Scholarly Research Journal for Interdisciplinary Studies, Online ISSN 2278-8808, SJIF 2019 = 6.380, www.srjis.com PEER REVIEWED & REFEREED JOURNAL, JULY-AUGUST, 2020, VOL- 8/60 भनये गा: योजगाय, चन ु ाव औय उऩाम ववनीत कुभाय ससन्हा, Ph. D.
याजनीतत ववऻान ववबाग, ऩी जी डी ए वी भहाववद्मारम (साॊध्म), ददल्री ववश्वववद्मारम, ददल्री -110065 binit_sinha2004@yahoo.com
Abstract भहात्भा गाॊधी याष्ट्रीम ग्राभीण योजगाय गायॊ टी अधधतनमभ केवर एक योजगाय जनन मोजना ही नहीॊ फल्ल्क एक कानून है । भाना जाता है कक मह योजगाय जनन कयने वारी ववश्व की सफसे फडी एक रोकताॊत्रिक ववधधक मोजना है । मह अधधतनमभ 2005 भें ऩारयत हुआ औय इसके अगरे ही वषष इसे रागू ककमा गमा। एक अप्रैर 2008 से ऩूये दे श भें रागू ककमा गमा। अकुशर
भानवीम श्रभ के ऺेि भें एक ववत्तीम वषष भें भाॊग आधारयत प्रत्मेक ऩरयवाय के सरए न्मूनतभ वैधातनक भजदयू ी के साथ 100 ददनों का योजगाय ददए जाने की गायॊ टी दी गमी। आवेदन कयने के 15 ददनों के अॊदय योजगाय नहीॊ ददए जाने की ल्थथतत भें
याज्म सयकायों के द्वाया फेयोजगायी बत्ता दे ना तनल्श्चत ककमा गमा। वथतुत: भनये गा के केंद्र भें ग्राभीण गयीफी की सभथमा के सभाधान ऩय काभ कयना है । आज, जफकक हभ सबी कोयोना जैसी भहाभायी के भाहौर भें जी यहे हैं , ऐसे भें भनये गा ग्राभीण गयीफों तथा प्रवासी श्रसभकों जो शहय से गाॉव रौटकय आए हैं, उन्हें इस ववकट सभम भें कुछ न कुछ योजगाय दे ने का काभ ककमा है । इसके साथ ही, भनये गा का याजनीतत ऩय ऩडने वारे प्रबावों की बी सभीऺा बी इस आरेख भें हभने कयने की कोसशश की है । भुख्म शब्द: नये गा, भनये गा, कोयोना, रोकताॊत्रिक, ववधधक मोजना, सभावेशी ववकास, फेयोजगायी बत्ता, अकुशर भानवीम श्रभ, वैधातनक न्मूनतभ भजदयू ी
Scholarly Research Journal's is licensed Based on a work at www.srjis.com प्रथतावना: बायत सयकाय द्वाया 2006 भें ग्राभीण गयीफी के खखराप रडाई भें एक भहत्त्वऩूणष कोसशश हुआ। ग्राभीण बायत भें याष्ट्रीम ग्राभीण योजगाय गायॊ टी अधधतनमभ, 2005 द्वाया न्मामसॊगत तयीके से सभावेशी ववकास के रक्ष्म को ऩाने के सरए काभ के अधधकाय को थथावऩत कयने की कोसशश हुई, ल्जसका 2009 भें नाभ फदरकय इसे भहात्भा गाॉधी याष्ट्रीम ग्राभीण योजगाय गायॊ टी अधधतनमभ ककमा गमा। ववत्तीम वषष 2007-08 भें इसे दे श के 130 ल्जरों भें औय 1 अप्रैर 2008 से दे श के शेष सबी ग्राभीण ल्जरों भें इसे रागू ककमा गमा। अकुशर भानवीम श्रभ के ऺेि भें
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