हहिं दू सनातन धर्म ग्रिंथोिं का एक सेट है जो सभी र्नुष्ोिं के हिए परर् ज्ञान के रूप र्ें र्ाना जाता है , चाहे उनकी जाहत, पिंथ, नस्ल या पृष्ठभूहर् कुछ भी हो।
Sanatana Dharma 1
हहिं दू धर्म एक भारतीय पहित्र धर्म है जो बौद्ध धर्म, ईसाई धर्म, जैन धर्म, हसख धर्म और इस्लार् से पहिे है । यह दु हनया र्ें तीसरा सबसे िोकहिय धर्म भी है , हजसर्ें 1.25 हबहियन से अहधक हचहकत्सक, या दु हनया की िगभग 15 िहतशत आबादी, हहिं दुओिं के रूप र्ें िगीकृत है । हहिं दू दशमन का र्ानना है हक ज्ञान उन सभी के हिए उपिब्ध है जो इसकी तिाश करते हैं और हिश्वास और पूजा को र्नुष्ोिं द्वारा िाभ उठाया जाता है । यह पुस्तक सभी र्नुष्ोिं के हिए परर् ज्ञान के रूप र्ें र्ानी जाती है और इसे अन्य नार्ोिं से पुकारा जाता है जैसे हहिं दू पाठ, हहिं दू सूत्र, हहिं दू उपहनषद और हहिं दू सूत्र। इस पुस्तक के िेखक या हशक्षक डॉ। अद्वै त भागमि हैं , जो िैहदक ज्योहतष और पौराहिक कथाओिं के एक िहसद्ध अहधकारी हैं । िह ितमर्ान र्ें भारत के र्ुिंबई र्ें रूपारे ि हिश्वहिद्यािय र्ें िररष्ठ िोफेसर हैं । इस पुस्तक र्ें, डॉ। अद्वै त हिहभन्न हिषयोिं को सिंबोहधत करते हैं जैसे हक हहिं दू धर्म और इसके अभ्यासी के बीच का सिंबिंध, नैहतकता हजसर्ें हकसी को भी पहित्र ग्रिंथोिं का जप करते सर्य पािन करना चाहहए, पूजा र्ें नैहतक हनयर् और आिं तररक स्व का हनर्ाम ि कैसे करना चाहहए उच्च स्तर की उपिब्धब्ध हाहसि करना। इसके अिािा, िह बहिदान की भािना और धर्म या आध्याब्धिक र्ागम का हनर्ाम ि करने के बारे र्ें जानकारी िदान करता है । सबसे हदिचस्प चीजोिं र्ें से एक जो इस पुस्तक से सीख सकती है िह सोचने का तरीका है जो अनुष्ठान कायों के िदशमन को िभाहित करता है ।
उदाहरि के हिए, यह सर्झना र्हत्वपूिम है हक धरा का अथम त्याग या तपस्या है और हसिंधु का अथम शािं हत, िैराग्य और शािं हत है । यही कारि है हक डॉ। अद्वै त हहिं दू सनातन धर्म का अथम सर्झाने के हिए इन शब्ोिं का उपयोग "धरना" और "हसिंधु" करते हैं ।