निकोडे मस का सुसमाचार, निसे पहले पोोंनियस नपलाि के कायय कहा िाता था अध्याय 1 1 हन्ना और कैफा, और सुमास, और दाताम, गमलीएल, यहूदा, लेवी, नेप्तलीम, ससकन्दर, कुस्रू, और अन्य यहूदी यीशु के सवषय में सिलातुस के िास गए, और उस िर बहुत से बुरे अिराध ों का द ष लगाया। 2 और कहा, हम क सनश्चय है, सक यीशु बढ़ई यूसुफ का, और मररयम से उत्पन्न भूसम का िुत्र है, और वह अिने आि क िरमेश्वर का िुत्र, और राजा घ सषत करता है ; और केवल इतना ही नहीों, बल्कि सब्त के सदन और हमारे िूववज ों के सनयम ों क भोंग करने का प्रयास करता है। 3 िीलातुस ने उत्तर सदया; वह क्या है सजसकी वह घ षणा करता है? और वह क्या है सजसे वह सवघसित करने का प्रयास करता है? 4 यहूसदय ों ने उस से कहा, हमारे िास एक व्यवस्था है, ज सवश्राम के सदन चोंगाई करने से मना करती है; िरन्तु वह उस सदन लोंगड ,ों और बहर ,ों अयावत् झ ले के मारे हुओों, अन् ,ों क सढ़य ,ों और दु ष्टात्माओों क भी दु ष्टता से चोंगा करता है। 5 िीलातुस ने उत्तर सदया, वह दु ष्ट चाल से ऐसा क्य क ों र कर सकता है? उन् न ों े उत्तर सदया, वह त जादू गर है, और दु ष्टात्माओों के सरदार की सहायता से दु ष्टात्माओों क सनकालता है; और इस प्रकार सभी चीजें उसके अधीन ह जाती हैं। 6 तब सिलातुस ने कहा, दु ष्टात्माओों क सनकालना अशुद्ध आत्मा का काम नहीों, िर िरमेश्वर की शल्कि से ह ता हुआ जान िडता है। 7 यहूसदय ों ने िीलातुस क उत्तर सदया, हम तुझ से सबनती करते हैं, सक तू उसे अिने न्याय के साम्हने बुलवा ले, और आि ही उसकी सुन ले। 8 तब िीलातुस ने एक दू त क बुलाकर उस से कहा, मसीह सकस उिाय से यहाों लाया जाएगा? 9 तब दू त सनकला, और मसीह क जानकर उस की आराधना की; और उस ने अिने हाथ में का किडा भूसम िर सबछाकर कहा, हे प्रभु, इस िर चल, और भीतर जा, क्य सों क हासकम तुझे बुलाता है। 10 जब यहूसदय ों ने जान सलया, सक उस दू त ने यह काम सकया है, त उन् न ों े िीलातुस से सचल्लाकर कहा, तू ने उसे दू त के द्वारा नहीों, वरन मनके के द्वारा क्य ों बुलाया? दू त ने जब उसे दे खा, और उसे दण्डवत सकया, और अिना वस्त्र अिने हाथ में लेकर उसके साम्हने भूसम िर फैलाया, और उस से कहा, हे प्रभु, राज्यिाल तुझे बुलाता है। 11 तब िीलातुस ने दू त क बुलाकर कहा, तू ने ऐसा क्य ों सकया है? 12 दू त ने उत्तर सदया, सक जब तू ने मुझे यरूशलेम से ससकन्दर के िास भेजा, तब मैं ने यीशु क गदही िर दु ष्ट रूि में बैठे दे खा, और इब्री ल ग िेड ों की डासलयाों हाथ में सलए हुए सचल्लाकर, ह सन्नाह कहते थे। 13 और ों ने मागव में अिने वस्त्र सबछाए, और कहा, हे स्वगव के हे तू हमारा उद्धार कर; धन्य है वह ज प्रभु के नाम िर आता है। 14 तब यहूसदय ों ने उस दू त के सवरूद्ध सचल्लाकर कहा, इब्री ल ग इब्रानी भाषा में जयजयकार करते हैं; और तू ज यूनानी है, इब्रानी कैसे समझ सका? 15 दू त ने उन क उत्तर सदया, मैं ने यहूसदय म ों ें से एक से िूछा, यह क्या है ज लडके इब्रानी भाषा में सचल्ला सचल्लाकर कहते हैं? 16 और उस ने मुझे यह समझाकर कहा, सक वे ह सन्नाह सचल्लाते हैं, और इसका मतलब यह है, सक हे प्रभु, मुझे बचा; या, हे भगवान, बचाओ। 17 िीलातुस ने उन से कहा, तुम आि ही ज बातें बालक क ों े द्वारा ब ली जाती हैं, अयावत चुि रहने से क्य ों गवाही दे ते ह ? दू त ने क्या भूल की है? और वे चुि थे. 18 तब हासकम ने दू त से कहा, जाकर उसे सकसी भी प्रकार से भीतर लाने का यत्न कर । 19 िरन्तु दू त ने सनकलकर िसहले के समान ही सकया; और कहा, हे प्रभु, भीतर आ, क्य सों क हासकम तुझे बुलाता है। 20 और जब यीशु ध्वज उठानेवाले झोंड क ों े िास से भीतर जा रहा या, त उन में से सरदार न ों े झुककर यीशु क दण्डवत सकया। 21 इस िर यहूदी ध्वज क ों े सवरूद्ध और भी असधक सचल्लाने लगे। 22 िरन्तु िीलातुस ने यहूसदय स ों े कहा, मैं जानता हूों, सक तुम्हें यह अच्छा नहीों लगता, सक झण क ों ी च सिय न ों े आि ही झुककर यीशु क दण्डवत सकया; िरन्तु तुम झोंड क ों े सवरूद्ध क्य ों सचल्लाते ह मान उन् न ों े दण्डवत करके दण्डवत सकया ह? 23 उन् न ों े सिलातुस क उत्तर सदया, हम ने त िहरुओोंक झुकते और यीशु क दण्डवत करते दे खा है। 24 तब हासकम ने झोंड क ों बुलवाकर उन से कहा, तुम ने ऐसा क्य ों सकया?
25 और िहरुओोंने िीलातुस से कहा, हम सब मूसतविूजक हैं, और मल्कन्दर म ों ें दे वताओों की उिासना करते हैं; और हमें उसकी िूजा के सवषय में सकस प्रकार स चना चासहए? हम ने त केवल अिने हाथ में ध्वजाएों रखीों, और उन् न ों े ससर झुकाकर उसकी आराधना की। 26 तब िीलातुस ने आराधनालय के हासकम ों से कहा, तुम आि ही कुछ बलवन्त िुरूष चुन ल , और उन्ें झण्डे थामने द , और हम दे खेंगे सक वे आि आि झुकेंगे या नहीों। 27 तब यहूसदय क ों े िुरसनय न ों े बडे बलवन्त और वीर बूढ़ म ों ें से बारह क ढू ों ढ़ सलया, और उनक झण्डे िकडाए, और वे हासकम के साम्हने खडे सकए गए। 28 तब िीलातुस ने दू त से कहा, यीशु क बाहर ले जाओ, और सकसी उिाय से सफर भीतर ले आओ। और यीशु और दू त सभागृह से बाहर चले गए। 29 और िीलातुस ने उन झोंड क ों ज िसहले से झोंड क ों उठाए हुए थे, बुलवाया, और उन से यह शिय खाई, सक यसद यीशु िसहले भीतर प्रवेश करते समय झण्ड क ों इसी रीसत से न उठाए रहे, त वह उनका ससर काि डालेगा। 30 तब हासकम ने यीशु क सफर भीतर आने की आज्ञा दी। 31 और दू त ने िसहले के समान ही सकया, और यीशु से बहुत सबनती की, सक वह अिना वस्त्र िसहने, और उस िर चले, और वह उस िर चलकर भीतर गया। 32 और जब यीशु भीतर गया, त िसहले की नाईों झण्डे झुककर उसे दण्डवत करने लगे। अध्याय दो 1 जब िीलातुस ने यह दे खा, त वह डर गया, और अिनी जगह से उठने ही लगा। 2 िरन्तु जब वह उठने की स च रहा था, त उसकी ित्नी ने ज दू र खडी थी, उसके िास कहला भेजा, तू उस धमी मनुष्य से काम न लेना; क्य सों क आज रात क दशवन में मैं ने उसके सवषय में बहुत दु ख उठाया है। 3 यह सुनकर यहूसदय ों ने सिलातुस से कहा, क्या हम ने तुम से न कहा या, सक वह ज्य सतषी है? दे ख, उस ने तेरी ित्नी क स्वप्न सदखाया है। 4 िीलातुस ने यीशु क बुलाकर कहा, क्या तू सुनता है, सक वे तेरे सवर ध में क्या गवाही दे ते हैं, और कुछ उत्तर नहीों दे ते? 5 यीशु ने उत्तर सदया, यसद उन में ब लने की शल्कि न ह ती त वे ब ल नहीों सकते थे; िरन्तु क्य सों क हर एक क भला और बुरा द न ों ब लने की अिनी ही जीभ की आज्ञा है , इससलये वह ध्यान से दे खे। 6 िरन्तु यहूसदय क ों े िुरसनय न ों े उत्तर सदया, और यीशु से कहा, हम क्या ध्यान करें ? 7 िसहले त हम तेरे सवषय में यह जानते हैं, सक तू व्यसभचार से उत्पन्न हुई; दू सरी बात, सक तेरे जन्म के समय ही बेतलेहेम में सशशु मारे गए थे; तीसरा, सक तेरे सिता और माता मररयम समस्र भाग गए, क्य सों क वे अिके ल ग ि ों र भर सा न कर सके। 8 और ज यहूदी िास खडे थे, उन में से कुछ ने असधक अनुकूलता से कहा, हम नहीों कह सकते, सक वह व्यसभचार से उत्पन्न हुआ है; िरन्तु हम जानते हैं, सक उसकी माता मररयम की मोंगनी यूसुफ से हुई थी, इससलये वह व्यसभचार से उत्पन्न नहीों हुआ। 9 तब िीलातुस ने उन यहूसदय स ों े ज उसके व्यसभचार से उत्पन्न ह ने की िुसष्ट करते थे, कहा, तुम्हारा यह वृत्तान्त सच्चा नहीों है, क्य सों क तुम्हारी ही जासत के ल ग इस बात की गवाही दे ते हैं, सक सगाई हुई थी। 10 हन्ना और कैफा ने िीलातुस से कहा, इस सब मण्डली क ध्यान से दे खना चासहए, ज सचल्लाते हैं, सक यह व्यसभचार से उत्पन्न हुआ, और जादू गर है; िरन्तु ज उसे व्यसभचार से उत्पन्न ह ने से इन्कार करते हैं, वही उसके अनुयायी और चेले हैं। 11 सिलातुस ने हन्ना और कैफा क उत्तर सदया, मत धारण करनेवाले कौन हैं? उन् न ों े उत्तर सदया, वे त बुतिरस् ों की सन्तान हैं, और यहूदी नहीों, िरन्तु उसके अनुयायी हैं। 12 तब एलीआजर, और अस्ररयुस, और अन्त सनयुस, और याकूब, कैरस और शमूएल, इसहाक और िीनीस, सिस्पुस और असिप्पा, हन्ना और यहूदा ने उत्तर सदया, हम मत में आए हुए नहीों, िरन्तु यहूसदय ों की सन्तान हैं, और सच ब लते हैं, और मररयम के समय भी उिल्कस्थत थे सगाई ह गयी थी. 13 तब िीलातुस ने उन बारह िुरूष क ों ी ओर ज यह बातें कहते थे, अिके आि से कहा, मैं तुम्हें कैसर के प्राण की शिथ ल्कखलाता हूों , सक तुम सवश्वास से कह , सक वह व्यसभचार से उत्पन्न हुआ या नहीों, और ज बातें तुम ने बताई हैं वे सच सच ह ।ों 14 उन् न ों े िीलातुस क उत्तर सदया, हमारे िास एक व्यवस्था है, सजसके अनुसार हम शिथ खाना िाि से मना करते हैं: वे कैसर के प्राण की शिथ खाएों , सक जैसा हम ने कहा था वैसा नहीों है, और हम मार डालने से ही प्रसन्न ह ग ों े। 15 तब हन्ना और कैफा ने िीलातुस से कहा, वे बारह िुरूष प्रतीसत न करें गे, सक हम जानते हैं, सक वह जन्म से ही नीच, और जादू गर है, तौभी वह अिने क िरमेश्वर का िुत्र, और राजा ठहराता है; जैसा हम अब तक करते आए हैं सवश्वास करने से, सक हम सुनकर काोंि उठते हैं। 16 तब सिलातुस ने उन बारह िुरूष क ों छ ड ज यह कहते थे, सक मैं व्यसभचार से उत्पन्न नहीों हुआ, सब क बाहर जाने की आज्ञा दी, और यीशु दू र हि गया, और उन से कहा, यहूदी यीशु क मार डालने का मन क्य ों कर रहे हैं?