Russia and India business report

Page 1

Navbharat Times in association with Rossiyskaya gazeta, Russia

WEDNESDAY, MAY 29, 2013

दोनों प्ों ने वीकृत िकया िक भारत तथा ूस एक अच्छी डील के तालमेल में हैं, िजसमें दोनों पािट्यों का िहत है।

घूमता आईना

नया ल य: ूस-भारत यापार का िव तार

भारत में MiG-29KUB िवमानों की पहली क्वै न तैनात

भारत के िवदेश मं ी सलमान खुशी्द और ुस के उप- धानमं ी दिम ी रोगोिजन ने वाता् के दौरान आिथ्क संबध ं ों में ुई गित की समी्ा की, तािक उन्हें एक नई िदशा दी जा सके।

शिनवार को गोआ के हस नौसैिनक अ‍े पर MiG29KUB िवमान तैनात करने का समारोह ुआ| भारत के र्ा मं ी अराक्कापरमिबल कुिरयन एंथनी ने इस समारोह की अध्य्ता की| ूसी िवमानिनमा्ता िनगम “िमग” के डायरेक्टर जनरल सेगईे् कोरोत्कोव ने समारोह में बोलते ुए कहा िक ूस न केवल िवमान बेच रहा है, बि क उनसे जुडी ौद्योिगकी भी भारत को ह तांतिरत कर रहा है, िजससे भारत में तत्संबधं ी उद्योग का िवकास होगा| यह ूस-भारत सैिनक-तकनीकी सहयोग के ु ” िवकास के िलए िहत द है| यहाँ गोआ में तैनात “काला तेंदआ नामक 303वीं ‍ै न में 16 िवमान होंग|े इससे पहले अ ल ै में भारत और ूस के र्ा मं ालयों के बीच एक समझौता ुआ है, िजसके अंतग्त ूस भारतीय पायलटों को इन िवमानों पर उड़ानें भरने की िे नंग देगा|

ददन उपाध्याय RIBR

© RIA NOVOSTI

नई िदल्ली में ूसी िश्ा-2013 दश्नी का उद्घाटन

© SERGEY MAMONTOV / RIA NOVOSTI

AFP/EASTNEWS

तीसरे काय्काल के पहले वष् में पुितन कॉिन्फडेंस रेिटग 60% से िगरकर 52% रह गई है।

पुितन अभी भी ूस में लोकि य राजनेता ह :छिव चमकाने की मजबूत रणनीित तैयार की इसे आप पसंद करें या नहीं, लेिकन अथ् यव था में अि थरता के साथ, लािदमीर पुितन अपना समथ्क आधार मजबूत करने के िलए ूिढ़वादी मू यों का सहारा ले रहे हैं युिलयापोनोमारेवा RIBR

लािदमीर पुितन अभी भी ूस में सवा्िधक लोकि य राजनेता ह। लेिकन उनकी छिव कुछ कमजोर होने के भी संकते ह : उनके तीसरे काय्काल के पहले वष् में उनकी कॉिन्फडस रेिटग 60% से िगरकर 52% रह गई है। पुितन का िपछला चुनाव अिभयान, आधुिनक ूस के इितहास में शहरी मध्य वग् की अगुवाई वाले सबसे बड़े सरकारिवरोधी दश्नों की पृ‍भूिम में चला था।

बीते वष् में, असंतोष धीरे-धीरे कम पड़ा है, और आज उनकी ि थित अपे्ाकृत कुछ ठीक है। लेिकन क्या इसकी कोई गारटी है िक सड़कों पर िफर से नए जोश के साथ दश्न नहीं उमड़गे? िपछले रा£पित चुनाव के पहले अनेक िव्‍ेषकों ने कहा था िक पुितन को अपनी छिव नए िसरे से चमकानी होगी तथा ‘क्रोिधत जनता’ पर जीत हािसल करने के िलए ‘पुितन 2.0’ बनना होगा। हालांिक बीते वष् के दौरान ािधकािरयों की काय्वाही को िवप् ने बार-बार ‘क्रैकडाउन’ के ूप में बताया। पुितन इस िन कष् पर पुचे िक बदलाव के फल वूप ि थित और कमजोर हो सकती है- सेंटर फॉर पॉिलिटकल टे‍ोलॉजीज के थम वॉइसिे सडट अलेक्सेई मकारिकन ने बताया - ‘उन्होंने िरयायतें नहीं कीं, चूिं क उनका

िव‍ास था िक इससे और िरयायतें िे रत होंगी।’ पुितनकेतीसराकाय्कालमेंसुिख्यांबटोरने वाला करण अभी तक पंक बैंड पुसी रॉयट का ॉयल रहा है िजसके सद यों को मॉ को के कैथे ल ऑफ क्राइ ट िद सेिवयर के अंदर ‘होली मदर ऑफ गॉड, ाइव पुितन आउट’ गाने के एवज में दो साल की जेल ुई। तथाकिथत ािधकारपूण् काय्वािहयों की तुितमाला लंबी है। जन रैिलयों पर कानून सख्त कर िदया गया और पुितन िवरोधी जुलसू ों के एक नेता तथा िव्ीय घोटाले के आरोपी अलेक्सेई नेवल े नी का ॉयल जारी है। िवदेशों से धन ा‍ करने वालेतथाराजनैितकगितिविधयोंमेंभागीदारी के संदहे वाले एनजीओ को ‘िवदेशी एजेंट’ का दजा् िदया गया है, िजसका ूसी भाषा में अथ् ‘जासूस’ होता है।

लेिकन पुितन समथ्कों से पूरी तरह वंिचत नहीं ह। वा तव में, लोगों को पि‍म िवरोधी, उदारवाद िवरोधी तथा रा£वादी एजेंडे के आधार पर िे रत करने के िलए उन्होंने एक सोची-समझी रणनीित पर काय् िकया। स्ाधारी यूनाइटेड रिशया पाटी् के तत्वाधान में पुितन द्वारा मई 2011 में थािपत ऑलरिशया पीपु स टं (APF) में 1800 से अिधक सामािजक संगठन शािमल ुए ह। यूनाइटेड रिशया सूची से टेड ड्यूमा में 2011 में िनवा्िचत 238 लोगों में से 80, APF का ितिनिधत्व करते ह। जाने-माने समाजशा ी ओ गा क्राइ टनो काया के अनुसार, ‘APF कारगर लोगों को एकजुट करता हैडॉक्टर, िश्क, माइनस्। यह फामे्ट, पुितन को सूट करता है- वे इन लोगों के साथ सहजता महसूस करते ह और उन मसलों को समझना चाहते ह िजनसे ये लोग िचंितत ह।’ अलेक्सेई मकारिकन के अनुसार, ‘’अपने लोगों’ को एकीकृत करना ही पाटी् लाइन है।’ समाजशाि यों के अनुसार, ये ‘अपने’ लोग, (पुितन के मुख्य िनवा्चक) छोटे क बों और गांवों के सेकड ें री िश्ा वाले लोग ह जो इटरनेट का उपयोग नहीं करते। मकारिकन का मानना है िक ‘उन्ह ूिढ़वादी मू यों, उदारवादिवरोध, तथा पि‍म-िवरोध के आधारों पर एकजुट िकया जा सकता है।’ यूनाइटेड रिशया को भािवत करने वाले कैंडलों की पृ‍भूिम में, िजनमें से ज्यादातर िवदेशों में अघोिषत संपि्यों के बारे में ह, पुितन ने ‘आिभजात्य लोगों को रा£वादी’ बनाने की योजना तैयार की। अिधकािरयों को 1 जुलाई तक िवदेशी बैंक खातों से खुद को मु‍ करना है। हालांिक िवदेशों में अचल संपि्यां रखना ितबंिधत नहीं है। िवगत वष् अंत में पुितन नेएक कानून बनाया िजसके तहत लोक सेवकों के िलए अपने और अपने पािरवािरक सद यों के खचे् घोिषत करना अिनवाय् हो गया। िवगत वष्, ूस में हाल के वषो्ं में ‍ाचार का सबसे हाई- ोफाइल मामला भी उठा, िजसके पिरणाम वूप अनातोली सेरडीयुकोव को अपना ितर्ा मं ी का पद गंवाना पड़ा। संदहे बने ुए ह। ांसपेरसी इटरनेशनल रिशया के अंतग्त सेंटर फॉर एंटी-करप्शन िरसच् एंड इनीिशएट स की एलीना पैनिफलोवा के अनुसार, ‘ ‍ाचार से िनबटने के सरकारी यासों के संदभ् में, अभी तक वा तव में कुछ भी नहीं बदला है।’

भारत के िवदेश मं ी सलमान खुशी्द (बायें तरफ) और ुस के उपधानमं ी दिम ी रोगोिजन (दािहना तरफ) यापार को िदशा दॆ।

और उद्योग मं ी आनंद शमा् ““आिथ्क फोरम” बैठक में भाग लेने के िलए सेंट पीटस्बग् में होंगे और क टम्स यूिनयन के सद य भी वहां इस बैठक के िलए उपलब्ध होंग।े ुसी प् की कुछ आशंका पर प‍ीकरण देते ुए कपूर ने कहा िक इस समझौते की िदशा में आगे बढ़ते ुए हम ूस की िचंता को समझते ह और हमें इस कार के समझौते के लाभों और हािनयों को भी भली कार समझ लेना होगा.इस उ‍े य से, भारत-ुसी आयोग सवा्िधक आशा द पिरयोजना को काया्िन्वत करने के िलए चुनगे ा. इनमें

भारत में ुसी कामाज़ कों के उत्पादन को बढ़ाना और ूस हेलीकाप्टस् कंपनी तथा िहदु तान ऐरोनोिटक्स िलिमटेड के एक संय‍ ु केन् की थापना, जो अगली पीढ़ी के हेलीकाप्टरों का उत्पादन करेगा, भारतीय ओ.एन.जी.सी. द्वारा ूस में नए पे ोल और गैस ्े ों का िवकास जैसी पिरयोजनाएं शािमल ह। बैठक में ुसी कंपनी ते‍ोिखम के साथ ओिडशा में एक िटटेिनयम संय‍ ु पिरयोजना कायम करने पर भी िवचारिविनमय िकया गया. यह एक िवशेष आिथ्क ्े के साथ एक िबलकुल ही नयी पिरयोजना है।

मा को के क्रेमिलन में रा£पित के िलए एक हेिलपोट बना

एि वरा का ृि‍कोण : अथ् यव था को जीवन © RIA NOVOSTI

पर एक “संय‍ ु अध्ययन समूह” की आव यकता को प‍ करते ुए भारतीय वािणज्य सिचव रिव कपूर ने दोनों ितिनिधमंडलों के पूणा्िधवेशन में कहा िक भारत “संय‍ ु अध्ययन समूह” के गठन का पूरी तरह से समथ्न करता है। उन्होंने ने यह भी कहा िक “ यापक आिथ्क सहयोग समझौते” में यापार, सेवाएं, िनवेश, बौिद्धक पिरसंपि्यां आिद सिम्मिलत होंग।े आशा की जाती है िक जून में सेंट पीटस्बग् में “आिथ्क फोरम” बैठक के समय इस समूह के गठन पर कोई अंितम घोषणा की जाएगी. भारतीय वािणज्य

15 अरब डालर का कुल यापार आवत् ा‍ करने का ल य िनधा्िरत िकया है। इस ल य को कैसे हािसल िकया जाए, दोनों ितिनिधमंडलों ने गहराई से िवचारिविनमय िकया। इस संबधं में, दोनों प्ों ने वीकृत िकया िक भारत तथा ूस, बेलाूस और कजाख तान के ि रा£ीय सीमाशु क संघ (क टम्स यूिनयन) के साथ एक “ यापक आिथ्क सहयोग समझौते” पर ह ता्र को तेजी से संप्‍ करने के िलए एक “संय‍ ु अध्ययन समूह” कायम िकया जाए। “ यापक आिथ्क सहयोग समझौते”

भूतपूव् आिथ्क मं ी एि वरा नेिबयुिलना का सें ल बैंक के चीफ के ूप मे जून में काय्भार संभालेंगी और उन्ह संविृ द्ध में िगरावट तथा ऊंची मु ा फीित की दोहरी चुनौितयों से िनपटना होगा।

मा को के क्रेमिलन में ि थत ूसी रा£पित के औपचािरक िनवास थान में हेिलपोट् बनाने का काम पूरा हो गया है। रा£पित के स े सिचव िदिम ी पे कोव ने सूचना दी है िक रा£पित मौका िमलते ही इस हेिलपोट् का उपयोग करगे। उन्होंने यह भी बताया िक ूसी रा£पित केवल मी-8 नमूने के हेिलकोप्टरों का उपयोग करते ह। पे कोव ने आ‍ासन िदया िक ऐितहािसक मह व रखनेवाली क्रेमिलन की इमारतों को इस से कोई नुकसान नहीं पुचेगा। सभी इमारतों पर िवशेष सेंसर लगाये गए ह।

िटम वॉल RIBR

भूतपूव् आिथ्क मं ी एि वरा नेिबयुिलना का सें ल बैंक के चीफ के ूप में ूसी रा£पित लािदमीर पुितन द्वारा नामांकन, िनरतरता का संकते है लेिकन संविृ द्ध में िगरावट का संकते भी है। वे िनयामक की िव्ीय नीित को क्रेमिलन के अनुूप रखना चाहगी। अथ्शाि यों ने नेिबयुिलना को चुने जाने का वागत िकया है, जो िक जी8 में िकसी सें ल बैंक की पहली मिहला चीफ होंगी, और आिथ्क सुधारों तथा रा£पित से िनकटता के उनके क ै िरकाड् की ओर इशारा िकया है। सें ल बैंक के चीफ का पद छोड़ने वाले सगे्ई इगनाितएव को आशा है िक उनसे नेिबयुिलना के सलाहकार के ूप में काय्रत रहने के िलए कहा जाएगा। एक भूतपूव् िव् मं ी अलेक्सेई कुदिरन ने रिशयन िबजनेस वीक फोरम में लंदन में कहा, ‘मेरा मानना है िक वे योग्य ह, और मुझे भरोसा है िक वे यह काय् बखूबी कर पाएंगी।’ नेिबयुिलना ऐसे समय में काय्भार संभालेंगी जब शासन, मु ा फीित में कमी लाने की कोिशश करने के साथ िगरती संविृ द्ध को गित देने की दोहरी चुनौितयों से जूझ रहा है। 2012 में ूस की 3.2% की वृिद्ध दर, 2009 के बाद सबसे कमजोर रही है और सालाना आधार पर फरवरी में 7.3% की मु ा फीित, 18 महीनों में सबसे ज्यादा है। मुख अिधकािरयों तथा रा£पित ने भी संकते िदया है िक साख वाह और वृिद्ध को गित देने के िलए ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है ,एटॉन कैिपटल की एक िव्‍ेषक अ्‍ा बोगदयुकिे वच ने कहा िकूसीअथ् यव था ‘अपनीदीघ्कालीन संभावना के िनकट काय् कर रही है’ और यह िक ‘समेिकत मांग को िे रत करने

ूस और भारत ‍ारा 2014 में गोवा में जैज-रॉक संगीत महोत्सव

के ल य वाली नीितयां, मु ा फीित को और बढ़ाएंगी ।’ हालांिक एक राजनेता की िनयुि‍ यह सवाल खड़ा करती है िक क्या सें ल बैंक इगनाितएव के समय िदखने वाली वाय्ा बनाए रख सकेगा, िजन्होंने िशिथल मौि क नीित तथा उ यय की मांगों को अनसुना कर िदया था। बेरबैंक के िनवेश िव्‍ेषकों के अनुसार बाज़ार ‘एक आिथ्क मं ी के ूप में नेिबयुिलना ू के अनुभवों के आधार पर अिधक अनुकल मौि क नीित की उम्मीद करेगा, िजन्होंने मं ी रहते ुए आिथ्क वृिद्ध को बढ़ावा देने के िलए सरकारी खच् बढ़ाने की वकालत की थी।’ जून में नेिबयुिलना द्वारा काय्भार संभाले जाने के समय अथ् यव था की दशा पर बुत कुछ िनभ्र करेगा। धीमी वृिद्ध से ब्याज दरों में कटौती का दबाव बढ़ेगा, लेिकन मु ा फीित के दबाव, तथा आगामी वैि‍क मंदी, बदलावों की संभावना सीिमत करगे। सभी की िनगाह इस पर ह िक नेिबयुिलना िकस तरह परफाम् करगी और एक नया ‘वृहद िनयामक’ सृिजत करने की सरकारी योजना का पय्व् े ण वे िकस कार करगी, तथा सें ल बैंक और िव्ीय बाजारों की िनगरानी करने की उनकी क्या संभावना रहेगी।

नेिबयुिलना, बैंक का काय् चुनौतीपूण,् बाज़ार को उम्मीद, मौि क नीित अनुकल ू बनेगी।

© RIA NOVOSTI

मै ी और बुत ही िनकट संबधं ों को ध्यान में रखते ुए यापार के तर को काफ़ी ऊंचा उठाने के ल य को हािसल करने के िलए यास करना चािहए,” रोगोिजन ने कहा। “यह न के व ल सं यु ‍ औद्योिगक सहयोग, बि क संय‍ ु औद्योिगक पहलों के जिरए भी ा‍ िकया जा सकता है,” उन्होंने जोर देकर कहा। “यह न केवल ितर्ा के ्े में, बि क नागिरक ्े ों में भी िकया जाना चािहए।” िन संदहे , भारत और ूस लगभग 12 अरब डालर के कुल यापार आवत् से संत‍ ु नहीं ह. दोनों देशों ने 2015 तक

नई िद‍ी ि थत ूसी िव्ान एवं सं कृित कें में ूसी िश्ा2013 नाम की यापक दश्नी का उ‍ाटन िकया गया है, उनकी संख्या में िद‍ी, मुबं ई, कोलकाता, चे्‍ई, ि वें म और अहमदाबाद शािमल ह। दश्नी के काम के पहले ही घंटों में उसको 300 से अिधक भारतीय िवद्यािथ्यों ने देखा। मा को से लािदवो तोक तक ूस के आठ नगरों के िव‍िवद्यालयों ने उनको अपने िश्ा काय्क्रमों से अवगत कराया और ूसी िश्ा की खूिबयों के बारे में बताया। युवा भारत वािसयों को इस बारे में ब्योरेवार जानकारी दी गई ,इच्छुक लोग ूसी िव‍िवद्यालयों में िश्ण के िलये आवेदन प दश्नी में ही जमा कर सकते ह। भारत में ूसी उ िश्ा फेि टवल के अंतग्त ूसी िव‍िवद्यालयों के ितिनिध भारत के बड़े बड़े िव‍िवद्यालयों के साथ बातचीत कर रहे ह। भारत के कई नगरों में ूस में उ िश्ा को समिप्त प कार सम्मेलन आयेिजत िकए गए।

KOMMERSANT

अल ै के अंितम स‍ाह में मा को की अपनी ि िदवसीय या ा के दौरान िवदेश मं ी सलमान खुशी्द ने अपने ुसी समक् और उप- धानमं ी दिम ी रोगोिजन के साथ भारत-ुसी अंतस्रकारी यापािरक, आिथ्क, वै्ािनक, तकनीकी और सां कृितक सहयोग संबधं ी आयोग की िद्वतीय अंतर-अिधवेशनीय बैठक की. दोनों प्ों के बीच बातचीत का दौर मा को के िे सडट होटल में चला, िजसके दौरान खुशी्द और रोगोिजन ने िदसंबर में रा£पित लादीिमर पुितन की नयी िद‍ी में धानमं ी मनमोहन िसंह के साथ िशखर-वाता् के बाद आिथ्क संबधं ों में ुई गित की पूणु् पेण समी्ा की, तािक उन्ह एक नई िदशा दी जा सके। खुशी्द और रोगोिजन िद्वप्ीय यापार और आिथ्क सहयोग आयोग के सह-अध्य् ह. आयोग का आगामी पूणा्िधवेशन िदसंबर में मा को में भारत-ूस िशखर-वाता् के पहले आयोिजत होगा। बातचीत के दौरान रोगोिजन ने भारतीय ितिनिधमंडल के सामने ताव रखा िक आयोग के सालाना पूणा्िधवेशन के पूव् एक अंतर-अिधवेशनीय बैठक आव यक है और इसे अब एक औपचािरक ूप दे देना चािहए िजससे िक आयोग के िनण्यों को अमली जामा पहनाने के िद्वप्ीय यासों की वािष्क िशखर-वाता् से पहले नज़रसानी की जा सके और अगर कोई कमी रह गयी हो तो उसे समय रहते ठीक िकया जा सके। खुशी्द ने रोगोिजन के इस ताव को पार पिरक यापािरक और आिथ्क िर तों के सवा्ंगीण िवकास के एक अत्यंत महत्वपूण् कदम के ूप में तत्काल वीकार कर िलया। इस कार, खुशी्द और रोगोिजन ने िद्वप्ीय यापािरक, आिथ्क तथा वै्ािनक, तकनीकी और सां कृितक संबधं ों के संपण ू ् आयाम पर इस उ‍े य से िवचार-िवमश् िकया िक एक-दूसरे के देश में आपसी यापार और िनवेश को और बढ़ाया जाए। “हमें ूस और भारत के बीच पारपिरक

वष् 2014 में ूस और भारत िमलकर गोवा में दूसरे जैजरॉक संगीत महोत्सव का आयोजन करने जा रहे ह। इस संगीत महोत्सव को नाम िदया गया है -- ग्रेट लाइव म्यूिजक 2014 इन गोआ।इस महोत्सव में भाग लेने के िलए आयोिजत की गई ितयोिगता के फ़ाइनल में भाग लेने के िलए अब तक मा को, येकातेिरनबुग् और साँ‍ िपतेरबुग् (सेण्ट पीटस्बग्) की सात संगीत-मंडिलयों का चयन कर िलया गया है। ‘िद‍ी में ूसी घर’ की संयोजक क्सेिनया गया्एवा ने यह जानकारी दी। ूस के िसद्ध सैक्साफ़ोन वादक ईगर बुतमान और ाँिससी गाियका ज़ाज (इज़ाबेल जेफ़ुआ) ने भी इस संगीत महोत्सव में भाग लेने के बारे में अपनी वीकृित दे दी है।


WEDNESDAY MAY 29, 2013

यापार

IN ASSOCIATION WITH ROSSIYSKAYA GAZETA, RUSSIA

संसाधनः ूस ने ृढ़ आक्िटक िवकास रणनीित तैयार की। वीडन, िफनलैंड ‍ीप भी करेंगे अनुसरण।

िवशेष्ों िक राय

आक्िटक ्े : ऊजा् की भू-राजनीित

ि क्स के नेतत्ृ व वाले िडवेलपमेंट बैंक: डरबन के बाद का रोड-मैप मनीष चंद

समु तलों में हाइ ोकाब्न्स, 58% आक्िटक में ह

भारत : आक्िटक ्े महत्वपूण् है

दावा करते ह िक उनका उ्री समु ी ूसी arktika वग् परमाणु संचािलत icebreaker आक्िटक सागर के माध्यम से पाल “जीत के 50 साल”. गिलयारा एितहािसक माग् है िजसका अन्तररा£ीय िनयं ण के बजाय रा£ीय िनयं ण में रहने की जूरत है। रा£ीय आक्िटक संसाधनों और समु ी सीमा रेखा िनयं ण अन्य देशों के जहाजों को उ‍ माग् का उपयोग करने से रोकता नहीं है, हाइ ोकाब्न्स एवं खिनज की लेिकन उन्ह उसके उपयोग की अनुमित के खोज एवं उत्पादन िलए रा£ीय ािधकािरयों को पूव् में सूिचत तेल एवं गैस भंडार इग्वेिकनोट करना होता है। खिनज उत्पादन संयक्त ु राज्य अमरीका आक्िटक में ्े ीय एवं आिथ्क मुख्य तेल फैलाव और तेल अिधकारों की प‍ता के अभाव में यह पाइपलाइन िरसाव (50,000 टन ूस से ज्यादा) िववादों की एक संभािवत खान सािबत हो कनाडा हटांगा सकता है। 2007 में, ूसी पनडुिब्बयों ने सीमाएं उ्री वु के नीचे ि थत समु तल पर जलीय जलीय न्यायािधकार सीमाएं ‍ीप्ीय रा£ीय ध्वज फहरा िदया; कनाडा, नॊवे् समझौते के तहत, मध्यवतीर् रेखा िस‍ान्त या 200 समु ी मील की एवं ूस ने आक्िटक में तैनात अपने अपने पाबंदी सैन्य बलों के आधुिनिककरण की घोषणा की है; और डेनमाक् भी अपनी आक्िटक ग्रीनलैंड कमांड की रचना कर रहा है। हालांिक, (डेनमाक्) मुमा्न्सक जागोर की कहते ह, इस ्े में बमुि कल जलीय ्े िववाद के ‍ारा ही िकसी तरह की सुर्ा ितयोिगता की संयक्त ु राज्य ूस अरखानगे सक अमरीका कोई जगह है। “सभी देश सहकािरता के कनाडा डेनमाक् नोवे् द्वारा ही ज्यादा से ज्यादा पा सकते ह, और नोव आक्िटक की चुनौती भरी पिरि थितयां इस भावना के िलए बेहद िहतकारी ह।”

भारत ने नवम्बर 2012 में एक पय्व् े क के तौर पर आक्िटक पिरषद से थायी तौर पर जुड़ने के िलए आवेदन िकया था। भारत को आक्िटक पिरषद में पय्व् े क का दजा् िदया। कनाडा में भारत के उ ायुक्त एडिमरल (सेवािनवृत) िनम्ल वमा् ने कहा था िक “आक्िटक ऐसा ्े है जो महत्वपूण् है, हम जानते हैं िक समय के साथ यह संभािवत उजा् ोतों का महत्वपूण् केंन् बनने जा रहा है” । जनवरी में, भारतीय नौ सेना ने उ्री ूस के ज्वेज्दोछका पोतकारखाने में मरम्मत के बाद अपनी डीजल चिलत पनडुब्बी िसंधरु ्क की कमान ह तगत कर ली है। यह पहला भारतीय जलपोत होगा जो आक्िटक से गुजरते ुए भारत लौटेगा, और इससे भारतीय नौ सेना का नौवहन का अनुभव िवकिसत होगा।

उ्री समु माग्

RIBR

ऊजा् संत‍ ृ आक्िटक ्े में बफ् के िपघलाव में बढ़ोतरी ने ्े में आिथ्क गितिविधयों के नए अवसर खोल िदए ह, और यह पिरवत्न ्े ीय ् पों की िनगाह से बच नहीं सका है। 21 वीं शताब्दी के पहले दशक में, पांच देश िजनकी सीमाएं सीधे आक्िटक महासागर से जुड़ी हकनाडा, डेनमाक्, नोवे्, ूस और यूएसने रा£ीय आक्िटक िवकास द तावेज अिधग्रिहत करने शुू कर िदए ह। फरवरी में, ूसी रा£पित लादीमीर पुितन ने एक आक्िटक िवकास रणनीित पर ह ता्र िकए। ूस की अन्तररा£ीय मामलों की पिरषद की आक्िटक पिरयोजना के मुख, आन् ईे जागोर की कहते ह, “जबरद त ऊजा् ोत शायद आक्िटक के आिथ्क िवकास के िलए सबसे महत्वपूण् कारण है।” “ऊंची उजा् कीमतें और तकनीकी आधुिनकता ने च‍ानी तेल और गैस को वहां से दोहन करने को जबरद त लाभकारी बना िदया है।” कुछ अनुमानों के अनुसार, िव‍ के समु तलों में अवि थत कुल हाइ ोकाब्न्स में से 58% आक्िटक में अवि थत ह। तेल एवं गैस उद्योग के मुख िह सेदारों िजनमें शेल, टेटऑइल, टोटल, गैज ोम, रो‍ेफ्ट एवं बीपी शािमल ह, की आक्िटक को लेकर कई महत्वकां्ी योजनाएं ह। आक्िटक संसाधनों तक बनी नई पुच ने पहले जम चुके मु‍,े आक्िटक का मािलक कौन?, को एक बार िफर गमा् िदया है। महाद्वीपीय च‍ानों पर 1958 में ुए कन्वेंशन एवं 1982 में समु के कानून पर ुए कन्वेंशन के मुतािबक कोई भी रा£ 12 समु ीय मील तक के समु ीय ्े तक सीमाई अिधकार और 200 समु ीय मील तक िविश‍ आिथ्क ्े तक का अिधकार रखता है। एक िविश‍ आिथ्क ्े (एक्सक्लुिसव इकॉनोिमक जोन,ईईजेड) में एक देश ाकृितक

PRESS PHOTO

एलेक्सेई डोिलन् की े

RIBR

संसाधनों की खोज का सम् भु अिधकार रखता है। रा£ अपने तट से लगे 350 मील समु ीय मील तक के िविश‍ आिथ्क ्े में समु तलीय संसाधनों की खोज करने का अिधकार भी ा‍ कर सकता है, यिद वह यह सािबत कर दे िक यह ्े उनके महाद्वीप का ही सतत िह सा है। ूस एवं नोवे् पहले ही आक्िटक ्े में अपने िव तािरत महाद्वीपीय च‍ानी ्े पर दावा कर चुके ह जबिक कनाडा एवं डेनमाक् ऐसा करने की तैयारी में ह। हालांिक अिधकांश ाकृितक संसाधन गैरिववािदत ईईजेड और महाद्वीपीय च‍ानों में अवि थत ह, िफर भी कुछ खुले समु में अवि थत हो सकते ह और अन्य देशों की खोज के िलए उपलब्ध हो सकते ह। ूस और कनाडा दोनों यह

NATALIA MIKHAYLENKO

2020 में तेल उत्पादन में कमी की आशंका के चलते, मा को मे´ उ्री वु में हाइ ोकाब्न संसाधनों के आरि्त कोष का ताव एवं बफ् को िपघलाने पर बहस में तेजी

डरबन में आयोिजत 5वें ि क्स सम्मेलन ने खूब सुिख्यां बटोरीं और दुिनया भर में रणनीितकारों तथा िवचारकों के समूहों के बीच उत्सुकता उत्प्‍ की। ि क्स के नेतत्ृ व वाले डेवल े पमेंट बैंक, जो िक डरबन सम्मेलन का मुख िन कष् है और पि‍मी भुत्व वाले टे नवुड िट्वन्स को टक्कर देने के िलए तािवत िकया गया है, को लेकर संदहे भरे व‍ य सुनना आ‍य् की बात नहीं है। वा तव में, इस बैंक को थािपत करने की िदशा में अभी बड़ा काम िकया जाना बाकी है, लेिकन यह तथ्य है िक आिथ्क वृिद्ध तथा रा£ीय ाथिमकता के अलग-अलग मागो्ं वाले पांच ि क्स देशों के नेता, एकजुट हो सकते ह और लगातार बनी ुई मंदी के समय में ि क्स के नेतत्ृ व वाले बैंक की उपयोिगता को वयं में एक िवशेष उपलिब्ध का दजा् दे सकते ह। बैंक के िववरण घोिषत करने में होने वाला िवलम्ब, ि क्स की पिरप‍ता दशा्ता है जो महज बड़ी बातें करने से कहीं आगे बढ़कर, ऐसा वा तिवक व सुृढ़ बैंक थािपत करने से जुड़ी है जो िवकासशील देशों के िलए िव‍ बैंक तथा अंतरा्£ीय मु ा कोष का यावहािरक िवक प बन सके। इसिलए, ि क्स देशों के िलए डरबन के बाद का रोडमैप, वाता् को सघन बनाने तथा समूह में मुख देशों को एकजुट करने के यासों पर केंि त होगा। िव्मंि यों को इसके िववरणों को उिचत ूप देने का काय् िदया गया है। इसमें िकसी हद तक भुत्व के योग की उम्मीद की जा सकती है क्योंिक बैंक की संरचनात्मक िवशेषता को लेकर मतभेद बने ुए ह, िजनमें आरिभक जमापूज ं ी, शासकीय बोड्, तथा बैंक के मुख्यालय संबधं ी मसले शािमल ह। जहां भारतीय अिधकािरयों का कहना है िक बैंक $50 िबिलयन से शुू हो सकता है, वहीं चीन $100 िबिलयन की शुूआती पूज ं ी रखने पर जोर दे रहा है, यह कदम चीन को अनुिचत फायदा दे सकता है, जो िक ि क्स में $3.2 ि िलयन िवदेशी मु ा आरि्त भंडार वाली सबसे बड़ी अथ् यव था वाला देश है।

डरबन सम्मेलन ने िवदेशी मु ा का $100 िबिलयन का रणनीितक आरि्त भंडार पहले ही बनाया है, जो भुगतान संकट में फंसने पर िकसी ि क्स देश के िलए संतल ु न बनाने हेतु अंितम उपाय की तरह काय् कर सकेगा। डरबन में ि क्स िबजनेस काउिसल की शुूआत, तथा इस काउिसल द्वारा पांचों देशों के िनवेशकों और उद्यिमयों को एक मंच पर लाने का काय् भी जारी रहेगा। ईथेकिवनी घोषणा में ि क्स नेता ने अ ीका में बुिनयादी ढांचे में अिधक िनवेश का आवाहन िकया, िवकास एजेंिसयों का समथ्न िकया और ्े ीय एकीकरण योजना को मान्यता दी। अ ीकी एजेंडे को संय‍ ु यासों के दायरे में बनाए रखना एक चुनौती होगी। डरबन के बाद ाजीिलया में अगला सम्मेलन होने तक का समय, उभरते िव‍ के पांच बड़े देशों के िलए रोमांचक रहने की संभावना है जैसा िक ूसी रा£पित लािदमीर पुितन ने इसे बताया, लेिकन यह रा ता, बड़े अवरोधों के साथ बािधत भी हो सकता है। ऐसा होने से बचने के िलए डरबन और नई िद‍ी के सम्मेलनों में बने संक पों को पूरा करना जूरी होगा और बैंक को 2014 के सम्मेलन से पहले यथाथ् ूप देना होगा। कोई समयसीमा तय नहीं की गई है लेिकन भारत के िव् मं ी पी. िचदम्बरम को िव‍ास है िक 2014 में ाजील द्वारा सम्मेलन की मेजबानी करने का व‍ आने तक बैंक का ढांचा तैयार हो चुका होगा। मुख्य अंतरा्£ीय मसलों पर मतभेद वाले नजिरयों को कुशलता से ठीक करना, एक अन्य मह वपूण् चुनौती है। चाहे यह मध्य-पूव् में सीिरया या ईरान हों या माली और सें ल अ ीकन िरपिब्लक में पुराने संकट हों, ि क्स को सभी जोड़ मजबूत करने की कोिशश करनी होगी। सबसे बढ़कर, ि क्स देशों को आपस में दबदबा बनाने से बचना होगा और ि क्स की एकता मजबूत करने के िलए हर मौके का लाभ उठाना होगा। इसिलए समानता, अ्रशः माग्दश्क िसद्धांत होना चािहए। यिद ि क्स के देश मौजूदा िव‍ यव था को नया आकार देने के अपने मह वाकां्ी ल य को साकार करना चाहते ह, तो उन्ह एकजुट रहकर ही सारी काय्वाही करनी होगी। इससे कम पर कोई बात नहीं बनेगी।

एलेक्सीपे ोव RT.com

ूस के अरबपित एक न ल के अलावा, यह अिभजात्य वग् नाव खरीदने वाले ऑिलगाच्, सनकीपन तक पैसा बनाने वाले और जेट में उड़ने वाले िटकटसंग्राहक ह जो अपनी बड़ी पहचान छोड़ रहे ह। भावशाली फोब्स् पि का ने हाल ही देश के सवा्िधक धनी यवसायी का अपना 10 वां वािष्क सं करण कािशत िकया है। ऊंचा था पैमानाः ूस के “ विण्म सौ”

में चुने जाने के िलए, िकसी के पास कम से कम 500 िमिलयन डॉलर की दौलत होना जूरी था। ूस 100 अरबपितयों का घर है- 11 ूसी यवसािययों ने 2013 में फोब्स् की ‘100 सबसे धनी’ की सूची में थान बनाया है। एिलशर उ मानोव, मेटलोइन्वे ट के मािलक, आिधकािरक ूप से ूस के सबसे धनी यि‍ ह, िजनका आ‍य्जनक खजाना 17.6 िबिलयन डॉलस् का है। सूची में अगले अ फा बैंक के सबसे बड़े अंशधारक िमखाइल ीडमैन ह, जो 16.5 िबिलयन डॉलस् का खजाना रखते ह। उनके बाद िलओिनड िमशैलसन ह, जो 15.4 िबिलयन डॉलर की संपदा के साथ ूसी गैस कंपनी नोवाटेक के बड़े अंशधारक ह।

उ मानोव मेटलोइन्वे ट के मािलक है, जो िक िव‍ में लौह अय क एवं गम् ढले ुए लौह ( हॉट ि ‍ेटडे आयरन(एचबीआई) के सबसे बड़े िनमा्ता एवं आपूित्कता् है। उ मानोव, बताया जाता है िक िजन्होंने िपछले साल एक िनजी जेट पर 300 िमिलयन डॉलर से ज्यादा खच् िकए ह, की ुिचयां िविवधता िलए ह, िजसमें फेसबुक में 10 ितशत िह सेदारी और आसे्नल फुटबॉल क्लब में भागीदारी भी शािमल है। यह लगातार दूसरा वष् है जब उ मानोव सूची में शीष् थान पर ह, और वे लगातार 10 वषो्ं से ूस के 36 सबसे धनी यवसािययों में से एक बने ुए ह। िवक्टर वेक्सेलबग्, रेनोवा के मािलक, 15.1 िमिलयन डॉलर के साथ शीष् पांच में

पुचे ह, और छठा थान लुकऑइल के अध्य् वैिगत एलेकपेरोव का है। आठवें थान पर लािदमीर िलिसन ह, जो एक पूव् इ पातकमी् ह और अब नोवािलपेट् क टील के मािलक ह, जो ूस की सबसे मू यवान इ पातिनमा्ता है, और ब्लूमबग् के अनुसार मध्य अ ल ै में 8.9 ितशत की वृिद्ध हािसल कर कम्पनी का माके्टकैप1.1िबिलयनपुचगयाहै।2012 में कम ुई इ पात की कीमतों के कारण अपने खजाने से 1.8 िबिलयन डॉलर गंवाने के बाद कंपनी को यह बुत जूरी भरपाई हािसल ुई थी। नवें थान पर लािदमीर पुितन के दाएं हाथ, गैनडे ी िटमशेन्कों ह जो ूसी और िफनीश दोहरे नागिरक ह और ूस में एक जबरद त भावशालीऊजा्औरिनमा्ण्े की ह ती ह।

दसवें थान पर 13 िबिलयन डॉलर के खजाने के साथ अ फा ऑिलगच् एवं रा£पित पद के पूव् त्याशी िमखाइल ोखोरोव ह। उन्होंने 2010 में, 200 िमिलयन डॉलर खच् कर न्यूयॉक् नेट्स बा केटबाल टीम की 80 ितशत िह सेदारी खरीदी थी। शीष् दस से जरा से पीछे रहे दिम ी रायबोलो लेव, िजनकी 9.1 िबिलयन डॉलर की शुद्ध संपदा उन्ह 14 वें थान पर रखती है। बताया जाता है िक रायब्लो लेव ने 100 िमिलयन डॉलर से एक ग्रीक द्वीप खरीदा है। बताया जाता है िक रायबोलो लेव ने मशूर अरबपितयों िबल गेट्स, मैडोना एवं रोमन अ ा‍ोिवक, को पछाड़ा है िजनकी भी उस द्वीप पर नजर थी।

ग्यारह धनी लोगों ने 2013 में फोब्स् की 100 धिनकों की सूची में जगह बनाई है। उ मानोव, ूस के सबसे धनी यिक्त के पास $17.6 की संपि् है रोमन अ ाहमोिवक खुद को ूस के शीष् दस से बाहर पाते ह, और घरेलू सूची में वे 13 वें और िव‍भर में 107 वें थान पर ह। चेि सया फुटबॉल क्लब के इस मािलक ने 2012 में अपने खजाने से 1.9 िमिलयन गंवाए िजससे 2013 में उनकी

संपदा 10.2 िबिलयन डॉलर रह गई। फोब्स् की समग्र सूची में सभी ूिसयों को सेगई् ि न ने पीछे छोड़ िदया है। ि न का बैंक खाता अपने सभी पूव् हमवतनों से कहीं आगे है, 22.8 िबिलयन डॉलर।

फोब्स् 1987 से िव‍ के सबसे धनी लोगों का िववरण रख रही है, और 1997 से ूस के धनपितयों का। बोिरस बेरज े ोव की 3 िबिलयन डॉलर की शुद्ध संपदा के साथ 1997 में ूस की सवो् धनपितयों की सूची में शीष् पर रहे।

भारत में रेडी-टु-असेम्बल लॉग हाउस का ुझान बढ़ा अब ूसी लकड़ी घरों की भारत में आपूित् कर रहा है, साइबेिरया से आयात िकए जाने वाले लकड़ी के घरों को भारत में बाज़ार िमला। अलेक्सां ा काट्ज़ आरआईबीआर

ूसी लॉग हाउस भारत में एक िवशेष बाज़ार बनाने के िलए तैयार ह। सीमेंट तथा कांक्रीट के घरों से महगे, लेिकन लम्बे समय में अिधक िकफायती तथा अिधक भावी ये लॉग हाउस, भारत में अनेक जगहों पर बुद्ध खरीदारों को लुभा रहे ह, िजनमें गुजरात और महारा£ के ग्राहक मुख ह। इसका मतलब है िक हमारे पास एक ही जगह पर वे सभी कार के तापमान ह जो दुिनया भर के अलग-अलग िह सों में मौजूद ह। हमारे लकड़ी घर (वूडने हाउसेज) इतनी अलग-अलग जलवायु दशा में इ तेमाल िकए जा सकते ह, इस तथ्य ने कई देशों में ध्यान खींचा है। हम तकनीकी और िव्ीय दोनों ही ूपों में कैंडीनेिवया और अन्य देशों के उत्पादों के मुकाबले ित पधी् हो गए ह। साइबेिरयाई वनों में अनेक कंपिनयों ने एक नए मौके को भांपा है। इसमें मुम्बई ि थत महाराजा एन्वॉयरनमेंट टे‍ोलॉजीज

ा. िल. अग्रणी है िजसके ूस में िशि्त डॉयरेक्टर भात रजन दुब,े धनी भारतीयों को उनके सपने का लॉग हाउस बेचने में अग्रणी ह। उनकी कंपनी, साइबेिरया से ूसी लॉग हाउसों का आयात करती है और क्रांसनोया क् में मध्य साइबेिरयाई ्े की एक सबसे बड़ी िटम्बर कंपनी जेएससी ‘केएलएम कं.’ से साझेदारी कायम की है। भात दुबे जोर देते ह िक ूसी लॉग हाउस के सामने चीनी घर कहीं ित पधा् में नहीं है, लेिकन उसका अपना अलग दजा् है। लॉिगंग और िटम्बर ोसेिसंग की बड़ी यूिनटों वाली केएलएम कंपनी अपने उत्पाद घरेलू बाज़ार के अलावा भारत में लॉग हाउस बनाने का औसत खच् 1.5 करोड़ ुपये आता यूरोप, चीन, जापान, िम और तुकी् है। तक में बेचती है। भारत इसके िलए नया है, जाड़ों में -50 °C से लेकर +3°C अंतरा्£ीय बाज़ार है। एक ूसी िव‍िवद्यालय के पूव् छा 5 से 10 लोगों ‍ारा तक और गिम्यों में +45 °C तक। यह रहे दुबे के मुतािबक, ‘लकड़ी के घर की एक महीने में बनाया तथ्य है िक ऐसी िविभ्‍ जलवायु दशा खूबी यह होती है िक यह आपको गिम्यों में उपयोग िकए जा सकने वाले हमारे में ठडक तथा जाड़ों में गमा्हट देता है, जा सकता है लकड़ी के घरों ने अनेक देशों में लोगों जो िक वा तव में भारतीय जलवायु के को आकिष्त िकया है। हम कैंिडनेिवया िलए एकदम उपयु‍ है।’ केएलएम व अन्य देशों के उत्पादों के मुकाबले ित पधी्, तकनीकी व िव्ीय ूप से की कॉमिश्यल डॉयरेक्टर इिरना बोर ने भारतीय जलवायु के बताया, ‘साइबेिरया में, हम महाद्वीपीय िलए एकदम उपयुक्त अग्रणी बन गए ह।’ भारत में, रेडी-टु-असेम्बल लॉग ूस से जलवायु में रहते ह जहां औसत वािष्क आयात िकए जाते ह और िफर ये महाराजा तापमान पिरवत्न 100 िडग्री तक होता है PRESS PHOTO

मेट स से फुटबाल क्लब्स और फेसबुक तक, ूस के 100 धनपितयों के िविश शौक हैं। ग्यारह धनी लोगों ने 2013 में फोब्स् की 100 धिनकों की सूची में जगह बनाई है।

REUTERS

जेट-सेिटग वाले, द्वीपों के खरीदार का नया क्लब : ूसी अरबपितयों की अंदूनी दुिनया

के थानीय कम्चािरयों द्वारा असेम्बल िकए जाते ह िजन्होंने ूस में िवशेष िश्ण ा‍ िकया है। मुम्बई िनवासी इरीना िकरीलोवा, जो िक महाराजा में एक ूसी कम्चारी ह, का कहना है िक एक टडड् लॉग हाउस 5 से 10 लोगों द्वारा एक महीने में बनाया जा सकता है। हालांिक आड्र िदए जाने से लेकर तैयार घर ग्राहक को सौंपने तक लगभग पांच महीने का व‍ लग जाता है। महाराजा ने पनवेल, नवी मुम्बई के बाहरी इलाके, तथा लोनावला में अपने घर दिश्त िकए ह। कंपनी अपने लकड़ी के घरों को िद्वतीय घर या स‍ाहांत के िनवास के ूप में पेश करती है। भारत में लकड़ी के लॉग हाउस की लागत लगभग 3000 ूपए ित वग् फुट आती है जो िक सीमेंट से घर बनाने की लागत की दुगनी है। कात्यायनी इन् ाकॉन के मनीष वाकडे ने कहा, ‘जहां कांक्रीट से घर िनमा्ण कराने पर आपको पहले िफिनिशंग पर तथा बाद में इसके रखरखाव पर खच् करना पड़ता है, वहीं लकड़ी के घर, दस साल का समय बीतने तक स ते िवक प बन जाते ह।’ उनका अनुमान है िक कांक्रीट से इमारत बनाने व उसे िफिनश कराने की लागत जहां लगभग 3650 ूपए ित वग् फुट ($68) आती है ।


WEDNESDAY MAY 29, 2013

ितर्ा

IN ASSOCIATION WITH ROSSIYSKAYA GAZETA, RUSSIA

सवाल और जवाब सर्गई े कोरोटकोव

ूस, भारत : िमग-35 डील फाइनल की उम्मीद RSK MiG ने िनिवदा सिमित की सभी अपे्ाएं पूरी कीं। िवमानों के दश्न अच्छे रहे, जो अक्सर उम्मीदों से भी बढ़कर रहे। भारत द्वारा िनिवदा के दौरान चयन को ध्यान में रखते ुए मैं कहना चाूगा िक MiG-35, हमारे साझा इितहास और 50 साल की साझेदारी की पृ‍भूिम में उ‍ेखनीय बना रहेगा। हमें उम्मीद है िक भारत, MiG-35 की आपूित् हेतु एक करार को अंितम ूप देने के िवक प पर िवचार करेगा, और हम इसे पूरा करने में स्म होंग।े इसके िलए बातचीत िनणा्यक दौर में है। हमें इसी वष् करार पर ह ता्र होने की आशा है। MiG-35 ोटोटाइप पहले से ही एयरबोन् है। हमें उम्मीद है िक 2013 की पहली छमाही में करार पर ह ता्र हो जाएंग।े

िमग कापो्रश े न के जनरल डॉयरेक्टर सगे्ई कोरोटकोव, भारत के साथ उत्कृ सैन्य साजोसामान आपूित् करने की कंपनी की योजना को लेकर आश्व त हैं। अलेक्जेंडर टॉमस RIBR

ITAR-TASS

© RIA NOVOSTI

RSK MiG तथा भारत के बीच मौजूदा साझेदारी को आप िकस तरह देखते ह? RSK MiG और भारत के बीच सफल साझेदारी, 50 साल पहले शुू ुई थी, जब हमारे देशों के तत्कालीन नेता जवाहरलाल नेहू और िनिकता ख्रु‍वे ने दोनों देशों के लोगों के बीच मै ी बढ़ाने के िलए कदम उठाए थे। MiG-21 िवमानों की आपूित् हेतु 1962 का करार, जीवन िववरण तथा बाद में सोिवयत संघ के लाइसेंस के तहत िहदु तान एयरोनॉिटकल िलिमटेड सगई कोरोटकोव (HAL) द्वारा लड़ाकू िवमान बनाने हेतु नािगरकता: रिशयन करार, वह आधार िशला थी िजस पर हम लाभ द सहयोग की अन्य पिरयोजना आयु: 54 साल को लागू कर सके। हमने केवल िवमानन िसिवल टेटस: िववािहत उपकरण ही नहीं बेच,े बि क भारत में 1959 में जन्मे कोरोटकोव उत्पादन सुिवधाएं िवकिसत करने के िलए तकनीकों का भी ह तांतरण िकया, जैसे िक ने एस. ओजो्िनिकझ मॉ को औद्योिगक कें और मरम्मत सुिवधाएं। एिवएशन इ टीट्यूट से ातक िकया। उत्कृ यु‍क मशीनों के क्या िवक्रमािदत्य कैिरयर के िलए िडजाइन में उन्होंने अपनी खास MiG-29K/KUB िवमान चलाने पहचान बनाई। उन्होंने Su-47 हेतु भारतीय पायलटों को िशि्त “Berkut” िवमानों के परी्णों का नेतत्ृ व िकया। उन्होंने अनेक िकया गया है? 20 अ ल ै को भारत के ितर्ा मं ालय पुर कार जीते, िजनमें आड्र ऑफ (MoD) तथा RSK MiG के बीच ऑनर, गवन्मटें ाइज शािमल हैं। एक करार पर ह ता्र ुए, िजसके

MiG-29K/KUB िवमान चलाने हेतु भारतीय पायलटों को िशि्त िकया गया है। अनुसार हम भारतीय पायलटों को MiG29K/KUB उड़ाने के िलए िशि्त करगे। इसके दो चरण ह। नवीनतम मानकों तथा जूरतों के मुतािबक उपयु‍ िश्ण सुिवधाएं भारत में जारी रखी जाएंगी। पायलटों को कैिरयर आधािरत

ह। गत वष् अन्य चार िवमान िद्वतीय करार के तहत िदए गए। इस वष् ूस, करार के दाियत्वों के अनुसार चार अन्य िवमानों का अगला बैच देगा।

िवमान उड़ाने हेतु िनदे्िशत करने के िलए RSK MiG भारत में िश्ण सुिवधा बनाने में मदद कर रहे ह। िवक्रमािदत्य हेतु f 16 MiG-29K/KUBs की आपूित् का मूल करार कामयाबी से पूरा िकया गया है। अब ये सब भारत में ि थत

भावी सहयोग को लेकर आपकी क्या उम्मीदें ह? हमारी उम्मीदें, मुख्यतः MiG-35 से संबिं धत ह। भारतीय वायु सेना को 126 म टीरोल फाइटस् आपूित् करने की RSK MiG तथा भारत के बीच िनिवदा में सफल न होने के बावजूद

RSK MiG तथा सुखोई के बीच मानवरिहत िवमान िवकिसत करने की संय‍ ु पिरयोजना की क्या गित है? दोनों कंपिनयों की संभावनाएं व कौशल सेट जानने के िलए हमने साझा ग्राउडवक् का उपयोग िकया। इन-हाउस UAV िद कैट के िवकास में RSK MiG पहले 1971 से, भारतीय वायु सेना ने 482 ही काफी आगे ह। यह पिरयोजना हमारे िमग िवमान गंवाए ह। क्या आप िलए बुत लाभ द रही है। दुघट् ना के कारणों पर चचा् करने के िलए भारत के ितर्ा मं ालय के J S C यू ना इ टे ड ए य र क्रॉ फ्ट कापो्रेशन (UAC) के िे सडट अिधकािरयों से िमले ह? ूस और भारत ने दोनों देशों के िवशेष्ों िमखाइल पोगो यान ने कहा िक को शािमल करते ुए एक काय्दल RSK MiG ांसपोट् एयरक्रॉफ्ट गिठत िकया है। उन्होंने सम या पर ोग्राम (मालवाहक िवमान काय्क्रम) िवचार करके िन कष् िनकाले, िजनके में शािमल हो सकते ह। े न से पहले ही कारण 2004 से उड़ान के दौरान होने हमने युिशन कापो्रश वाले हादसों तथा वा तिवक दुघट् ना में गठबंधन िकया ुआ है, जो भारत के तेज िगरावट आई। इस मशीन को अनेक िलए बु-उद्दे यीय मालवाहक िवमान वषो्ं में इजीिनयिरग करके बनाया गया है के िवकास में, तथा ऐसी ही अन्य और अनेक पायलटों को इसका अनुभव पिरयोजना से जुड़़े ह। RSK MiG है। यह िन कषो्ं का आधार है। यह भी का योगदान िडजाइन डॉक्युमटें श े न में है, समझा जाना चािहए िक ूस और भारत में और पिरयोजना में भागीदारी जारी रखने िवमान उड़ाने की दशाएं एकदम अलग- के िलए तैयार ह।

था। ऐसी ने तथा मैग्नेिटक लेिवटेशन ने काउिसल ने बताया, ‘मैगलेव, ित घंटा 600 िकमी. की चाल से दौड़ सकेगी और सैद्धांितक ूप से वैक्युम ने कई हजार िकलोमीटर ित घंटे की गित से चलाई जा सकती है। ऐसे पिरवहन साधन, ूस और यूरोपीय देशों के घरेलू पिरवहन की चाल बुत ती कर देंग,े मॉ को से लाडीवो टक तक दो या तीन घंटों में थलमाग् से पुचना, हकीकत बन जाएगा।’ िरपोट् यहीं पर खत्म नहीं होती। इसमें हाइपरसोिनक एयरलाइनर बनाए जाने का िवचार भी बनाया गया है। ऐसा िवमान, पे ोपावलो क-कामचैट की तक याि यों को एक घंटे में तथा अमेिरका शांत तट तक दो घंटे में पुचाएगा।

आटे्म जागोरोडोव RIBR

पांचवीं पीढ़ी के फाइटर, सबसे मह वाकां्ी संय‍ ु ूसी-भारतीय सैन्य तथा तकनीकी सहयोग पिरयोजना आगे बढ़ रही है। ूसी िवमानन कंपनी

सुखोई ने मध्य-अ ल ै में बताया िक बुउद्दे यीय पांचवीं पीढ़ी के जेट (PMI/ FGFA) की ूपरेखा और तकनीकी पिरयोजना िवकिसत करने का करार कर िलया गया है। फाइटर का िडजाइन पूरी तरह िवकिसत कर िलया गया है। कंपनी ने बताया िक अनुसधं ान िवकास (R&D) चरण के दौरान रािश व काय् िवभाजन पर दोनों पािट्यां सहमत ह। बताया गया िक अनुसधं ान िवकास हेतु करार तैयार िकया जा रहा है और इस वष् ह ता्िरत िकया

FGFA सबसे बड़ी संयक्त ु सैन्य पिरयोजना है।

जाएगा। FGFA फाइटर को ूसी T-50 फाइटर के आधार पर िवकिसत िकया गया है, िजसका चालन परी्ण 2014 में होने की आशा है। टेट ॉयल का पहला चरण 2015 तक पूरा िकया जाएगा। FGFA के संयु‍ िवकास तथा उत्पादन पर समझौता, अक्टबर 2007 में मॉ को में ह ता्िरत िकया गया था। िदसम्बर 2010 में रोजोबोरोनएक्सपोट्, सुखोई कंपनी तथा िहदु तान एयरोनॉिटक्स िलिमटेड (HAL) ने फाइटर हेतु केच

तथा तकनीकी पिरयोजना िवकिसत करने हेतु करार िकया। पिरयोजना के पहले चरण के दौरान ूसी प्, भारतीय पेशवे रों को िशि्त करेगा, उन्ह एकल काय्शील पिरवेश बनाने के िलए असली डेटा और सॉफ्टवेयर दान करेगा। भारतीय िवशेष्ों का काय्दल जनवरी 2012 से ूस में काम कर रहा है और ूसी िवशेष् भारत में ह।भारतीय वायु सेना की िविश‍ आव यकता के मुतािबक इस फाइटर में ूसी ोटोटाइप से कुछ अंतर होंग।े भारत की 144 FGFA लेने की योजना है और जेट िवमानों के ोटोटाइप पाने और अगले 20 वषो्ं के िलए रखरखाव हेतु लगभग $35 रािश आवंिटत की है। 2015-2016 में, भारत को िवमान का ोटोटाइप िमल जाएगा। भारतीय वायु सेना, जो पहले िवमान का दोहरी सीट वाला सं करण लेना चाहती थी, ने इसकी ऊंची कीमतों के कारण केवल एक सीट वाले सं करण को ही खरीदने का फैसला िकया। सुखोई अन्य संय‍ ु काय्क्रमों में भी शािमल ह जैसे िक भारतीय वायु सेना के Su-30MKI फाइटरों का आधुिनकीकरण, तथा ूसी-भारतीय वायु से जमीन में मार करने वाली ‍ोस क्रूज िमसाइल को Su-30MKI के अनुकल ू बनाने की पिरयोजना। भारत, वत्मान में ूसी सैन्य साजोसामान का सबसे बड़ा आयातक है, जो ूसी सैन्य िनया्तों का लगभग 28% भाग खरीदता है। सैन्य उपकरणों में िवलम्ब तथा लागतों में ती बढ़ो्री के बावजूद ूस, भारत के िलए हिथयारों का सबसे बड़ा आपूित्कता् बना रहा है, जो देश के सैन्य आयातों का 70% भाग पूरा करता है। सोिवयत युग के सैन्य साजोसामानों को उ्‍त बनाने के िलए अगले 10 वषो्ं में लगभग $100 िबिलयन यय करने की भारत की योजना है। भारतीय वायु सेना, 1997 से सुखोई िवमानों को उड़ा रही है, जब नयी िद‍ी ने ूस से पहला SU-30 ा‍ िकया था और एचएएल द्वारा सुखोई िडजाइन ब्यूरो से लाइसेंस ा‍ करने के बाद सुखोई Su-30MKI को देश में क्रिमक ूप से िवकिसत िकया गया।

KINOPOISK.RU

पांचवीं पीढ़ी के जेट का िडजाइन पूरा, िवकास हेतु करार शीघ्र : सुखोई FGFA फाइटर को T-50 फाइटर के आधार पर िवकिसत िकया गया है,भारत 144 FGFA खरीदने के िलए तैयार,तथा खरीद व मरम्मत हेतु $35 bn रािश आवंिटत की।

अलग ह। करार के दो भाग ह: भारत को आधुिनकीकृत िवमानों की आपूित्, तथा उन्ह देश में ही उ्‍त बनाने के िलए पुजो्ं की िकट की आपूित्। तीन िवमान पहले ही िदए जा चुके ह, और तीन अन्य इस वष् िदए जाने ह। पुजो्ं की िकट भी दी जा रही ह। हम उ्‍तीकरण की लागत नहीं बता सकते, लेिकन यह भारत के िलए, जो िक हमारा भरोसेमदं िम और साझेदार है, िमराज-2000 को उ्‍त ूप देने की तुलना में काफी स ता पड़ेगा।

वतं रोबोट िवकिसत करना जो केबलों की सिव्िसंग करने, समु तल की जांच करने में स्म होंगे।

ूस िरसच् फाउडेशन में भिव य के 10 सबसे गामी शोध िवषय

8. पे स िलफ्ट तथा मािट् य न माइन्स पेस िलफ्ट केबल ांसपोट् िस टम का िनमा्ण, आयोग द्वारा तुत सबसे मह वाकां्ी पिरयोजना है। िरपोट् के अनुसार, ‘ऐसी िलफ्ट […] का िनमा्ण हमें अंतिर् में चं मा से लेकर मंगल तक, और यहां तक िक ग्रिहका तक भी मौजूद िविवध िपंडों के ाकृितक संसाधनों का दोहन करने की सुिवधा िमल सकेगी।

9. ूसी मैि क्स ूस के एडवां ड िरसच् फाउडेशन की िरपोट् में मॉ को और लाडीवो टक तीन घंटे में चं मा तक पेस िलफ्ट और टिम्नटे स् की सेना का उल्लेख िकया गया है। सगे्ई इवानोव RIBR

सैन्य-औद्योिगक आयोग के िवशेष्ों ने रिशयन एडवां ड िरसच् फाउडेशन के सम् तुत अपनी िरपोट् में 10 सबसे गामी उ -जोिखम वाले शोध काय्क्रमों को रेखांिकत िकया।

1. अितिर‍ पुजो्ं के ूप में अंग यह िरपोट् जैविचिकत्सा तकनीकों के बारे में है। पहले काय्क्रम का ध्येय आपातकालीन जीवनर्क तकनीकों के सृजन पर है, िजन्ह तब उपयोग िकया जा सकेगा जब मौजूदा िविधयां काम न कर। आयोग का सुझाव है िक फाउडेशन को ‘डॉयरेक्टेड टेम सेल िडफरिटएशन के िलए ग्रोथ फैक्टस् का उपयोग करते ुए सेल कोिटग एटॉप िड-से युलराइज्ड ोटीन या िसंथिे टक नेटवक् का उपयोग करते ुए’ मानव कोिशका ऊतकों से अंग िवकिसत करने शुू करने चािहए।

2. जीवन र्क पाइडर-रोबोट

से युलोिजक ईंधन (बायोडीजल) तथा औद्योिगक सामिग्रयों के िलए िरपोट् में जैवरसायन तथा सॉफ्टवेयर के नवीनतम ्ान को योग करने का भी सुझाव िदया गया है। आयोग का मानना है िक सं्‍िे षत जैिवकी तथा औद्योिगक जैव ौद्योिगकी पद्धितयां, िनमा्ण सामिग्रयों तथा ईंधनों 3. मोबाइल ब्लड टेशन के कारगर उत्पादन के पिरणाम िदला कृि म मानव ूिधर का उत्पादन, एक सकती ह। अन्य ्े है िजसके बारे में आयोग का मानना है िक इस ्े में एडवां ड िरसच् 6. िवकिसत ्े ों के िलए बैटरी फाउडेशन मे वक् के तहत काम िकया चािलत रेलगािड़यां ु टे र बैटिरयां, ऊजा् जा सकता है। िरपोट् में जोर िदया गया है नई तकनीक एक्युमल िक फाउडेशन को ऐसा मोबाइल टेशन संसाधन टॉक के िव तार हेतु उपयोग बनाने पर िवचार करना चािहए जो प्लेटलेट की जा सकेंगी। इससे बड़े िवद्युत ीकस्स् तथा जेनिे टकली इजीिनयड् उपभो‍ा , जैसे िक रेलगािड़यों, संयं ों, उत्पादों के साथ-साथ एक िदन में 100 तथा आवासीय ्े ों के िलए भी िवद्युत िकग्रा. एिर ोसाइट्स िनिम्त कर सके। संिचत की जा सकेगी। (मैगलेव) का िनमा्ण, ूस के ्े ों को आपस में जोड़ने 4. ोजन अंग में बड़ी भूिमका िनभाएगा, जो िक अभी क्रायोि जवे्शन, आयोग के एजेंडे में एक बड़ी चुनौती है। िरपोट् के अनुसार, िनकट अन्य मह वपूण् मसला है। इसके डेटा के भिव य में अिधक शि‍शाली बैटिरयां अनुसार, अभी तक अंगों को 40 सेि सयस (1 मेगावॉट और इससे बड़ी) आने की पर केवल 24 घंटे तक ही पिररि्त िकया उम्मीद है। जा सकता है। क्रायोि जवे्शन में उ्‍ित, इस अविध को एक वष् या और अिधक 7. मॉ को से लाडीवो टक तक बढ़ाने में सहायक होगी। तीन घंटों में आयोग द्वारा आगे बढ़ाया गया अन्य 5. जीिवत फैक्टिरयां िवचार हाइपरसोिनक वैक्युम ने का

िरपोट् के लेखकों का िव‍ास है िक पूण् वचािलत िचिकत्सा सहायता णाली िवकिसत करने की जूरत है िजसे युद्धभूिम में उपयोग हेतु ढाला जा सके। उनका तक् है िक जीवन सहायक रोबोट, घायलों की मदद कर सकेंगे और जनहािन से बचाव होगा।

अनेक काउट अटैक िस टम िवकिसत करने का सैन्य-औद्योिगक आयोग का ताव है। िरपोट् में वण्न िकया गया है िक ऐसी तकनीक, भू-ि थत रोबोिटक उपकरण तथा ोन िनयं ण कें ों की पूरक हो सकेगी, जो इसके बदले में एक एकीकृत टैिक्टक फोस् कमांड िस टम से संचार सुिनि‍त करेगी और यह सम त, एक एकल ‘ माट् नेटवक्’ का अंग होगा।

10. सैन्य िडयूटी पर टिम्नटे स् सैन्य रोबोिटक्स, एडवां ड िरसच् फाउडेशन को तुत पिरयोजना की सूची में अंितम है। लम्बे जीवनकाल वाले, गहरे पानी में काम करने वाले वतं रोबोट िवकिसत करना इनमें से एक है जो केबलों की सिव्िसंग करने, तथा समु तल की जांच करने में स्म होंग।े िव तृत मण ्मता वाली, अिधक ऊंची उड़ान वाली मानव रिहत टोही तथा ल य खोज णाली, शोध का अन्य ्े है। सुझाए गए अन्य ्े ों में, कार पर लगा सभी ्े ों में उपयोगी ग ती रोबोट तथा एक एक्सो केलटे न शािमल है जो मानव पेिशयों की सुृढ़ता बढ़ाता है। हालांिक आयोग वीकार करता है िक औसत सैिनक तथा मानव-िनयंि त उपकरण तर पर आने में रोबोट को अभी बुत समय लगेगा।

Share your opinion. Follow us on /russia.india.report

/rireport


WEDNESDAY MAY 29, 2013

जीवन शैली

IN ASSOCIATION WITH ROSSIYSKAYA GAZETA, RUSSIA

आधुिनक ूस ने जारशाही ूस और यूएसएसआर दोनों की िवरासत को संजोए रखा है

ज्यादातर ूसी भारत आध्याित्मकता के“स े पथ”पर मािणत ूसी योग िश्क अपने भारतीय गु​ु िजतने ही लचीले और पेशवे र बन गए हैं और अपने हमवतनों के िलए आध्याित्मक गुू बनने की राह पर हैं। एिलना रेिवन् काया RIBR

ITAR-TASS

ITAR-TASS

मोनोमाख की कैप (बायां िच ) का 18वीं सदी तक ूस की राजशाही की ताजपोशी के िलए इ तेमाल िकया जाता था। दूसरे िवश्व यु‍ में लापता हो गया अंबर क् का पुनिन्मा्ण 1981-97 में िकया गया था।

राजसी िवरासत के बुमू य खजाने सेम्वॉन क्वाशा RIBR

मोनोमाख की टोपी मोनोमाख की टोपी शं‍ाकार विण्म ताज है, िजसमें मू यवान रत्न जड़े ह और यह सैबल के फर से सजा है। यह सैबल िनयिमत तौर पर बदलता रहता है, क्योंिक, यह लम्बे समय तक सुरि्त नहीं रह सकता। लेिकन ताज हमेशा वही बना रहता है। यह लगभग 12 वीं सदी की बात बताई जाती है, जब बैजान्टीन स ाट कोन् टेन्टाइन मोनोमाख ने इसे अपने दामाद और कीव के युवराज लादीमीर मोनोमाख को- जो िक मु कोवी के महान युवराजों का वशंज थे, को भेजा था।

© SERGEY PYATAKOV / RIA NOVOSTI

देश के हजार वष् के इितहास दौरान इसने अनिगनत खजाने रचे, खरीदे और युद्धों में जीते ह- खजाने जो आज भ य संग्रहालयों में मौजूद है। इन संग्रहालयों में सबसे बड़ा सेंट पीटस्बग् में ि थत राजकीय हिम्टज े संग्रहालय है, जहां िव‍ के सबसे बड़े कलाकृितयों के गु‍ खजानों में से एक संग्रिहत है जो िक पेिरस के लूवरे के समान है। इसके संग्रह में डच, इटैिलयन, पैिनश एवं च ें कूलों के ाचीन िश्कों की अमू य कृितयां शािमल ह। कला का समूचा इितहास यहां चार इमारतों में रखा गया, िजनमें से सबसे िवशाल और भ य है िवंटर पैलसे , िजसे 18 वीं शताब्दी में वा तुकार े ी ने िनिम्त िकया था। ांिस को रा ल ूस के स ाटों के शाही राजिचन्ह मॉ को के क्रेमिलन में रखे ह- महान युवराजों और जारों की ाचीन राजधानी। सवा्िधक चिच्त व तु है मोनोमाख की सुनहरी टोपी- ाचीन ूसी ताज।

यह िकवंदित इितहास की िकताबों में मोनोमाख की टोपी के ूप में दज् है। इसे ूस के ाचीन ूिरक वंश के ूसी राजा की ताजपोशी के िलए यु‍ िकया जाता था, 17 वीं शताब्दी के किठनाई वाले समय में इसके िलए लड़ाइयां लड़ी गईं, और रोमोनोव शासकों की नई वंशपरम्परा की ताजपोशी भी इससे ुई िजसमें से पहले का चुनाव 1613 में रा£ीय पिरषद के द्वारा ुआ था। लादीमीर पुितन के 50 वें जन्मिदन के िलए ताज की एक ितकृित बनवाई गई और उन्ह उपहार के तौर पर दी गई।

सा ा्ी एिलजाबेथ की ताजपोशी की पोशाक एवं उनकी 14,999 अन्य पोशाकें। ूसी स ाट पीटर महान, िजनका हम पहले ही िजक्र कर चुके ह, की मृत्यु 1725 में िबना िकसी पु​ुष वंशज को छोड़े ही हो गई। जबिक, पीटर के िववाह से दो पुि यों का जन्म ुआ था- एिलजाबेथ एवं अ्‍ा। पीटर की मृत्यु के प‍ात पहले शासन उनकी िवधवा, कैथरीन I;िफर उसके पोते; और अन्ततः उसकी भतीजी के पास रहा। 1741 में एिलजाबेथ ने महल के िव ोह,

पोशाक को ूस में बनाया गया थायह इसिलए महत्वपूण् थी क्योंिक इसके जिरए यह दशा्या गया था िक सा ा्ी अपने पूवव् ित्यों की तरह िवदेश मे ी नहीं थी। पोशाक को उस समय के फैशन के अनुूप काटा गया थाः िवशालकाय, िजतनी यि‍ की ऊंचाई उतनी ही पोशाक की चौड़ाई। एिलजाबेथ को अपने समय की सबसे सुदं र मिहला में से एक माना जाता था, और उसे पोशाकें बेहद पसंद थीं। जब उसकी मृत्यु ुई, उसकी ताजपोशी के बीस वष् बाद, वह 15,000 पोशाकें, लम्बी जुराबों का एक पूरा कमरा,खाली शाही खजाना व अधूरा िवंटर पैलसे ( जो बाद में राजकीय हिम्टज े भवन कहलाया) और पहाड़ सा कज् छोड़ गई थी। उसके जीवन के अंितम वष् में, दिज्यों ने भी पैलसे को उधार सेवाएं देने से इकार कर िदया था।

सेंट पीटस्बग् में ि थत राजकीय हिम्टज े संग्रहालय है

अंबर क् की रचना िु शया (अब जम्नी का अंग) में ुई थी और इसे ड े िरक I ने पीटर महान को उपहार में भेंट िकया था। इस क् को बाद में इटैिलयन वा तुकार

चिच्त व तु है मोनोमाख की टोपीाचीन ूसी ताज

18वीं शताब्दी में ुए कई िव ोहों में से रा ल ै ी ने सा ा्ी एिलजाबेथ के आदेश एक, के दौरान ताज हािसल कर िलया।यह पर बदल िदया था। पूरा क् अंबर के बने िविभ्‍ टुकड़ों से सजाया गया था भी िकवंदित है िक इस दु साहस से पहले एिलजाबेथ ने ाथ्ना की और िकसी को और लकड़ी को विण्म पि्यों से ढका भी न मारने का ण भी िकया। गया था। इसे द्वीितय िव‍ युद्ध तक सेंट जब नई जारीना की ताजपोशी ुई तो, पीटस्बग् के ठीक बाहर जार कोय सेलो नरम चांदी और सोने से जड़ी जरी वाली में कैथरीन पैलस े में रखा गया था। युद्ध के दौरान, लेिननग्राड (तब सैंट पीटस्बग् को एक िवशेष ताजपोशी पोशाक िसलवाई गई। इसे इन िदनों मॉ को क्रेमिलन के अंबर क्, िव‍ का आठवां इस नाम से पुकारा जाता था) घेराबंदी में था श ागार क् में रखा ुआ है। इस आ‍य् और शहर के आस पास की सभी बाहरी

क्रेमिलन, मा को में हीरा िनिध में ओरलोव हीरा सवा्िधक महत्वपूण् व तु हैं। ओरलोव इपेिरयाल सेप े में जड़ा ुआ है, इसका िनमा्ण कैथरीन द ग्रेट के शासन के दौरान (176296 ) ुआ था।

इमारतें अितक्रिमत हो गई और उन्ह लूट िलया गया। अंबर क् को वहां से हटा िलया गया, और शेष युद्ध के दौरान इसे सावज्िनक दश्न के िलए कोिनग्सबग्, आज का ूसी शहर कािलनीग्राड, के महल में रख िदया गया। लेिकन कोिनग्सबग् में सोिवयत सेना के हमले के दौरान यह क् गायब हो गया। कोई नहीं जानता था िक क्या हवाई हमले के दौरान यह न‍ हो गया या यह महल के उन भूिमगत भंडारों में िछपा रह गया जो उस िदन मलबे में बदल गए थे। या िफर इसे सफलतापूवक ् कोिनग्सबग् से हटा िलया गया था और अब वह जम्नी, चेक िरपिब्लक या ऑि या में िकसी गु‍ जगह पर िछपा है। िकसी भी सूरत में, कोई भी पूरी स ाई नहीं जानता। इसकी खोज 20 वीं सदी के पूरे उ्राद्ध् तक जारी रही, लेिकन अंत में यह तय ुआ िक एक नया अंबर क् बनाया जाए। पुनिन्मा्ण 1981 से 1997 तक चला और क् को इसके मूल

घर कैथरीन पैलसे में ही पुनिन्िम्त कर, सैंट पीटस्बग् की थापना की 300 वीं वष्गांठ के मौके पर 2003 में साव्जिनक दश्न के िलए खोल िदया गया।

ओरलोव हीरा

मॉ को क्रेमिलन का श ागार कैथरीन महान के शाही राजदंड का घर है, िजसमें 180 फलक एवं 189.6 कैरटे वजन वाला एक िवशाल हरे रग की आभा वाला हीरा जड़ा है। यह िसद्ध हीरा 17 वीं शताब्दी के अन्त में भारत में खोजा गया था। यह हीरा वा तव में करीब 400 कैरटे वजन वाला था, लेिकन इसे तराशने के दौरान इसका वजन कम हो गया। 18 वीं शताब्दी के अंत में इसे आमे्िनयाई जौहरी और बैंकर इवान लजारेव, जो िक उस समय ूसी सरकार की सेवा में था, ने 400,000 वण् मु ाओँ के बदले खरीद िलया। और बाद में यह हीरा लजारेव से काउड ओरलोव ने खरीद िलया। एलेक्साई ओरलोव कैथरीन के चहेतों में से एक थे और िव्ान के संर्क थे। वे जीन-जैक्स-ूसो के साथ संपक् में रहते थे, उन्होंने घोड़ों की एक न ल तैयार की िजसे “ओरलोव ोटर” के ूप में जाना जाता है और वह राज्य के संचालनकायो्ं में बुत सिक्रय थे। उसने इस हीरे को सा ा्ी को उपहार वूप भेंट िकया, िजसने इसे उसके ताजपोशी वाले राजदंड में जड़ने और इसका नाम काउट के सम्मान में रखने के आदेश िदए। कहानी के एक और ूप के अनुसार, सा ा्ी वयं उस हीरे को पसंद करने लगीं थी, और ओरलोव सा ा्ी के अत्यिधक उ ख ं ल होने के आरोप से बचने के िलए एक माध्यम भर था। स ी कहानी चाहे जो भी हो, पर यूरोप के अन्य सभी ताज धारण करने वाले कैथरीन से जल गए थे क्योंिक उस समय िकसी के भी पास इसके आस पास का भी कोई हीरा नहीं था। यद्यिप, िवशाल किलनन हीरे से कटे पत्थर, जो िक ि िटश ताज के रत्नों के िह से ह, कहीं बड़ा था। लेिकन यह 20 वीं शताब्दी की शु​ुआत ध्यान दय में “पिव में जा कर पता चल सका था। ITAR-TASS

ूस की राजसी िवरासत के बुमू य खजाने की महज कुछ व तुएं हैं जो अब मॉ को और सेंट पीटस्बग् के संग्रहालयों में दिश्त की जा रही हैं।

काजान का ओिलंिपक पलः सं कृितयों और धमो्ं का एक अनोखा मेल आंकड़े

1.2

िमलीयन है कजान की आबादी है िजसमें 170 नुजाित के लोग शािमल है इनमें तातार, ुसी, बशकीर मुख है।

PHOTOXPRESS

कजान जुलाई में छा ओिलंिपक यूिनविस्याड की मेजबानी करेगा मॉ को से पूव् में वो गा नदी के िकनारे बसे शहर काजान ऑपेरा और बैले का शहर,जो जुलाई 6-17 तक 2013 के िवश्व छा ओिलंिपक या यूिनवसा्इड की मेजबानी करेगा । टोबी िफशर RIBR

मॉ को से करीब 600 िकलोमीटर पूव् में वो गा नदी के िकनारे बसे शहर काजान का एक चक्कर लगाइए, और आपको लगेगा जैसे आप करीब-करीब िकसी दूसरे देश में घूम रहे हों। शहर, जो जुलाई 6-17 तक 2013 के िव‍ छा ओिलंिपक या यूिनवसा्इड की मेजबानी करेगा, तातार तान गणतं (िरपिब्लक ऑफ तातार तान) की राजधानी है, और िजसकी

जनसंख्या मुि लम तातार एवं ऑथो्डॉक्स ूसी समुदायों के बीच लगभग समान ूप से बंटी ुई है। शहर की आकाशीय सीमा पर क्रेमिलन, काजान का ाचीन िकला, छाया है। वहां एक बड़ी मि जद है और साथ ही एक ूसी ऑथो्डॉक्स चच् भी है-तातार तान इवान IV (द टेिरबल) के समय में ूस का एक िह सा बना था। मि जद के आगे, उ‍ोषक चच्, जो ऑथो्डॉक्स मतावलिम्बयों के बीच काजान की हमारी देवी, ूसी ऑथो्डॉिक्सयों के बीच सबसे पिव तम में से एक, के घर के तीक के ूप में पूजा जाता है, और उसका िनमा्ण 1554-62 में ुआ था। इन धािम्क थलों के अलावा क्रेमिलन में सोयेिम्बका टॉवर भी है, जो

44

िवश्विवद्यालयों व 4 उ ोतर िश्ा सं थाएं है 150000 छा एवं छा ाएं अध्ययनरत है।

अपनी तरफ झुका है। िवदेशी यहां अंग्रज े ी भाषी या ा का चयन कर सकते ह। काजन्का नदी काजान में वो गा से िमलती है और शहर के आधुिनक चेहरे का एक बिढ़या ृ य मुहयै ा करवाती है िजसमें 2005 में शहर की थापना की 1,000 वीं वष्गांठ पर बना िमलेिनयम पुल भी शािमल है। ऑपेरा और बैले का द कजान िथएटर िलबटी् ‍ेयर पर आिधपत्य रखता है, और शहर के कें के नजदीक है कजान िव‍िवद्यालय, बौमेन ीट के पास, शहर के दय थल पर एक लंबा पैदल माग् है। यहां मृितिचन्हों की दुकानें ह िजनके साथ ही रे टोरट्स ह जो टिक्श भोजनशैली- तातार और टिक्श सं कृित के मध्य िचर थायी न लीय गठबंधन का तीक - पेश करते ह। आपको यहां

पारम्पिरक तातार पकवान-शहद में िलपटा भूना ुआ गूथं ा आटा िजसे चक-चक कहते ह, व चाय के साथ परोसा जाता है, भी िमलेगा जो लोगों का जबरद त पसंदीदा है। बुलक नहर के साथ काजान का मुख्य बाजार है, जो पय्टन गिलयारे पर नहीं है पर इसे छोड़ा नहीं जाना चािहए। दुकानदार मुख्यतया तातार या मध्य एिशयाई ह, और यह तातार िजले को जानने का एक अच्छा शु​ुआती िबंदु है। काजान का सम्पूण् चक्कर वाला िटकट करीब 250 डॉलर है। मा को के काजान रेलवे टेशन से चार यि‍यों वाले केिबन में एक यि‍ की जगह के िलए 150 डॉलर में या दो यि‍यों वाले केिबन में एक यि‍ की जगह के िलए 280 डॉलर में राि ने में जगह हािसल करना भी संभव है। लगभग शहर के कें में ि थत होटल गुइिसप्पे मध्यम ण े ी के िलए एक लोकि य पसंद है। इस आरामदेह, इटैिलयन शैली वाले होटल में 100 डॉलर से 250 डॉलर के बीच कमरे िमल जाते ह। इससे ऊंची पसंद होटल िमराज हो सकती है, जो अपनी जबरद त थापत्य एवं बतख के रो से बनी चमकदार ‍ेत रजाई वाली िवशेषता से यु‍ है, के त्येक कमरे की लागत 125 से 400 डॉलर की ण े ी में आ सकती है। खाने के संदभ् में, थानीय लोग प मीर की िसफािरश करते ह, जो मध्य एिशयाई/ एिशयाई भोजनशैली वाला खाना परोसने की िवशेषता रखता है, और थानीय भोजन से काफी भािवत है।

भारत ूसी लोगों को कई कारणों से आकिष्त करता रहा है िजनमें इसकी सां कृितक िवरासत, ाकृितक सुदं रता, और शानदार समु तट, वतं ता और अनाव यक िनयमों में कमी शािमल है और अंततः लेिकन अंितम नहीं, वह है इसकी आध्याित्मक िक्रयाएं। ्ानी और आध्याित्मक तौर पूण् होना चाहते ह उनके िलए दि्ण भारत में, साई बाबा का आ म एक चिच्त थल है। इसके बाद केरल के आयुविे् दक कें ह जो जड़ीबूिटय उपचार मुहयै ा करवाते ह और ाचीन पद्धित से पुरानी बीमािरयों को ठीक करते ह। ूसी युवितयों के िलए यह नया ुझान है िक वे भारत में केवल योग सीखने नहीं बि क एक मािणत योग िशि्का बनने के िलए आ रही ह। योग की भूिम से ा‍ माणप जबरद त वजन रखता है। वहां कुछ नव मािणत ूसी योग िश्क ह जो अपने भारतीय गु​ु िजतने ही लचीले और पेशवे र बन गए ह और यहां अपने हमवतनों के िलए आध्याित्मक गुू बनने की राह पर ह। मैं हाल ही एक ुसी दंप्ी से बैंगलौर में िमली, इगोर एवं अ‍ा, जो कई वषो्ं से भारत आ रहे ह और कई ूिसयों के िलए आध्याित्मक गुू बन गए ह। वे “सहज माग्” या “ ाकृितक पथ” कहलाने वाले आंदोलन के अंग ह। यह एक वृहदतर ु रा£ का वैि‍क आंदोलन है िजसे संय‍ समथ्न है। इस आंदोलन का ूस में सू पात सोिवयत यूिनयन के पुराने िदनों में ुआ था।1987 में यूएसएसआर के िमन् क में एक युवा भारतीय छा ने इस आंदोलन का िव तार शुू िकया था। सहज माग् के बड़े केन् मा को, सेंट पीटस्बग्, मुमा्न् क, चे यािबन् क और नोवोशेरका सक में ह। मा को केन् को भारतीय दूतावास का सहयोग िमलता है।

स तरह के अन्य आंदोलनों की ही भांित, सहज माग् ने ूस में एक सांगठिनक ढांचा िवकिसत िकया है, िजसमें भारत व अन्य देशों में शीष् पर मुख्य नेता, िश्क या गुू एवं उनके िश्ु ह।चे्‍ई के आ म में इस वष् की वािष्क संगो‍ी आयोिजत ुई थी, िजसमें ूस से 700 लोगों ने सहभािगता की थी। सहज माग् की आिधकािरक वेबसाइट के अनुसार यव था की मुख्य िवशेषताएं ध्यान, शुद्धता और ाथ्ना है। िवचारों की “शुद्धता” के पद्धित की िवशेषता होने का दावा िकया जाता है। ध्यान एक तरह से एक यि‍ के दय में “पिव काश को पिरकि पत” करने जैसा है और यह त्येक सुबह 30 से 60 िमनट िकया जाता है। िकसी यि‍ में एकि त हो गए घिटयापन को िमटाने के िलए शुद्धता की जाती है। इसे शाम के समय िदन का काम समा‍ होने के प‍ात िकया जाता है और यह डेढ़ घंटे जारी रहती है। जबिक राि में सोते समय की ाथ्ना 10 िमनट की होती है। इस तरह की वसुधार तकनीकें ूिसयों को क्यों आकिष्त कर रही ह? इसका उ्र जानने के िलए ूसी इितहास में लौटना होगा। सोिवयत काल के 70 वषो्ं के दौरान, ूस में धम् को लगभग भुला िदया गया था। लोगों को उनकी आध्याित्मक को भुलने और उनके िव‍ास को िछपाने पर “िववश” िकया गया। सोिवयत यूिनयन के पराभव के बाद, कई ूसी उन गुणों को खोजने के िलए लालाियत हो उठे जो सालों से कहीं गहरे डब गई थीं। उन्होंने धम् एवं अन्य तकनीकों के जिरए जीवन के आंतिरक तरीके की खोज की। सहज माग् जैसे आंदोलनों ने ूस में लोगों को आकिष्त िकया क्योंिक वे लचीले और योगशीलता के िलए तत्पर थे। मैं यह देख कर बेहद खुश ू िक ूस अपनी आध्याित्मक वृि् में बदलाव ला रहा है। वा तव में यह मायने नहीं रखता िक आप िकस धम् का पालन कर रहे ह, बि क यह मायने रखता है िक आप अपने दय की खोज कर लें और िव‍ की सकारात्मक ऊजा् में योगदान कर।

काश को पिरकि पत” करने जैसा है।

Twelve places to see wooden churches in Russia Read in Tourism section indrus.in/24627

WEBSITE of the embassy of the Russian Federation in India

www.rusembassy.in

Find news from Russia in your inbox! indrus.in/subscribe

SUBSCRIBE to top weekly news

NAVBHARAT TIMES in THE ECONOMIC TIMES quarterly in

Every second Wednesday

www.indrus.in


Issuu converts static files into: digital portfolios, online yearbooks, online catalogs, digital photo albums and more. Sign up and create your flipbook.