SRJIS/BIMONTHLY/ SHAMIMA ANSARI & DR. SHIREESH PAL SINGH (5770-5783)
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442001, Abstract
प्रस्ततु शोध पत्र मदरसा शशक्षा पर अधाररत है | मदरसा मशु स्िम शशक्षा के के न्द्र होते हैं | आसके दो मख्ु य ऄशभकरण होते हैं-मकतब तथा मदरसा | मकतबों में प्रारंशभक शशक्षा दी जाती है जबशक मदरसों में ईच्च शशक्षा की व्यवस्था रहती है | ये प्रायः दो ऄथों में शिए जाते हैं- सामान्द्य ऄथथ में शवद्यािय तथा दसू रे ऄथथ में एक ऐसा शशक्षा सस्ं थान जो धाशमथक शशक्षा प्रदान करता है | आस शोध के माध्यम से मदरसा शशक्षा के गौरवपणू थ आशतहास, वतथमान में ईसकी शस्थशत पर प्रकाश डािा गया है | शजसके तहत मदरसों के ईद्देश्य, पाठ्यकमथ एवं ईनके शवचारों को जाने की कोशशश की गयी है | Scholarly Research Journal's is licensed Based on a work at www.srjis.com
मदरसा मशु स्िम शशक्षा के के न्द्र होते हैं | आसके दो मख्ु य ऄशभकरण होते हैं -मकतब तथा मदरसा | मकतबों में प्रारंशभक शशक्षा दी जाती है जबशक मदरसों में ईच्च शशक्षा की व्यवस्था रहती है | ये प्रायः दो ऄथों में शिए जाते हैं- सामान्द्य ऄथथ में शवद्यािय तथा दसू रे ऄथथ में एक ऐसा शशक्षा सस्ं थान जो धाशमथक शशक्षा प्रदान करता है, िेशकन ये के वि हदीस और कुरान तक ही सीशमत नहीं हैं। (आन्द्सैक्िोशपशडया ऑफ़ आस्िाम, 1974) | ऄथाथत यह धाशमथक और धमथशनरपेक्ष दोनों ही प्रकार की शशक्षा प्रदान करता है | यह ऄरबी भाषा के दसथ MAY-JUNE 2017, VOL- 4/31
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