Pravaah 26 feb 2k14

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izokg पिलानी, 26 फरवरी, 2014

अिंदि ख़ास ै 

प्रो. एल.के . माहेश्वरी के साथ वाता​ालाप

आटं नाशिप के ऄवसर

ह िंदी प्रेस परिवाि निशा​ांक, नसद्धान्त, रोनहत, सुनमत वैभव, अांशुल , सांवेदा , िीनत, सुनिता, अभय, अनिरुद्ध अग्रवाल, मोनिका, आनतफ़, पारस, खुशबू, अिांत, रनव, कररश्मा, अनिरुद्ध नमश्र, राजेश, सोिाली, िीनतका, अनखलेश प्रणय, आकृ नत, रजत, अांककता, यशवर्धि, इलाश्री, सुयश, प्रा​ांजल, यशाकदत्य, सत्यम, प्रवीि, आवेश अांिल, गोनवन्द, नप्रयांक, कु िाल, िीनतशा, मुकिका, ऐश्वयाध, लोके श, हार्ददक, रोनहत, हर्षषत, नववेक,

रज्जो कहती है समय मनष्ु य जीवन का वह चक्र है शजसे कभी थामा नहीं जा सकता हैं | समय सफलता की कुँु जी है| यह ित-प्रशतित सत्य कथन है, शक समय शनकलते देर नहीं लगती| हर सबु ह समय अपको 86400 सेकंड्स देता है| ऄकसर आधर-ईधर,कहीं ना कहीं,शकसी ना शकसी से यह सनु ने को शमलता है शक “क्या करें , समय ही नहीं शमलता!”| वास्तव में हम शनरंतर गशतमान समय के साथ कदम से कदम शमलाकर चल ही नहीं पाते और शपछड़ जाते हैं। मेरा भी 2-2 कब अ गया पता ही नहीं चला, ऐसा लगता है मानो ऄपने कॉलेज जीवन का प्रारम्भ शकए कुछ ही समय हृअ हो| मानों कल की ही बात हो| हमारा ऄमल्ू य कॉलेज जीवन रे त की भाुँशत हमारे हाथ से कब शफसलने लगता है हमे आसका अभास ही नही होता| ऄब वक्त मेरे दसू रे ऄपोजी की ओर दस्तक दे रहा हैं| जहां तक ऄपोजी का सवाल है कइ छात्र आसे ऄपनी सी.वी. को बढ़ाने का माध्यम मानते हैं| कुछ तो ऄपोजी को ऐसे लाभ-प्रद ऄवसर के तौर पर लेते है जब वे ऄपने घर जा मस्ती कर सकते हैं| बहृत ही कम ऐसे छात्र होंगे जो ऄपोजी के प्रशत शनष्ठावान हैं| यही छात्र अगे चल कर ऄपने समाज और पररवार का नाम रोिन करते हैं| समाज को समशपात करने का मौका 1-2 फरवरी को एन.एस.एस. ने रक्त दान के रूप में भी शदया था| शकन्तु मैं कै म्पस में ना होने के कारण यह ऄवसर खो बैठा, मझु े परू ा यकीन है अपने तो आस सऄ ु वसर का फ़ायदा ऄवश्य ही ईठाया होगा और अगे भी ईठाते रहेंग|े मैं भी यह वादा करता हॄुँ शक अगे से आस सामाशजक कल्याण में ऄपना पात्र बखभू ी शनभाउंगा| शमत्रों यह वादा वो वादा नहीं जो हम परीक्षा होने के पश्चात खदु से व ऄपने पररवार-जन से करते हैं| खैर जो भी हो यह पढ़ते हृए अपकों ऄपने शमड-सेम की याद ज़रूर अ गइ होगी। ऄब समय अ चक ु ा है कमर कसने का और जी-तोड़ मेहनत करने क। चलते-चलते ये अिा करता हॄुँ शक अप ऄपोजी में ज़रूर ईपशस्थत रहेंग|े अप सदा अवेि के साथ काया करे , ऄपनी अकृ शत को प्रवीनता के स्तर पर लाने का प्रयास करे आससे अपको ऄनतं यि की प्राशि होगी| - रजत

नशवा​ांक, निनर्, वैभव

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पहिंदी ड्रामा क्लब प्रस्तपु त ‘गिंदी बात’ 19 फ़रवरी, सायुँ 7:30 बजे, एफ. डी.-II QT, यह वह समय है जब "सेक्स" के शवषय पर हमारे कॉलेज में पहली बार खल ु कर संवदे ना प्रस्ततु की जा रही थी| जी हाुँ हम बात कर रहे हैं शबट्स शपलानी के शहन्दी ड्रामा क्लब द्वारा प्रस्ततु नक्ु कड़ नाटक " गदं ी बात" की|

समाज के डर से ऄपने ररश्तों को स्वीकार नहीं कर पाता|

एक और कहानी के माध्यम से नारी के प्रशत समाज की सोच को बताया गया. आसमें आद्रं देव ऄपनी िशक्त का प्रयोग करते हृए एक ऄबला नारी का बलात्कार करते हैं और हमारा यह समाज सज़ा में मात्र एक ऄश्वबशल स्वीकार कर आद्रं के ऄपराध को भल ू जाता नाटक का प्रारंभ ही कॉन्डोम के प्रचार से होता है जो शक आस है| परंतु नाटक के ऄतं में अज की सिक्त नारी और समाज की नाटक के प्रारूप और लक्ष्य को स्पष्ट कर रहा था| आस नाटक का बदली सोच बहृत ही सजगता से शदखाइ जाती है| मल ू मक़सद सेक्स को लेकर अम जनता की सोच को बदलना परू े नाटक में कलाकारों का ऄशभनय दिाकों को बाुँधे रखता है| और ईनमें जागरूकता बढ़ाना था| परू े नाटक को छोटी-छोटी नाटक में समय समय पर "rap" हृए जो शक नक्ु कड़ नाटक में नयी कहाशनयों में बाुँटकर हमारे समाज में एच. अआ. वी., और रचनात्मक सोच हैं| आस नाटक में आद्रं के सवारी एरावत को समलैंशगकता, बलात्कार पर बखबू ी शनिाना साधा गया| नाटक में भी बहृत सजग ऄदं ाज़ में प्रस्ततु शकया गया| यह नाटक "सेक्स" एक एच. अआ. वी. आसं ान के बारे में अम सोच को व्यक्त करते जैसे शवषय पर चार दीवारों के भीतर ही नही बशल्क खल ु े मचं पर हृए यह बताने का प्रयास शकया गया की यह रोग ना शसफ़ा यौन बोलने की प्रेरणा देते हृए ख़त्म हृअ| ड्रामा क्लब के हर िख्स की संबंध बशल्क संक्रशमत रक्त के अदान प्रदान से भी हो सकता है| भशू मका सराह्नीय थी। चाहे वह कास्ट टीम हो या प्रॉडक्िन टीम के एक लघु कहानी- 'कौन बनेगा पशत का पशत' के माध्यम से यह शनवा​ाहक प्रांजलदीप| बताने की कोशि​ि की गयी की शकस तरह एक समलैंशगक व्यशक्त pI AI pIAI, IEEE द्वारा ऄपोजी में पहली बार अयोशजत एक Artificial Intelligence BOT बनाने की प्रशतयोशगता है। प्रशतयोशगता का मख्ु य ईद्येश्य दसू रे BOTS से प्रशतस्पधा​ा द्वारा AI skills का परीक्षण करना हैं। BOT बनाने की भाषा :C ++ पंजीकरण की ऄशं तम शतशथ: 10 माचा 2014 BITSian Elims: माचा का तीसरा सिाह टीम में ऄशधकतम प्रशतभाशगयों की सुँख्या – 2 POSTER PRESENTATION :प्रोटोटाआप , पेपसा के ऄलावा पोस्टर ऄपने ऄनसु ंधान के प्रदिान का अकषाक तरीका होता है. POSTER PRESENTATION में प्रशतभागी से अिा की जाती है शक वे मौशखक प्रेजटें ेिन में एक अकषाक पोस्टर को प्रस्ततु करें , जो ईनके द्वारा शकये गए ऄनसु ंधान को व्यक्त करते हो| टीम में ऄशधकतम प्रशतभाशगयों की सुँख्या – 3 पंजीकरण की ऄशं तम शतशथ – 5 माचा 2


15 फ़रवरी , िशनवार की िाम, बसंत ऊतु की आस िाम में पवन के मंद-मंद झोंके, सदा ऊतु के अलस्य से भरे माहौल पर पदा​ा शगराकर ईजा​ा और स्फूशता का एहसास करा रहे थे| शपलानी वाशसयों के भी अकाक्ष ु ी थी, आस मौका-ए-दस्तरू पर ं ाओ ं की िृख ं ला भी लगभग पणू ा हो चक म्यशू ज़क क्लब, शबट्स शपलानी ऄपने मनमोहक प्रस्तशु तयों के साथ शपलानी वाशसयों के मनोरंजन के शलए तथा आस िाम को और भी खि ु नमु ा बनाने के शलए शबट्स सभागार में ऄपना मंच सजा चक ु ा था| आस संगीतमयी िाम का बेसब्री से आतं ज़ार कर रहे शपलानी वासी, खासतौर पर सबसे यवु ा प्रथम वषीय संध्या के अरम्भ से ही मौज मस्ती के परू े शमजाज में थे| संगीतमयी संध्या का अरम्भ ‚ज़हनसीब‛ जैसे कणाशप्रय संगीत के साथ हृअ, आस गीत के यह दो-तीन पंशक्तयाुँ िायद आस िाम सभागार में ईपशस्थत समस्त दिाकों को मनमग्ु ध कर गयीं। ‚लेना देना नहीं आस दशु नया से मेरा बस तझु से काम है, तेरी ऄशं खयों के िहर में यारा सब आन्तज़ाम है| खशु ियों का एक टुकड़ा शमले या शमले गम की खरु चने, यारा तेरे मेरे खचे में दोनों का ही एक दाम है|‛ शवशभन्न गानों पर शथरकते शपलानी वाशसयों ने गायकों की प्रशतभा को काफी सराहा| बीच में अइ तकनीकी समस्या से मायसू शबट्शसयंस को कलाकारों ने अआटम नबं र "बीड़ी जलइले " की प्रस्तशु त देकर माहौल को एक बार शफर से खि ु नमु ा बनाने की ज़ोररदार कोशि​ि की|शबट्शसयसं को कलाकारों ने अआटम नबं र "बीड़ी जलइले " की प्रस्तशु त देकर माहौल को एक बार शफर से खि ु नमु ा बनाने की ज़ोररदार कोशि​ि की| ऄग्रं जे ी गानों में ‚fear of the dark” और ‚joker and the theif” ने दिाकों की काफी वाहवाही लटु ी, आसके ऄलावा कइ सपु रशहट गानों जैसे "ईफ़ तेरी ऄदा", "गंदी बात", "we will rock you“ आत्याशद ने श्रोताओ ं को झमू ने पर मजबरू कर शदया| ऄतं में श्रोताओ ं की शविेष मांग पर ‚joker and the theif” की प्रस्तशु त दोबारा हृइ| ऄग्रं ेजी गानों में ‚fear of the dark” और ‚joker and the theif” ने दिाकों की काफी वाहवाही लटू ी, आसके ऄलावा कइ सपु रशहट गानों जैसे "ईफ़ तेरी ऄदा", "गंदी बात", "we will rock you“ आत्याशद ने श्रोताओ ं को झमू ने पर मजबरू कर शदया|

2008 में स्थाशपत गरु​ु कुल शवभाग द्वारा अयोशजत ‛गरु​ु कुल नाआट‛ का िभु ारंभ 22 फरवरी को िाम 8 बजे गरु​ु कुल संस्थापक सी. काशताक की वेलकम स्पीच से हृअ। ईन्होंने गरु​ु कुल से जड़ु े सभी पवू ा और वतामान सदस्यों की सराहना की, शजन्होंने आस शवभाग में ऄपना सम्पणू ा योगदान शदया| कायाक्रम की िरु​ु अत ‚जॉशजायो बाय मोरोडर‛ नामक वाद्य संगीत से हृइ| दसू री प्रस्तशु त थी ‚शजन्दा‛ शजसको बखबू ी गाया गया| और आसके बाद तो समां बंधता गया| जब सेंटी सेमीअआट ने ‚शफर ले अया शदल‛ ऄपने शवन्गीज़, दोस्तों और ऄपने ‚समवन स्पेिल‛ को समशपात शकया, तो परू ा ऑशडटोररयम दिाकों की हॄशटंग से गजुँू ईठा| शवभाग के फाईंडर काशताक द्वारा दी गयी ‚ओ रे शपया‛ की प्रस्तशु त से संगीत रशसक श्रोता मत्रं मग्ु ध हो गए| आसके बाद गरु​ु कुल ने महान शदवगं त कलाकार देव अनंद को ईनके गीतों से श्रद्ाजं शल दी| ‚शपया त‛ू को लोगों ने खबू सराहा और ईसके बाद ‚बदरी बदररया‛ पर तो लोग ताशलयाुँ बजाने पर मजबरू हो गए| कायाक्रम में कइ लोकशप्रय गीतों जैसे ‚शदल धड़कने दो‛, ‚स्नो‛, ‚ऄलाआव‛, ने श्रोताओ ं के शदल जीत शलए| कायाक्रम का अशख़री गाना ‚शसन्स अइ हैव बीन लशवगं य‛ू था| परन्तु ऄतं में गरु​ु कुल के पवू ा सदस्यों ने ‚शपछले सात शदनों में‛ गाना गाकर सबको चौंका शदया| करीब दो घटं े चले सगं ीत के आस कायाक्रम में सगं ीतरशसक श्रोतागण सरु , लय और ताल का रसास्वादन करते रहे| शबट्स के िास्त्रीय संगीत एवं नृत्य समहू 'रागमशलका' ने 14 फरवरी को िाम 8:30 बजे 'कलसा ऑफ आशं डया' कॉन्सटा का सफल अयोजन शकया। ऑडी में सभी वगों के दिाक मौजदू थे, शजनकी संख्या समय के साथ बढ़ती गयी। कायाक्रम का िभु ारंभ महागणपशतम् वदं ना के साथ हृअ जो ईत्तम लय में गाया गया। आसे स्वर शदया कौशिक और रोहन ने, शजनका वायशलन, घटम,मृदगं म अशद पर बखबू ी साथ शदया गया। आसके बाद आस्ं रूमेंटल गीतों की बेजोड़ श्रंखला िरू ु हृयी शजनमें 'अत्मा', 'लाडा ऑफ़ द शवडं ् स' और 'ट्यन्ू स ऑफ़ मैसरू ' िाशमल थीं।वैलेंटाआन डे का जादू यहाुँ भी देखा गया और आसी को ध्यान में रख दो शविेष आस्ं रुमेंटल प्रस्तशु त, ' ऄय्यर एडं िमु न्न ' तथा 'कन्वरसेिन्स' दी गयीं, शजन्होंने खबू ताशलयाुँ बटोरीं। आसके बाद अयी वोकल प्रस्तशु त ‚रूद्रा‛ को भी आसकी गम्भीरता और ईत्कृ ष्टता के शलए सराहा गया। कनकदास द्वारा रशचत सदाबहार कन्नड़ भजन 'बारो कृ ष्णय्या' को ऄत्यशधक पसदं शकया गया। कायाक्रम चरम पर ऄपने ऄतं में पहृचुँ ा जब राष्रीय गीत ‚वदं े मातरम‛ को कना​ाशटक िैली तथा भाव में पेि शकया गया। वह ऄके ले ही एक मत्रं मग्ु ध कर देने वाला ऄनभु व था। रागमशलका को ऄपने आस अयोजन के शलए काफी सराहना शमली और कुछ व्यशक्त शजन्होंने पहली बार िास्त्रीय सगं ीत का रस चखा, वो आसके कायल हो गए। 3


माइक्रोइलेक्रोपनक्स, प्रो. एल.के माहेश्वरी के साथ आलेक्रोशनक्स क्या है, कहाुँ से िरू ु हृयी तथा वत्तामान और भशवष्य की तकनीकी में आसका योगदान क्या हो सकता है, कुछ ऐसे ही शवषयों पर चचा​ा का दौर चला सोमवार 10 फरवरी को IEEE BITS Pilani Student Chapter द्वारा अयोशजत व्याख्यान में| आस व्याख्यान में शबट्स शपलानी के पवू ा वाआस चासं लर प्रो.एल.के .माहेश्वरी ने शबट्शसयन्स को सबं ोशधत शकया| ऄपने लेक्चर में प्रो. माहेश्वरी ने आलेक्रोशनक्स की ईत्पशत्त से वत्तामान तक की प्रचशलत तकनीकी को रोमांचक ढंग से प्रस्ततु शकया| लेक्चर में वतामान तकनीकी में ऄतं संकाय ऄशभयांशत्रकी के योगदान के पररप्रेक्ष्य में भी चचा​ा की गयी| लेक्चर में प्रो. माहेश्वरी ने प्रत्येक ऄशभयाशं त्रकी सक ं ाय के छात्रों की महत्ता को दिा​ाया| ईन्होंने माआक्रोआलेक्रोशनक्स के यगु में अइ क्राशन्त को प्रस्ततु शकया तथा शवद्याशथायों को आलेक्रॉशनक्स ईद्योग और ऄनसु ंधान के क्षेत्र में कररयर बनाने के शलए प्रोत्साहन शदया| लेक्चर में 80 से ज़्यादा छात्रों ने भाग शलया| प्रो. वी. के . चौबे, डॉ. एम.एस.सोनी एवं श्री सशचन माहेश्वरी भी ईपशस्थत थे| कायाक्रम के ऄतं में छात्रों की तरफ से प्रो. वी. के . चौबे ने प्रो. माहेश्वरी को स्मृशत शचन्ह प्रदान शकया|

प्रो. एल.के .माहेश्वरी के साथ वार्ा​ालाप प्रो. माहेश्वरी ने 20 वषा की अयु में शबट्स शपलानी में एम.एस.सी. आलेक्रोशनक्स एडं आस्ं रूमेंटेिन में प्रवेि शलया और तत्पश्चात शवशभन्न पदों पर रहते हृए आस महान संस्थान के वाआस चांसलर के पद से 2010 में सेवाशनवृत्त हृए| वह IEEE, U.S.A. के सदस्य भी हैं| ईन्होंने शबट्स में एल.के .माहेश्वरी फाईन्डेिन का अरम्भ शकया, जो शक अज भी EEE तथा E&I के मेधावी छात्रों को छात्रवृशत्त प्रदान करता है| पेि है ईनसे हृअ एक वाता​ालापप्र.आपने विश्व के विख्यात प्रवतष्ठानों जैसे एम.आई.टी, हॉिर्ड आवद में भ्रमण वकया, इन्हें देखते हुए वकन क्षेत्रों में विट्स को प्रोत्साहन की आिश्यकता है? ई. भारतवषा में प्रत्येक सस्ं थान तथा शबट्स में ररसचा , मेशडकल, एरं ेप्रेन्योरशिप, लीडरशिप के क्षेत्रों में प्रोत्साहन की अवश्यकता है| प्र.आपने विट्स के विद्यावथडयों को अन्य छात्रों की तुलना में कै से विन्न पाया ? ई. शबट्स में व्यतीत शकये ऄपने समय में मैंने पाया शक यहाुँ की हवाओ ं में भी एक मत्रं मग्ु ध कर देने वाला कंपन है, जो शक अपको अपके लक्ष्य की और बढ़ने के शलए ईत्साशहत करता है| एक छात्र के तौर पर जब मैंने स्नातकोत्तर में प्रवेि शलया, तो यहाुँ के शिक्षा के प्रारूप को ऄन्य सस्ं थानों से काफी शभन्न पाया| यहाुँ के शवद्याथी काफी ऄनि ु ाशसत हैं और मझु े तब बहृत ऄशधक प्रसन्नता होती है जब यहाुँ के छात्र गेस्ट लेक्चसा में भी रूशच लेते हैं, क्योंशक आससे ईनके शवचारों में नवीनता अती है| प्र. प्रोजेक्ट पररितडन विट्स के लक्ष्य प्रावि के मागड में वकस हद तक सहायक होगा? ई. प्रोजेक्ट पररवतान का मख्ु य ईद्देश्य 2020 तक शबट्स को एक शवश्वशवख्यात संस्थान के रूप में ईभारने के शलए िरू ु शकया गया, शजसके ऄतं गात ररसचा, मल ू भतू सरं चना , आजं ीशनयररंग शवभागों का शवकास , पाठ्यक्रम का शवकास, कै म्पस की जीवन प्रणाली में सधु ार जैसे क्षेत्र अते हैं शजससे शवश्व से शवद्याथीगण शबट्स में शिक्षा ग्रहण करने हेतु अएं और शबट्स को नालंदा तथा तक्षशिला के सापेक्ष बल ु ंशदयों पर ले जाया सके | आसके शलए प्रबधं न की मेहनत के साथ साथ शवद्याशथायों से भी सम्पणू ा योगदान की अिा है| प्र. मावसि ओपन ऑनलाइन कोसेज़ विट्वसयन्स के वलए वकस प्रकार लािप्रद है? ई. वत्तामान यगु तकनीक का यगु है , आस यगु में शिक्षा को सभी के समक्ष पहृचुँ ाने की चनु ौती हमारे सामने है, ईसके शलए हमें एक नयी िरु​ु अत करनी होगी शजससे छात्रों का सवांगीण शवकास हो,आस प्रकार के कोसेज़ शिक्षा की पद्शत को रुशचकर बनाते है|

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प्र. अंर् में आप बिट्बसयन्स को क्या सन्देश देना चाहेंगे बिससे बिट्स बवश्व में एक सप्रु बसद्ध सस्ं थान के रूप में उभरे? उ. पररश्रम ही सफलता की कुं जी है और बबट्बसयन्स की पहचान भी, बबना पररश्रम के कोई सपना हकीकत में नहीं बदल सकती| बबट्स का अबततत्व पररश्रम पर ही बनभभर करता है| बबट्बसयन्स को अपने इन्टरनेट के स्त्रोतों का सदपयोग करना चाबहए| अपने ऊपर हमेशा बवश्वास रखें और अपने क्षेत्र में सवभश्रेष्ठ कायभ करें |

इिं टननपि​ि के अवसर अपोजी इनोिेशन चॅलेंज: शबट्स शपलानी एब्रं यो आस वषा प्रस्ततु कर रहे हैं ‘आनोवेिन चॅलेंज’ शजसमें छात्रों को ऄसल शजदं गी से जड़ु ी औद्योशगक मशु श्कलें दी जाएुँगी| छात्रों को मशल्टनेश्नल कंपशनयों के शलए आन मशु श्कलों का समाधान एक महीने के भीतर देना होगा| प्रत्येक टीम में 2-4 प्रशतयोगी भाग ले सकते हैं| शवजेताओ ं को आटं ेनाशिप व नकद राशि दी जाएगी| आस प्रशतयोशगता में प्रॉबलम स्टेट्मटें आन फील्ड्स पर होंगे -1. शसशवल- शटहरी हाआड्रो डेवल े पमेंट कॉपरे िन शलशमटेड, एल. एन. टी., शजदं ल्स कन्सॉशटायम, स्काआलाआन कनसशल्टंग आशं जनीयसा| 2. मेकॅशनकल एवं मॅन्यफ ू ॅ क्चररंग- ऄदाशन पावर, एल. टी. पावर| 3. EEE/ENI- बाआ स्क्वेर शलशमटेड, एल. एन. टी. आशं जशनयररंग व कन्स्रक्षन| 4.एकनॉशमक्स एवं फाआनान्स- हेड्ज क्वॅटं ् स| 5. के शमकल आशं जशनयररंग- ऄदाशन पावर, कोका कोला|

रक्षक समर इटं नडवशप: आस समर आटं नाशिप में छात्रों को सामाशजक शवषयों पर शचतं न और नीशत बनाने का ऄनभु व प्राि होगा| आस आटं नाशिप का मख्ु य ईद्देश्य संचालन में जन सहभाशगता कराना है| यह आटं ेनाशिप IIT शदल्ली में 2 महीनों के शलए होगी| छात्र आस आटं नाशिप के शलए ऑनलाआन भी ऄप्लाआ कर सकते हैं- http://www.rakshakfoundation.org/internship-program/internship-program-2014application-form/

इटं नडशाला: आटं नािाला एक स्वचाशलत संगठन है, जो छात्रों को न शसफ़ा भारत में बशल्क शवदेि में भी आटं नाशिप ढूुँढने में सहायता करती है| आटं ेनािाला छात्रों को रे ज़्यमू ,े एस.ओ.पी. व आटं रव्यू की तैयारी करती है| छात्र आटं नािाला की वेबसाआट पर भी सबस्क्राआब कर सकते हैंinternshala.com/subscribe.

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ब्लफमास्टर (ई-वीक) इ-वीक के ऄतं गात कइ आवेंट्स का अयोजन शकया गया, शजनमें से ब्लफमास्टर ऄपने नाम से ही ईत्सक ु ता जगाने वाला था। 11फ़रवरी को सांय 6 बजे आस आवेन्ट के एशलम्स अरंभ हए| आवेंट के होस्ट पाथा ने सबसे पहले एशलम्स के शनयम प्रशतभाशगयों को बताए| एशलम्स में कुल 5 प्रश्न पछ ू े जाने थे, शजनके 10 ईत्तर अयोजकों के पास थे। प्रशतयोशगयों को वह ईत्तर शलखना था, शजसे सबसे कम प्रशतभाशगयों ने शदया हो। एशलम्स के बाद 10 प्रशतभाशगयों को ऄक ं ताशलका के ऄनसु ार मख्ु य आवेंट के शलए चनु ा गया। आसमें ३ राईंड्स हृए। हर राईंड की िरु​ु अत में सभी प्रशतभाशगयों को पशचायां दी गइ ंशजसमें से शकसी एक पर अगे अने वाले 3 प्रश्नों के ईत्तर शलखे हृए थे। यह गिु पची शजस प्रशतभागी को शमलती वह ईस राईंड का ब्लफमास्टर होता। खेल के शनयम आस प्रकार थे शक यशद प्रशतभागी द्वारा शदया गया ईत्तर संयोजकों द्वारा तैयार की गयी सचू ी में मौजदू हो तो 20 ऄक ं शमलेंगे और ईत्तर के क्रमानसु ार ऄशत्तररक्त ऄक ं शमलेंग।े हर राईंड के बाद वोट अईट शकया गया, शजसमें प्रशतयोशगयों को सम्भाशवत ब्लफमास्टर को बाहर करना था। पहले २ राईंड्स तक सारे प्रशतभाशगयों को सफलतापवू क ा छकाने के बाद अशखरकार तीसरे राईंड में ऄसली ब्लफ़मास्टर पकड़ा गया। तीसरे राईंड के ऄतं में सबसे ज़्यादा ऄक ं वाले प्रशतभागी काशताक गणेि को शवजेता घोशषत शकया गया। आस आवेंट के अयोजक CEL के प्रथम वषा के छात्र थे|

समर इन अ स्टाटन-अि आसे शबट्स शपलानी का प्रभाव कहें या हम शबट्शसयन्स की मानशसकता हमारे ऄदं र ईद्यशमता ऄथा​ात एटं रप्रेन्यरु शिप को लेकर हमेिा से ही एक ऄलग जनू ून रहता है| िायद यही एक कारण है जो हमें ऄन्य प्रोद्योशगकी सस्ं थानों से एक ऄलग कतार में खड़ा करता है| शबट्स के प्रशतशष्ठत समहू में से एक ‘Center for Entrepreneurial Leadership’ एक बार शफर से ईद्यशमता के क्षेत्र में शबट्शसयन का साक्षात्कार कराने हेतु एक सनु हरा ऄवसर लेकर अया है| सी.आ.एल. के ‘summer in a startup’ के प्रभारी गीत कालरा एवं िाश्वत शत्रपाठी ने शहदं ी प्रेस को बताया की आस बार हम प्रथम तथा तृतीय वषा के छात्रों के शलए देि के प्रशतशष्ठत ईद्यम संस्थानों में औद्योशगक प्रशिक्षण ईपलब्ध कराने पर खास ध्यान दे रहे हैं| प्रथम दौर के अवेदन की प्रशक्रया पणू ा हो चक ु ी हैं, शजसमे कुल ३० ईद्यम सस्ं थानों द्वारा छात्रों का साक्षात्कार शलया जा रहा है| प्रथम दौर में कुल 500 छात्रों का अवेदन अया था| अवेदन का दसू रा दौर माचा के शद्वतीय सिाह में अरम्भ होने की सभं ावना हैं, शजसमे कुल 30 नए ऄन्य ईद्यम सस्ं थानों के जड़ु ने की सभं ावना है| ऄतः ग्रीष्म ऊतु की ऄवकाि में ऄगर अप कुछ नया सीखना या ऄनभु व जटु ाना चाहते है तो ‘ summer in a startup’ अपके शलए एक ईत्तम ऄवसर है, आस योजना के प्रभारी गीत कालरा ने ऄपने सन्देि में कहा है ‚नए ईद्यम संस्थान ही वह जगह है जहाुँ से अप शकसी भी ईद्यम की ज़मीनी हकीकत से रूबरू होते हैं और ईसमें अने वाली कशठनाआयों से ईबरने का मागा सीखकर स्वयं का ईद्यम स्थाशपत करने हेतु प्रेररत होते हैं।‛ ऄतं में ईद्यशमता के क्षेत्र में छात्रों की प्रेरणा हेतु ‘डुबशकयां शसंधु में गोताखोर लगाता है, जा जा कर खाली हाथ लौटकर अता है। शमलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में, बढ़ता दगु ना ईत्साह आसी हैरानी में। मट्ठु ी ईसकी खाली हर बार नहीं होती, कोशि​ि करने वालों की कभी हार नहीं होती।‘ 6


एम्ब्रायो टॉक्स एक अनोखा आहवष्काि - 3D हप्रिंटि

अपने कागजों की फोटोकॉपी तो कइ बार कराइ होगी पर क्या अपने कभी ऄपनी फोटोकॉपी करवाने के बारे में सोचा है? नहीं ना... पर ऐसा ऄब सभं व है| आसके बारे में और शवस्तार से जानने के शलए हम पहृचं े एम्ब्रयो द्वारा अयोशजत ऑनलाआन लेक्चर जहाुँ हमें 3D शप्रशं टंग की एक नइ दशु नया के बारे में पता चला| आस चचा​ा के वक्ता थे चन्दन शमश्र, जो शक भारत की पहली 3D शप्रंशटंग कंपनी 3digi prints की तरफ से छात्रों को सम्बोशधत कर रहे थे| सबसे पहले तो ईन्होंने 3D शप्रंशटंग की प्रशक्रया को काफी शवस्तार से समझाया| काफी सारे तकनीकी िब्दों का आस्तेमाल होने के कारण आसको समझना काफी मशु श्कल था और आसके बारे में मैं भी अपको िायद ज्यादा शवस्तार से नहीं बता पाईुँगा पर आतना जरूर कहॄगुँ ा शक यह एक काफी पेचीदा प्रशक्रया है| लेशकन आसके कइ फायदे हैं| अप आससे मन में सोची हृइ कोइ भी चीज बना सकते हैं, बस अपको ऄपना मनपसदं शडजाइन 3D शप्रंटर में डालना है और कुछ ही देर में वह चीज़ बनकर तैयार हो जाएगी| ईन्होंने चचा​ा के दौरान एक ‘नट बोल्ट’ और एक रबर का ब्रेसलेट बनाकर हमें शदखाया| अज कल आस टेक्नोलोजी का आस्तेमाल कइ महत्वपणू ा क्षेत्रों में शकया जा रहा है| ऄभी हाल ही में ‘ईरबी’ नामक एक कार का 3D शप्रंशटंग के द्वारा शनमा​ाण शकया गया| आस तकनीक का आस्तेमाल बायो-शप्रंशटंग में भी शकया गया है शजससे शक ऄप्राकृ शतक मानवीय ऄगं ों का शनमा​ाण शकया जा सकता है जैसे शक रृदय,हड्शडयां अशद| आस तकनीक से नकली अभषू ण भी बनाए जा सकते हैं और ईनपर महीन कारीगरी की जा सकती है| आससे अशका टेक्ट्स को भी ऄपने मॉडल बनाने में काफी असानी हो रही है| आजं ीशनयर को भी आससे काफी फायदा होगा क्योंशक ऄब वह ऄपने शडजाआनों को ऄसली रूप बड़ी असानी से दे पाएगं े| आस शप्रंटर शक कीमत लगभग 50,000-60,000 है जो शक काफी ज्यादा है, पर ईम्मीद है शक कीमतें शगरें गी और यह शप्रंटर असानी से ईपलब्ध हो सकें गे| वैसे तो छात्रों के बीच आस चचा​ा में िाशमल होने की बहृत ईत्सक ु ता थी पर ईसी समय छात्रों के PS के शलए सेिन होने की वजह से छात्रों की सख्ं या आस चचा​ा में कम ही शदखी| पर आसके बावजदू छात्रों की 3D शप्रटं र से जडु ी शजज्ञासा कम नहीं शदखी और ईन्होंने 3D शप्रंटर से सम्बंशधत कइ सवाल पछ ू े | पर हमेिा की तरह ही अवाज सही से न पहृचुँ ने की वजह से न ईनको हमारी बात सनु ाइ दे रही थी और न ही हमें ईनकी बात सनु ाइ दे रही थी| पर आस सब के बावजदू ईन्होंने सभी सवालों का संतोषजनक जवाब शदया| अज के आस तेज और व्यस्त दौर में सारे काम सही तरीके से ,जल्दी और मन मतु ाशबक करना एक ऄहम अवश्यकता बन गया है और 3D शप्रंटर आस शदिा में एक क्रांशतकारी कदम है|

CAT Champs वैलेंटाआन शदवस की पवू ा सध्ं या पर शबट्स एशम्ब्रयो द्वारा अयोशजत कै ट चैंप्स तृतीय वषा के शवद्याशथायों के साथ-2 प्रथम एवं शद्वतीय वषीय छात्रों के शलए भी स्वशणाम ऄवसर शसद् हृअ। ऄपने शनधा​ाररत समय पर िरू ु हृअ कै ट चैंप्स वास्तव में एक क्रॉस कैं पस पैनल शडस्किन था। आसमें शबट्स के तीनों कैं पस से कै ट टॉपसा ने शवद्याशथायों को कै ट में सफलता हाशसल करने हेतु मागादशिात शकया। शपलानी कैं पस से मातंड अशदत्य, ऄध्यक्ष ररन्यएू बल एनजी क्लब एवं रशचत गोयल, गोवा से के दार प्रधान एवं शदशिन और हैदराबाद से ऄमृता शगरर एवं मोहम्मद फै ज़द्दु ीन ने ऄपने ऄनभु वों से हमें लाभाशन्वत शकया। आनके ऄलावा मंबु इ की देवान्िी के सररया एवं अइ. अइ. एम. एलमु नस शम. रामनाथ भी मौजदू थे। आन सब की कै ट परसेंटाआल 99.1 से उपर है। सवाप्रथम "प्रबंधन ही क्यों?" सवाल के ईत्तर में सभी पैनेशलस्ट्स ने ऄशभरुशच, ऄवसर अशद का तका शदया। रशचत ने कहा शक प्रबंधन क्षेत्र में अपको ऄपनी तकनीकी जानकारी का आस्तेमाल करने का ऄवसर शमलता है। वही ुँ के दार ने सी.इ.एल. का अभार व्यक्त शकया। कै ट की तैयारी के बारे में ईनका सझु ाव था शक 3-2 या ईसके बाद छुरियों में अप यह शनधा​ाररत करें शक अपको शकस क्षेत्र में कै ररयर बनाना है। 7


ईसके बाद यशद प्रबंधन में रूशच है तो 4-1 से ही, सम्भव हो तो कै म्पस पर ही, तैयारी प्रारंभ कर देनी चाशहये। ऄमृता ने तृतीय वषीय छात्रों को सझु ाव शदया शक वे रीशडंग हैशबट शवकशसत करें , क्योंशक कै ट में ईच्च रीशडंग गशत ऄशत महत्वपणू ा होती है। मातंड ने भी ऄपने ऄनभु व साझा करते हृए बताया शक कै ट के प्रारूप में काफी सरप्राआज होता है, आसशलए मध्यम शदनों में परीक्षा देना हमेिा फायदेमदं साशबत होता है। प्रथम एवं शद्वतीय वषीय छात्रों के शलए सभी ने एके डस् पर ध्यान कें शद्रत रखने की सलाह दी एवं 7 से ऄशधक सी.जी. की अवश्यकता पर जोर शदया। शम. रामनाथ ने बताया शक कै ट के ऄलावा कुछ हद तक अपकी सी. जी. भी मायने रखती है। परंतु अशखर में कै ट ऄच्छा तो सब ऄच्छा। फै ज़द्दु ीन के ऄनसु ार प्रबंधन में कै ररयर हेतु अपको पवू ा काया ऄनभु व की अवश्यकता नहीं होती। देवांिी ने सझु ाया शक अपको G.R.E. एवं C.A.T दोनों देने चाशहए। बाद में ऄपनी रूशच के ऄनसु ार चनु ाव कर लेना चाशहए। सबसे महत्वपणू ा और ऄशं तम सलाह जो हमें पैनशलस्ट्स से शमली शक ग्रपु शडस्किन में सवादा स्वयं को ऐसे प्रस्तुत करें शक अप प्रबंधन के शलए ही बने हों। ईन्हें क्लब्स या शडपाटामेंट्स में ऄपनी ईपलशब्धयां बतायें। समापन के शलए एक चेकशलस्ट – 

कोइ ऄशं तम राशत्र ऄध्ययन नहीं।

कै ट से एक शदन पहले ऄध्ययन से छुिी।

ऄशधक प्रश्न हल करने के बजाय सभी प्रश्न सही करने की कोशि​ि करें ।

एके ड्स पर ध्यान दें| वे महत्वपणू ा हैं।

फाउिं डसन डे शबट्स फाईंडसा डे का अयोजन हर वषा की तरह आस वषा भी वसंत पंचमी के शदन बड़े हषोल्लास से शकया गया| पजू ा ग्राईंड्स में सरस्वती पजू ा का अयोजन शकया गया और तत्पश्चात शबट्स के संस्थापक श्री जी.डी. शबरला की मशू ता पर पष्ु प ऄपाण शकये गए| िाम को ऑशडटोररयम में शबट्स के 63वें फाईंडसा डे के ईपलक्ष्य में सांस्कृ शतक कायाक्रम का अयोजन शकया गया| कायाक्रम की िरु​ु अत शबट्स के डायरे क्टर जी. रघरु ामा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से की गयी| आसके बाद सरस्वती वदं ना के मधरु गायन ने सभी को मोह शलया| आसके बाद बारी अइ नृत्य की| भारत के शवशभन्न प्रदेिों के ऄसॉक्स ने बारी बारी से ऄपनी प्रस्तशु त दी| आसकी िरु​ु अत की मौया शवहार(शबहार) के छात्रों ने| िानदार तालमेल के चलते यह प्रस्तशु त सभी के मन को मोह गइ| आसके बाद बारी थी ईत्कल समाज(ओशडिा) के छात्रों की| आन्होंने ऄपने लोक नृत्य और एक लघु नाट्य के द्वारा राजा कशलंगा के चररत्र पर प्रकाि डाला| आसके बाद बारी थी संगम(ईत्तर प्रदेि) की , आनकी प्रस्तशु त दिाकों को काफी पसदं अयी और परू ा

ऑशडटोररयम ताशलयों की गड़गड़ाहट से गजुँू ईठा| ऄन्य प्रदेिों कना​ाटक, तशमल नाडु, के रल और ईत्तराखडं ने ऄपनेऄपने लोक नृत्यों की प्रस्तशु त दी| सांकृशतक कायाक्रम को बीच में शवराम देते हृए नॉन -टीशचंग स्टाफ जैसे वका िॉप, अइ. पी. सी. अशद में कायारत कमाचाररयों, जो शक जल ु ाइ 2014 में सेवाशनवृत होने वाले हैं, को सम्माशनत शकया गया| आसके बाद सांस्कृ शतक कायाक्रम को जारी रखते हृए गजु रा ी, पी. सी. ए. और मध्यांि ने ऄपनी ऄपनी प्रस्तशु त दी| मध्यांि ने ऄपनी प्रस्तशु त में नक्सलवादी हमलों पर अधाररत नाट्य शकया और वहाुँ रह रही अम जनता की मशु श्कलों को दिा​ाया| मरुधरा ने ऄपनी िानदार प्रस्तशु त से सभी को मत्रं मग्ु ध कर शदया और दिाकों ने आसका काफी लत्ु फ़ ईठाया| महाराष्र मडं ल की प्रस्तशु त "श्री गणेिा" को दिाकों के द्वारा खबू सराहा गया | नॉन-टीशचंग स्टाफ में "बेस्ट परफॉरमेंस" के परु स्कार प्रदान शकए गए| आसी तरह शबट्स फाईंडसा डे के रंगारंग कायाक्रम का समापन हृअ |

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यूथ कॉन्फ्रेंस पैनल हिस्कशन

शदनाक ं 15.02.2014 को एन.एस.एस शबट्स शपलानी द्वारा अयोशजत "यूथ कांफ्रेंस" में िाम 5 :30 समय था पैनल शडस्किन का| आसका मख्ु य ईद्देश्य था शबट्स तथा ऄन्य शवद्यालयों के छात्रों को अये हृए ऄशतशथगणों से शमलाना तथा ढेर सारे शवचारों का अदान-प्रदान, शजससे युवाओ ं को ईनके प्रश्नों के ईत्तर शमल सकें । चचा​ा में कुल 5 ऄशतशथ थे। कायाक्रम का अरम्भ मॉडरे टर दाशनि मंज़ूर ("दैशनक जागरण"(अध्रं प्रदेि) के स्थानीय सम्पादक) ने सफ ू ी कशवता "ये गशलयों के अवारा कुत्ते" से शकया, शजसका ईद्देश्य युवाओ ं को जाग्रत करना था। ईन्होंने युवाओ ं को सही मागा पर चलकर ऄपनी िशक्तयों को जानने के शलए "अत्ममंथन" को ऄच्छा शवकल्प बताया। मॉडरे टर ने प्रथम ऄशतशथ ऄशमताभ मख ु ोपाध्याय से चचा​ा को प्रारम्भ शकया। श्री मख ु ोपाध्याय कै ग (भारतसरकार) के पूवा मख्ु य शनदेिक रह चक ु े हैं। वतामान में वे रीजनल परफोमेन्स एंड कम्यूशनकिन स्पेिशलस्ट के रूप में कोटर आटं रनेिनल ओटावा में काया करते हैं, जो शक प्रबंधन तंत्र व संचालन के शलए सलाह देती है। श्री ऄशमताभ ने शिक्षा, लोकतंत्र ,युवा, शिक्षा, राजनीशत , ऄशधकारी-तंत्र को पुनः पररभाशषत शकया। ईन्होंने राजनीशत को पररभाशषत करते हृए बताया शक राजनीशत का ऄथा एकाशधकार और िशक्त के बंटवारे से नहीं होता ऄशपतु आसका ऄथा जनता को अपस में जोड़ने तथा ऐसे काया करने से है शजससे जनता को प्रसन्नता शमले। ईन्होंने बताया शक राज्यों का गठन बधं त्ु व के शलए शकया जाना चाशहए। श्री ऄशमताभ ने शद्वतीय ऄशतशथ हेमतं लोशहया, जो शक जम्मू-कश्मीर में अइ.जी पशु लस (अइ.पी.एस) हैं, को सम्बोशधत करते हृए कहा शक ईनमें समाज में बदलाव लाने का परू ा साहस है। हेमतं जी ने जम्मू कश्मीर के ऄनंत नाग में शबना शकसी अवश्यकता के 2 लेन बाआपास को 4 लेन बाआपास में बनने से रोकने के शलए लोगों के साथ शवरोध शकया क्योंशक आससे बहृत से गरीबों की भशू म ईनसे शछन जाती। ईनको िेर-ए-कश्मीर मेडल, राष्रपशत द्वारा पराक्रम के शलए मेडल और ऄन्य पुरस्कार भी शमले हैं। हेमंत जी ने कहा शक अप जैसे युवा ही समाज में पररवतान ला सकते हैं। आसके पश्चात् मॉडरे टर दाशनि जी ने हमारे ऄगले पैनशलस्ट ऄशमताभ िाह को शवचार प्रकट करने के शलए अमंशत्रत शकया। ऄशमताभ युवा ऄन्स्टॉपेबल नाम के एन.जी.ओ के संस्थापक हैं। ईनका एन.जी.ओ भारत के 32 राज्यों में फै ला हृअ है शजसमें दस लाख युवा और 24 लाख शवद्यालयी छात्रों ने भाग शलया हैं। ईन्होंने अते ही शबट्स व ऄन्य छात्रों से ईनके आतनी गम्भीरता से चचा​ा सनु ने पर हैरानी जतायी| ईन्होंने कहा शक अपको ऄपने माता-शपता पर गवा होना चाशहए शक ईन्होंने अपको शबट्स जैसे श्रेष्ठ संस्थान में प्रवेि शदलाया। ईन्होंने ऄपना एक संस्मरण साझा करते हृए बताया शक कॉलेज के समय में ईन्होंने ऄब्दल ु कलाम से कहे हृए वचन से प्रेररत होकर ऄपनी माुँ को प्रशतशदन 2 कायों के शलए धन्यवाद देने की सोची और जब ईन्होंने यह प्रयोग शकया तो ईनकी माुँ को ईनपर और भी गवा होने लगा| ईन्होंने बताया शक यशद अप ऄपनी माुँ के चेहरे पर ख़ि ु ी लायेंगे तो अप ऄपने पूरे पररवार और शफर ऄन्य लोगों के चेहरे पर ख़ुिी लायेंगे क्योंशक माुँ को खि ु देखकर पूरा पररवार भी खि ु रहेगा। ऄशमताभ ने छात्रों को एक और काया शदया शक 30 सेकण्ड्स के ऄंदर ऄपने माुँ या शपता को ईनके शकसी भी काया के शलए थैंक्स करना है। छात्रों ने तुरंत ऄपने माता-शपता को मेसेज शकया| पूरी चचा​ा में ऄशमताभ ने छात्रों को कइ टास्क शदए शजससे पैनल शडस्किन में छात्रों का रूझान और बढ़ने लगा। ईन्होंने कहा शक अपके सच्चे मन से कहे गए वाक्य बहृत महत्व रखते हैं। आसके बाद बारी थी हमारी ऄगली पैनशलस्ट सनु शलनी कुमार की। सनु शलनी लेडी श्री राम कॉलेज, शदल्ली शवश्वशवद्यालय में सहायक प्रोफे सर हैं। सनु शलनी को अइ.सी.एस.एस.अर डॉक्टरल फे लोशिप , य.ू जी.सी जशू नयर ररसचा फ़े लोशिप जैसे प्रशतशष्ठत सम्मान प्राि हृए हैं। ईन्होंने कहा शक अप सब पररपक्व तब कहलायेंगे जब अप समाज में फै ली बरु ाआयों के शवरुद् लड़ेंगे। हमारी ऄशं तम पैनशलस्ट जयती चटजी थीं शक जो रै नबैक्सी लैब शलशमटेड में डायरे क्टर ह्यमू न ररसोसा के पद पर हैं। ईन्होंने भी शिक्षा के महत्व को बताते हृए कहा शक शिक्षा पद्शत ही बचपन से अपकी सोच में पररवतान लाती हैं। आसके साथ छात्रों ने पैनशलस्ट से कइ प्रश्न शकये। कायाक्रम के ऄंत में सभी पैनशलस्ट ने शबट्स के छात्रों की ऄत्यशधक प्रिंसा की और छात्रों को श्रेष्ठ श्रोता माना। शबट्स शपलानी एन.एस.एस के छात्रों ने पैनशलस्ट और मॉडरे टर को सम्माशनत शकया और पैनल शडस्किन के पड़ाव का ऄंत हृअ।

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पेपि प्रेजेंटेशन

एन.एस.एस शबट्स शपलानी द्वारा अयोशजत यथू कांफ्रेंस में शदनाक ं 16 फरवरी को पेपर प्रेजटें ेिन में शबट्स शपलानी और ऄन्य यशू नवशसाटीज़ ने शहस्सा शलया। आस आवेंट में प्रशतभाशगयों को कुछ समसामशयक ज्वलंत शबन्दओ ु ं पर पेपर और पॉवरपॉआटं प्रेजटें ेिन देना था। कायाक्रम में शभन्न-शभन्न कॉलेजों के छात्रों ने ऄपने शवचाराशभव्यशक्त ऄत्यंत प्रभाविाली ढंग से की। आवेंट में दो शनणा​ायक, ह्यमू ैशनटीज़ शवभाग के श्री तथागतो चक्रबोती और श्री तपोमय गहु ा सरकार थे। आवेंट के प्रारम्भ में लेडी श्रीराम कॉलेज (डी.य़ू ) की छात्रा कशल्प्प्रया ने पृथकवाद पर ऄपनी प्रेजेंटेिन दी। ईन्होंने भारत और शवश्व में पृथकवाद के फै लने की जड़ से चचा​ा की। चचा​ा के मद्दु ों में मख्ु य रूप से नरे गा शवषय का वचास्व रहा| लेडी श्री राम कॉलेज की छात्रा और शबट्स शपलानी के ऄनेक छात्रों ने आस शवषय का चनु ाव शकया। लेडी श्री राम कॉलेज की छात्रा िोशमरा सान्याल का मख्ु य शवषय था नरे गा- 'एक ऄशनवाया शवविता'। िोशमरा सान्याल आस आवेंट की शवजेता भी रहीं। िोशमरा ने नरे गा की बरु ाआयों के ऄलावा आस योजना को गरीब, ऄशिशक्षत, बेरोजगारों का एकमात्र सहारा भी बताया और कहा शक यशद आस योजना में कोइ कमी रहती है तो वह प्रिासन की खामी है। शवचारों के आस समय में एक छात्र ने यह ईपाय बताया शक नरे गा में ऄन्य हस्तकारीगरी जैसे नए काया भी होने चाशहए। शबट्स शपलानी के प्रशतभागी सत्यम परािर और शसद्ाथा ने नरे गा में आलेक्रॉशनक ईपशस्थशत और वेतन को के न्द्रनसु ार बांटने को ऄच्छा ईपाय माना। ऄनेक शवचारों के समागम के साथ आस पड़ाव का समापन हृअ।

Trending Now हिट् स िन

छात्र सघं व खेल सशमती द्वारा अयोशजत शबट्स रन iBOSM का पहला आवेंट होगा| दौड़ 27 फरवरी को सबु ह 7.30 बजे SAC से चालू होगी और मेड-सी पर खत्म होगी| यह दौड़ 4.5 शक.मी. लंबी होगी| आसमें प्रशतयोशगयों को शमले ऄक ं ईनके हॉस्टल के खाते में जायेंगे| सवा​ाशधक ऄक ं प्राि करने वाले श्रेष्ठ तीन हॉस्टल आस आवेंट के शवजेता होंगे| रिमाइिं ि​ि

अज राशत्र में है:

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कै राली ग्रब

रै फ आशं ग्लि मवू ी (नं. 5) — “ फ्री बड्ास”


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