022 में 12,856 प री स री स री ि ार री पक ए, यान री 2021 क री तुलना में 6,121 अ पध क प री स री स री ि ार री पक ए। हमन न केवल पैमान और ग पत का प्रद शया न पक या ब कलक संव दनश री लता का भ री प्रद शया न पक या। हमन उन लोगों को प िन ह िरी वन र क् क पचपक त सा उपचार क री आवश य कता है, पख ला पड यों और ऐस कई अन य आव दकों को प्रा्पम कता के आधार पर पासपोर्ट ि ार री पक ए । मुझ उम मरी द है पक 2023 में हम प प छल व र षों क री तुलना में और भ री अ पध क पासपोर्ट ि ार री करेंग । मैं इस अवसर पर क्षेत्रीय पासपोर्ट का या यालय के सभ री क मया चार र यों को धन य वाद द ता हूं ि ो पूर री पनष् ् ा के सा ् अपन क तया व य ों का पालन कर रह हैं। ि य पहंद! क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण कायया और उपलक्धयां डॉ. अर्जुन देवरे, क्ेत्रीय पासपोर्ट अदधिकारी 10 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

मयांमार

ल िाया िाता है और क्ोर पररकस्पतयों में काम करन के पलए बंदरी

बना पलया िाता है।

य म स पव द श री पन यो ्ता ओं क री साख और

तजी ए ि र ों के सा ् -सा ् पक स री भ री कंपन री क री पृ

1. आईररी कुशल युवाओं को पनशाना बनान वाल ििजी नौकररी रैकेर के संबंध में एडवाइिररी  कॉल सेंरर घोराल और परिपरो-मुद्रा धोखाधडरी में शापमल संपदगध आईररी िमषों द्ारा ्ाईलैंड में ‘पडपिरल सलस एंड माकपरंग एगिरी्यूपरवस’ के पदों के पलए भारतरीय युवाओं को लुभान के पलए आकरक नौकररयों करी पशकश करन वाल ििजी नौकररी रैकेर के मामल हाल हरी में बैंकॉक और मयांमार में हमार पमशनों द्ारा हमार संज्ान में आए हैं।  लपक्त समूह आईररी कुशल युवा हैं, पिनह सोशल मरीपडया पवज्ापनों के माधयम स और दुबई और भारत कस्त एिरों द्ारा ्ाईलैंड में आकरक ड़ेरा प्रपवकष्र नौकररयों के नाम पर ्गा िाता है।  परीपडतों को कप्त तौर पर अवैध रूप स सरीमा पार जयादातर
या अन य स् ो तों के माध य म स ि ार री पक ए ि ा रह ऐस िि जी नौकर री प्रस ता वों में न ि ंसें। रो ि गार प्रयो ि नों के पल ए प ययार क/यात् ा व रीि ा पर यात् ा करन स पहल , भारत री य नागर र कों को
में संबं पध त पम शनों
ष्् भू पम क री ि ांच/ सत या पन करें। 2. भावरी प्रवासरी कामगारों के पलए पवशषेर सलाह  सुपनकशचत करें पक आपका भतजी एिर कौन है। उस भारत सरकार के उतप्रवापसयों के महासंरक्क द्ारा िाररी अपना मूल पंिरीकरण प्रमाणपत् पदखान के पलए कहें।  िब तक वह पंिरीकृत नहीं है और पंिरीकरण वैध है और पनलंपबत/ रद्द नहीं पकया गया है, तब तक उसके सा् वयवहार न करें। संदह करी कस्पत में, प्रोऱे्रर ऑि इपमग्ट्स (परीओई) या प्रोऱे्रर िनरल ऑि इपमग्ट्स (परीिरीई) के पकसरी भरी कायायालय स संपक करें। आपका आरए नंबर उपल्ध होन पर हरी आपकरी बरीमा पॉपलसरी मानय होगरी।  उप-एिरों के सा् वयवहार न करें ्योंपक उनह उतप्रवास अपधपनयम, 1983 और पनयमों के तहत अनुमपत नहीं है।  भतजी एिर स कहें पक वह आपको पवदशरी पनयो्ता का मांग पत् और मुखतारनामा पदखाए।  वतन/मिदूररी सतरों और अनय सवा शतषों का पववरण दत हुए रोिगार अनुबंध को सावधानरीपूवयाक पढें।  प्रदान करी गई सवाओं के संबंध में अपधकतम बरीस हिार रुपय के अधरीन, रोिगार अनुबंध के तहत पश पकए गए पैंतालरीस पदनों के वतन के बराबर स अपधक का भुगतान न करें, और इस भुगतान करी रसरीद लें।  पडमांड ड्ाफर या चक द्ारा भुगतान करें और रसरीद प्रापत करें।  ओवरचापििंग या धोखाधडरी करी पशकायतें संबंपधत परीओई या प्रोऱे्रर िनरल ऑि इपमग्ट्स (परीिरीई) या प्रवासरी
(केपरीबरीएसके) में दिया कराई िा सकतरी हैं। द्वदश
पवदश मंत्ालय पवदश में नौकररी चाहन वालों और यापत्यों करी सुरक्ा के पलए समय-समय पर सलाह िाररी करता है। हाल हरी में िाररी ऐस हरी कुछ महतवपूणया परामशषों को सूचना्या यहां प्रसतुत पकया िा रहा है। अपधक स अपधक लोगों को सतक करन के पलए कृपया इनह वयापक रूप स साझा करें। 11 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
 इस पल ए, भारत री य नागर र कों को सलाह द री ि ात री है पक व सोशल म रीपड या प लषेरि ा मषों
सलाह द री ि ात री है पक व नौकर री का प्रस ता व ल न स पहल पव द शों
के माध
भारतरीय सहायता केंद्र (परीबरीएसके) और क्षेत्रीय प्रवासरी भारतरीय सहायता केंद्र
मंत्ालय के कुछ महतवपूणया परामशया

वी 2.0 जल्द ही आ रहा है

पलषेरिॉमया है। उत्तरदायरी, दखभाल करन वाल, पवचारशरील और पारदशजी होन के गुण

िनवररी 2022 में पवदश मंत्ालय न पासपोर्ट सवा काययारिम (परीएसपरी-वरी2.0) के दूसर चरण के पलए अपन मूलयवान भागरीदार मससया रारा कंसलरेंसरी सपवयासषेि पलपमऱेड के सा् एक समझौत पर हसताक्र पकए, पिसमें उनह पररयोिना के पलए सवा प्रदाता के रूप में पनयु्त पकया गया। परीएसपरी-वरी2.0, परीएसपरी-वरी1.0 का पवसतार और उननयन है, िो एक ई-गवननेंस उपकरण है, पिसन नागररकों को पासपोर्ट संबंधरी सवाओं के पवतरण में अभूतपूवया पररवतयान करी शुरुआत करी। पूरा िोकस समय पर, पारदशजी, अपधक सुलभ और पवशवसनरीय पलषेरिॉमया पर ्ा िो सुवयवकस्त प्रपरियाओं के माधयम स एक सुपवधािनक वातावरण में नागररकों को ऐ्सषेस प्रदान करता है; सा् हरी और एक प्रपतबधि, प्रपशपक्त और प्रषेररत काययाबल। पररयोिना पडिाइन में यह सुपनकशचत पकया गया पक सवा प्रदाता द्ारा नागररक इंररिेस, प्रौद्ोपगकरी आधार, कॉल सेंरर, प्रपशक्ण और पररवतयान प्रबंधन आपद िैस सहायता कायषों करी वयवस्ा करी गई और सरकार न पासपोर्ट िाररी करन करी प्रपरिया में सभरी संप्रभु और सुरक्ा संबंधरी अपधकारों का प्रयोग िाररी रखा । दश भर में िन संपक केंद्रों करी संखया बढरी है । मंत्ालय प्रतयषेक लोकसभा क्षेत् में एक सवा केंद्र खोलन करी पदशा में काम कर रहा है िहां कोई पासपोर्ट सवा केंद्र (परीएसके) या डाकघर पासपोर्ट सवा केंद्र (परीओपरीएसके) नहीं है। काययारिम को वैकशवक पासपोर्ट सवा काययारिम (िरीपरीएसपरी) के माधयम स 176 स अपधक भारतरीय पमशनों/केंद्रों स िोडा गया है, िो भारतरीय डायसपोरा को पासपोर्ट सवाओं करी पनबायाध पडलरीवररी प्रदान करत हैं। परीएसपरी-वरी 2.0 के प्रमुख मूलतत्वों में एक अतयाधुपनक पडपिरल पाररकस्पतकरी तंत् करी
और ड़ेराबस के बरीच एकरीकरण,
इंररिेस में सुधार, प्रौद्ोपगकरी का उननयन, सववोत्तम कायया प्रणापलयों को अपनान और ड़ेरा सुरक्ा को मिबूत करना शापमल है। ड़ेरा सेंरर, ड़ेराबस और एकपलकेशन सॉफ़रवयर िैसरी सामररक संपपत्तयों सपहत सुरक्ा पहलुओं का सवापमतव सरकार के पास होगा। बायोमषेपट्र्स को शापमल करत हुए पूर पससरम में सखत ए्सषेस कंट्रोल होंग। पडपिरल फ्रनर पर, काययारिम में सभरी परीएसके/परीओपरीएसके, पासपोर्ट कायायालयों और सा् हरी भारतरीय पमशनों/केंद्रों के पलए एक डारा सेंरर, आपदा ररकवररी सेंरर और सरकाररी सुरपक्त ररपोपिरररी करी पररकलपना करी गई है, पासपोर्ट िाररी करन के पाररकस्पतकरी तंत् में चल रह पासपोर्ट प्रसंसकरण के पलए एक इलषे्ट्रॉपनक िाइल पससरम और 24x7x365 अतयाधुपनक नषेरवक ऑपरशन सेंरर (एनओसरी) और सुरक्ा संचालन केंद्र (एसओसरी) के माधयम स पनगरानरी और पययावषेक्ण। गवनयामेंर र पसपरिन (िरी2सरी) सवाओं करी गुणवत्ता में लगातार सुधार करी आवशयकता और आईररी और पडपिरल मरीपडया के माधयम स सुशासन के मंत् को सवरीकार करत हुए, पासपोर्ट सवा काययारिम बायोमषेपट्र्स, आपर्टपिपशयल इंऱेपलिेंस, एडवांस ड़ेरा एनापलपर्स चैर-बॉर, ऑरो-प्रपतपरिया, प्राकृपतक भारा प्रसंसकरण, ्लाउड सक्मता के उपयोग के सा् प्रौद्ोपगकरी उननयन करी शुरुआत करगा। उननत ग्ाहक संतुकष्र, बढरी हुई सुरक्ा और नागररक अनुभव के अगल सतर के पलए ई-पासपोर्ट िाररी करन का भरी उननत परीएसपरी-वरी 2.0 में अनावरण पकया िाएगा। पासपोर्ट सवा काययारिम एक नागररक केंपद्रत ई-गवननेंस
पासपोर्ट सवा काययारिम के मागयादशयाक पसधिांत बन रहेंग।
स्ापना, प्रपरिया में बदलाव और पवपभनन पहतधारकों
नागररक
पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम
12 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

ऑनलाइन आवदन िमा करता है और उस परीएसके पुण में 20 माचया के पलए ततकाल योिना के तहत अपॉइंरमेंर पमलतरी है। 14 माचया को, वह वबसाइर

पर दखता है पक 15 माचया के पलए अपॉइंरमेंर िाररी

2.

के तहत आवदन पसि्क और पसि्क उनहीं आवदकों को करना चापहए पिनह वासतव में ततकाल आधार पर

करी िरूरत है।

कई ततकाल योिना के आवदक अपात् श्षेपणयों के अंतगयात आत

श्णरी और दसतावषेि करी कमरी वाल आवदन सवरीकार नहीं

िाएंग। परीएसके में अपनरी अपॉइंरमेंर के पदन, ऐस आवदकों

को ततकाल योिना के आवदनों को सामानय योिना के आवदनों में बदलन के पलए “आवदन संपापदत करें” पवकलप के पलए अनुरोध करना होगा और अपनरी

1. कृपया धयान दें पक पससरम अपॉइंरमेंर को “पहल आओ, पहल पाओ” के आधार पर आवंपरत करता है। प्रणालरी प्रकृपत में गपतशरील है और अपॉइंरमेंर करी ताररीख और समय पमलन करी संभावना पकसरी भरी समय इसके पलए आवदन करन वाल लोगों करी संखया पर आधाररत होतरी है। सबस महतवपूणया बात, यह धयान पदया िाना चापहए पक िब कोई आवदक अपॉइंरमेंर पहल करी ताररीखों में पुनपनयाधायाररत करन का प्रयास करता है, तो वह वतयामान अपॉइंरमेंर को छोडन के पलए सहमत होता है और यह िोपखम उ्ाता है पक नई दरी गई अपॉइंरमेंर बाद करी ताररीख करी भरी हो सकतरी है। उदाहरण के पलए: मान लें पक 13 माचया को एक आवदक
हो गयरी है और 20 माचया के अपॉइंरमेंर को 15 माचया को प्ररीपोन करन का प्रयास करता है। हालाँपक, चूंपक कई आवदक एक हरी समय में आवदन कर रह हैं, इसपलए आवदक 20 माचया करी अपॉइंरमेंर खो सकता है और 27 माचया को एक नई अपॉइंरमेंर प्रापत कर सकता है। इस प्रकार, आवदकों को सलाह दरी िातरी है पक व अपॉइंरमेंर को समय स पहल करन का प्रयास करत समय उपचत सावधानरी बरतें।
कृपया धयान दें पक ततकाल योिना एक प्रा्पमकता सवा है न पक प्ररीपमयम सवा। ततकाल योिना
हैं और/या उनके पास आवशयक संखया में उपचत दसतावषेि नहीं होत हैं। ततकाल योिना के दुरूपयोग और तुचछता को रोकन के पलए, पात्ता और दसतावज़ मानदंड को सखतरी स लागू पकया िाता है।
पासपोर्ट
3.
अपात्
पकए
अपॉइंरमेंर को अपन दम पर पुनपनयाधायाररत करना होगा। 4. ततकाल योिना के बार में अपधक िानकाररी के पलए, कृपया https://www.passportindia.gov.in/ AppOnlineProject/online/tatkaalPassports पर उपल्ध िानकाररी और शप्पत् को बहुत धयान स पढें। पवदश मंत्ालय करी पहल के तहत पहल करी ताररीखों में पासपोर्ट अपॉइंरमेंर उपल्ध करान के पलए, रद्दरीकरण या पुनपनयाधायारण के कारण पहल स बुक पकए गए अपॉइंरमेंर सलॉर हर पदन िाररी पकए िात हैं और आवदकों को उपल्ध कराए िात हैं। अपॉइंरमेंर करी उपल्धता के आधार पर, क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण के तहत पासपोर्ट सवा केंद्रों (PSKs) और पोसर ऑपिस पासपोर्ट सवा केंद्रों (POPSKs) के पलए ततकाल सकरीम अपॉइंरमेंट्स 12h00 बिषे िाररी पकए िात हैं और सामानय सकरीम अपॉइंरमेंट्स 20h30 िाररी पकए िात हैं। आवदक नई पनयुक्तयों को बुक कर सकत हैं और यहां तक पक अपनरी पहल स बुक करी गई अपॉइंरमेंर को पहल करी ताररीखों में पुनपनयाधायाररत कर सकत हैं। रद्दीकरण
पुनरननिरानिरण पर अपॉइंटमेंट
13 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
या
जारदी

क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय न

2.

पपछल कुछ वरषों में, पवदश मंत्ालय न पासपोर्ट प्रपरिया को सरल और अपधक सुवयवकस्त बना पदया है। पररणामसवरूप, हम दखत हैं पक आवदक सवयं पासपोर्ट के पलए आवदन कर रह हैं। हालाँपक, हम दखत हैं पक कई आवदक अभरी भरी त्ाकप्त “पासपोर्ट एिरों” पर भरोसा करत हैं और इसके पलए भाररी करीमत चुकात हैं। हम पासपोर्ट आवदकों को सलाह दत हैं पक व दलालों, ए ों, या तरी पक्ों स पनपरन स बचें, िो ततकाल पनयुक्त या पासपोर्ट स संबंपधत सवा प्रदान करन के पलए झू़्े वाद कर सकत हैं। सरकार न ऐस पकसरी मधयस् या प्रपतपनपध को अपधकृत नहीं पकया है। पासपोर्ट प्रपरिया बहुत सरल है और हम आवदकों स इस सवयं पूरा करन का अनुरोध करत हैं। ऐस उदाहरण भरी सामन आए हैं िहां कुछ एिरों न संभापवत यापत्यों के पास वैध पासपोर्ट होन करी िांच करन का मूल कायया पकए पबना उनस पैस/बुपकंग ल पलए हैं। बाद में, ऐस एिर यापत्यों पर पासपोर्ट िाररी करन का भार डाल दत हैं और पैस वापस करन स मना कर दत हैं। ऐस बईमान लोगों स उलझन के पखलाि आम िनता को आगाह पकया िाना चापहए। आवदक इन एिरों के सा् आधार काड्ट, पैन काड्ट, या बैंक खाता पववरण िैस गोपनरीय दसतावज़ भरी साझा करत हैं, पिनका दुरुपयोग पकया िा सकता है। व अपना मोबाइल नंबर और ईमल पता भरी साझा करत हैं, पिसका िायदा उ्ाया िा सकता है। लोगों को इस तरह करी वयक्तगत िानकाररी को पकसरी ऐस वयक्त के सा् साझा करन में बहुत सावधानरी बरतनरी चापहए िो उनह अभरी-अभरी इंररनषेर पर पमला हो। पासपोर्ट के पलए आवदन करन के पलए आवशयक दसतावषेि और आवदन करी कस्पत पासपोर्ट वबसाइर पर आसानरी स दखरी िा सकतरी है।
चतावनरी दरी है द्क दलालों, एजेंरों या अनय तरीसर पक्ों स बचें अधिकाररक वेबसाईट आवेदक पोस्ट ऑफिस पासपो्ट सेवा केंद्रों (पीओपीएसके) में पुफिस किीयरेंस सफ्ट्टफिके्ट (पीसीसी) आवेदन जमा कर सकते हैं। 1. क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण को पासपोर्ट स संबंपधत सवाओं का लाभ उ्ान के दौरान नागररकों के अनुभव को बहतर बनान के पलए पवदश मंत्ालय द्ारा एक और कदम करी सूचना दत हुए प्रसननता हो रहरी है। पुपलस ्लरीयरेंस सपर्टपिकेर (परीसरीसरी) करी मांग में अप्रतयापशत उछाल को दूर करन के पलए मंत्ालय न 28 पसतंबर 2022 स पूर भारत में सभरी ऑनलाइन पोसर ऑपिस पासपोर्ट सवा केंद्रों (परीओपरीएसके) में परीसरीसरी आवदन सवरीकार करन करी सुपवधा शापमल करन का िैसला पकया है। पासपोर्ट कायायालय, पुण, यह सुपवधा अहमदनगर, बरीड, इचलकरंिरी, िालना, कोलहापुर, लातूर, नांदषेड, पंढरपुर, पपंपररी पचंचवाड, सांगलरी और सतारा में परीओपरीएसके में उपल्ध होगरी। यह कदम परीसरीसरी अपॉइंरमेंर सलॉर करी उपल्धता और पहल करी ताररीख में महतवपूणया रूप स िोड दगा।
इसस न केवल पवदशों में रोिगार चाहन वाल भारतरीय नागररकों को मदद पमलगरी बकलक अनय परीसरीसरी आवशयकताओं िैस पक पशक्ा, दरीघयाकापलक वरीिा, उतप्रवास आपद के मामल में करी मांग को भरी पूरा पकया िा सकेगा। 3. क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण न 2022 में 12,856 परीसरीसरी िाररी पकए, यानरी 2021 करी तुलना में 91% अपधक! 14 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

माननरीय द्वदश मंत्री डॉ. एस जयशंकर जरी का

क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण का दौरा

23 िरवररी 2023 को माननरीय पवदश मंत्री डॉ. एस ियशंकर िरी न क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, पुण का दौरा पकया। इस अवसर पर माननरीय मंत्री न पासपोर्ट कायायालय के कमयाचाररयों स बातचरीत करी। उनहोंन पासपोर्ट कायायालय के सवा-केंपद्रत और नागररक-केंपद्रत कायषों करी सराहना करी। उनहोंन पासपोर्ट आवदकों के सा् भरी बातचरीत करी और कहा पक पासपोर्ट सवाओं में सुधार िाररी रखन के पलए पनयपमत िरीडबैक आवशयक है। माननरीय पवदश मंत्री करी भेंर करी कुछ तसवरीरें : 15 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

िरुररी है। रािनपयक दूत (Diplomatic Envoys ) संप्रभु राजय या दश द्ारा पनयु्त प्रपतपनपध होत हैं, िो अनय राष्ट्र, अंतरराष्ट्ररीय सममषेलन अ्वा अंतरराष्ट्ररीय संस्ा में अपन दश

प्राचरीनकाल स भारतवर में राितनत् सुसंचालन हतु पवशषेरज्ों द्ारा नाना नरीपत त्ा वयवस्ा का प्रावधान बताया गया ्ा। रािनरीपत, राजय त्ा प्रिा के पहत एवं सवा्ायानुसार इन नरीपतयों को आभयनतररीन त्ा वापयक तनत्ों के पहसाब स प्रयोग पकया िाता ्ा। दश करी वाक्नक तनत्ों स समबकनधत नरीपतयों को पवदशनरीपत कहा िाता है। प्राचरीनकाल में भरी पवदशनरीपत के प्रपत सामापिक गुरुतव दशायाया गया है। पवपभनन वैकशवक दशों के सा् भारतवर के समबनधों, तदुपरर पवदशनरीपत के बार में उललषेख पवपभनन प्राचरीन शासत्ों में उपल्ध हैं। पिनमें स महान रािनरीपतज् आचायया कौपरलय द्ारा रपचत अ्याशासत् उललषेखयोगय हैं। पवदशनरीपत के सुसंचालन हतु रािदूत एवं चर के सहयोग अतयनत महतवपूणया अंग के रूप म दशायाया िाता है। लगभग सभरी रािशासत् प्रणताओं न रािा के कतयावय पालन के पलय रािदूत एवं गुपतचर पक उपयोपगता प्रमापणत करी है। शाकनत हो या युधिकालरीन पररकस्पत दोनों समय में राजयों में पनरनतर समबनध बनाय रखन हतु रािदूत अपररहायया अंग है। वसतुतः पवदशनरीपत का संचालन दूतों के हा् में होता है। दूत के पवरय में पबसताररत आलोचना करन स पूवया वतयामानकाल में रािनपयक दूत पकनहषे कहा िाता है िानना
का प्रपतपनपधतव करत हैं। रािनय मानव इपतहास के प्राचरीनतम पशों में स एक है, वतयामान अंतरराष्ट्ररीय पवपध का प्रचलन आरंभ होन के बहुत पूवया स हरी रोम, चरीन, यूनान और भारत आपद दशों में एक राजय स दूसर राजय में दूत भषेिन करी प्र्ा प्रचपलत ्री। वैपदक सापहतय में दूत परमपरा का उललषेख आलोचय पशें करी प्राचरीनता को दशायाता है। ऋगवषेद के दशवें मणडल का १०८ वाँ सू्त सरमा–पपण संवाद सू्त के नाम स पररपचत है। श्रीमतरी सनेहा अग्रवाल अरशास्त्ानुसार प्ाचरीन भारत करी दूतवयवस्रा 16 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

उस राजय में प्रवश करना रािा का संदश लशमात् पररवपतयात ना करत हुयें प्रसतुत करें,

चमयाचक् वयतरीत

अपतरर्त चक्, िो राजय के

आभयनतररीन एबं वापयिक पवर

समबकनधत वाताया

सू्तानुसार पपण नामक असुरों न आयषों करी गायों को चुराकर छुपा रखा ्ा। इनद्र न अपनरी शुनरी सरमा को उन् गायों को खोिन और पपणयों को समझान के पलए दूतरी (मपहला दूत) बनाकर पसंधु नदरी के पार भषेिा ्ा। रामायण एवं महाभारत स प्रापत तथयों के आधार पर दखा िा सकता है करी राितनत् का अतयनत महतवपूणया अङ्ग है दूतवयवस्ा; यहाँ दूत को कूरनरीपतज् के रूप म माना गया है। कौपरलयकृत अ्याशासत् और सोमदव रपचत नरीपतवा्यामृत में प्राचरीन भारत में प्रचपलत दूतवयवस्ा का पववरण पमलता है। इस काल में दूत अपधकांशतः अवसरपवशषेर पर अ्वा काययापवशषेर के पलए हरी भषेिषे िात ्षे। मनु के अनुसार, दूत तरीन प्रमुख कायया करता है: (i) रािा के परामशया स युधि और शांपत करी घोरणा । (ii) ग्बंधन बनाना और; (iii) पवदश में रहत हुए अपन राजय के पलए काम करें। उस गुपतचरों करी सहायता स पवरोधरी राजय स िानकाररी प्रापत करनरी चापहए। आनुमापनक इरापूवजीय चौ्री शता्दरी में महान अ्याशासत्पवद् कौपरलय अपन पूवयासुररी अ्याशासत्कारों के तत्वों को पवशलषेरण ग्हण त्ा खणडणपूवयाक वतयामान उपल्ध अ्याशासत् पक संरचना पकयें ्ें। िहाँ ग्न्प्रणता द्ारा राजयशासन, उसका सुरूप संचालन, त्ा राजय को संप्रसाररत करन के बार म पबसताररत प्रावधान पदय मतानुसार पकसरी भरी पविरीपगर रा (उपल्ध क्षेत् करी प्राकपत, प्राप त्ा संवधयान) साधन करन के अनुसरण करना पड़ेगा। तदका अ्याशासत् म राडगुणय नाम स अ है। पिसका उललषेख महाभारत त पमलता है। आचायया कौपरलय दूत को भ के रूप म वपणयात पकय है।
(दो
दूत रा चक् त्ा कान सवरूप होत है। दूत एवं चर वषेकष्रत होन के कारण रािा को चारचक्ष्
रूप स ज्ात करवाता
कहा अतःपर कौपरलय
पनमनरूप है कौपरलय के अनुसार दूतों क पनभयारयोगय माधयम है। पिनक वयक्ततव, प्रपतकूल व पवरोध पमत्तापूणया पररकस्पत में पररवपतयात कर सकता है। दूतों करी योगयता अनुसार उनह मुखय तरीन श्षेपणयों म वणयान पकया गया है। य्ा पनःसृष्रा्या – मंनत्री होन के सवया गुण यु्त दूत पनःसृष्रा्या श्षेपण के दूत है। अ्ायात यह दूत इतना योगय होत है करी आवशयक होन पर वह मंनत्री का भरी कायया समपनन कर सके। मंनत्री के अभाव में पिसस रािा पवचार पवमशया कर परामशया ल सके एवं प्रशासपनक उद्दषेशय करी पूपतया हो सके। पररपमता्या – पनःसृष्रा्या स एक-चतु्ािंश कम गुणों के अपधकाररी पररपमता्या होत है। अ्ायात िो सरीपमत रूप स शासकरीय प्रयोिन का साधक होत है। इसकरी योगयता अमातय (मंत्री) स कम होतरी है। य अपन कायया के प्रपत सतत िागरूक होत त्ा भपलभातरी अपन उत्तरदापयतव का पालन करत है। शासनहर – पिन दूतों में पूवया पववृत गुणों का आधा गुण होता है, उनह शासनहर वताया गया है। यह अपन रािा के संदश को अनय रािाओं के पास पवसतारपूवयाक वय्त करता है त्ा पवपधपूवयाक अनतरायाजयरीय समबनधों का संचालन करत हुय अपन कायया का पनवायाह करता है। पनःसृष्रा्या दूत के पवशषेर अपधकार शासनहर को नहीं पदय िात ्षे एवं शासनहर को भृतय के समान दशायाया िाता ्ा। कौपरलय अनुसार दूत अपन पनकशचत यान, वाहन, नौकर एवं उत्तम सामग्री सपहत पभनन दश में रहगा। दा दूतों को अरपवपाल, पुर त्ा राष्ट्र के प्रधानों के समपक म रहत हुयें उस राजय के दूगया, राजयपवसतार, धनधानय, रक्ासाधन, गुपतशक्त का स्ोत, रािा एवं राजय करी कमिोररीयों का पववरण अ्ायात शत्राजय का भद संगृहरीत कर अपन िा को भषेित रहना चापहय । परराजय के रािा ा पमलन के उपरानत
प्राणघातरी पररकस्पत होन पर भरी अपन । पनयम अनुसार अनुमपत पबना दूत परराजय स कर सकतें। परराजय में सहनशरील रह एवं अपन बल का न ना करें। दूतकों परसत्री-गमण, मद्पान नहीं करना चापहय। एवं मत्त अवस्ा म मनुष्य प्रलाप के सा् अपनरी कर दता है। अपन भद ना बतायें । दूत को रािा के तगयात
कोइ
दूत ्वा
शासत्ानुयायरी दूत करी
है।
अपन दूतों द्ारा पनि हन एवं शत्रािा के दूत के कायषों को पविल करन चर करी पनयुक्त करत है । सवदश कस्त प्रतयक् त्ा दूत एवं रक्रीपुरूर पनयुक्त द्ारा आतमरक्ा करत है। नैपनत पहलुओं को िानन मैं अ्याशासत् अतयनत 17 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
रािा को सम
है) भरी
के अ्याशासत्
वचन बोलन चापहयें।
रािा अपतप्
वध करना चाह तो दूत को सतवर भाग िाना
हतया नहीं करी िापत
प्रकार स पविरीपगर रािा

पवपभननता और पवपचत्ता का एक अनुपम

में केरल को ‘ईशवर का अपना घर’ (God’s Own Country) कहा िाता है, यह कोई अतयुक्त नहीं है। पिन कारणों स केरल पवशव भर में पययारकों के आकरण का केनद्र बना है, व हैं – उष्ण मौसम, समृधि वराया, सुंदर प्रकृपत, िल करी प्रचुरता, सघन वन, लमबषे समुद्र तर और चालरीस स

नपदयाँ। यह सयिापद्र त्ा अरब सागर

बरीच एक हररत मखला करी तरह खूबसूरत

इस

कृपतयों के डापल

स अनयतम है केरल राजय के

(Backwaters)

बैकवारर यानरी बंद

। हमार समय के सबस

प्राकृपतक घरनाओं

लगता है।

केरल बैकवारसया या बंद खापडया दपक्ण-

पकशचमरी भारत

चरीनरी मछलरी

पकडन के िाल के सा् आडरी-पतरछरी, ताड

के पकनार वालरी झरीलें बहुत लोकपप्रय

पवज्ापनों
के
अपधक
में केरल राजय के मालाबार तर के अरब सागर के समानांतर खार लैगून और नहरों का एक प्रणालरी है। नपदयों का तािा पानरी अरब सागर के समुद्ररी िल स पमलके बंद खापडयों का एक अनू्ा पाररकस्पतकरी बनाता है। बंद खापडयों में अलापुझा, कोट्ायम, पत्वेंद्रम, कोललम, कुट्नाड, कोपझकोड, कािरगोड, कोचरीन और कुमारकुम बंद खापडया शापमल हैं। केरल के तर पर झरीलों, नपदयों और नहरों का एक िापलका प्रणापल है। य बंद खापड, पानरी पर एक महान अंतददेशरीय मागया, एक वैककलपक िरीवन शैलरी प्रदान करत हैं। पवशषेर रूप स कोललम और अलपपुझा के बरीच
पररभ्रमण हैं। वतयामान में यह बंद खापड महतवपूणया आकरण बन गए हैं, हालांपक िनसंखया वृपधि और औद्ोपगक पवकास स उनह खतरा है। बंद खापडया पर कस्त २९ प्रमुख झरीलों में स सात समुद्र में पगरतरी हैं। इस प्रणालरी में नहरों स िुडरी पाँच बडरी झरीलें शापमल हैं, दोनों मानव पनपमयात और अवपशष्र प्राकृपतक, नपदयों द्ारा पोपरत, और केरल राजय करी लगभग आधरी लंबाई तक सौम्यव्रत सरकार, अधरीक्क केरल के बंद खाड़िया भारत उपमहादश,
उदाहरण
या मनुष्यषेतर प्रापण पह नपह प्रकृपत भरी अपन पवपचत्र्य पचत्मय सौनदयया के पलय भारतरीय त्ा पवशवभर के
केनद्रपबंदु
गई
बैकवारसया
प्रणापल।
खापडया
आशचययािनक
में
18 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
है। िहाँ केवल मनुष्य
पययारकों के आकरण का
है। प्रकृपत द्ारा तराशरी
सुंदर
एक है।

का बड़े पैमान पर पसंचाई के पलए उपयोग पकया िाता है। िलरीय िरीवन करी कई अनोखरी प्रिापतयाँ

िैलरी हुई हैं । १५०० पकमरी. के कुल पवसतार में िैल बंद खापडयों में उत्तर स दपक्ण तक ४४ नपदयों, लैगून और झरीलों का एक िापलका प्रणापल है। बंद खापडया लहरों और तर धाराओं करी कारवाई स बनत हैं िो पकशचमरी घार करी सरीमा स नरीच बहन वालरी कई नपदयों के मुहान पर कम बाधा वाल द्रीप बनात हैं। इस पररदृशय के बरीच में कई कसबषे और शहर हैं, िो बैकवारर पररभ्रमण के शुरुआतरी और अंत पबंदुओं के रूप में काम करत हैं। ्ननरीरमु्कोम के पास एक बैराि बनाया गया है, तापक तािषे पानरी को बरकरार रखत हुए समुद्र के खार पानरी को गहर अंदर प्रवश करन स रोका िा सके। इस तरह के तािषे पानरी
पिनमें केकड़े, मेंढक और मडकसकपसया, िल पक्री िैस रनया, पकंगपिशर, डार्टर और िलकाग शापमल हैं, और िानवर िैस ऊदपबलाव और कछुए बंद खापड में और उसके आस-पास रहत हैं । ताड के पषेड, पैंडनस झापडयाँ, पवपभनन पत्तषेदार पौध, और झापडयाँ बंद खापडयों के सा्-सा् उगतरी हैं, िो आसपास के पररदृशय को हरा रंग प्रदान करतरी हैं। अललापुझा बंद खाडरी पययारक मागया पर प्रमुख है ्योंपक यह नाव यात्ाओं के प्रमुख केंद्रों में स एक है। पकशचम में अरब सागर के सा्, अलपपुझा में झरीलों, लैगून और कई मरी़्े पानरी करी नपदयों के चौराहों का एक बडा नदरी प्रणालरी बनता है। बंद खाडरी रूररसर सेंरर के रूप में अलपपुझा का महतव कािरी बढ गया है, िो हर साल कई हिारों पवदशरी पययारकों को आकपरयात करता है, िो राजय करी शांत समुद्ररी सुंदरता का आनंद लन के पलए यहां आत हैं। नाव दौड (स्ानरीय भारा में भललम कललरी), हाउसबोर छुपट्याँ, समुद्र तर, समुद्ररी उतपाद और कॉयर उद्ोग अलपपुझा द्ारा पश पकए िान वाल कुछ प्रमुख आकरण हैं। बंद खापडयों में वयवहृत इन हाउसबोर को स्ानरीय बोपल में केरुवललम् नाम स भरी िाना िाता है। पहल य वापणकजयक वसतुओं को िलमागया स पररवहन के पलय प्रयोग पकया िाता ्ा । हाउसबोर और केरल बंद खापडया केरल के यापत्यों के पलए पयायायवाचरी बन गयरी हैं। धरीमरी गपत स चलन वालरी केरल रािकरीय इन हाउसबोर पर सवाररी करना वासतव में एक असाधारण अनुभव है। एक हाउसबोर आमतौर पर बरीच में १३ िरीर करी चौडाई के सा् ६७ िरीर लंबरी होतरी है। िहां तक इसके पनमायाण का संबंध है, सवदशरी पयायावरण के अनुकूल सामग्री िैस बांस के खंभ, बांस करी चराइयां, नाररयल के रश करी रससरी, करहल करी लकडरी और नाररयल के रश करी कालरीन का उपयोग पकया िाता है। हाउसबोर करी बॉडरी बनान के पलए आरवोकापयास करी लकडरी या करहल करी लकडरी का प्रयोग पकया िाता है। बाद में, हाउसबोर पर कालरी राल करी परत चढाई िातरी है। यह पवशषेर तरह करी परत उबल हुए काि करी गु्लरी के पमश्ण स बनाया िाता है. एक बार िब एक घर का बुपनयादरी पनमायाण पूरा हो िाता है, तो उसमें अनय सभरी सुपवधाएं िड िातरी हैं। अचछरी दखभाल के सा्, हाउसबोर परीपढयों तक चल सकत हैं। अलपपुझा (उि्क अललषेपपरी) को ‘पूवया का वषेपनस’ (The Venice of East) कहा िाता है। अललषेपपरी केरल के बंद खापडयों का केंद्र है और बंद खापडयों के पवशाल िापलका प्रणापल का और हिार स अपधक हाउसबोर का घर है। भ्रमणपपपासु वयक्त अपन िरीवन में कभरी ना कभरी अवशय केरल करी इस अतुलय सौनदयया का आसवादन करत है। 19 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

संसकृतरी और संसकारों का प्रपतपबंब है । आि पवशव के कोन

पवद्ा्जी हमाररी भारा और संसकृपत को िानन के पलए हमार

कर रह हैं । एक पहनदुसतानरी को कम स कम अपनरी भा

पहनदरी तो आनरी

प्रसतावना पहनदरी न हम पवशव में एक नई पहचान पदलाई है । पहनदरी पदवस भारत में हर वर 14 पसतंबर को मनाया िाता है । पहनदरी पवशव में बोलरी िानवालरी प्रमुख भाराओं म स एक है । पवशव करी प्राचरीन, समृधि और सरल भारा होन के सा् सा् पहनदरी हमाररी ‘राष्ट्रभारा’ भरी है । वह दुपनयाभर में हमें सममान भरी पदलातरी है । पहनदरी भारा पवशव में सबस जयादा बोल िान वालरी तरीसररी भारा है । इधतहास भारत करी सवतंत्ता के बाद 14 पसतंबर 1949 को सं एकमत स यह पनणयाय पलया करी पहनदरी करी खडरी बोलरी हरी होगरी । इसरी महतवपूणया पनणयाय के महतव को प्रपतपापद पहनदरी को हर क्षेत् में प्रसाररत करन के पलए राष्ट्रभार सपमतरी, वधाया के अनुरोध पर सन 1953 स संपूणया भारत म प्रपतवर 14 पसतंबर
पदवस’ के रूप में मनाया िायगा । धहनदरी का महतव धरीर धरीर पहनदरी भारा का प्रचलन बढा और इस भार न राष्ट्रभारा का रूप ल पलया । अब हमाररी राष्ट्रभार आंतरराष्ट्ररीय सतर पर भरी बहुत पसंद करी िातरी
। इसका एक कारण यह है पक हमाररी
को ‘पहंदरी
है
भारा हमार दश
हरी चापहय, सा् हरी हमें पहनदरी का सम करना सरीखना होगा । कब और क्य मना्या राता है ? पहनदरी पदवस भारत में हर वर 14 पसतंबर को मनाया िाता है । पहनदरी पहंदुसतान करी भारा है । राष्ट्रभार पकसरी भरी दश करी पहचान और गौरव होतरी है । पहनदरी पहनदुसतान को बांधतरी है । इसके प्रपत प्रषेम और सममान प्रकर करना हमारा राष्ट्ररीय कतयावय है । इसरी कारण हतु हम 14 पसतंबर के पदन को ‘पहनदरी पदवस’ के रूप में मनात है । उपसंहार आि हर माता-पपता अपन बचचों को अचछरी पशक्ा के पलए अचछ़े सकूल में प्रवश पदलात हैं । इन सकूल में पवदशरी भाराओं पर तो बहुत धयान पदया िाता हैं । लषेपकन पहनदरी करी तरि कोई खास धयान नहरी पदया िाता । हिन्दी भाषा अधमत खासा, कदनष््ठ पासपोर्ट सहायक 20 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
हमाररी राष्ट्रभारा पहनदरी करी उतपत्तरी 1000 इ.स. के कररीब मानरी िातरी है । यह आधुपनक भारा का िनम संसकृत, पापल, प्राकृत स होत हुए अपभ्रंश स हुआ है। मुखयतः प्राकृत करी अपभ्रंश अवस्ा स हरी इसकरी उतपत्तरी हुई है। इसम प्राकृत एवम् अपभ्रंश का सपष्र प्रभाव पदखाई दता है। वतयामान रूप में इसकरी उतपत्तरी तरीन चरणों म हुई है। 1. पनद्रवरी शता्दरी स पूवया 2. पनद्रवरी स अ्ारहवरी शता्दरी 3. अ्ारहवरी शता्दरी के पशचात 1. पनद्रवरी शताबदरी से पयूवजु पकशचम स आए पवदषेपशयों करी िुबान िारसरी ्री। िनसंपक के पलए उनहोन उस समय प्रचपलत प्राचरीन पहंदरी का प्रयोग पकया। इस काल में भारा के पवकास में धापमयाक ग्न्ो िैस बौधि, िैन, ना् का महतवपूणया योगदान ्ा। 2. पनद्रवरी से अठारहवरी शताबदरी पनद्रवरी स अ्ारहवीं शता्दरी के बरीच भारा का सवरूप कस्र होन लगा ्ा । अपभ्रंश के रूप लुपत होन लग। भारा करी बोपलयाँ सवतनत् रूप स पवकपसत होन लगरी। इस काल म खडरी बोलरी का वचयासव बढता गया। 3. अठारहवरी शताबदरी के पश्ात अ्ारहवरी शता्दरी के पशचात पहनदरी पूररी तरह स पवकपसत हो गई। मुद्रण और प्रषेस के पवकास म पहनदरी को पवकपसत करन में महतवपूणया भूपमका पनभाई । हम भारा करी वयापकता और प्रभाव को बढान के पलए प्रयास करना चापहए।
की उत्पत्ती िहं दतीस फ अ आ च च छ ब ब भ भ क ज श श ग र ष ड़ त व व थ ि न उ उ ट य ध ध ल ल ए ए धदपांकर, सहायक अदधिक्क 21 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
राष्ट्रभाषा

होता

है। आिादरी करी िंग म भारा का सबस अपधक योगदान ्ा भारत के सवतंत्ता

संग्ाम में समाचार पत्, उपनयास, कपवता, लख आपद न वह पचंगाररी का नाम

पकया पिसन अंग्षेिो करी िडो को पहला

पहनदरी केवल एक भारा नहरी हैं, बकलक यह हर भारतरीय करी पहचान है। यह पहनदरी भारा हरी है िो पुर भारत को एकसूत् में पपरो रखरी है। इस भारा स हमार दश करी संसकृतरी, सभयता, राष्ट्रपनमायाण एवं प्रतयषेक मानव का सवािंगरीण पवकास िुडा हुआ है। आि पहनदरी न पुर पवशव में बोल िान वालरी भाराओं में तरीसर स्ान पर अपनरी िगह बना लरी है। अब वह पदन भरी दूर नहरी िब पहनदरी पवशव में सबस अपधक लोगो द्ारा बोलरी िान वालरी भारा बन िायगरी, ्योंकरी कुछ ररपोर्ट के अनुसार वर 2023 तक भारतरीयों करी आबादरी चरीन को पछाड सबस अपधक आबादरी वाला दश बन िाएगा। पहनदरी का महतव आप इस बात स लगा सकत है पक िैस िो भारतरीय अब पवदशों म रह रह है उनहषे वहाँ अगर कोई पहनदरी में बोलता आदमरी पमल िाता है तो वह खुशरी स झूम उ्ता है ओर अंग्षेिरी भारा को भूलकर सवयं हरी पहंदरी भारा को अपनाकर अपन मन करी साररी वय्ा को वय्त करन लगता है। ्रीक इसके उलर आि अपन दश म लोग दुसर वयक्त स अंग्षेिरी भारा में बात करना अपनरी शान समझत है, िबपक व नहरी िानत करी दुपनया बहुत छोररी होतरी है। आि वह समय आ गया है। आि सभरी बड स बड राष्ट्रपपत भरी नमसतषे स अपन भारण करी शुरूआत करत है, िो भारत के पवशवगुरू बनन करी पदशा म एक अभूतपूवया योगदान है। चपलए अब रािभारा पहनदरी िो करी 14 पसतंबर 1949 को राष्ट्रभारा के रूप में सवरीकार करी गई। उसका राष्ट्रपनमायाण के रिय में ्या योगदान है इसको रिमवार तररीके स दखत है। राष्ट्ररीयता का पवकास पकसरी भरी राष्ट्र को सुदृढ करन में राष्ट्ररीयता का सबस बडा योगदान
कर रख पदया। यहरी वह पतलक का गरीतारहसय हरी, या पववकानंद, या भारतेंदु हररशचंद्र या बपकमचंद्र चरिजी का आनंदम्, या रवींद्रना् रागोर करी गरीतांिलरी, या बंगालरी नामक समाचार पत् पिसन सभरी भारतरीयों म चतना करी लहर पैदा कर दरी एवं सभरी लोग एक सूत् में बंद कर अंग्षेिों करी नरीपतयों के पवरुधि खड हो गय। अंग्षेि इतन भयभरीत हो राष्ट्र के द्वकास में राष्ट्रभाषा द्हनदरी का योगदान रधव धसनहा, ्वररष््ठ पासपोर्ट सहायक ‘मै हिन्दी िू, मैं िदी हिं्ुस्थान। मैं िदी भथारत कथा अतदीत, मैं िदी वत्तमथान। मैं सब में िू। मै भथावनथाओ मे और मैं िदी कण-कण मे हवद्यमथान। ’ 22 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
गय करी उनहोंन कई समाचार पत् एवं कपवता पर प्रपतबंध लगा पदया एवं लखकों को िषेल म बंद कर पदया। रािनरीपतक पवकास रािनरीपत हरी दश करी दशा ओर पदशा तय करतरी है। पहंदरी रािभारा न भरी भारतरीय रािनरीपत को क्षेत्रीय दल को एक राष्ट्ररीय दल बनन के पलए पहनदरी का हरी सहारा लना पडता है। ्योपक जयादा स जयादा लोगो तक अपनरी बात पहुचान के पलए पहनदरी हरी सवयाश्षेष्् माधयम ह, िो भारत के सभरी भागों म बोलरी एवं समझरी िातरी है। आि भारत में भारतरीय िनता पारजी पहंदरी के प्रचार प्रसार के कारण हरी एक भारतरीय रािनरीपत पर छाई है एवं राष्ट्र के पनमायाण में अपनरी अहम भूपमका पनभा रहरी है। आप्क पवकास राष्ट्र को आप्क रूप स सश्त करन में भारत के एक करोड लोगों का योगदान िरुररी है! चाह वह पकसान हो, वयापाररी हो, मिदूर हो, पशक्क हो, युवा हो सभरी को योिना बना कर उस पर अमल करना होता है। अभरी योिना बनान एवं रणनरीपत को समझान के पलए पहंदरी सबस अचछरी भारा है। भारा न आप्क क्षेत् में भरी अपनरी छाप छोडरी है! पशक्ा के क्षेत् में योगदान पशक्ा उस शरनरी का दूध है पिसन भरी पपया है दहाडा है। पशक्ा का माधयम अगर मातृभारा हो तो आसानरी स एक बचचा अ्वा बुढा उस पवरय को समझ सकता है। एवं बडा होकर वहरी बचचा एक वैज्ापनक, एक डॉ्रर, एक इंपिपनयर, एक पशक्क एवं एक अचछा वय्तरी बनकर दश का पनमायाण कर सकता है। पवदशों म िाकर भारतरीयों का नाम ऊँचा कर सकता है। अब दश म इसरी कारण पशक्ा नरीतरी 2020 आ रहरी है, पिसम कक्ा पांच तक के सभरी पवद्ा्जी को अपनवायया रूप स पशक्ा पद िातरी है। सांसकृपतक क्षेत् में योगदान भारत अपन अनकता में एकता एवं सांसकृपतक पवरासत के रूप में पूर पवशव में पहचाना िाता है। पहंदरी को संसकृत करी बडरी बहन भरी कहत हैं। इस भारा न प्राचरीन काल के ग्ं्ों एवं पांडू पलपपओं, महाकावयों एवं अदभुत रचनाओं को अपन म संकपलत कर आि भरी संसकृपतक पवरासत करी संिोए हुए है। महाभारत िो करी पवशव का सबस बडा महाकावय है भारत न हरी पदया है। इस प्रकार पहंदरी का योगदान एक पररवार स शुरू होकर गलरी-मोहललों स गुिरकर गाव एवं शहरों स पर मन करी गतरी स पवचरन वालरी एवं राष्ट्रपनमायाण में अपनरी भूपमका पनभा रहरी है। मुझ लगता है, भारा के आधार पर राजय एवं लोगों को बारना हमार दश को कमिोर कर रहा है। यहरी नहरी होना चापहय। पहनदरी न सभरी भाराओं को उभरण का अवसर पदया है। अंत में यहरी कह सकता हुँ पक हमाररी रािभारा पहनदरी उस राष्ट्ररीय महामागया करी भाँतरी है पिसमें सभरी भाराए पमलतरी है। यह भाराई रूपरी महामागया अब केवल भारत तक हरी सरीपमत नहरी है बलकरी पवदशों तक पहुँच चुकरी है। पासपोर्ट कमयाचाररी के नात आि मै आशा करता हुँ पक आि िो पासपोर्ट अंग्षेिरी म छपता है वह पकसरी रोि पहनदरी में छपगा ओर यह बहुत िलद होगा ्योंपक पिस मन करी गपत स पहनदरी का पवकास हो रहा है यह पबलकुल संभव है। तकनरीक क्षेत् के मामल में भरी वंद भारत ए्सप्रषेस एक आतमपनभयार भारत का उदाहरण हैं । िो पक सवदशरी ऱे्नोलॉिरी का प्रयोग हैं । कृररी क्षेत् में भारत आतमपनभयार हो चुका हैं । उतपाद दशों को परीछ छोड चुका हैं। दाल उतपाद में भारत सबस आग है । पशुधन में भारत सबस आग है । भारत के सना श्तरी के पास उपकरण हप्यार और अब रािेल मौिूद है । भारत न औद्ोपगक क्षेत् में अपन कदम बढाय हैं । यह सब आतमपनभयारता करी और ल िा रह है । भारत करी मपहलाए भरी पुरुरों के सा् बराबर कायया कर रहरी हैं । इसस आतमपनभयारता में उनका योगदान पमला हैं । भारत करी प्रगपत न हमशा दुपनया करी प्रगतरी का अनुसरण पकया है। भारत के लक्यों उसके काम करी दुपनयाभर में सराहना हो रहरी है । हर भारतरीय को इसपर गवया है । आतमपनभयार भारत हमार पलए एक वरदान सापबत हो रहा हैं । और इसरी के कारण पवशव कलयाण के मागया पर भारत सबस आग हैं । आतमपनभयार भारत सनदरीप, कदनष््ठ पासपोर्ट सहायक 23 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

चलातरी है, िैस रलव लाइनों का पवद्तरीकरण, सऱेशनों का उननयन और नई

ट्ऱेनों करी शुरुआत। य पररयोिनाएं न केवल भारतरीय अ्यावयवस्ा के पवकास

में योगदान करतरी हैं

1853 में स्ापपत भारतरीय रलव एपशया का सबस बडा और दुपनया का चौ्ा सबस बडा रल नषेरवक है। यह 67,000 पकलोमरीरर में िैला है और भारत के लगभग सभरी पहससों को िोडता है। भारतरीय रलव के महतव को कम करके नहीं आंका िा सकता है, ्योंपक यह दश के सामापिक-आप्क पवकास में महतवपूणया भूपमका पनभाता है। इस पनबंध में, हम भारतरीय रलव के पवपभनन पहलुओं और भारत में इसके महतव पर चचाया करेंग। सबस पहल, भारतरीय रलव भारतरीय पररवहन प्रणालरी का एक अपभनन अंग है। यह प्रपतपदन लाखों लोगों को पररवहन का ससता और ससता साधन उपल्ध कराता है। दैपनक आधार पर 12,000 स अपधक यात्री ट्ऱेनें चलन के सा्, भारतरीय रलव शहररी और ग्ामरीण दोनों क्षेत्ों में लोगों के पलए िरीवन रखा है। यह लोगों को दश के पवपभनन पहससों स िोडता है, पिसस उनह काम, पशक्ा और अवकाश के पलए यात्ा करन में मदद पमलतरी है। भारतरीय रलव सुदूर क्षेत्ों को मुखय शहरों और कसबों स िोडन में भरी महतवपूणया भूपमका पनभातरी है, पिसस इन क्षेत्ों में रहन वाल लोगों को पररवहन का एक बहुत हरी आवशयक साधन उपल्ध होता है। करी एक महतवपूणया रापश भरी उतपनन करता है, िो दश के समग् सकल घरलू उतपाद में योगदान दता है। भारतरीय रलव का पययारन उद्ोग में भरी महतवपूणया योगदान है, पिसमें पैलस ऑन वहरीलस और महारािा ए्सप्रषेस िैसरी कई लगिररी ट्ऱेनें दुपनया भर के पययारकों को आकपरयात करतरी हैं। तरीसरा, भारतरीय रलव दश भर में माल करी आवािाहरी में महतवपूणया भूपमका पनभाता है। यह ्ोक माल, िैस कोयला, लौह अयसक, सरीमेंर और उवयारकों के पलए पररवहन का प्रा्पमक साधन है। भारतरीय रलव का फ्रेर पडवरीिन दुपनया में सबस बडा है, िहां रोिाना 8,000 स अपधक मालगापडयां चलतरी हैं। यह सुपनकशचत करन में एक महतवपूणया भूपमका पनभाता है पक भारतरीय अ्यावयवस्ा के पवकास में योगदान करत हुए दश भर में माल का कुशलतापूवयाक पररवहन पकया िाता है। चौ्ा, भारतरीय रलव दश के बुपनयादरी ढांच के पवकास में महतवपूणया भूपमका पनभाता है। यह रलव ट्ररैक, सऱेशनों और अनय बुपनयादरी
पनमायाण और रखरखाव
ढांच के
के पलए पिममषेदार है। भारतरीय रलव कई पवकास पररयोिनाएं भरी
बकलक लोगों के पलए रोिगार के अवसर भरी पैदा करतरी हैं। अंत में, भारतरीय रलव यापत्यों करी सुरक्ा और संरक्ा सुपनकशचत करन में महतवपूणया भूपमका पनभाता है। इसन यापत्यों करी सुरक्ा भारतीय रेल और इसका महत्व स्ररीत कानडेे, उप पासपोर्ट अदधिकारी 24 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

अँड बुक अपॉइंरमेंर पर क्लक करें । अब आप एक पषेि दख पाएंग पिसपर अपॉइंरमेंर कनिमदेशन पलखा होगा। इस पषेि पर पासपोर्ट

सवा केंद्र का पूरा पडऱेल मौिूद

होगा। आपको पासपोर्ट

सुरक्ा उपकरण और आपातकालरीन ब्क िैस कई सुरक्ा उपायों को लागू पकया है। भारतरीय रलव न अपराधों को रोकन और यापत्यों करी सुरक्ा सुपनकशचत करन के पलए सुरक्ा कपमयायों करी तैनातरी िैस कई सुरक्ा उपाय भरी पश पकए हैं। अंत में, भारतरीय रलव भारत करी पररवहन प्रणालरी, अ्यावयवस्ा, बुपनयादरी ढांच और सुरक्ा का एक महतवपूणया घरक है। यह प्रपतपदन लाखों लोगों को पररवहन का वहनरीय साधन प्रदान करता है, िो उनह दश के पवपभनन भागों स िोडता है। यह भारतरीय अ्यावयवस्ा में महतवपूणया योगदान दता है, रािसव उतपनन करता है और रोिगार के अवसर प्रदान करता है। भारतरीय रलव का फ्रेर पडवरीिन दश भर में माल करी आवािाहरी में महतवपूणया भूपमका पनभाता है, िबपक इसकरी पवकास पररयोिनाएं भारतरीय अ्यावयवस्ा के पवकास में योगदान करतरी हैं। भारतरीय रलव के सुरक्ा उपाय यापत्यों करी सुरक्ा और संरक्ा सुपनकशचत करत हैं, पिसस यह पररवहन का एक पवशवसनरीय और भरोसमंद तररीका बन िाता है। इसपलए, यह कहना सुरपक्त है पक भारतरीय रलव के महतव को बढा-चढा कर नहीं बताया िा सकता है और यह आन वाल वरषों में भारत के पवकास में महतवपूणया भूपमका पनभाता रहगा। पासपोर्ट बनवान करी प्रपरिया सरकारन कािरी आसान कर दरी है। आप खुद ऑिलाइन आवदन कर सकत है। पासपोर्ट बनवान के पलए िरुररी दसतावषेि के पलए दसवरी का पापसंग प्रमाणपत्, आधार काड्ट, पॅन काड्ट, 1500-2000 रुपय तक ऑनलाइन िरीस चुकानरी पडतरी है। passportindia.gov.in करी वबसाईर पर िाय और यूिर वाल बॉ्स पर क्लक कर। यह आपको रपिसट्ऱेशन पषेि पर ल िायगा। यहा पासपोर्ट सवा करी वबसाईर िाय। पिस शहर में रह रह हैं उसका पासपोर्ट ऑपिस पसलषे्र करें। यह भरी सुपनकशचत करें पक आपन अपना नाम वैस हरी पलखा है िैस पक आपके डॉ्युमेंर पर मौिूद है। िब काम पुरा हो िाय तब रपिसरर पर क्लक कर। िब आपन अपना अकाउंर परिएर कर पलया है तो पासपोर्ट सवा करी वबसाईर पर वापस िाए। लॉपगन बरन पर क्लक करें। अपना ईमल आयडरी पलख और कंपरनयू पर क्लक कर। अपना ईमल पासवड्ट ओर इमषेि में बन कॅरषे्रसया को राईप कर। इसके बाद लॉपगन पर क्लक कर। आय िोर फ्रेस पासपोर्ट पर क्लक कर। रर-इशयू आ•ि पासपोर्ट पर ्लरीक करें। अगल पषेि पर नया पासपोर्ट या ररीइशु, सामानय 36 पननषे या 60 पननषे के बरीच चुनना होगा। इसके बाद नषे्सर पषेि पर क्लक करें। आपको अगल पषेि में पनिरी िानकाररीयाँ दनरी होगरी। इस बात का धयान रह पक आप िो िानकाररी द रह हैं वो आप के पास मौिूद डॉ्युमेंर स पुररी तरह स मल खातरी हों। िॉमया भर लन के बाद पनचल पहससषे में दायरी तरि बन सबपमर ॲपलरीकेशन बरन पर क्लक कर । वरी सवह सबपमऱेड ॲपलरीकेशन पर क्लक करें । इसके बाद प अँड शड्लड अपॉइंरमेंर पर क्लक कर। ऑनलाइन पमेंर को पसलषे्र करें ओर नषे्सर पर क्लक कर। अब आपके शहर में मौिूद पासपोर्ट सवा केंद्र करी सूचरी सरिरीन पर आयगरी। इसम अपॉइंरमेंर के पलए सबस निदरीक करी ताररीख और व्त का भरी िरीरि होगा। प
सवा केंद्र पर एनट्ररी के पलए इस रसरीद पक पप्रंर या मसषेि करी िरुरत पडगरी। सामान्य पासपोर्ट आवेदन करने की पूर्ण प्रक्रि्या एवं आवश्यक दस्ावेज नथारथा : पूरदी ्हनयथा में जथानथा िै, पथासपोर्ट बनवथानथा िै। संतोष सदरे, ्वररष््ठ पासपोर्ट सहायक 25 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
हबछथाने लगे ि हबसतर ढलथात में बुजुगगों के हलए निीं कमरथा मकथान में बेरो जदी कदी ि नोकरदी सरकथारदी हिर भदी ह्खथाते िर पल लथाचथारदी हनकृष्ठ सवथा््त कदी स्थान में तलवथार ्ोधथारदी जलढथाढ के लथालच में मतदी उनकदी मथारदी बथाप कदी संपत्दी पर अहधकथार जतथाते गुमथान में बुजुगगों के हलए निदी कमरथा मकथान में.. घुमथायथा ्था हजनको उ्ठथाएॕ बथािों मे कथार हबछथा रि विदी जदीवन कदी रथाि में हजनकदी जरूरते ्दी मेरदी हजममे्थारदी उनिे मेरदी बदीमथारदी लगने लगदी ि भथारदी ्वथा कथा हजक्र तक निदी खु्गज्त बयथान में बुजुगगों के हलए निीं कमरथा मकथान में वो छोरदी छोरदी बथातों कथा हवसतथार करें शब् बथाणों से प्रिथार करे िसतथाक्षर न करने कदी सजथा मैंने पथायदी एक तरि कुआ तो एक तरि खथाई केवल घथातक शुल िदी ह्खते बगथान में बुजुगगों के हलए निदी कमरथा मकथान में बेरो कथा मोि ि छलथावथा बेहरयों कथा आयथा ि बुलथावथा पर सोचतथा ि कैसे रि कनयथा के गथाँव में? कयथा पलनथा िोगथा अब समृद्दी कदी छथाँव में? िथालत से समझौतथा करू यथा हज्था रि सवथाहभमथान में बुजुगगों के हलए निीं कमरथा मकथान में बुजुगगों के हलए निीं कमरथा मकथान में एक सुबि अभदी भदी बथाकदी ि अभदी निदी िै, शथाम ढलदी ्िन ि ह्ल के कोने मे एक छोरदीसदी अरमथान अभदी बं् ि ह्ल के ्रवथाजे पर खु्था मेरथा वो आयेगथा एक ऐसदी िदी एिसथास किीं अभदी भदी मुझ में बथाकदी ि िमें भदी िसरत िँसने कदी पर वकत िदी मुझसे रू्ठथा ि मै तो इसके सथा् चलदी पर शथाय् यि भदी झु्ठथा ि तू कथाहबल निीं विथा के मेरे एक वकत तुझे आजथा् हकयथा मैनें तो तेरदी पूजथा कदी तूने कयों मुझको बरबथा् हकयथा? एक वकत, तू एक ह्न रोयेगथा एक सचचदी सदी एिसथास किदी अभदी भदी मुझ में बथाकदी ि - सोनू कुमथार, कहनष्ठ पथासपोर्ट सिथायक एिसथास - रहव कुमथार हसनिथा, वररष्ठ पथासपोर्ट सिथायक 26 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३

तो पथासपोर्ट सबको बनवथानथा िै। हिं्ू, मुससलम सब पे भथारदी

पथासपोर्ट बतथाए रथाषट्दीयतथा िमथारदी।

हडहजरल भथारत कथा हडहजरल पथासपोर्ट।

पर्ेश में भथारतदीयों कदी जथान पथासपोर्ट ि भथारत कदी शथान।

एक ्ो तदीन चथार

पथासपोर्ट आयथा सबके द्थार।

डॉलर, ्दीनथार, येन, चुआन लथानथा ि

तो पथासपोर्ट सबको बनवथानथा िै।

पथासपोर्ट लथाए समृहद् िैलथाए।

पथासपोर्ट जब से आयथा ि

आजथा्दी कथा मतलब

समझथायथा िै। आधथार, पॕॅन, रथाशन सबपे भथारदी पथासपोर्ट ि पिचथान िमथारदी। वररष्ठ पथासपोर्ट सिथायक पर्ेश में हतरंगथा लिरथानथा ि 27 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
प्रकृतदी कथा पहिलथा धवनदी ॐ ि मेरदी हिन्दी भथाषथा भदी, इसदी ॐ कदी ्ेन ि । ्ेवनगरदी हलहप ि इसकदी, ्ेवों कदी कलम से उपजदी बथांगलथा, गुजरथातदी, भोजपुरदी, डोगरदी, पंजथाबदी और कई हिन्दी िदी ि इन सब कदी जननदी । प्रकृतदी कदी िर एक चदीज अपने में समपूण्त ि मेरदी हिन्दी भथाषथा भदी अपने में समपूण्त ि । जो बोलते ि विदी हलखते िैं, मन के भथाव सिदी उभरते ि । हिन्दी भथाषथा िदी तुमिे प्रकृतदी के समदीप ले जथाएगदी मन कदी शुद्दी, तन कदी शुद्दी, सिथाययक यि बन जथाएगदी । कुछ िवथा चलदी ि ऐसदी यिथा किते ि इस मथातृभथाषथा को ब्ल डथालो । ब्ल सको कयथा तुम अपनदी मथातथा को? मथातृभथाषथा कथा कयों ब्लथाव करो । ्ेवों कदी भथाषथा कथा कयों तुम हतरसकथार करो । ब्ल सकों तो तुम अपने सोच को ब्ल डथालो िर इक भथाषथा कथा तुम ह्ल से सममथान करो हिन् कदी जडों पर आओ िम गव्त करे हिन्दी भथाषथा पर आओ िम गव्त करे । - सुनैनथा कॉव हज्गदी कथा एक और वष्त कम िो चलथा कुछ पुरथानदी यथा् पदीछे छोड चलथा कुछ खवथाईशे ह्ल में रि जथातदी ि कुछ हबन मथांगे हमल जथातदी ि कुछ छोड कर चले गये... कुछ बने जुडेंगे इस सिर मे.... कुछ मुझसे बिुत खिथा ि कुछ मुझसे बिुत खुश ि कुछ मुझे हमल के भूल गये कुछ मुझे आज भदी पयथार करते ि कुछ शथाय् अंजथान िै... कुछ बिुत परेशथान ि कुछ को मेरथा इंतजथार िै... कुछ कथा मुझे इंतजथार ि कुछ सिदी िै, कुछ गलत भदी ि कोई गलतदी िो तो मथाि कदीहजए और कुछ अचछथा लगे तो यथा् कदीहजये हज्गदी हिन्दी भथाषथा - हमसेस उषथा खंडथारे सिथाययक पथासपोर्ट अहधकथारदी, पुणे 28 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
रित्र प्ररिभा ि्वश्ी द्वनोि कुर 29 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
ओरस द्वनोि कुर रित्र प्ररिभा हषजुिा घोलप 30 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
रित्र प्ररिभा गागमी अर्जुन ि्वरे 31 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
रित्र प्ररिभा मैत्रेयी अर्जुन ि्वरे र्वी दसनहा ्वररष््ठ पासपोर्ट सहायक 32 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
रित्र प्ररिभा अद्वनाश रारमाने डी.ई.ओ. 33 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालयन न केवल पैमान और गपत का प्रदशयान पकया बकलक संवदनशरीलता का भरी प्रदशयान पकया। हमन उन लोगों को पिनह िरीवन रक्क पचपकतसा उपचार करी आवशयकता है, पखलापडयों और ऐस कई अनय आवदकों को प्रा्पमकता के आधार पर पासपोर्ट िाररी पकए । पासपोट समािार 34 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
प्रशंसा पत्र 35 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
संदेश पवशव पहंदरी पदवस (10.01.2023) के अवसर पर क्षेत्रीय पासपोर्ट अपधकाररी डॉ अिुयान दवर न प्रधानमंत्री श्री नरषेनद्र मोदरी िरी का संदश पढा। उनहोंन सभरी अपधकाररयों स पहंदरी को बढावा दन और इस अवसर पर आयोपित लखन प्रपतयोपगता में भाग लन का अनुरोध भरी पकया। 36 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
पवदश मंत्ालय के पनददेशानुसार पद. ०१-१५ िनवररी २०२३ तक क्षेत्रीय पासपोर्ट कायायालय, सभरी पासपोर्ट सवा केंद्र एवं सभरी डाकघर पासपोर्ट सवा केनद्रों में सवचछता पखवाडा मनाया गया। इस दौरान सवचछता पखवाडा संबंधरी बैनर बनवाकर लगवाए गय। सवचछता पखवाडा के दौरान सवचछता संबंकनधत काययारिम िैस श्मदान, पलाकसरक का कूडा समषेरना, पररसर पूररी तरह सवचछ रखना, पवद्ालयों में िाकर सवचछता त्ा सषेपनऱेशन के प्रपत िागरूकता िैलाना इतयादरी काययारिम शापमल पकए गय। 37 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
स्वच्छिा पख्वाडा
हर घर रिरंगा आरािी के अमृत महोतस्व समारोह के अंतगजुत, क्ेत्रीय पासपोर्ट कायाजुलय और पासपोर्ट से्वा केंद्ों ने अगसत 2022 में हर घर दतरंगा पहल का आयोरन दकया। इस उतस्व में बचचों सदहत कई आ्विकों ने भाग दलया। 38 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
हर घर रिरंगा 39 द्वितीय राजभाषा वाद्षषिक पद्रिका २०२२-२०२३
क्षेत्री्य पासपोर्ट का्याजुल्य, पुणे पिा ः सर्ह िं. ५/२/२, पासपोर्ट भवि, बाणर-पाषाण धलंक रोड, बाणर, पुण - ४११०४५. Email: rpo.pune@mea.gov.in Website: www.passportindia.gov.in द्कललषे राजगड, पुण

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