हिम काऱ़ेट मे़ एक रात पेि- 15
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वर्ष 1 अंक 13 n पृष्: 16 n 29 जनवरी-04 फरवरी 2016 n नयी दिल्ली n ~ 5
हिधान सभा अध़यक़़ माता प़स ़ ाद पांडे ने किा
कामकाज में अडंग ं ा डाल रहे हैं राजंयपाल
अऱण कुमार ह़़िपाठी
लखनऊ. समाजवादी आंदोलन से हनकलकर उत््र प््देश हवधानसभा के अध्यक्् िद तक ििुंचे माताप््साद िांिे प््देश के उन हगने चुने नेताओ्मे्िै्. हजनमे् संघर्ण और चुनावी राजनीहत और ज्ा्न का अद््त समन्वय िै. िा राममनोिर लोहिया, चौधरी चरर हसंि से लेकर मुलायम हसंि तक के साथ काम करने का उनका व्यािक अनुभव िै. ििली बार 1980 मे् हवधायक बने िांिे 2012 मे् छठी बार उत््र प््देश हवधानसभा के हलए चुने गये और दूसरी बार स्िीकर बने िै्. उनके नेतृत्व मे् उत््र गौरवशाली जयंती मनायी िै. िालांहक इस प््देश हवधानसभा ने अिनी 125 वी् बार प््देश मे् ह््तशंकु हवधानसभा निी् िै
हििेक सक़सेना
की सरकार आने के बाद प््देश के राज्यिाल ने सरकार और हवधायी काय््ो्मे् हजस तरि से अड्ंगा लगाना शुर्हकया िै. उससे स्िीकर मिोदय भी दुखी िै्. हिर उत््र प््देश जैसा राज्य जिां िर कानून तोड्ने की प््वृह्त आम मानी जाती िै. विां कानून बनाने और उसका शासन कायम करने की क्या अिहमयत िै. यि हवरय भी स्िीकर िोने के नाते उन्िे् मथता िै. यि िूछने िर हवधायी काय््ो् मे् जनप््हतहनहधयो् के हगरते चहरत्् के अलावा वे कौन सी स्सथहतयां िै् जो चुनौती प््स्ुत करती िै ? हवधान सभा अध्यक्् माताप््साद िांिेय ने और सत््ार्ढ् समाजवादी िाट््ी को िूर्ण किा -हवधायी काय््ो् मे् राज्यिाल जैसी बाकी पेज 2 पर बिुमत िाहसल िै. लेहकन के्द् मे् भाजिा
रोहित की पिचान हिपाने की साह़िश नाकाम शरद गुप़ता नयी दिल्ली. रोहित वेमुला को लेकर दहलत बनाम स्ावर्णबिस चलाने की ज्रर् त िी निी्िै, क्यो्हक वि तो दहलत था िी निी्. वि तो वड््ेरा जाहत से था हजसका शुमार हिछड्ी (ओबीसी) जाहतयो् मे िोता िैस्महृ त ईरानी, केद् ्ीय मानव संसाधन हवकास मंत्ी, भारत सरकार यि ििला िमला था रोहित की ििचान बदलने को लेकर. उसकी मौत के बाद उसकी ििचान हमटाने की
ताकि हार िा ठीिरा शाह िे किर ही फूटे
क्यो्हक यहद यिी िैमाना अिनाया जाता हिर तो आने वाले समय मे् िर नयी दिल्ली. भाजिा के बुजगु ण्असंतष ु ् हवधानसभा चुनाव नेताओ्का हवरोध िी अहमत शाि की दोबारा िहरराम आने के बाद ताजिोशी करवाने मे् सबसे ज्यादा सिायक ने त त ृ व ् िहरवत् न ण करने की साहबत िुआ. प््धानमंत्ी नरे्द् मोदी के हलए अगर उनको दोबारा अध्यक्् बनाना प््हतष््ा नौबत आ सकती थी. इसहलए संघ व मोदी का प््श्न बन गया था तो संघ के सामने ऐसी तकनीकी मजबूरी थी हजसके चलते वि उन्िे् ने मिज साल भर मे् इस िद से वंहचत निी्रख सकता था.हिछले उत््रप््देश समेत आधा आम चुनाव व उसके बाद िुए चार दज्णन से ज्यादा राज्यो् मे् हवधानसभा चुनावो्मे्िाट््ी को सत््ा मे्लाने िोने वाले हवधानसभा चुनावो् के मद््ेनजर के बाद उन्िे् हदक्ली और हबिार की करारी अहमत शाि को तीन साल के हलए िुनः िार के बाद िटाया जाना मुनाहसब निी्लगा अध्यक््बना हदया. जिां प्ध् ानमंत्ी नरेद् ्मोदी
केरल, तहमलनािू, िुड्चेरी िह््िम बंगाल मे्िाट््ी का िारना तय माना जा रिा िै.असम मे् उसका कांग्ेस से कड्ा मुकाबला िै.िह््िम बंगाल मे् भाजिा के हसि्फ दो हवधायक िै. केरल, तहमलनािू, िुंिुचेरी मे् उसका खाता खुलना िै। ले देकर असम िी एकमात्् ऐसा राज्य िै जिां कांग्ेस को सत््ा से बािर करने के हलए भाजिा ने िूरी ताकत झो्क दी िै. इसके बावजूद अिने बलबूते िर विां िाट््ी के सत््ा मे्आने की संभावना नजर निी्आ रिी िै. सबसे बड्ी चुनौती तो अगले साल उत््रप््देश व िंजाब के हवधानसभा जाएंगे. भाजिा सूत्ो्के मुताहबक इस साल िांच चुनाव िै। संघ इस हनष्कर्णिर ििुंचा िै हक बाकी पेज 2 पर राज्यो् मे् िोने वाले हवधानसभा चुनावो् मे् को उनसे ज्यादा कोई और हवश््ासिात्् नजर निी् आया विी् संघ ने उन्िे् यि सोचकर इस िद िर बनाए रखना उहचत समझा हक अगर प््ादेहशक चुनावो्मे्िार िी अध्यक्् बदलने का िैमाना बनाया तो अगले लोकसभा चुनाव तक न जाने हकतने अध्यक्् बदलने िड्
सबकी आंखों का पानी भी सूख गया
पूिा हसंि
झां सी / ओ र छा / ल दल त पु र . बुदं ल े खंि िी निी सूखा िै बस्कक लगता िै सबकी आंखो्का िानी भी सूख गया िै .क्या सरकार क्या हविक्् सभी के हलये बुंदेलखंि एक चुनावी हबसात बे बदलता जा रिा िै .कांग्ेस उिाध्यक्् रािुल गांधी इस अंचल का दौरा कर गये िै तो अन्य नेता आने वाले िै .िर इस अंचल के िालात जस के तस िै .उत््र प््देश मे् बुंदेलखंि सव्णदलीय लूट का नायाब उदािरर बन चुका िै .दशक भर ििले तक जो िरे भरे ििाड थे वि अब गिरी खाई मे् बदल चुका िै् .प््ाकृहतक संसाधनो् की ऐसी लूट िुयी िै हक ििाड
गायब िो गये और ताल तालाब का िानी भी सूख गया .सूख तो लोगो्के आंखो्का िानी भी गया िै . इहतिास की हकताबो्मे्जब िम िढ्ते हक अंग्ेजो् ने बुंदेलखंि क््ेत् की िूरी
आबादी को किी्और स्थानांतहरत करने की हसिाहरश की थी तो िमे् उनकी समझ िर रश्क िोता. एक बार बुदं ल े खंि जाइये, आिको उनकी दूरदश््ी सोच से सचमुच ईष्य्ाण िोगी. ििले से िी भीरर जलसंकट का हशकार बुंदेलखंि इलाका साल दर साल नयी त््ासहदयां झेल रिा िै. लगातार कम िोती बाहरश, प््ाकृहतक जल स््ोतो् का खात्मा और भूजल के हववेकिीन दोिन ने बुंदेलखंि को िूरी तरि प्यासा कर हदया िै. िलायन के दृश्य यिां आम िै्. लंबे अरसे से यिां के गांवो्से िलायन का हसलहसला चल रिा िै. गव््ीले हकसान शिरो् मे् जाकर मजबूर मजदूर बन रिे िै्. पूरी रपट पेज 7 पर
साह्जश. उसके बाद तो संघ िहरवार और भाजिा से जुड्ी मीहिया मशीनरी िूरी ताक्त से जुट गई रोहित की 'असली' ििचान बताने मे.रोहित को लेकर देश के सवर्ण सामंती हदमाग के लोग हजस तरि का दुष्प्चार कर रिे िै उसे देखते िुये उसकी िृष्भूहम को जानना जर्री िै. पूरी रपट पेज 3 पर
मेघालय में साफ हो रहे हैं जंगल
तु रा. (मे घालय ) रो्ग जे्ग के लोग िेड्ो्की बड्ेिैमाने िर अवैध कटान हकये जाने से खासे हनराश िै्. िम्बो-रो्ग जे्ग के लोगो् के हलए ये हकसी हसरदद्ण से कम निी्िै. ये अवैध कटान बीते कई सालो्से जारी िै , हजसे वन अहधकारी रोकने मे् नाकामयाब रिे िै्. जबहक ये वन क््ेत् यिां के लोगो् के शान से जुडा िुआ िै. रो्ग जे्ग मे् ईस्ट गारो हिक्स के हनवासी थे जू मारक ने किा हक वनो् को उजाडना खतरनाक साहबत िो सकता िै. ले हकन यिां के वन अहधकाहरयो् को इसकी कोई हचं ता निी् िै . ऐसे मे् अहधकाहरयो् को इसको ले क र सचे त िो जाना चाहिए. साथ िी वन सं ि दा की सख्त हनगरानी करना चाहिए. अगर ऐसा
निी् िोगा तो इस हरजव्ण का नाम िी हसि्फ बचेगा. रो्ग जे्ग गांव के स्थानीय लोगो् ने किा हक यिां से लकड्ी शालंग मे्िह््िम खासी हिक्स के माग््ो् से असम के गोलिाड्ा ििुंचायी जाती िै. थेजू ने किा हक इस अवैध धंधे मे्िर कोई शाहमल िै. चािे वि अहधकारी िो्या हिर लकडी तस्क र. क्यो्हक इस माग्ण िर हबना हवभाग की जानकारी के कोई लकडी ले िी निी् जा सकता िै. िू व्ी गारो हिक्स के जं ग ल, रो्ग रे्ग हरजव्ण हवहलयमनगर और अब िम्बो रो्ग जे्ग हरजव्ण िर भी लगातार अहतक््मर से इसके खत्म िोने के आसार िै्. यिां लकहडयो् की बडे िैमाने िर तस्क री िो बाकी पेज 2 पर