BHARAT ME SAKH PRABADHAN EVAM AGRANI BANK YOJANA KA VISHLESHANATMAK ADHYAYAN

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Scholarly Research Journal for Interdisciplinary Studies, Online ISSN 2278-8808, SJIF 2018 = 6.371, www.srjis.com PEER REVIEWED & REFERRED JOURNAL, JULY-AUG, 2019, VOL- 7/52

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भानक वाणिज्यमक साख ऩत्र एक ऐसा दस्तावेज है जो ककसी ववत्तीम संस्थान द्वाया जायी ककमा जाता है , ज्जसका उऩमोग भुख्मत् व्माऩारयक ववत्त (trade finance) भें हुआ कयता है जो कक आभ

तौय ऩय अऩरयवततनीम बुगतान भुहैमा कयता है । साख ऩत्र ककसी रेनदे न भें बुगतान का बी स्रोत हो सकता है, भतरफ मह कक साख ऩत्र के फदरे भें ककसी ननमाततक को बुगतान मभर सकता है । साख ऩत्र का उऩमोग भुख्मत् खास ककस्भ के अंतयातष्ट्रीम व्माऩाय रेनदे न भें हुआ कयता है , ऐसे सौदों भें ज्जनभें

आऩूनततकत्तात एक दे श भें फैठा हो औय उसका ग्राहक ककसी अन्म दे श भें . इनका उऩमोग बूमभ ववकास प्रकिमाओं के मरए बी होता है ताकक भंजूय हो चुक ं जन-सुववधाओं (सड़कें, पुटऩाथ, फयसाती ताराफ आदद) के ननभाति कामत ऩूये हो सकें. साख ऩत्र से जुड़ी ऩादटत मों भें आभ तौय ऩय एक राबाथी होता है जो यकभ प्राप्त कयता है, एक जायीकत्तात फैंक होता है आवेदक ज्जसका ग्राहक है औय ऩयाभशतदाता फैंक होता है राबाथी ज्जसका ग्राहक है । रगबग सबी साख ऩत्र अऩरयवततनीम मा अटर होते हैं, भतरफ मह कक राबग्राही, जायीकतात फैंक औय तसदीक कयने वारे फैंक के फीच ऩूवत कयाय के बफना ना ही इसभें कोई संशोधन ककमा जा सकता है न ही इसे यद्द नहीं ककमा जा सकता है । ककसी रेनदे न को संऩन्न कयने भें गगयो (ऋि अंतयि-ननऩटान प्रिारी) औय मात्री चेक के कामत साख ऩत्र भें बी ननदहत होते हैं। ववशेष रूऩ से, वाणिज्यमक फीजक (कभमशतमर इनवॉमस), बफल्टी (बफर ऑप रैडडंग) औय जहाज ऩय रदाई के संिभि के दौयान खोने मा नुकसान होने से फचाने के मरए ककमे गए फीभा से संफंगधत दस्तावेज बुगतान प्राप्त कयने के सभम राबाथी को ऩेश कयने ऩड़ते हैं। फहयहार, दस्तावेजों क सूची औय प्रारूऩ भें कल्ऩना औय सभझौते क गुंजाइश होती है औय हो सकता है उसभें एक तटस्थ तीसये ऩऺ द्वाया जहाज भें रादे गए भार क गुिवत्ता मा उसके भूर स्थान को प्रभाणित कयने वारे दस्तावेज को ऩेश कयने क जरुयत बी शामभर हो सकती है । Scholarly Research Journal's is licensed Based on a work at www.srjis.com

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