Nisa launch edition hindi

Page 1

अपोडेफर स्कूशरॊग

प्रभोचन सॊस्कयण | English Adaptation नीसा ऩरयवाय की ओय से

कभें डफ े र रननिंग

१९ याज्म ८०००+ स्कूर

१६,००,०००+ शिऺाथी आज ही सदस्म फननए! नीसा से जड़ु िमे

नेिनर इन्डडऩेडडेडट स्कूल्स एरामॊस (नीसा) बायत के उन सबी अपोडेफर प्राईवेट स्कूरों (एऩीएस) की एकीकृत आवाज़ है , जो आर्थिक तौय ऩय गयीफ रोगों तक सस्ती औय गुणता-ऩूणि शिऺा ऩहुॉचाने के सॊमुक्त उद्देश्म से जुिे हुए हैं!

सम्ऩादकीम: आयटीई के तहत फॊद होने वारे स्कूरों से जि ु े तथ्म आय टी ई के तहत फॊद हुए मा होने की कगाय ऩय खिे स्कूरों ऩय चाय: ददल्री (२२००), टीएन (३०००) व एऩी, झायखॊड, हभने कुछ तथ्म जट ु ाए हैं. ऩॊजाफ औय हरयमाणा जहाॉ सुनवाई चर यही है, वहाॉ का डेटा प्रभाणणत है, औय आॊध्र प्रदे ि (एऩी),

भहायाष्ट्र औय मऩ ू ी (सबी भें १५०-३००) भें कयीफ ६११६ स्कूर फॊद हुए मा होने वारे हैं.

ददल्री, झायखॊड, भहायाष्ट्र, तशभर नाडु (टीएन) व उत्तय प्रदे ि ऩाॊच: ८ याज्मों के ९२०० स्कूरों भें २०० प्रनत स्कूर के औसत से (मऩ ू ी) का डेटा भीड़डमा रयऩोर्टिस से शरमा गमा है: तथ्मों के अनस ु ाय:

शिऺाथीमों की सॊख्मा का आॊकिा १,२००,००० ऩाय कय जाता है. बायत बय के आॊकिे औय बी अर्धक होंगे.

एक: ऩॊजाफ: ९३१ फॊद ककमे गए, २१९ फॊद होने को हैं (कुर

ऩछ ू े जाने वारे भहत्वऩण ू ि सवार मह हैं:

स्कूरों भें २३०,००० शिऺाथी)

कोई वैकन्ल्ऩक शिऺा व्मवस्था भुहैमा की है? जहाॉ आयटीई

२७५,००० शिऺाथीमों के अर्धकाय सुयक्षऺत

उरट क्मों कय यहा है? मह १२ राख फच्चों को उनके चन ु े हुए

९३०१ ननजी ाैय-भाडमताप्राप्त स्कूरों का १०%, कयीफ ११५० क्मा ववशबडन याज्म सयकायों ने प्रबाववत शिऺाथीमों के शरए दो: हरयमाणा: हाई कोटि स्टे ऑडिय के चरते १३७२ स्कूरों भें तीन: एऩी भें ५२९ औय टी एन भें ३० स्कूर फॊद होने के चरते कयीफ ११०,००० शिऺाथी स्कूर से फहाय हुए

सबी के शरए शिऺा दे ने के शरए रामा गमा था, वहाॉ मह इसके स्कूरों से दयू मा फाहय क्मों यख यहा है?

फ़ीचय: एनफीईआय वककिंग ऩेऩय सार भें ज्मादा ददन स्कूर रगता है, एक क्रास भें कभ फच्चे

आॊध्र प्रदे ि भें स्कूर चमन प्रोग्राभ के प्रबाव के प्रमोगात्भक

स्कूर भें साफ़ सपाई फेहतय होती है. चाय सार के इस िोध भें

प्रभाण ददए हैं. दो स्तयों ऩय हुए इस िोध भें एक वविेर् रौटयी द्वाया स्कूर वाउचयों का इस्तेभार ककमा गमा, न्जससे एक शिऺाथी-स्तय औय एक भाकेट-स्तय के प्रमोग फना.

मह ऩामा गमा की सयकायी स्कूरों के शिऺकों की तुरना भें

ननजी स्कूरों के शिऺकों के ऩास कभ शिऺा औय रे ननॊग होती है, औय उडहें कापी कभ वेतन ददमा जाता है. दस ू यी तयप,

ननजी स्कूरों भें एक ददन भें ज्मादा दे य तक ऩढ़ाई होती है, एक

Talk | November 20, 2013, New Delhi

Delivering Education: How the rise of private schooling changes everything? World Bank‟s Jishnu Das explores educational markets in low-income countries and analyses their role and contribution in policy change and making education effective Conference | December 20, 2013, New Delhi

हार भें ही द अग्रीगेट इपेक्ट ऑफ़ स्कूर चॉइस: एववडेंस फ्रॉभ अ स्कूर चॉइस एक्सऩेरयभें ट इन इॊड़डमा िीर्िक से हुई िोध ने

सम्भरेन

होते हैं, शिऺक कभ छुट्टी रेते हैं, ज्मादा काभ कयते हैं, औय

साभने आमा की ननजी स्कूरों भें औसत प्रनत शिऺाथी रागत सयकायी स्कूरों की एक नतहाई है.

मह बी ऩामा गमा की ननजी स्कूर सयकायी स्कूरों से (थोिी सी) फेहतय शिऺा प्रदान कयते हैं.

ऩण ू ि रयऩोटि के शरए महाॉ जाएॉ: http://www.povertyactionlab.org/publication/ aggregate-effect-school-choice-evidence-two-stageexperiment-india

School Choice National Conference

School Choice Campaign, a policy reform initiative of CCS, organizes its 5th annual SCNC to identify critical issues in education sector, review existing programmes, explore strategies to face challenges and ideate on ingenious solutions to ensure quality education to all children in India To register, drop an email to nisa@ccs.in or click on the buttons below: Jishnu Das Talk

SCNC

़ानूनी सराह रें: रीगर फाउॊ डयीज़ प्रश्न: क्मा आयटीई एक्ट सबी फच्चों की भुफ्त शिऺा दे ता है?

द्वाया सबी याज्मों के शरए सॊकशरत आयटीई भैदरक्स

उत्तय: आयटीई एक्ट सबी फच्चों को भुफ्त शिऺा नहीॊ दे ता.

सकते हैं. अर्धक जानकायी के शरए अऩने याज्मे के प्राइभयी

(अशबबावक, सीरभऩयु , ददल्री)

सेक्िन ९ (अ) के अनस ु ाय, हये क रोकर अथॉरयटी की

न्ज़म्भेदायी है की वह हय फच्चे को भुफ्त औय अननवामि शिऺा ददरामे (शसवाम उन फच्चों के न्जडहें उनके भाता वऩता मा

अशबबावक एक ननजी ाैय-सहामताप्राप्त स्कूर भें साभाडम

(http://righttoeducation.in/rte-matrix) की भदद रे एजक ु े िन एक्ट औय आयटीई रूल्स से सराह रें.

प्रश्न: क्मा आय टी ई के नोम्सि औय स्टैंडर्डिस शसपि ननजी स्कूरों ऩय ही रागू होते हैं? (अशबबावक, झायखॊड)

श्रेणी भें दाणखर कयाते हैं.

उत्तय: नहीॊ! सबी स्कूरों को आयटीई भें ददए नोम्सि को भानना

प्रश्न: स्कूर को सयकायी भाडमता ददराने के शरए क्मा ज़रूयी

अथवा ननजी) जो आय टी ई के स्टैंडर्डिस नहीॊ ऩयू े कये गा, उसे

है? (स्कूर ओनय, हरयमाणा)

उत्तय: ननजी स्कूरों को सयकायी भाडमता दे ने के भाऩदॊ ड हय याज्म भें अरग अरग हैं. आऩ याइट टु एजक ु े िन प्रेटफ़ॉभि

होगा. सेक्िन १९ (१) के अनस ु ाय, कोई बी स्कूर (सयकायी

स्कूर नहीॊ भाना जामेगा. सयकायी सॊस्थामें, नेिनर औय स्टे ट कशभश्डस पॉय प्रोटे क्िन ऑप चाइल्ड याइर्टस (NCPCR औय SCPCR) मह सनु नन्श्चत कयती हैं.

रीगर फाउॊ डयीज़ आऩकी आय टी ई औय ननजी स्कूरों से जि ु े सबी प्रश्नों का उत्तय है , चाहें आऩ

स्कूर एडशभननसरे टय मा ओनय हों मा अबीबावक. सेंटय पॉय शसववर सोसाइटी आयटीई से जुिे

भसरों ऩय भुफ्त ़ानूनी सराह औय याम दे ता है .

हभ कानूनी वविेर्ऻ औय आईजन्स्टस अर्धवक्ता प्रिाॊत नायॊ ग से सराह भिवया रेते हैं.

अऩने प्रश्न prashant@ijustice.in ऩय बेजें. अऩनी फात साफ़ औय सॊक्षऺप्त यखें औय िीर्िक भें : „रीगर फाउॊ डयीज़ - नीसा प्रश्न‟ शरखें : आयटीई से जुिे ़ानूनी सवार हैं? भुफ्त सराह औय याम रें !


याम : फेहतयीन अपोडेफर ननजी स्कूर चराने के शरए नीसा एसएरएस भें आमे १८०+ प्रनतननर्धओॊ से कुछ प्रश्न ऩछ ू े गए: (अ) ककतने रोग अपोडेफर ननजी स्कूर चराते हैं मा उम्नें काभ कयते हैं (80%); (फी) ककतने भानते हैं कक अपोडेफर ननजी स्कूर अच्छी शिऺा दे सकते हैं? (९०%); ककतने भानते हैं कक अच्छी शिऺा वह है जहाॉ फच्चा कुछ सीखता है? (100%). अर्धक जाननमे: www.nisaindia.org/sls2013.

दनु नमा बय भें फेहतयीन अपोडेफर ननजी स्कूर चराने के शरए क्मा ज़रूयी है? हभने कुछ वविेर्ऻों से फात की:

“आने वारे सभम भें शसपि दो फातें शिऺा भें फदराव रामेंगी—

“सीखने औय शसखाने के क्रासरूभ औय ककताफ के तयीकों को

“शिऺा को उसके भूरबत ू शसद्धाॊतों तक राना होगा. मह दे ह्खना

सही प्रमोग से कयने औय सीखने की ऩरयबार्ा को एक नमा

होगा औय ऐसी शिऺा दे नी होगी जो आने वारे कर भें काभ

क्मा होता है. हभें 5As — aim (उद्देश्म ननधाियण), act (कामि),

(एक), सही टे क्नोरॉजी, औय (दो), सही एनाशरदटक्स. डेटा के आमाभ दे ना ही बववष्ट्म की शिऺा है.

शिऺक का कामि शसपि सीखने के शरए एक अनक ु ू र वातावयण

दे ने का यह जाएगा औय हय फच्चा अऩने खुद के भागि औय गनत से सीख रेगा.”

फदरना होगा. हभें अऩने सोचने का नजरयमा ववस्तत ृ कयना आमे. एक ऐसी शिक्षऺत ऩीिी जो अऩने ऻान का योज़भयाि के जीवन भें सही इस्तेभार कयना न जानती हो, बरे ही उसने

होगा की एक क्रासरूभ मा ककसी बी सीखने के वातावयण भें analyse (ववश्रेर्ण), apply (ववननमोग) औय assess

(आकरन) — को हय शिऺा से जोिना होगा. इसी नज़रयए के

ककतने सार शिऺा प्राप्त की हो, सभाज के शरए ककसी काभ की अॊतगित, हभें अच्छे (औय फयु े ) शिऺकों से अच्छी शिऺा की ओय नहीॊ है.”

शसद्धाथि अजीत

कदभ फढ़ाने होंगे.”

अिोक ठाकुय

ग्रे भैटसि कैवऩटर

शिराददत्म घोर्

भुनन इॊटयनेिनर स्कूर

आईड़डस्कवयआई

नीसा कामि ऩय: कणािटक भें आयटीई की ज़भीनी वास्तववकता

NEWS AND RESOURCES

कणािटक प्राइवेट स्कूल्स जॉइॊट एक्िन कशभटी (कैऩजैक) के

सझ ु ाव:

दणखरों से जि ु े कुछ भुद्दों ऩय तथ्म औय ववचाय:

शभरकय काभ कयते हुए मह सुननन्श्चत कयना चादहए कक

सर्चव िशि कुभाय डी के आयटीई के तहत २५% आयऺण कोटा १. ऩहरा, सयकायों को ननजी स्कूर प्रफॊधन सॊस्थाओॊ के साथ

१. आय टी ई के तहत स्कूरों भें दाणखरे के आवेदन की कोई

अॊनतभ नतर्थ नहीॊ है, न्जससे भ्रभ औय प्रफॊधकीम फोझ फढ़ता

है. कई अशबबावक ऩाॊच से ज्मादा स्कूरों भें आवेदन बयते हैं, न्जससे कई फच्चों को एक से ज्मादा सीट शभर जाती हैं.

२. कुछ एरीट स्कूरों की भाॊग फहुत ज्मादा है. उनभें आवेदनों

की बयभाय यहती है. दस ू यी तयप, कुछ स्कूरों भें कोई आवेदन नहीॊ आते. कई स्कूर मॉू ही सीर्टस दे दे ते हैं, न्जसके चरते

दाणखरे जल्दी हो जाते हैं. कुछ स्कूर एक्ट की नज़यॊ दाज़ी कयते हैं, मा अल्ऩसॊख्मक स्कूर फन कय फच जाते हैं.

३. कई अशबबावक झूठे प्रभाणऩत्र प्रस्तुत कयते हैं. भैनेजभें ट की फीऩीएर प्रभाणऩत्र को चमन का भाऩदॊ ड फनाने की अजी

ऩय भॊत्री औय शिऺा ववबाग द्वाया कोई ववचाय नहीॊ ककमा गमा. अदारतों ने भाना कक ७०+% अशबबावक अऩनी भाशसक आम को ११,००० रुऩमे से कभ फताते हैं (कई तो िूडम आम बी

फताते हैं). जो अशबबावक आयटीई के तहत दाणखरे नहीॊ रे

ज़रूयतभॊद औय मोग्म फच्चों को आयटीई के दामये भें ही उनकी ऩसॊद की शिऺा शभरे. वे शभरकय वास्तववक शिकामतों का

ननवायण कयें औय नकायात्भक प्रचाय से फचें (ऽासतौय ऩय उन

कभ मा फेऽफय ाैय सयकायी सॊस्थाओॊ से, जो शि​िु अर्धकाय के नाभ ऩय शिऺकों औय स्कूर ओनयों का उत्ऩीिन कयते हैं).

२. दस ू या, सयकायों को सयकायी (ऩन्लरक) स्कूशरॊग शसस्टभ के द्वाया फच्चों को अच्छी शिऺा दे ने की अऩनी ववपरता को

स्वीकायना चादहए. उडहें उन भद्द ु ों ऩय ववचाय कयना चादहए

http://timesofindia.indiatimes.com/home/ education/news/Children-run-to-seek-RTE-forunderprivileged/articleshow/25770831.cms Times of India | November 13, 2013

Implementing RTE will stop trafficking http://articles.timesofindia.indiatimes.com/201311-13/ranchi/44028343_1_trafficking-victims-rteact-hrd-department Forbes India | November 7, 2013

Impact of the RTE shutdown of schools

http://forbesindia.com/blog/accidental-investor/ impact-of-the-rte-shutdown-of-schools/

एॊरी, स्कूर ड्राऩआउट/जनसॊख्मा सवे, ऩोशरमो प्रोग्राभ,

LiveMint | October 22, 2013

सुननन्श्चत कयें कक शिऺक क्रास भें ज़्मादा दे य यहें , औय डेटा इरेक्िन र्डमट ू ी औय अडम गनतववर्धमों भें कभ सभम रगामें. ३. तीसया, सयकायों को सनु नन्श्चत कयना चादहए की ननजी

स्कूरों को अऩना ऩैसा सभम से अदा हो. औसत प्रनत शिऺाथी रागत को भाऩने के तयीके तकिसॊगत औय अनक ु ू र हों.

नमी कणािटक सयकाय ने ननजी स्कूर सॊस्थाओॊ से शभरने के

जा सकता है. कैऩजैक ने खुद ही ऐसे कई प्रभाणऩत्रों के नभूने

ककमा है.

कशभश्नय को प्रस्तुत ककमे हैं.

Children run to seek RTE for the underprivileged

न्जनके चरते क्रासरूभ भें सीखना नहीॊ हो ऩाता. वे

ऩाते, वे इसका ववयोध कयते हैं. उनका कहना है की तहसीरदाय को ५००-२००० रुऩमे दे कय झूठा प्रभाणऩत्र आसानी से शरमा

Times of India | November 14, 2013

The conclusive case for school choice http://www.livemint.com/Opinion/ LI8HU3WD2LsgNO8lPVyhgK/The-conclusivecase-for-school-choice.html DNA | October 21, 2013

RTE: Pvt schools yet to be reimbursed http://www.dnaindia.com/academy/report-rteprivate-schools-yet-to-be-reimbursed-1906590

एक बी अजी ऩय कई कोशि​िों के फावज़द ू कोई ववचाय नहीॊ िशि को braincenter73@gmail.com ऩय ईभेर बेजें.

ए ६९, हौज़ ऽास, नमी ददल्री ११००१६ बायत | +९१ ११ २६५३ ७४५६, ९८९९४८५६६७, ८१३०५६२७०२ www.nisaindia.org | nisa@ccs.in | सेंटय पॉय शसववर सोसाइटी की एक ऩहर

News and Resources are brought to you by the Right to Education Platform. View more at:

/RightToEducation

/CCSindiatv

theRTEplatform

SpontaneousOrder.in

/company/Centre-for-Civil-Society


Turn static files into dynamic content formats.

Create a flipbook
Issuu converts static files into: digital portfolios, online yearbooks, online catalogs, digital photo albums and more. Sign up and create your flipbook.