लीक से हटकर अभभनर पेज- 13
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वर्ष 2 अंक 13 n पृष्: 16 n 27 जनवरी - 02 फरवरी 2017 n नयी दिल्ली n ~ 5
भाजपा के लिए िोहे के चने
हरीशचंद
बुंदेलखंड. खवधानसभा चुनाव मे् बुंदेलिंड के सातो् खिलो् मे् प््मुि रािनैखतक दल दाखगयो् व बाखगयो् से ही िूझगे् .े सत््ा ही हनक रिने वाले सूरमाओ् को यहां अपनो् से ही ितरा है. ल्थानीय समल्याये् प््त्याखशयो् के खलए चुनौती बन चुकी है्. भािपा के खलए यह पूरा इलाका िास समल्या बना हुआ है. इन सभी खिलो् मे् बीते वर््ो मे् सूिा और अकाल िैसे हालात होने के कारण 32 लाि से भी अखधक बाखशदे् पलायन कर गये है्खिसके कारण मतदान प््खतशत मे्भी कमी आना तय है. प््मुि रािनैखतक दलो्के प्त्य् ाखशयो्का खटकट खवतरण कुछ इस प््कार हुआ है खक आम लोग उनको पचा नही्पा रहे. बुंदेलिंड की कई समल्याये्है्. इनमे् खशक््ा, खचखकत्सा, पखरवहन एवं उद््ोग धंधो् के अलावा तेिी से हो रहा पलायन, ग््ामीण व अ््द्थशहरी क््ेत्ो्मे्भुिमरी के बाकी पेज 2 पर
बांधने और पीटने का दौर
l उपेक्ा से उबलते भाजपा कार्यकत्ाय l नोटबंदी से नाराजगी l मोदी के क््ेत् मे् असंतोष धीरेन्द् श््ीवास््व
लखिऊ. माल्या िैसे लोगो् के कृत्य से खदवाखलया होने के कगार पर पहुंचे बै्को् का पेट भरने के खलए की गयी नोटबंदी और बाहरी को खटकट देने का खनण्थय भारतीय िनता पाट््ी को महंगा पड़ रहा है. उसके अपने लोग भी पाट््ी के उम्मीदवारो् को भारतीय िनता पाट््ी की िगह बाहरी िनता पाट््ी के उम्मीदवार कहने लगे है्. पाट््ी की ओर से मैदान मे्उतारे गये खवधायक पद के उम्मीदवार पीटे िा रहे है्. पाट््ी के सांसद को बांधकर लोग सवाल-िवाब कर रहे है्. खवधानसभा चुनाव की घोरणा से कुछ खदन पहले हुए नोटबंदी के खनण्थय से सव्ाथखधक खदक््त आमिनो् को हुई. अपना ही पैसा खनकालने के खलए लोगो् को पूरे पूरे खदन लाइन मे्लगना पड़ा, िाने्भी गयी्और सब्िी माटी के मोल बेचनी पड़ी. खफर भी लोग चुप रहे. लोगो्की इस चुप्पी को भारत
भािपा की यह नीखत सफल रही. सभाओ् और रैखलयो् मे् इस भीड़ से पाट््ी की हवा बनी. दूसरे दलो् के नेताओ् को भी इस भीड़ ने आकख्रथत खकया और काफी लोग अपनी अपनी पाट््ी छोड़कर भािपा मे्आ गये. इस आगमन से मूल भािपाइयो्के कान िड़े हुए तो पाट््ी नेतृत्व ने उन्हे्समझाया खक इसे लेकर घबराने की िर्रत नही् है. काय्क थ त्ाओ थ ्की खकसी कीमत पर उपेक्ा नही् होगी, लेखकन खटकट घोखरत होने के बाद यह आश््ासन धरा रह गया. बाहरी को छोखड़ये, दलबदलू और दाखगयो्को भी ठीक से उपकृत खकया गया. पखरणाम क्या हुआ? नोटबंदी से भाजपा सांसद लल्लू ससंह को रस्सी से बांधते हुए कार्यक्त्ाय साभार- पस््िका नाराि लोगो् को इस काय्थकत्ाथओ् का भी सरकार ने मान खलया खक आम आदमी उनके का आवेदन खलया. हर खवधानसभा क््ेत् से साथ खमल गया और इसकी सज़ा उनको्खमल झांसे मे् आ गया खक यह खनण्थय आतंकवाद लगभग दो-दो सौ आवेदन आ गये. पाट््ी ने रही है िो इसके गुनहगार नही्है्. इन आवेदको् को समझाने की िगह इनसे के खिलाफ हुआ है. उदाहरण के तौरपर शाहिहांपुर की इसी मुगालते के बीच यूपी महासमर रैखलयो्और सभाओ्के खलए काम लेना शर् एक घटना को लीखिये. यहां के एक गांव मे् 2017 घोखरत हो गया. पाट््ी ने उम्मीदवारो् कर खदया. िासतौर से भीड़ िुटाने के खलए. बाकी पेज 2 पर
रूकेडी के वजूद का सवाल केंदंीय अहमियत का चुनाव
फ्ज्ल इमाम मल्ललक
देहरादूि. उत््रािंड क््ांखत दल (यूकेडी) राज्य मे् अपना विूद सलामत रिने की िद््ोिहद मे्लगा है. हालांखक इस बार खवधानसभा चुनाव कांग्ेस बनाम कांग्ेस होकर रह गया है, ऐसे मे्लोग पसोपेश मे्है्. लेखकन उनके सामने कोई तीसरा खवकल्प नही् है. कभी कहा िाता था खक उत््रािंड क््ांखत दल प््देश मे्तीसरे खवकल्प के तौर पर उभरेगा लेखकन पाट््ी आपसी िेमेबंखदयो् मे् इस कदर उलझी खक इसे अब अपना विूद बनाये रिने के खलए िूझना पड़्रहा है. उत््रािंड आंदोलन की कोि से उपिी इस पाट््ी का खबिराव और आपस मे् िूतमपैिार से लोग बुरी तरह आहत है.् पाट््ी नेताओ् ने लोगो् के खहतो् की बिाय अपने खहतो् पर ध्यान खदया और नतीिा यह हुआ खक पाट््ी बार-बार टूटती खबिरती रही. कभी मुद्ो् पर कांग्ेस और भािपा के खिलाफ लड़्ने वाला यूकेडी बाद मे् भािपा-कांग्ेस की बी टीम के तौर पर िाना िाने लगा. उत््रािंड मे्साफ-सुथरी खसयसात देने और पहाड़्की अनदेिी के खिलाफ यूकेडी का गठन 26 िुलाई 1979 को हुआ. तब इसकी अगुआई मे्ही उत््रािंड आंदोलन ने आकार खलया था. लेखकन अलग उत््रािंड की लड़्ाई लड़्ने वाला यह दल उत््रािंड के अलग होते ही िंड-िंड हो गया. नही्तो
यूकेडी ने 1989 के लोकसभा चुनाव मे् दमदार मौिूदगी से भािपा व कांगस ्े के होश उड़्ा खदये थे. खटहरी और अल्मोड़्ा सीट पर पाट््ी को मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़्ा था. खटहड़्ी सीट पर इंद्मखण बोडानी दस और अल्मोड़्ा से काशी खसंह एरी साढ्ेनौ हिार वोटो्से हार गये थे. यूकेडी के खलए यह चुनाव काफी अहम रहा और उसे लोगो ने एक तरह से ल्वीकार कर खलया था क्यो्खक तब उत््रािंड अलग राज्य नही्बना था. लेखकन 1996 मे्यूकेडी मे्खबिराव का खसलखसला शुर्हुआ. बाकी पेज 5 पर
अंबरीश कुमार
रामे्द् जनवार
लखीमपुर खीरी. समािवादी पाट््ी के राष््ीय अध्यक्् एवं मुख्यमंत्ी अखिलेश यादव ने आि भािपा और बसपा की िनखवरोधी नीखतयो्पर कड़ा प््हार करते हुए कहा खक उत््र प््देश का चुनाव देश का चुनाव है. अच्छे खदनो् का झांसा देने वाले सांप्दाखयकता का िहर घोल रहे है िबखक बसपा ने पत्थरो्पर िनता की कमाई लुटाने के अलावा कुछ नही् खकया. उन्हो्ने कहा समािवादी सरकार ने गरीबो्, खकसानो्, मखहलाओ्, नौिवानो्और अल्पसंख्यको्के कल्याण की तमाम योिनाएं लागू की है्और
नए चुनावी घोरणापत्् मे् और ज्यादा सुखवधाये् देने का वादा है. उन्हो्ने कहा खवपक््ी अपना काम तो बताये्? यादव लिीमपुर िनपद मे् धौरहरा, खनघासन तथा कस्ा् खवधानसभा क््ेत्ो् के समािवादी प््त्याखशयो् के पक्् मे् आयोखित िनसभाओ्को संबोखधत कर रहे थे. उन्हो्ने कहा खक अब हाथ का साथ भी खमल गया है. ऐसे मे् तो साइखकल और तेि चलेगी. खवधानसभा मे्हमारा भारी बहुमत आयेगा. श््ी अखिलेश यादव ने उपस्लथत खवशाल िनसमूह से पूछा खक बताओ भािपा-बसपा बाकी पेज 2 पर
सजसका रूपी उसका देश...
निघासि (लखीमपुर खीरी ). 'बच््ा बच््ा है अखिलेश ,खिसका यूपी उसका देश ' बीते बुधवार को यह नारा भारत नेपाल सीमा पर इस ब्लाक के पास ही एक छोटे से गांव की सभा मे्गूंिा. यह नारा उत््र प््देश की रािनैखतक लड़ाई का भखवष्य बताने का प््यास कर रहा था. यह समािवादी पाट््ी के मुखिया अखिलेश यादव की पहली साझा सभा थी क रीब पांच साल की सत््ा, पखरवार के घमासान और कांगस ्े के गठबंधन के बाद अखिलेश यादव का अंदाि बदल चुका है. इस संवाददाता ने पांच साल पहले हुए खवधान सभा चुनाव मे् उनकी पहली रैली कवर की थी. और इस बार
हिंदू-मुसलमान अब दो पाले शंभूनाथ शुक्ल
पन््िम उप्.् बागपत, मेरठ, मुिफ्फर नगर से शामली तक और सहारनपुर से खबिनौर व मुरादाबाद तक कही् कोई पाट््ी चुनाव नही्लड़्रही है. सब िगह एक ही मुद्ा निर आया और वह यह खक मोदी हटाओ या मोदी खिताओ. यह वह इलाका है िहां खपछले कुछ वर््ो्से खहंदओ ु ्और मुसलमानो्के बीच दूरी लगातार बढ्ती गयी है. यहां सबसे प््भावशाली है् िाट, िो खहंदू भी है् और मुसल् लम भी. (पूरी रपट पेज 9 पर)
पहली साझा रैली मे्मौिूद था. सत््ा, खववाद और सांगठखनक रािनीखत ने अखिलेश को काफी हद तक पखरपक्व बना खदया है. अब तो समािवादी पाट््ी के समथ्थको् का नारा भी बदल गया है. िो नारा कभी मुलायम के खलए लगता था उसे बदल कर समथ्क थ ो्ने कर खदया ' िलवा खिसका कायम है, उसका बाप मुलायम है .'खनघासन की इस िुली सभा मे्बड़ी संख्या मे्आसपास के गांव के लोग िुटे. यह कुम्ी बहुल इलाका है खिसमे्मुस्ललम बड़ी संख्या मे्है्. आसपास से खसि भी आये हुये थे. शायद इसखलये एकमात्् खसि मंत्ी बलवंत खसंह रामूवाखलया इस सभा मे् बोले और अपने समाि से बाकी पेज 2 पर