िलनायक से कुछ कम पेज- 13
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वर्ष 2 अंक 14 n पृष्: 16 n 03 फरवरी - 09 फरवरी 2017 n नयी दिल्ली n ~ 5
l सर््े अकाली दल के खिलाफ l आप की चुनाैती गंभीर l मुसीबत बने कांग्ेस के बागी
पंजाब में ये संकट के बादल हैं
मनोज कुमार
चंडीगढ़. पंजाब मे् ठीक 2007 जैसी अमनम््ितता है. तब भी हालात ऐसे ही थे. अकाली-भाजपा गठबंधन का सबसे ज्यादा मवरोध हो रहा था. लग रहा था मक कांगस े् जीत रही है. पंजाब पीपुलस ् पाट््ी मजसके मुमखया प्क ् ाश मसंह बादल के भतीजे थे, ने अकाली दल और कांगस ्े को पसीना ला मदया था. कड़े मुकाबले मे् बहुत ही रहस्यमयी तरीके से अकाल भाजपा गठबंधन सत््ा मे्दूसरी बार आ गया था. पंजाब मे्इन पांर सालो्मे्मसयासी तौर पर अगर कुछ बदला है तो बस इतना मक अब पीपुलस ् पाट््ी कांगस ्े मे्मज्ाहो रुकी है. भाजपा के नवजोत मसंह मसद््कांगस्े मे्आ गये है.् बाकी कुछ नही्बदला. तब पीपीपी थी अब उसकी जगह आप ने ले ली. आप ने इस बार अकाली दल और कांगस्े दोनो्को परेशान कर मदया है. इस बार पंजाब की 117 सीट मे्से 70 सीट पर मुकाबला म््िकोणीय हो रला है. ऐसे
मुकाबले जीतने मे्अकाली दल मामहर माना जाता है. क्यो्मक तब अकाली दल सारे समीकरण अपने हक मे् कर लेता है. अकामलयो्को इस बार भी जीत के मलए ऐसे ही जुगाड़ का सहारा है. मपछली बार भी तमाम
करेग् .े ऐसे मे्सवाल उठता है मक वे क्या करेग् .े पंजाब की राजनीमत पर पकड़ रखने वाले राजनीमत शास््के प््ोफेसर डाक्टर सुच्ा मसंह शेरमगल कहते है्मक आप के आने का अकाली दल को यह फायदा होगा मक अब अकामलयो् के मवरोधी वोटर केपास दो मवकल्प है. कांगस ्े और आप. कांगस ्े को वे आजमा रुके है.् ऐसे मे् आप बरती है. इसमलए वोटर कांगस ्े पर जाने की बजाय आप की ओर जायेगा. लेमकन इस वोटर की संखय् ा इतनी नही्है मक आप को बहुमत तक पहुर ं ा दे. हां इतना जर्र है मक कांगस ्े को सत््ा से दूर कर सकते है.् पंजाब को मसयासी मलहाज से तीन महस्सो् मे्बांटा जा सकता है. पहला मालवा का क्ि्े ् सव््ेअकाली दल के मखलाफ थे, इस बार भी इसमे्60 सीट आती है. यहां आप का सबसे वैसा ही हो रहा है. मफर भी अकाली दल के ज्यादा दबदबा है. ग््ामीण क्ि्े ् मे् आप यहां नेता ज्यादा मरंता नही् कर रहे है.् उन्हे् बहुत मजबूत है. लेमकन मदक्त् यह है मक मनवत्मा ान मडप्टी सीएम सुखबीर मसंह बादल यहां डेरा सच््ा सौदा का भी प्भ् ाव जबरदस्् बाकी पेज 2 पर पर यकीन है, वे् जीत के मलए कुछ न कुछ
वाम मोर्ाा ने भी झो्की ताकत
शुकर् ार ब्यरू ो
लखनऊ. उत्र् प्द् श े मे्वाम मोर्ाा कई सीटो् पर मजबूत लड़ाई लड़ रहा है. वाम मोर्ाा मे्शाममल दल भाकपा, भाकपा माले, माकपा और एसयूसीआई 140 सीट पर रुनाव लड़ रहे है. गामजयावाद से गाजीपुर से लेकर सहारनपुर से लमलतपुर तक वाम मोर््े के उम्मीदवार खड़े है. भाकपा के राज्य समरव डा मगरीश इस समय पूवा्र ा् ल के आजमगढ़, गाजीपुर से लेकर वाराणसी जैसे कई मजलो् के दौरे पर है.् उनके मुतामबक पूवा्र ा् ल के ग््ामीण इलाको्मे्नोटबंदी का बहुत ही बुरा असर पड़ा है. मजदूर के पास काम नही्है तो दूसरी तरफ बाहर रोजगार की तलाश मे्गये मजदूर भी लौट आये है.् इस वजह से ग््ामीण इलाको् मे् समस्या बढती जा रही है. पाट््ी की जनसभाओ् मे् लोगो्ने यह समस्या बतायी. डा मगरीश के मुतामबक पूवा्र ा् ल और बुदं ल े खंड की कुछ सीटो् पर वाम मोर्ाा के उम्मीदवार अच्छी लड़ाई लड़ रहे है.् इस बार मवधान सभा मे् वाम ताकतो्का प्म्तमनमधत्व जर्र मदखेगा.
या पूर्ाा्चल मे् बसपा का दबदबा अनैअखबार मीडिया को धमकाती भाजपा तिक प््चार? खरशेष प््खतखनखध धीरेद् ् श््ीरास्र्
कोढ़ मे्खाज का काम कर रहा है. सपा का दूसरा गढ़ है गाजीपुर. इस मजले लखनऊ. समाजवादी पाट््ी का गढ़ पूव्ी उत्र् प्द् श े इस बार डगमगा रहा है. बसपा मे्सात मवधान सभा क्ि्े ्है.् मपछले मवधानसभा और भाजपा के लोग उस पर कामबज होने के रुनाव मे् इसमे् से 6 सीटो् पर सपा को मलए जान झो्के हुए है.् इस म््िकोणीय मवजयश््ी ममली थी. केवल एक सीट मारामारी मे्मिलहाल बसपा का पलड़ा बीस मुहम्मदाबाद जहां कौमी एकता दल को मवजय ममली थी. कौमी एकता दल के मवलय बाद यह नज़र आ रहा है. गत मवधानसभा रुनाव मे्आज़मगढ़ की सीट भी सपा के खाते मे्आ गयी. केवल सीट दस मवधानसभाओ्मे्से नौ पर सपा मवजयी नही्, कौमी एकता दल का व्यापक आधार भी हुई थी. केवल एक मुबारकपुर पर बसपा को सपा के साथ आ गया मजसके आने से ग़ाज़ीपुर मवजय ममली थी.गत लोकसभा रुनाव मे् भी मे्23 नवम्बर को हुई सपा रैली की तुलना आजमगढ़ से सपा प्म् ख ु मुलायम मसंह यादव प्ध् ानमंि्ी नरेद् ् मोदी की सभा से की जाने बाकी पेज 2 पर रुनाव जीतने मे्कामयाब रहे. इसकी वजह से आज़मगढ़ मे् काफी कम भी हुआ. मफर भी आज़मगढ़ की तीन मवधानसभाओ्गोपालपुर, मुबारकपुर और सगड़ी मे् बसपा का पलड़ा अन्यो्से भारी है. लालगंज संसदीय क्ि्े ्के फूलपुर और लालगंज मे् कमल मखलने की धीरे्द् श््ीरास््र ओर है तो दीदारगंज मे्पूवा्मवधानसभा अध्यक्् लखनऊ. गत लोकसभा रुनाव मे् सुखदेव राजभर का हाथी औरो् से आगे है. हवा मे्उछल गया रौधरी अमजत मसंह का यानी सपा के सबसे मजबूत गढ़ मे् जनपद 'है्डपंप' इस बार मवधानसभा रुनाव के आजमगढ़ मे् केवल आज़मगढ़ सदर और पहले ररण मे् जमीन मे् गड़्ा मदख रहा अतरौमलया मे्ही साइमकल का जलवा मदख है.जाट समुदाय मे्राष््ीय लोकदल के इस रहा है. अपनी ईमानदारी के मलए रम्रता रुनाव मरन्ह के प््मत र्झान लोकसभा आलमबदी भी रुनावी रक्व् य् हू मे्हांफ रहे है.् रुनाव की तुलना मे् बढ़्ा है. यह र्झान सपा की यह बुरी श्सथमत उसके खुद के व्यापक जीत मे्पमरवम्तता होगा या नही्, यह घमासान की वजह से है. कौमी एकता दल का कहना मुश्ककल है लेमकन यह र्झान मवलय और मफर नही्मवलय इस घमासान के भारतीय जनता पाट््ी के मवजय रथ के मलए
शुक्रार ब्यूरो
लखनऊ. उत््र प््देश मवधानसभा रुनाव के दौरान दैमनक समारार पि््दैमनक भास्कर की वेबसाइट के एक रुनावी मवज््ापन के मखलाफ धरना-प््दश्ान मकया गया और हजरतगंज थाने मे् मशकायत दज्ा करायी गयी. मवज््ापन मे् मलखा है, 'न दमलतो् की रानी न यादव की कहानी अब मसफ्फसर रलेगा' इसी तरह दूसरी होम्डि्ग मे् मलखा गया है 'न माया का जाल न अमखलेश का क्लेश'. रोरक बात यह है मक इस बाकी पेज 2 पर
लखनऊ. उत््र प््देश मवधानसभा रुनाव को लेकर भाजपा इतना बौखला गयी है मक उसके वमरष्् मंि्ी अपनी मनराही खबरे छपवाने के मलए मीमडया को धमकाने से बाज नही् आ रहे है्. नोटबंदी के कारण मवधानसभा रुनाव मे् पाट््ी की श्सथमत खराब होने से परेशान भाजपा ने इसके फायदे बताने के मलए एक बड़्बोले प््धानमंि्ी के करीबी मंि्ी की मजम्मेदारी सौपी. कानून की काफी जानकारी रखते है और खुद की अर्ण जेटली से कही्बेहतर वकील कहते आये है्. उन्हो्ने रंद अंग्ेजी
खतरे की घंटी छोटे चौधरी
खतरे की घंटी है. 15 मजलो् के 73 मवधानसभा क््ेि्ो् मे् 11 फरवरी को होने वाले मतदान को मि्लहाल सभी प््मुख दल अपने पक्् मे् मान रहे है.् खासतौर से भारतीय जनता पाट््ी के मलए यह ररण काफी उम्मीदो्वाला है. हालांमक मपछले मवधानसभा रुनाव मे् भाजपा इस इलाके मे्केवल 12 क््ेि्ो्मे्ही मवजय का पररम फहरा पायी थी लेमकन लोकसभा रुनाव मे्उसकी आंधी मे्सभी बाकी पेज 2 पर
के और उत््र प््देश से प््भामवत होने वाले कुछ महंदी के अखबारो् ने पि््कारो् को बुलाया और नोटबंदी के फायदे के बारे मे् उन्हे्ब््ीफ मकया. अगले मदन मकसी ने उन्हे् ध्यान मदलाया मक वे प््देश मे् सक्फुलेशन के महसाब से इसे खबर पर आने वाले अखबार को आमंम्ित करना भूल गये थे मजसका मक पि््मी उत््र प््देश मे्खास प््भावी मंि्ीजी को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्हो्ने अगले मदन इस अखबार के माक््ेमटंग प््मुख को फोन मकया मक मै् आपके साथ राय पीना राहता हूं. उसने अखबार के एक संवाददाता को साथ मलया और मंि्ी के घर पहुंरा. मंि्ी ने उसे छपी हुई खबरो की कतरने् देते हुए कहा मक इस खबर को आप भी छाप दीमजये. संवाददाता ने कहा मक जो छप रुकी है उसे हम कैसे छाप सकते है्. आप कुछ नया कमहये तामक उसके साथ इस सबको छापा भी जा सके. मंि्ी ने पूछा नया क्या बोलूं. संवाददाता बोला मक राम मंमदर पर ही कुछ बोल दीमजये. यह सुनते ही वे भड़्क गये और बोले तुम मुझे बोलना मसखाओगे. कब से पि््कामरता कर रहे हो. उसने कहा 12 साल से. वे मफर बोले मगर मै् तो तुम्हे् नही् जानता हूं. हमने उसे कहा िक लोग आपके बारे मे्मबलकुल सही बाकी पेज 5 पर