Shukrawaar newspaper 15 21 january 2016

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मस्​्ानी एक मुश्िकल शकरदार पेज- 13

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वर्ष 2 अंक 11 n पृष्: 16 n 15-21 जनवरी 2016 n नयी दिल्ली n ~ 5

सरकार से नाराज हैं महबूबा

शि​िेक सक्सेना

15 जनवरी तक नरी सरकार का गठन नहीं वकरा जा सकेगा. पीडीपी के सूतंों के नयी दिल्ली. जमंमू कशंमीर में साझा मुतावबक अपने वपता की तुलना मेंमहबूबा सरकार चलाने के बावजूद भारतीर जनता का केंदं की राजग सरकार और भाजपा के पाटं​ंी और पीपुलंस डेमोकेंवटक पाटं​ंी में पंवंत रंख शुरंसे ही कािी कड़ंा रहा है. हाल आपसी अववशं​ंास इंतहा पर पहुंच गरा है. ही में जब उनके वपता एमंस में इलाज के जहां एक ओर महबूबा मुफतं ी अपने वपता की वलए भतं​ंी हुए तो उनंहेंपूरा ववशं​ंास था वक पं​ंधानमंतंी नरेंदं मोदी बीमारी और विर उनके उनंहें देखने आरेंगे पर वनधन के बाद राजग ऐसा नहींहुआ. इतना ही सरकार और भाजपा की नहीं पं​ंधानमंतंी ने उनके अनदेखी से खिा हैं. वहीं अंवतम संसंकार में भी भाजपा मेंरह धारणा जोर वहसंसा नहीं वलरा. न ही पकड़ंती जा रही है वक इस भाजपा अधंरकं​ं अवमत राजंर में साझा सरकार में शाह इस मौके पर आरे. शावमल होकर उसने बहुत पीडीपी के एक नेता का बड़ंी भूल हुई है. कहना था वक पं​ंधानमंतंी मुफंती मोहमंमद सईद अिगावनसतान से आते के वनधन के बाद राजंर में समर अपना ववमान राजंरपाल शासन लागू होने और महबूबा मुफंती के नेतृतंव में नरी पावकसं​ंान मेंउतरवा कर नवाज शरीि को सरकार के गठन में होने वाली देरी को उनके जनंमवदन की बधाई देने और नावतन लेकर वजन अिवाहों ने जोर पकड़ंा है. की शादी में नेग देने तो पहुंच जाते हैं. पर उसके पीछे का कारण रही परसंपर मुफंती को असंपताल में देखने नहीं आरे. अववशं​ंास रहा है. पहले रह माना जा रहा जबवक सोवनरा गांधी न केवल बीमारी के था वक शोक के चार वदन पूरे हो जाने के दौरान उनंहें देखने गरीं. बलंलक जैसे ही बाद महबूबा शपथ गं​ंहण कर लेंगी. पर जब मुफंती के वनधन की खबर उनंहें वमली वे रह अववध अब बीत गरी तो तरह-तरह की तुरंत असंपताल पहुंचीं. वहां महबूबा नहीं अटकलेंलगारी जाने लगी हैं. हालांवक बाद थी. उनंहोंने उसके बारे मेंपूछा तो पता चला मेंपाटं​ंी के ववरषं​ंनेता महबूब बेग ने संपषं​ं वक वह अपना सामान लेने जमंमू कशंमीर बाकी पेज 2 पर वकरा वक सात वदन का शोक होने के कारण

बुंदेलखंड बनेगा चुनावी अखाड़ा!

सुनीता शाही

महोबा/झांसी. गरीबी से तं​ंसं बुंदेलखंड उतं​ंर पं​ंदेश के ववधानसभा चुनाव 2017 के वलए राजनैवतक रणभूवम बनता जा रहा है. कांगंेस को लगता है वक सूखे और भूखे बुंदेलखंड से कांगंेसमेंजान आ सकती है . कांगंेस उपाधंरकं​ंराहुल गांधी ने वहां के सूखा पं​ंभाववत कं​ंेतंों का दौरा करने के वलए वंरापक रोजना तैरार कर रहे हैं. वह रातं​ंा से भाजपा नेतृतंव वाली राजग सरकार को कड़ी पं​ंवतसंपधंाय देने की तैरारी कर रहे हैं.कांगंेस नेताओंकी एक टीम ने अभी हाल मेंबुंदेलखंड के बांदा का दौरा वकरा है. वह रहां के ऐसे वहसंसों पर राहुल गांधी की पदरातं​ंा कराने पर ववचार कर रहे है,ं जो बुरी तरह से सूखे से पं​ंभाववत हैं.अवखल भारतीर कांगस ंे कमेटी की पंवं कंता रीता बहुगण ु ा जोशी ने इस टीम का नेतृतंव वकरा था. उनंहोंने कहा वक बुंदेलखंड में सूखा एक गंभीर मुदंा है. इसवलए जलंद ही राहुल गांधी इस कं​ंेतं में पदरातं​ंा करेंगे. साथ ही राजंर और केंदं सरकार पर वकसानों की आवाज सुनने के वलए दबाव बनारेंगे. पं​ंदेश कांगंेस अधंरकं​ं वनमंयल खतं​ंी ने कहा वक राहुल के दौरे से पाटं​ंी को विर से जीवंत हो जारेगी.लोकसभा में545 सीटोंमें मातं​ं45 सांसदोंके साथ कई मुदंोंपर कांगंेस ने सिल ववपकं​ंकी भूवमका वनभाई है. वजससे

गोवा में गरमाया नाररयल आंदोलन

पणजी. गोवा में ववपकं​ंी नेताओं के साथ-साथ ववरासत बचाओ कारंयकतंायओं ने ववपकं​ंी नेताओं ने नावररल के पेड़ों से वचपककर उनंहें बचाने के वलए एक बार विर वचपको आंदोलन को जीवंत कर वदरा. इन लोगोंने जंगली पेड़ोंकी वलसंट से नावररल को हटाने के ववरोध में खूब नारेबाजी भी की. तकरीबन 50 कारंक य तंाय और कुछ नेताओंके साथ चार ववधारकों ने पणजी-मापुसा राषं​ंीर राजमागंय को 45 वमनट तक बंद करके वचपको आंदोलन को अंजाम वदरा. कांगंेस के ववधारक एलेकंस रेगीनालंड लौरेंको ने तीन वनदंयलीर ववधारकों ववजर सरदेसाई, रोहन खौनटे और नरेश सवाल के साथ ववरासत कारंयकतंाय पं​ंजल सखारडंडे के

इन लोगों की वसिंफ एक मांग है वक पेड़ संरकं​ंण अवधवनरम 1984 के तहत गोवा, दमन और दीव से नावररल को हटारा न जारे.राजंर मेंभारतीर जनता पाटं​ंी की सरकार ने इस अवधवनरम के सेकंशन 1-ए में संसोधन करते हुए पेड़ंकी पवरभाषा से नेतृतंव में रे ववरोध पं​ंदशंयन वकरा. नावररल को हटाना चाहती है. वजसे साल इसके अलावा पूवंय केंदंीर कानून मंतंी 2008 में कांगंेस की सरकार ने इस रमाकांत खालाप, राषं​ंीर कांगंेस पाटं​ंी के अवधवनरम मेंजोड़ा था. सरदेसाई ने आरोप नेता टं​ंाजानो डी मेलो और गोवा सूरज पाटं​ंी लगाते हुए कहा वक भाजपा सरकार संगुएम के नेता फंलोवररन लोबो भी इस आंदोलन में में पवररोजना की इजाजत देने के उदं​ंेशंर से शावमल हुए. साथ ही अनंर राजनीवतक इस अवधवनरम मेंसंसोधन करना चाहती है. कारंयकतंायओं के संगठन जैसे जेननेकंसंट के रे एक तरह से गोवा मेंनावररल के पेड़ोंका अधंरकं​ंदुगंायदास कामत भी इस आंदोलन के सिारा करने की सावजश जैसा है. पकं​ंमेंहैं. बाकी पेज 2 पर

पं​ंेवरत होकर राजंर कांगंेस ने अपने 28 ववधारकों के दम पर ववधानसभा में भी अपना गवतरोध दजंयकराने की रोजना बनारी है.जोशी ने कहा वक हम बुंदेलखंड के वकसानों की दुदंयशा पर इस बार ववधानसभा सतं​ं वबलकुल नहीं चलने देंगे. वे लोग आजीववका की तलाश में अनंर राजंरों की ओर पलारन कर रहेंहैं. उतं​ंर पं​ंदेश मेंसपा और केंदं में भाजपा नेतृतंव वाली सरकारें वकसानों के आतंमहतंरा करने के पं​ंवत असंवेदनशील हो गरी हैं. राहुल ने साल 2008 में बुंदेलखंड में एक पदरातं​ंा के दौरान 70 हजार वगंयवकमी कं​ंेतं के वलए 7266 करोड़ं रंपरे का ववशेष

पैकेज घोवषत वकरा था. इसमें3506 करोड़ं रंपरे रूपी के सात वजलों झांसी, जालौन, लवलतपुर, हमीरपुर, बांदा, महोबा और वचतं​ंकूट के वलए थे और बाकी 3760 करोड़ं रंपरे मधंरपं​ंदेश के छह वजलों दवतरा, टीकमगढं, छतरपुर, पनंना, दमोह और सागर के वलए थे. साल 2011 को छोड़ दे,ं जब रहां बड़ी भीषण बाढं आरी थी. लेवकन उसके बाद बुंदेलखंड वजले में साल 2003 से 2015 के बीच मेंअवनरवमत सूखा पड़ने से तकरीबन तीन सौ से जंरादा लोगों ने आतंमहतंरा वकरा है. इनके पीछे सूखा और िसल की बबंायदी ही मुखंर वजह है. केंदं बाकी पेज 2 पर

सब पर भारी अजीत डोवाल

शरद गुप्ता

नयी दिल्ली. पठानकोट एररबेस पर आतंकी हमले के बाद हुई कूटनीवत और राजनीवत के पवरणाम चाहेंजो भी हों. लेवकन इससे रह जरंर साफंहुआ है वक भारत और पावकसं​ंान के बीच संबधं रहेगं े रा नहींऔर रहेगं े तो कैसे रहेगं .े इसका िैसला न तो ववदेश मंतंी सुषमा संवराज कर रही हैं. न ही हमरे पंधं ानमंतंी नरेदं ंमोदी कर रहे है.ं इन मुदंोंपर आवखरी िैसला सरदार पटेल भवन मेंबैठने वाले भारत के राषं​ंीर सुरकं​ंा सलाहकार अवजत डोवाल ले रहे है.ं हालांवक पठानकोट में सेना को बचाने के वलए एनएसजी भेजने का िैसला लेने के वलए वे चारों ओर से आलोचना का सामना कर रहे है.ं वजह भी संपषं​ं है. भारत-पाक सवचव संरं की वातंाय 15 जनवरी को होना तर था. लेवकन 1 जनवरी की रात एररबेस पर हुरे हमले के बाद इस वातंाय के भववषंर पर पंशं नं वचनंह लगने लगे थे. हमारे ववदेश ववभाग के पंवं कंता रही कह रहे थे वक वातंाय रदं​ंहोने

के आसार कम है.ं कंरोंवक इससे आतंवकरोंके मंसबू े पूरे हो जारेगं .े खुद केदं ंीर गृहमंतंी राजनाथ वसंह का कहना था वक अभी तक वक जांच का वनषंकषंय रही है वक पावकसं​ंान पर अववशं​ंास का कोई कारण नहीं है. लेवकन राषं​ंीर सरकं​ंा सलाहकार (एनएसए) महोदर ने आठ जनवरी को भासंकर डॉट कॉम को वदए एक इंटरवंरू में साफं कह वदरा वक 15 जनवरी की वातंाय अब नहींहोगी. उनंहोंने कहा वक जब तक पावकसं​ंान पठानकोट हमले में शावमल आतंवकरों और उनके आकाओं के वखलाि कारंवय ाही नहीं करता है. तब तक वकसी तरह की बातचीत बेमानी है. रह खंबर 11 जनवरी की सुबह भासंकर की वेबसाइट पर अपलोड की गरी. तुरंत नंरूजं चैनलों ने इस खंबर को एनएसए के हवाले से पं​ंसावरत करना शुरं कर वदरा. सरकार में हंगामा मच गरा. डोवाल का बरान आरा - मैंने भासंकर को कोई इंटरवंरू नहींवदरा. रह वरपोटंयझूठी है. जब तक चैनल इस बरान को चलाता, भासंकर ने इंटरवंरू का बाकी पेज 2 पर


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