Alpaansh-25th October 2013

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25 अक्टूबर 2013 । शक्र ु वार । पिलानी http://www.facebook.com/hpc.bitspilani http://hpconline-bits.weebly.com/oasis-2013.html


उत्सवों ने हभेशा से हभायी जजॊदगी भें खशु शमों के यॊ ग बफखेये हैं| मही तो कायण

है कक हभ ककसी बी उत्सव की तैमायी भें अऩना जी जान रगा दे ते हैं| ऩयॊ तु

जफ ककसी फहुप्रतीक्षऺत ऩर की आगवानी की फात आती है तफ हभाये सब्र का फाॉध टूटने रगता हैं , ददरों की धड़कनें फढ़ जाती हैं| कुछ ऐसा ही नजाया आज सफ ु ह से हभाये ऩरयसय भें था, सफको दे ख कय ऐसा रग यहा था भानो वह ककसी अऩने का फेसब्री से इॊतजाय कय यहे हैं|

शाभ होते ही शामद सफके भन भें फस मही फात गज ॉू यही थी कक " फहुत हो चुका इॊतजाय उस ऩर का , अफ औय वक़्त रूका नहीॊ जाता| क्मा फमाॉ कये हार-ए- ददर का, क्मोंकक दासताॊ-ए-ददर फमाॉ ककमा नहीॊ जाता|" आख़िय जजस ऩर के इॊतजाय भें हभ अऩने

ऩरक ऩाॊवड़े बफछाए हुए थे वह ऩर आख़ियकाय आ ही गमा| फहुप्रतीक्षऺत ओएशसस 2013 - "द एशरभेंट्स" का उद्घाटन सभायोह गरु ु वाय की सॊध्मा सबागाय भें आमोजजत हुआ| दशशकों से खचाखच बया सबागाय इस वषश ओएशसस की सपरता का ऩव ू ाशबास ददरा यहा

था| उद्घाटन सभायोह का शब ु ायॊ ब इस फाय म्मजू जक क्रफ के फेहतयीन प्रदशशन से हुआ| बायतीम औय ऩाश्चात्म शैरी के भॊत्रभग्ु ध कय दे ने वारे सॊगीतों से उन्होनें सभसत दशशकों का भनोयॊ जन ककमा| ओएशसस के शरए ़िास तौय से

तैमाय की गमी उनकी कृतत ने, जो शासत्रीम तथा आधुतनक सॊगीत का शभश्रण था, सभसत दशशक वगश के ददरों भें अऩनी

़िास जगह फना री| उनकी प्रततबा तो दे खते ही फन यही थी| इसके ऩश्चात सबी भख् ु म डडऩाटश भेंट के भखु खमों को फर ु ामा गमा औय उनका योचक अॊदाज भें ऩरयचम ददमा गमा, जो हभायी ऩयम्ऩया का एक भख् ु म अॊग है |

भख् ु म अततथथ के रूऩ भें इॊडडमन एक्सप्रेस के भख् ु म सॊऩादक एवॊ ऩद्म बष ू ण शेखय गप्ु ता ने सवशप्रथभ दीऩक प्रज्जज्जवशरत ककमा| छात्र सॊघ के अध्मऺ आददत्म बट्ट ने उनकी अगवानी की औय सभतृ त थचह्न बें ट ककमा| ववशशष्ट अततथथ के रूऩ भें

बफट्स वऩरानी के वाइस-चाॊसरय प्रोफेसय फी.एन.जैन तथा तनदे शक प्रोपेसय जी. यघयु ाभा आभॊबत्रत थे| भख् ु म अततथथ शेखय गप्ु ता ने अऩने सॊदेश भें आधतु नक सभाज भें ऩत्रकारयता के भहत्व ऩय चचाश की तथा इस भहा उत्सव की सपरता की

काभना की| वाइस चाॊसरय फी. एन. जैन ने अऩने सॊदेश भें भख् ु म अततथथ का आबाय प्रकट ककमा तथा सभसत ववद्माथी वगश को इस उत्सव के शरए फधाई

दी | इसके ऩश्चात सभसत सम्भातनत रोगों ने आटश डडजाइन एॊड ऩजलरशसटी डडऩाटश भेंट

के ववशबन्न कराकृततमों का अनावयण ककमा एवॊ उनभें तछऩे गॊबीय सॊदेशों को दशशक वगश के सभऺ यखा गमा|

सभसत कराकृतत भानों मही सॊदेश दे यही थी कक

अऩने अॊदय के तत्वों को ऩहचानो, उनका अनब ु व कयो

क्मोंकक मही हभाये जजॊदगी के आधाय हैं | इन्हें

ऩहचान रेने भात्र से ही भनष्ु म अऩनी जजॊदगी भें

सपरता की सीदढ़माॉ चढ़ सकता है | क्मोंकक "हभ तो दरयमा हैं,हभें अऩना हुनय आता है | जजस तयप बी चर ऩड़ेंगे यासता खद ु -फ-खद ु फन जाता है | " डाॊस क्रफ ने एक के फाद एक अऩनी प्रसततु तमाॉ दी| जहाॉ एक तयप

कराकृततमों के प्रदशशन के ऩश्चात भाइभ क्रफ औय

याजनीततक तथा साभाजजक भद्द ु ों को भाइभ क्रफ ने


हासम अॊदाज भें प्रसतत ु कय वतशभान ऩरयजसथततमाॉ फमाॉ की| वही डाॊस क्रफ ने ओएशसस के

भर े ी गानों ऩय भनभोहक ू ववषम 'द एशरभें ट्स' को ध्मान भें यखते हुए दहन्दी औय अॉग्रज प्रसततु तमाॉ दी|अॊत भें भाइभ क्रफ द्वाया 'बाग शभल्खा बाग ' के तजश ऩय ' कोड शभल्खा कोड ' नाभक प्रसततु त ने दशशकों को एक मादगाय अनब ु व प्रदान ककमा |

अॊत भें हभ फस मही कहना चाहें गे की दोसतों ओएशसस का शब ु ायॊ ब हो चक ु ा हैं, भसती के अगरे 96 घॊटे के हय एक ऩर को इस कदय जजमो कक हय एक ऩर तम् ु हायी जजॊदगी भें अऩनी एक अशभट छाऩ छोड़ जाए |

अॊताऺरी ओएशसस ईवेन्ट्स का आगाज HAS की फहु-प्रशसद्ध अन्ताऺयी से हुआ| ऩहरे एशरम्स हुआ जजसभें धुन सन ु कय गीतों औय कपल्भों को ऩहचानना था, जजसके आधाय ऩय 5 टीभों को चुना गमा| छठी टीभ बफट्स के एशरम्स भें जीती आकृतत श्रीवासतव औय सभ ु ी जैन की थी| इवें ट भें जेन-अन्ताक, इॊजग्रश-ववॊगशरश, ये ट्रो-भेट्रो आदद याउॊ ड्स हुए| अॊत तक चरी काॉटे की टक्कय ने दशशकों को फाॉध कय यखा| जहाॉ ये ट्रो- भेट्रो याऊॊड भें ऩयु ाने गीतों के अॊतयों को सन ु कय भख ु ड़ा गाना था वहीॊ इॊजग्रश-ववॊगशरश भें हय टीभ को दहॊदी गीत के अॊग्रेजी रूऩ को ऩढ़कय सही गीत ऩह्चानना थ। BITS की आकृतत औय सभ ु ी

तथा DA-IICT के ऩाथश औय अशबषेक की टीभों के फीच अॊत भें टाई हो गमा| ववजेता तनजश्चत कयने के शरए टाई-ब्रेकय फजय याउॊ ड हुआ जजसका ऩाथश औय अशबषेक ने जवाफ दे कय शाभ अऩने नाभ कय री| अॊशशता औय अॊककत की भसारेदाय

भेजफानी ने दशशकों को रब ु ामा| फीच-फीच भें दशशकों के शरए बी प्रश्न यखे गए थे जजसभें सफने फढ़-चढ़ के बागीदायी री औय ऩयू े जोश भें गाने गए| अॊतत् बफट्स ओएशसस का ऩहरा इवें ट ‘अन्ताक’ सपरता व भसती के साथ ऩण ू श हुआ|

प्रोफशोज़ एं ट्री प्लान

दोनों प्रोपशोज के एॊट्री प्रान कुछ इस प्रकाय हैं| गल्सश औय पैकल्टी के शरए सटफ नॊफय भामने नहीॊ यखता, रेककन फॉमज के शरए सटफ नॊफय भामने यखता है | 1) फरहान ऱाइव और इॊग्लऱश प्रोफशो (सोऱमेट) के लऱए

पैकल्टी व उनके ऩरयवायों की एॊट्री कॉरयडोय(1st फ्रोय) FD-3 साइड से होगी|

पैकल्टी व उनके ऩरयवायों की एॊट्री कॉरयडोय(1st फ्रोय) FD-3 साइड से होगी|

गल्सश की एॊट्री कॉरयडोय(ग्राउॊ ड फ्रोय) FD-3 साइड से होगी|

सटफ नॊफय 401 से 1100 वारे फॉमज की एॊट्री

सटफ नॊफय 550 से 1400 वारे फॉमज की एॊट्री

ऑडडटोरयमभ के भेन गेट से FD-2 बफजल्डॊग साइड से

ऑडडटोरयमभ के भेन गेट से FD-2 बफजल्डॊग साइड से

होगी|

होगी| 

गल्सश की एॊट्री कॉरयडोय(ग्राउॊ ड फ्रोय) FD-3 साइड से होगी|

2) N2O-ककऱर कॉमेडी शो के लऱए-

सटफ नॊफय 1400 औय उससे अथधक सटफ नॊफय वारे फॉमज की एॊट्री ऑडडटोरयमभ के भेन गेट से FD-3 बफजल्डॊग साइड से होगी|

सटफ नॊफय 1100 औय उससे अथधक सटफ नॊफय वारे फॉमज की एॊट्री ऑडडटोरयमभ के भेन गेट से FD-3 बफजल्डॊग साइड से होगी।


ओएलसस स्ट्रक्चर : “द ऐलऱमें ट्स” एक नये नज़ररये से फचऩन भें टी.वी. ऩय ऩोकेभॉन तो हभ सबी ने दे खा ही होगा ऩय इनको हभाये तत्वों से

जोड़कय आऩने शामद ऩहरी फाय ही दे खा

हो| ए.डी.ऩी. के हभाये साथथमों ने इस सार

के ओएशसस की थीभ ‘द ऐशरभें ट्स’ को ऩोकेभॉन के ककयदायों की भदद से फहुत फेहतयीन तयीके से प्रदशशशत ककमा| अफ आऩको फताते हैं कक ए.डी.ऩी. ने इसे कैसे

अॊजाभ ददमा| अगय आऩने ऩोकेभॉन ध्मान से दे खा हो तो आऩको माद होगा कक हय

भर ू तत्व से जुड़े हुए कई ऩोकेभॉन हुआ कयते थे| गैयाडॉस ‘जर’ को दशाशता हुआ ऩोकेभॉन है , जो एक फड़ा नीरा ड्रैगन है | ऩीजजमोटो, जो कफत ू य का ऩोकेभॉन सॊसकयण है , ‘वाम’ु का थचह्न है , औय

चायभेशरमन ‘अजग्न’ को दशाशता है | जीवन के ऩोषक ‘धयती’ तत्व को ववशारकाम ऩाषाण सऩश ऑतनक्स से औय ‘आकाश’, जो आध्माजत्भकता का द्मोतक है , को ऐश औय वऩकाचू की अटूट शभत्रता के भाध्मभ से दशाशमा गमा है |

बरे ही मह सट्रक्चय कापी साधायण से रग यहे हों, रेककन मह सबी ओएशसस की थीभ को हभाये जीवन के साथ जोड़ने भें

कापी हद तक काभमाफ यहे | मह सट्रक्चय सबी रोगों को कापी ऩसॊद आमा औय कई रोग तो इसके साथ पोटो खखॊचवाते हुए बी नजय आए| इस सट्रक्चय को ए.डी.ऩी. के छात्रों ने फड़ी भेहनत औय रगन से रगबग ४० ददनों भें ऩयू ा ककमा| इसका उदघाटन हभाये भख् ु म अततथथ श्री शेखय गप्ु ता द्वाया ककमा गमा|

BLAB- क्मा आऩ अॉग्रेजी बाषा की यग-यग से वाककफ हैं ? क्मा आऩके अनुसाय आऩ अॉग्रेजी बाषा की भहीन जानकायी यखते है ? तो आऩके रुथच को ध्मान भें यखते हुए है इवैंट- BLAB अथाशत ् BITS Language aptitude battle। आऩ रोगों के द्वाया जसट अ शभनट कॉम्ऩदटशन तो कई फाय खेरा गमा होगा तो फस उसी के सवरूऩ ऩय आधारयत है मह इवें ट| ऩहरा चयण आऩकी फुवद्धभत्ता ऐवभ आऩकी ऩरयसततथथमों से झूझने की ऺभता को ऩयखता है वहीॊ दस ू या चयण भें तकयीफन 36 रोगों का चुनाव ककमा जाता है जो कक 6 वगों भें फाॊटे जाते है | तो अगय आऩ तैमाय है अऩने ववचायों को शलदों के भाध्मभ से अशबव्मक्त कयने के शरए तो जरूय शशयकत कयें इस इवैंट भें | RAPWARS - हर ओयसि​ि का मख् ु य आकर्षण रहता आया है रापवािष| पोएट्री क्ऱब द्वारा आयोजित यह इवैंट आपके अंदर कुछ कय गुजयने कक ररक, अऩने ववचायों को “rap” के भाध्मभ से प्रसतुत कयने का एक भौका दे ता है | सोश्र नेटवककिंग साइट्स ऩय इसकी रोकवप्रमता के कायण वऩछरी फाय इसकी प्रथथबाथगता कापी सयाहनीम यही थी | प्रततबाथगमों के द्वाया बी इस इवें ट की कापी प्रशॊसा की गई थी | दहन्दी, ऩॊजाफी औय अॉग्रेजी तीनों बाषाओॊ भें RAP की प्रसतुतत दी गई थी। DESERT DUEL- क्मा आऩ भें बी डाॊस कयने का जुनून? क्मा आऩके ऩाॉव बी थथयक उठतें है गाने की धुन ऩय ? Desert duel आऩके नाचने के हुनय को ऩयखने का भाध्मभ है । मह एक सोरो डाॊस कॉम्ऩदटशन है जजसभें रगबग हय कॉरेज बाग रेता है । दहऩहॉऩ से रेकय शासत्रीम तक हय तयह कक नत्ृ म शैशरमाॉ को सभेटे है मह इवें ट । एशरशभनेशॊस के उऩयाॊत ही इसके फाइनल्स होते है जहाॊ कक कापी उच्चकोटी की नत्ृ म प्रसततु त होती है । तो है अगय आऩ भें हुनय तार ऩय थथयकने का औय झभ ू उठने का तो जरूय जाइए इस इवें ट भें ।


COCKTAIL – अये जनाफ!केवर नाभ ऩे न जाएॉ। आखखय नाभ भें क्मा यखा है ? वऩछरे सार से ही शुरू हुआ मह इवें ट अऩने शुरुआती सार भें कापी रोकवप्रम यहा । रगबग 180 से ज़्मादा प्रततबाथगमों को रुबाने वारा मह इवैंट आऩको उन ददनों की माद ददरा दे गा जफ ऩहे शरमाॉ आऩकी सहे शरमाॉ थी, जफ शलदों से खेरना अऩने आऩ भें एक अरग भजा दे ता था | “पाॊताऺयी” से बयऩूय ‘ये नसे’, ‘एनाक्ट’, ‘फल् ु स आइस’, ‘भव ू ी डाइरोग्स’ आदद से ऩरयऩण ू श है मह इवें ट| तो इस भसती बये इवें ट का रफ़् ु त उठाने के शरए अवश्म आमें 25 octo-

ber, रूभ- 2201 भें शाभ 6 pm। SONIC STAMPEDE – हय इवें ट जीतने के शरए नही होता ,कुछ भे शसपश बाग रेने से शभरने वारे भनोयॊ जन व खुशी बी ककसी जीत से कभ नही होती। एसा ही इवें ट है ओएशसस के प्रभुख इवें ट्स भे शूभाय SONIC STAMPEDE, न कोई तैमायी, न कोई दीभाग रगाना ,फस अगय दोसतों के साथ राउड म्मूजजक ऩय थथयकने का शौक यखते हो तू ऩहुॉच जाना 8:00 फजे जजभ-जी।

मख् ु य अततथि से खास मऱ ु ाकात ओएशसस’13 के भख् ु म अततथथ औय ऩद्म-बष ू ण से सम्भातनत ऩत्रकाय श्री शेखय गप्ु ता से हुई एक सॊक्षऺप्त भर ु ाक़ात भे उन्होंने अऩने जीवन से जुड़ी कई ददरचसऩ फातें फताई| बफट्स भे उनका मह ऩहरा अनब ु व था| महाॉ के जीवॊत ऩरयद्रश्म औय दे श के कोने-कोने से आए जोशीरे मव ु ाओॊ से वे खासे प्रबाववत हुए| उनके अनस ु ाय एक ऩत्रकाय के करयअय भें उसके शरू ु आती वषश काफी भहत्व यखते है औय इस भाभरे भे वे सवमॊ को काफी बाग्मशारी भानते है कक उन्हें अऩनी ऩत्रकारयता के शरू ु आती दौय भें ही श्रीरॊकाई भद्द ु े, अपगातनसतान भें जजहाद जैसे कई ज्जवरॊत भद्द ु े शभरे| अऩने सम्ऩण ू ’श ऩत्रकारयता के सफय भें उन्हें कई ‘ट्रॉभेदटक’ अनब ु वों का बी साभना कयना ऩड़ा जैसे कक अभत ृ सय भे हुए ऑऩये शन ‘लरू सटाय’ की अगरी सफ ु ह शहीदों के शवों से बया सेना का ट्रक जाते दे खना औय अऩनी आॉखों के साभने क़त्र होते दे खना | उनके अनस ु ाय एक ऩत्रकाय के शरए सफसे भहत्वऩण ू श होती है – ‘उत्सक ु ता‘| उनका भानना है कक बाषा ऩय तनमॊत्रण, शरखने का अॊदाज आदद गयु शसखामे बी जा सकते है ऩयन्तु उत्सक ु ता औय रगन खद ु -फ-खद ु ही इॊसान भें जाग्रत होते है | ऩत्रकाय से सम्ऩादक फनने ऩय उनके अनस ु ाय सफसे फड़ा फदराव मह होता है कक आऩको दस ू यों की कहानी भें भदद कयनी होती है , जजसके शरए सफसे जरूयी मोग्मता है कक आऩके ऩास एक फड़ा सा ददर औय नेतत्ृ व के गण ु हों | भीडडमा की वतशभान ऩरयजसथततमों ऩय प्रकाश डारते हुए उन्होंने फतामा कक आज का भीडडमा दशशकों से काफी प्रबाववत है औय इसशरए वे सच्चाई को तोड़ भयोड़कय इस तयह ऩेश कयते है कक वह दशशकों को ऩसॊद आमे | उनका ववश्वास है कक मह जसथतत फदरी है औय जनता बी अफ ऩहरे जैसी नहीॊ यही क्मोंकक भे जागरूकता आई है | उनसे मह सवार ऩछ ू े जाने ऩय कक उनको अऩने करयअय भे क्मा कबी सच्चाई से सभझौता कयना ऩड़ा है , उनका कहना था कक सच से कोई आहत नहीॊ होता,कबी कबाय ही ऐसे

अवसय साभने आते है

जैसे कक याष्ट्रीम सयु ऺा से सम्फॊथधत भद्द ु े आदद जफ आऩको सच छुऩाना होता है | अऩनी आने वारी ऩस ु तक के फाये भे उन्होंने कहा कक मह हभाये दे श के

सफय औय इससे जुड़े बफन्दओ ु ॊ ऩय आधारयत है | शो ‘होसट’ कयने के कामश के फाये भें

उन्होंने फतामा कक इसके जरयमे दशशकों को इस सच्चाई से रूफरू कयवाना होता है कक साभने वारा वाकई भें है क्मा औय उसकी सोच ककस ददशा भें औय कहाॉ तक जाती है ,उनके शलदों भें ‘आऩ रोगों के शसय के ऊऩय से नहीॊ दे ख सकते ,सच्चाई की तह भें जाने के शरए उनकी आॉखों भें दे खकय फात कयनी होती है ’|बफट्शसमन जनता को उन्होंनें मह सन्दे श ददमा कक दे श भें जो बी कुछ हो यहा हो उसके फाये भे ऩयू ी जानकायी यखे औय शसपश ऩढ़ाई भें भशगर ू ना यहकय दे श के याजनीततक हारातों ऩय बी गौय पयभाएॊ|


िंिादक की कलम िे...... हय हफ्ते की 12-14 घॊटे रैलस , 35 घॊटे क्रासेज औय ववॊग भें डडप्रेशन बगाने के शरए म्मजू जकर भाहौर, फस मही है एक ऑन-कैम्ऩस पाभाश सटूडेंट की छोटी सी कहानी | योज की उफाऊ औय नीयस ददनचमाश औय वही दोसतों के ताने “पाभाशप्रेसभें ट राइट” | मह सफ सोचने को भजफयू कयते है अऩने भें कुछ नमा तराशने को, अऩना एशरभें ट ढूॉढने की | मूॊ तो भैंने आजतक कोई एडडटोरयमर नहीॊ शरखा है , रेककन इस ओएशसस जहाॉ हय कोई अऩने अन्दय का एशरभेंट खोज यहा है , भैं बी अऩने भें एक नमा रूऩ खोज यहा हूॉ, ‘एक रेखक का’ | ओएशसस भें आमे अचानक बफट्स के शरॊग-अनऩ ु ात भें फदराव से इस एडडटोरयमर का रहे जा थोडा रूभानी होना तो फनता है ऩयन्तु भैं अऩना ध्मान ओएशसस के दौयान बफट्शसमन राइप भें आमे फदराव ऩय दे ना चाहूॉगा | ओएशसस, इस नाभ भें ना जाने ककतने ही अनब ु व औय ककतनी ही सभतृ तमा व्माप्त है | वैसे तो 96 घॊटे भनष्ु म के जीवनकार की तर ु ना भें फहुत छोटे है ऩयन्तु हय बफट्शसमन ओएशसस के 96 घॊटे एक नमी जजन्दगी की तयह जीता है | योडदट्रऩ औय यी-इन्वें शन के फाद इस सार दसतक दी है कुदयत के एशरभें ट्स उफश अल्ऩाॊश ने | हय अल्ऩाॊश जहाॉ ओएशसस की ऩद्मतत से भेर खाता है वही​ीँ आने वारे कुछ ददनों भें आऩ भें एक नए अनब ु व को जन्भ बी दे ता है | अऩने बीतय के अल्ऩाॊश की खोज शरू ु हो चुकी है कर के इनॉग के साथ | थीभ शबन्न है ऩयन्तु रूह वही है , आनॊद औय उल्रास का सॊचाय वही है | मही उल्रास शामद भझ ु े नमी उजाश औय नमी ददशा दे गा | अॊत भें अऩने ऩाठकों से मही कहना चाहूॉगा, खासकय प्रथभ वषीम छात्रों से, कक ओएशसस के अववसभयणीम अद्भत ु ऩरों को जीने का भौका है | ओएशसस की एशरभें ट्स से बयी दतु नमा का रत्ु फ उठामे, मह तनजश्चत ही आऩकी जजन्दगी के अववसभयणीम रम्हों भें शभ ु ाय हो जामेंगे | तो भसती के सवखणशभ ऩरों भें बीगने को तैमाय हो जाइमे……हय थचॊता को ऩीछे छोड़कय एक नए एशरभें ट के साथ खुर के जीने को तैमाय हो जाइमे | आइमे शभरकय जजमें सार के सफसे फड़े जश्न को – “ओएशसस 2013- द एशरभेंट्स” | आऩके अन्दय का अल्ऩाॊश आऩको बी एक नमी ददशा दे फस मही आशा कयता हूॉ |

“ना पूछो कक मॊग्ज़ऱ कहाॉ है , अभी तो बस सफ़र का इरादा ककया है । ना हारें गे हौसऱा उम्र भर , ककसी और से नहीॊ खुद से वादा ककया है ॥ “ — अबम

ओएपि​ि पिन्दी प्रेि िररवार धनंजय ; वैभव, सोमजी, ईशान, शशशन, नीशि, श्रेय, माधव, रजि ; अभय, अशनरुद्ध अग्रवाल, मोशनका, आपिफ़, िारि, खुशबू, अनंि, रशव, कररश्मा, अशनरुद्ध शमश्र, राजेश, सोनाली, नीशिका, अशिलेश ; प्रणय, आकृशि, रजि, अंशकिा, यशवधध न, इलाश्री, सुयश, प्रांजल, यशाशित्य, सत्यम, प्रवीण, आवेश ; अंचल, गोशवन्ि, शप्रयंक, कुनाल, नीशिशा, मुशिका, ऐश्वयाध , अंकुर, लोकेश, हाशिध क, रोशहि |


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