संपूर्ण श्रीमद् भागवत गीता – Full Bhagwat Geeta in Hindi PDF

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सपणशरीमदभागवतगीता– Full Bhagwat Geeta in Hindi PDF

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Bhagwat Geeta in Hindi PDF – दोतआपका बहत-बहतवागतह PDF DEKHLO.COM वबसाइट परिहदधमका सबसपरितिठतगरथ शरीमदभागवतगीता माना जाता ह।महाभारतयकदौरानकतरम भगवानशरी कणनअजनसगीता कसदेशकबारमबातकी थी।महाभारतकभीमपवकदौरानपरततएक उपिनषद।शरीमदभागवतगीता नभितयोग, कमयोग, एकवरवादऔरानयोगको पटपसयतिकया ह। महाभारतको शरीमागवतगीता का सरोतमाना जाता ह।िजसपरकारएकसामायमनयअपनी किठनाइयो म उलझकरअपनी िजमदारी सिवमखहो जाता हऔरअपनी समयाओसलड़नकबजायउनसभागनलगता ह।इसी तरह, महाभारतकमहाननायकअजनका

जीवनऔरितरयधमसमोहभगहो गया था, वहउनकिठनाइयो स भयभीतथ जो उनका इतजारकररही थी।हम, अजनकी तरह, कभी-कभी अपनमो सभटकजातहऔरउनस

लड़नकबजायउनसबचना चाहतह।इसीिलएभगवानशरी

महाानिदया।

कणनशरीमागवतगीता कपमसामायलोगो को

हममहाभारतकअयायो औरलोको को सरल िहदी मपरकािशतकररहहतािकआपउहआसानी सपढ़ सक। शरीमागवतगीता िहदधमका सवोमपिवतरगरथ ह।गीता का अययनकरनसपहल आइएजानतहिकहमार

महापषइसकबारमया सोचतहऔरभागवतगीता कबारमया सोचतह।

Overview of Bhagwat Geeta in Hindi PDF

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30, 2023
August

PDF Name Bhagwat Geeta in Hindi PDF | शरीमदभागवतगीता

PDF Size 8.05 MB

भाषा िहदी

Total Pages 1305

Category Spirituality

Source PDF DEKHLO

Formate PDF Bhagwat Geeta in Hindi PDF

Bhagwat Geeta PDF With Hindi Meaning

���� Bhagavad Gita in Hindi Free ���� (िहदी मभगवतगीता यहा सडाउनलोडकी जा सकती ह।)

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दिनया कबहतरीनिवशषो नभगवतगीता की सराहना की हऔरइससभी ानका खजाना बताया ह।इसक

आलोकमउहोनअपनिवचारपथ भी बनायह।भगवतगीता नअपनानसपरी मानवजाितको मतरमधकरिदया

भगवानकणकिदयकथनको शरीमगवगीता कनामसजाना जाता ह।कवल भतवसल भगवानमकदकी

सहायता सही कोईइसगढ़ पाठ का अथ समझसकता ह।गीता एकपिवतरगरथ हजो जाित, आशरम, राटर, काल, सपरदाय, िलगऔरअयभदो सपरह।गीता अितमउयको परातकरनकिलएकईतरीकपरदानकरती ह। मनयअपनवाथ कअनपजो भी उपायकरता ह, उसका परयोगकरकअपनी अभीटइछा की पिटकरता ह।

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शरीमगवतगीता लोकिहदी अनवादसिहत | Bhagwat Geeta in Hindi pdf

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आजइसअयायमहमपरिसभगवतगीता लोकका िहदी मअथ बताएग।महिषवदयासनिहदपिवतरगरथ

महाभारतिलखा औरकौरवो औरपाडवो कबीचसघषकदौरानभगवानशरी कणनअजनको शरीमागवतगीता का

उपदेशिदया।आजहमिहदी मकछआवयकगीता लोकपशकरग, औरहमउमीदहिकआपउहअछी तरहस

समझपाएग।

Original Bhagwat Geeta PDF in Hindi

(1) निहकिचणमिपजातितठयकमकत।कायतवशःकमसवःपरकितजगणैः॥

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ह।

अथाथ :- िनःसदेहकोईभी मानविकसी भी काल मणभरभी िबना कमिकएनही रहता, योिकसारा जनसमदाय को परकितजिनतगणो ारा परततरहआकमकरनकिलएबायिकया जाता ह।(2) कमिदरयािणसयययआत

मनसा मरन।इिदरयाथािवमढामा िमयाचारःसउयत॥

अथात :- जो बििहनमानवसमतइिदरयो को हठपवकऊपरसरोककरमनसउनइिदरयो किवषयो का िचतन

करता रहता ह, वहिमयाचारी (दभी) कहलाता ह।(3) उमनिहिसयितकायािणनमनोरथैः । निहसतय

िसहयपरिवशितमखमगाः॥

अथात :- कोईभी कायकड़ी पिरशरमकिबना परा नही िकया जा सकता,िसफसोचनमातरसकायपरनही होतह, उसकिलएपिरशरमभी करना पड़ता ह।कभी भी सोतहएशरकमखमिहरणवयनही आजाता उसखदिशकार

करना पड़ता ह।(4) परानचपरदरयतथवचपरितगरहम।परतरी परिनदा चमनसा अिपिववजयत।।

अथात :- पराया अन, पराया धन, पराया दान, पराईतरी औरदसरलोगो की िनदा, इनकी इछा मानवको कभी नही

करनी चािहए।(5) आयषःणएकोऽिपसवरनननलयत।नीयतसवथा

लाया जा सकता ह।इसिलएइस

फालतककामो मखचकरना बहतबड़ी गलती ह।(6) णशःकणशचविवामथ चसाधयत

धनकहा।(7) दानाना च

समताना चवायतािनभतल । शरठािनकयागोभिमिवा दानािनसवदा ॥

अथात :- सभी दानो मिवादान, गोदान, भिमदान, औरकयादानसबसऊपरमाना जाता ह।(8) नचोरहायनच

राजहायनभरातभायनचभारकारी । ययकतवधतएविनयिवाधनसवधनपरधानम ॥

अथात :- िवा पी धनको कोईभी चरा नही सकता, राजा छीननही सकता, भाईयो मउसका बटवारा नही िकया जा

सकता, उसका भारनही लगता औरिवा बाटनसबढ़ती ह।सचमिवा पी धनसवशरठ ह।(9) मानापमानयोतयतयो िमतरािरपयोः।सवारभपिरयागी गणातीतःसा उयत॥

अथात :- जो मानऔरअपमानमसमगणह, िमतरऔरवरी कपमभी समगणहएवसपणआरभो मकतापनक अिभमानसरिहतह, वहमनयशरठ माना जाता ह।(10) नही किचतिवजानाितिककयवो भिवयित।अतः वःकरणीयािनकयादवबिमान॥

अथात :- कोईनही जानता िककल या होगा, इसिलएजो भी कायकरना हवो आजही करलना चािहए।यही बिमानइसानकी िनशानी ह।

शरीमदभागवतगीता कखड| Bhagwat Geeta PDF in Hindi

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Bhagwat Geeta PDF in Hindi

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यनपरमादःसमहानहो ॥
:- सभी बशकीमती रनो सकीमती जीवनह, िजसका एकपल भी वापसनही
अथात
। णनटकतो िवा कणनटकतो धनम ॥ अथात :- एकएकणगवायिबना िवा गरहणकरना चािहए, औरएकएककणबचा करकधनईकठा करना चािहए।योिकणगवानवाल
,
दरसमझनवाल
को िवा कहा
औरकणको
को
हमननीचभागवतगीता महाकायकसारऔरमहवको सरल शदो मविणतकरनका परयासिकया ह। (
अयाय – 1) अजन -िवषादयोग:-

इसअयायमशरी कणजी न 47 लोको कमायमसअजनकी मनःिथितका वणनिकया हिकिकसपरकार

अजनअपनसग-सबिधयो सयकरनसबचना चाहता हयोिकवहअपनो सयनही करना चाहता, वहचाहता ह

िकिकसी भी तरहवआपसमसिधकरल, लिकनकणउहसमझातहिकयहकमभिमह, मनयका असली घर

परमधामह, यहससारमनयकिलएएकिणकखल ह, अपनसभी को यही छोड़ना

मनही मनाया जाता था। (अयाय -2) साय-योग:-

अयाय-2 मकल 72 लोकह।इसमशरीकणसबातकरतसमयअजनकहतह, ‘जो मरसतसबधी औरपजनीय

ह, उनपरमअपना बाणकसचला सकता ह, आिखरलोगकौनसी भितकरतह?’ उसनउनकसाथ मारपीटकी

औरउनकसाथ दयवहारिकया।िफर, अजनको बियोग, ानयोग, कमयोग, साययोगऔरआमा कबारम

िसखातहए, शरी कणकहतह, “अितमआमा को कौनमारसकता ह, िफरयहशरीरनवरह, औरयहा मानवशरीर

का साथी ह।” अयोयाशरययकी आवयकता ह; दरअसल, इसअयायमसपणगीता का साराशपरततिकया

गया हऔरइसअयायमभागवतका उलखिकया गया ह।

(अयाय -3) कमयोग:-

अयाय 3 मकल 43 लोकह।इसअयायको कमयोगनामिदया गया ह।अजनको कमकरनकिलएकहा गया ह।शरी कणनअजनको सलाहदेतहएसमझाया िककवल कायरही सघषकपिरणामसिचिततहोतह; योा

कभी भी पिरणामकी इछा नही करत; आपएकमायमह; ईवरही हजो इसपरा करता ह।इसिलएहमबसअपना

कामकरतरहना चािहए.’

(अयाय -4)

ानकमसयासयोग:-

अयाय 4 मलोको की कल सया 42 ह।इसमशरीकणअजनको बतातहिकबराडमानकी एकही पणता ह, औरानही सवोमह, औरउससभी अिधक, यहगकी पराकाठा ह।हमपरबकरता ह. इसमशरीकण

अजनको

यादिदलातहिकधमपरायणकी रा औरअधिमयो कनाशकिलएगमहवपणह।अथातगकबताय मागपरचलना िशयकी अितमिजमदारी ह, इसीिलएतमयकमदानमलड़नकिलएतयारहो जाओ।

(अयाय -5) आमसयमयोग:-

अयाय-5 मकल 47 लोकह।अटागयोगपरचचा करतहएशरीकणअजनको मानिसको को हल करनका िनदशदेतह।मनको एकागरकसिकया जा सकता ह? शरी कणकहतहिककवल अतःकरणकी पिवतरता ही मन को को िमटा सकती ह, इसपरकारशरी कणअजनको अपनमनको िथरता परदानकरनकिलएयोगकी शरण मजानका िनदशदेतह, जहा आपकहरपरनका उरिदया जाता ह।

(अयाय -6) ानिवानयोग:-

अयाय 6 मलोको की कल सया 30 ह।इसकअनसारससारशावतनही ह।ससारमकछभी शावतनही ह। एकिदनसबकछनटहो

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पड़ता ह, लिकनजो हालािक, शरी कणका दावा हिकितरयधममयशािमल ह. िप्रयजनो किलएशोकअकल
जाना ह. शरीकणनअजनको पणवातिवकता औरउसकी मायावी ऊजा कबारमबताया, साथ ही कहा, “तमिकसबारमिचिततहो? इसदिनया मकोईभी िकसी का नही ह।” (अयाय -7) अरबरयोग:अयाय 7 मलोको की कल सया 28 ह।इससािहयमनरकऔरवगका िसातभी िचितरतह, जहा कहा गया हिकअरही बरहऔरसबकछउसी की शितससचािलतहोता ह।इसमयितको मरनसपहल वगऔर नककरातकी जानकारी दी जाती ह।

(अयाय -8) राजिवाराजगयोग:-

अयाय 8 मलोको की कल सया 34 ह।इसमशरीकणअजनको अपनी

सलाहदेतह।यहभी

बराडको िमटा देनकी शितह।

(अयाय -9) िवभितयोग:-

अयाय 9 मकल 42 लोकह।अजननशरीकणको यहकहतहएसना, “मइससपणससारका एकमातरिहसा

हिजसमाया नपकड़रखा ह।” इसवजहस, मझघटको कबारमपता होना चािहए।शरीकणनअजनको यह

पटीकरणिदया िककससभी पदाथ औरआयािमकपराणी अितवकसमातहोनका कारणबनतह।यह

परमामा ारा परितिठतह।

(

अयाय -10) िवववपदशनयोग:-

अयाय 10 मलोको की कल सया 55 ह।महाभारतकनायकअजनशरी कणको इसपमदेखकर

आचयचिकतरहजातहयोिकशरी कणनउहबताया था िकसपणबराडउनकभीतरसमािहतह।तबअजन ककथनकफलवपशरीकणअपना विवकपधारणकरलतह।

शरीमदभागवतगीता का पाठकरनकफायदेऔरलाभ |

Book in Hindi PDF

Shrimad Bhagwat Geeta

जो यितशरीमदभागवतगीता का अययनकरता हवहअततःमोह, लोभ, करोधऔरइछा जसकटकारी बधनो

मतहो जाता हऔरऐसबधनउसकजीवनमकभी बाधा नही बनत।शरीमागवतगीता को िहदधममसवोमगरथ

माना जाता ह, इसिलएयहहमारसनातनधममएकिवशषथानरखती ह।भगवदगीता अमतजसा सदेशहजो

भगवानशरी कणनकतरममहाभारतयकदौरानअपनकमल मखसअपनिमतरअजनको िदया था।

भगवतगीता औरउसकलोको किनयिमतअययनसमनयकजीवनममहवपणपिरवतनआतह।यितको

भरम, धोखऔरलालचकबधनो समतहोनकिलएकमका मागऔरिदयानसीखनकिलएशरीमागवतगीता

का अययनकरना चािहए।यही कारणहिकआजकवािनकयगमभी सभी देशो की अदालतो मगीता का परयोग

होता ह।तो, भगवतगीता का जापकरनसया फायदा ह?

Bhagwat Geeta Book in Hindi PDF

मनपरकाबपाया जा सकता ह

जो यितिनयिमतपसशरीमागवतगीता का अययनकरता ह, उसअपनमनपरपणिनयतरणपरातहो जाता ह

औरउसिनयतरणकसाथ वहअपनमनका उसी परकारउपयोगकरसकता ह।

मनशातरहता ह

भगवतगीता कअयतसाधकका मनहरसमयशातरहता ह।इसकिवपरीत, चनौतीपणपिरिथितयो मभी वह

अपना िदमागशातऔरशदो परिनयतरणरखती ह।

शरीमागवतगीता कअनसारयितअपनी शितसशािसतहोता हऔरमानवआमिनभरता सअपनकतयऔर

उयकी ओरअगरसरहोता ह।

लोभ, करोध, मोहऔरकामना दरहो जाती ह।

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आतिरकशितको वीकारकरनकी
उलखहिकबराडशरी कणकी आतिरकशितसयातह।इसबनाया हऔरइसम

जो यितभगवदगीता पढ़ता हवहधीर-धीरउनबधनो समतहो जाता हजो करोध, लोभ, मोहआिदजसी

पिरिथितयो का कारणबनतह।

िनकष

आजमनआपको भगवतगीता का पीडीएफिदया हउमीदकरता हआपको यबहतपसदआएगा।आपभी भगवनशरी

कणकी अपनजीवनमउतरनका परयासकरगऔरदसरो को भी भागवतगीता पढ़नको परिरतकरग।

Dheeraj Goswami

धीरजको एजकशनफीडम10 साल का एसपीिरयसहउहिलखना

वबसाइटपरआपको अगरकोईपीडीएफनही िमलता हतो आपहमकमटबॉस

मया िफरईमल कमायमसजरबताएहमउस 24 घटमअपडटजरकरगहमससपककरनकिलएहममल कर pdfdekhlo@gmail.com पर

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आिटकल िलखना बहतपसदहहमारी
बहतपसदहउहएजकशनल कटटपर

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