डिले स्प्रे के उपयोग से सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी

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DELAY SPRAY USES AND SIDE EFFECTS

Dr. Deepak Arora

डि ले स्प्रे के उपयोग से सम्बन्धि त सम्पर्ण जानकारी
डि ले स्प्रे के प्रभाव की वजह से परुष शीघ्र ही स्खलिलत होने से बचा रह सकता है तथा वह यौन-सख का भरपर आन द भी प्राप्त कर सकता है. डि ले स्प्रे एक प्रकार का ऐसा स्प्रे होता है न्धिजसका उपयोग सामा यतया शीघ्रपतन की समस्या से ग्रलिसत परुषों को यौन-क्रि6याओं के दौरान अधि क समय तक स्खलन से बचाए रखने के लिलए क्रिकया जाता है. शीघ्रपतन परुषों म होनेवाली एक गम्भीर यौन-समस्या होती है न्धिजसकी वजह से परुषों को अपनी महिहला पार्टनर के साथ यौनसम्ब स्थापिपत करने की प्रक्रि6या के दौरान बहत ही शलिम?दगी उठानी पड़ती है. दरअसल होता यह है क्रिक इस समस्या से ग्रलिसत परुष जब अपनी महिहला पार्टनर के साथ यौन-सम्ब स्थापिपत करने की प्रक्रि6या म शालिमल होता है तो उसकी इच्छा के पिवरुद्ध सहवास की शरुआत म ही उसका वीयपात हो जाता है और वह चाहकर भी उसे रोक पाने म सवथा अक्षम हो जाता है न्धिजसका परिरर्णाम यह होता है क्रिक उसे अपने-आपम आत्मग्लानिन का अनभव होने लगता है, वह हीन-भावना का लिशकार हो जाता है और व्यथ की धिच ता करने की वजह से अनावश्यक रूप से तनावग्रस्त न्धिस्थनित म आ जाता है तथा इसके साथ ही उसके मन म नकारात्मक सोंच की भावनाएं भी उत्प न होने लगती ह न्धिजससे उसके आपसी रिरश्तों पर बहत ही प्रनितकल प्रभाव पड़ता है. परुषों को यह समस्या इसलिलए भी घेर लेती है क्योंक्रिक आज की इस भाग-दौड़ भरी न्धिज दगी म परुषों की हिदनचया काफी अस्त-व्यस्त होती है. न्धिजसकी वजह से उसकी जीवन-शैली काफी हद तक असंयलिमत और अस तलिलत हो जाती है. उसका आहार-व्यवहार सही ढंग से नहीं रह पाता है और ऐसी न्धिस्थनित म उसकी जीवन-शैली सचारू रूप से सरक्षिक्षत भी नहीं रह पाती है न्धिजसका परिरर्णाम यह होता है क्रिक वह पिवलिभ न प्रकार की शारीरिरक व्याधि यों से ग्रलिसत हो जाता है न्धिजसका बहत ही प्रनितकल प्रभाव उसके यौनांगों पर भी पड़ता है न्धिजससे उसकी यौन-क्षमता बहत ही बरी तरह प्रभापिवत हो जाती है तथा उसकी न्धिज दगी के निनजी सम्ब ों पर भी इसका बहत ही प्रनितकल प्रभाव पड़ता है. �� https://www.draroras.com/
आमतौर पर इस बात का कोई निनन्धिश्चत मापदण् नहीं है क्रिक सहवास की अवधि क्रिकतनी होनी चाहिहए, यानी क्रिकतनी देर तक वीय का स्खलन नहीं होना चाहिहए क्योंक्रिक यह तो प्रत्येक व्यन्धिक्त की मानलिसक एवं शारीरिरक क्षमता पर ही निनभर होता है पर त यौन क्रि6याओं के दौरान वीय के शीघ्र ही स्खलिलत हो जाने से व्यन्धिक्त को अपने आपम बहत ही आत्मग्लानिन का अनभव होने लगता है और वह हीन-भावना का भी लिशकार हो जाता है न्धिजससे पनित-पत्नी की न्धिज दगी काफी तल्ख होने लगती है और उनका आपसी सम्ब भी अनावश्यक रूप से तनावग्रस्त हो जाता है. डि ले स्प्रे पिवशेष रूप से ऐसे ही परुषों की समस्याओं को दृन्धिYर्ट म रखकर तैयार क्रिकया जाता है ताक्रिक परुष अपनी महिहला पार्टनर के साथ यौन-क्रि6याओं के दौरान इसके प्रभाव की वजह से शीघ्र ही स्खलिलत होने से बचा रह सके और यौन-क्रि6याओं के दौरान वह अपनी महिहला पार्टनर के साथ यौन-सख का भरपर आन द भी प्राप्त कर सके . डि ले स्प्रे का उपयोग करने से व्यन्धिक्त अपनी महिहला पार्टनर के साथ सेक्स करने की प्रक्रि6या म अपना बेहतरीन परफॉम[स दे सकता है. वह एक लम्बे समय तक अपने वीय को स्खलिलत होने से रोकने म परी तरह कामयाब हो सकता है. वह अपनी महिहला पार्टनर के साथ यौन-सख का भरपर आन द भी प्राप्त कर सकता है तथा इसके साथ ही वह अपनी महिहला पार्टनर को भी बेहतरीन यौन-सख की अनभनित करा पाने म सक्षम हो सकता है. इस स्प्रे के प्रभाव की वजह से वह अपनी शीघ्रपतन की समस्या से भी निनजात पा सकता है तथा इसके साथ ही वह इन खास पलों म शलिम?दगी के अहसास से भी बचा रह पाने म परी तरह कामयाब हो सकता है. ��
डि ले स्प्रे का उपयोग व्यन्धिक्त को अपने लिलंग की जड़ों से कछ ऊपर तक ही करना चाहिहए और लिलंग के ऊपरी हिहस्से म तो इसका उपयोग बिबलकल भी नहीं करना चाहिहए क्योंक्रिक लिलंग के ऊपरी हिहस्से पर इसका उपयोग परी तरह वन्धिजत होता है. इसका उपयोग करते समय व्यन्धिक्त को इस बात का भी पिवशेष रूप से ध्यान रखना चाहिहए क्रिक भलवश भी इस स्प्रे का उपयोग आंख, कान, नाक और मंह के साथ ही शरीर के क्रिकसी भी कर्ट-फर्ट अंगों पर न होने पाए क्योंक्रिक इन जगहों पर इसका बहत ही प्रनितकल प्रभाव पड़ता है और अगर क्रिकसी भी कारर्णवश इस तरह की परिरन्धिस्थनितयां उत्प न हो जाएं तो अपिवलंब इसे पानी से ो लेना चाहिहए ताक्रिक इसके प्रनितकल प्रभाव से बचा जा सके . इस स्प्रे का उपयोग करने पर व्यन्धिक्त को इसके कछ साइ इफेक्ट्स का भी सामना करना पड़ सकता है जैसे लिलंग के न्धिजस हिहस्से पर इसका उपयोग क्रिकया जा रहा है, वहां इस बात की सम्भावना बनती है क्रिक वहां लालिलमा, खजली या जलन की अनभनित महसस हो पर त इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंक्रिक यह इसकी एक सामा य प्रनितक्रि6या है बावजद इसके अगर यह प्रनितक्रि6या एक लम्बे समय तक अपना प्रभाव बनाए रखती है तो इसका उपयोग करने से बचना चाहिहए और इसके साथ ही क्रिकसी कशल यौन-रोग पिवशेषज्ञ से सम्पक कर इस स दभ म आवश्यक रूप से सलाह लेनी चाहिहए. वैसे तो इस स्प्रे को काफी हद तक सरक्षिक्षत माना जाता है और अममन इसका कोई पिवशेष साइ इफेक्र्ट भी नहीं होता है तथा इसके साथ ही यह न्धिक्लनिनकली अप्रव भी होता है न्धिजससे इसका उपयोग करने पर व्यन्धिक्त अपनी महिहला पार्टनर के साथ यौन-क्रि6याओं के दौरान अपना बेहतरीन परफॉम[स दे पाने म परी तरह सक्षम हो जाता है और इसके साथ ही यह स्प्रे व्यन्धिक्त को उसके खास अ तरंग पलों के सखद अहसास को भी भली-भांनित महसस करा पाता है. इसके इस्तेमाल से व्यन्धिक्त की महिहला पार्टनर को भी कोई परेशानी नहीं होती है और यह स्प्रे बहत ही आसानी के साथ व्यन्धिक्त की त्वचा म घल-लिमल भी जाता है तथा इसके साथ ही यह स्प्रे व्यन्धिक्त को त्वरिरत गनित से बेहतर परिरर्णाम दे पाने म भी परी तरह सक्षम होता है जो व्यन्धिक्त को उसकी बेहतर स्र्टलिमना का अहसास भी बहत ही बेहतरीन तरीके से करा पाता है
इस स्प्रे का उपयोग कर व्यन्धिक्त अपनी न्धिज दगी को भरपर रंगीनिनयों से भर पाने म परी तरह कामयाब हो सकता है. उसकी प्रत्येक राबिa उसे एक पिवशेष राबिa का भरपर अहसास करा सकती है. आमतौर पर यह स्प्रे व्यन्धिक्त की त्वचा के लिलए भी सरक्षिक्षत ही होती है और इसके साथ ही इस स्प्रे के उपयोग से व्यन्धिक्त की शीघ्रपतन की समस्या म भी काफी हद तक कमी आ सकती है न्धिजससे व्यन्धिक्त को यौन-क्रि6याओं के दौरान एक लम्बे समय तक अपना बेहतरीन परफॉम[स देने म बड़ी आसानी होती है न्धिजसकी वजह से इस स्प्रे को परुषों के लिलए बहत ही उपयोगी और फायदेमंद माना जाता है. बावजद इसके अगर इस स्प्रे से व्यन्धिक्त को क्रिकसी भी प्रकार की कोई भी पिवपरीत प्रनितक्रि6या होनी महसस होती है तो उसे इस स्प्रे का उपयोग तत्काल प्रभाव से ही रोक देना चाहिहए और क्रिकसी कशल यौन-रोग पिवशेषज्ञ से सम्पक कर इस स दभ म आवश्यक सलाह लेने की कोलिशश करनी चाहिहए. आमतौर पर तो इस स्प्रे का उपयोग करने पर प्रायः लिलंग की त्वचा पर कोई प्रनितकल प्रभाव नहीं पड़ता है और अगर पड़ता भी है तो इसका निनयलिमत रूप से उपयोग करने पर इसके प्रनितकल प्रभाव अपने-आप ही समाप्त भी हो जाते ह बावजद इसके अगर इसके प्रनितकल प्रभाव का असर बना रहता है, अगर प्रभापिवत हिहस्से पर सजन हो जाता है या उस हिहस्से का रंग लालिलमा यक्त प्रतीत होता है और उससे क्रिकसी भी प्रकार की परेशानी महसस होती है तो इसका उपयोग तत्काल प्रभाव से ही ब द कर देना चाहिहए और क्रिकसी कशल यौन-रोग पिवशेषज्ञ से सम्पक कर उनसे इस स दभ म आवश्यक रूप से सलाह लेनी चाहिहए ताक्रिक व्यन्धिक्त को क्रिकसी भी प्रकार की गम्भीर परिरन्धिस्थनितयों का सामना करने की नौबत ही न आने पाए. डि ले स्प्रे का उपयोग लिसफ लिलंग की जड़ों के साथ ही लिलंग के ऊपरी हिहस्से के नीचे तक ही करना चाहिहए क्योंक्रिक लिलंग के ऊपरी हिहस्से पर इसका उपयोग करने से लिलंग पर बहत ही प्रनितकल प्रभाव पड़ता है और इससे लाभान्धि वत होने की बजाए नकसान ही उठाना पड़ सकता है तथा इसके साथ ही व्यन्धिक्त अनावश्यक रूप से इरेक्र्टाइल डि स्फंक्शन जैसे गम्भीर यौन-
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