06 - 12 नवंबर 2017
भारतीय महिला ने फेसबुक पर खोजा बग फेसबुक के बिजनेस एप वर्कप्लेस पर बग का पता लगाया पुणे की विजेता पिल्लई ने
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णे में रहनेवाली विजेता पिल्लई ने फेसबुक के बिजनेस एप्प वर्कप्लेस पर एक बग ढूंढा है। उन्होंने एक बड़ी खामी बताई, जिसे नजरअंदाज किए जाने पर बड़ा नुकसान हो सकता था। फेसबुक ने विजेता को इस खामी को सामने लाने
के लिए रिवॉर्ड देने की घोषणा की है। फेसबुक की तरफ से विजेता को 10,000 डॉलर ईनाम के रूप में दिया जाएगा। फेसबुक ने हाल ही अपने बिजनेस चैटिंग एप वर्कप्लेस को लांच किया था। बिजनेस चैटिंग एप स्लैक के जैसा ही है। कॉरपोरेट सेक्टर में स्लैक ज्यादा उपयोग किया जाता है और कंपनी अपने वर्कप्लेस एप के जरिए स्लैक की मॉनोपॉली खत्म करना चाहती है। विजेता ने वर्कप्लेस एप में जो कमी ढूंढी है, वो इसके एक्सेस राइट्स से जुड़ी हुई है। ये खामी इस तरह थी कि वर्कप्लेस में शामिल कोई भी कर्मचारी ऐडमिन के अकाउंट को रिसेट कर सकता है और उसके डिटेल्स बदल सकता है। (एजेंसी)
गूगल फोटोज अब पालतू जानवरों को भी पहचानेगा
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गूगल फोटो के इस नए फीचर से पालतू जानवरों के फोटो भी शेयर किए जा सकेंगे
टो शेयरिंग और स्टोरेज सेवा गूगल फोटो ने एक नया फीचर शुरू किया है, जो यूजर के पालतू कुत्तोंबिल्लियों की पहचान कर सकता है। इससे पहले गूगल फोटो केवल मनुष्यों की पहचान करने में सक्षम था। गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘इसे ज्यादातर देशों में आज जारी किया जा रहा है। इससे आप लोगों के साथ अब अपने कुत्तों और बिल्लियों के फोटो को समूहीकृत कर पाएंगे। आप उनकी तस्वीर के साथ उनके नाम का लेबल लगा
सकते हैं, ताकि सर्च में उन्हें तुरंत ढूंढा जा सके या फिर आप अपने पालतू जानवर के साथ खुद की फोटो को बडी़ आसानी से ढूंढ सकेंगे।’ ब्लॉग पोस्ट में आगे कहा गया कि इससे अब अपने पालतू जानवरों का एलबम, मूवीज या फोटो बुक बनाना आसान होगा। गूगल फोटो सेवा की घोषणा साल 2015 के मई में की गई थी। गूगल फोटो यूजर्स को 16 मेगापिक्सल के फोटो तथा 1080 पी रेजोल्यूशन वाले वीडियो की असीमित स्टोरेज की सुविधा प्रदान करता है। (एजेंसी)
गुड न्यूज
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अगले वर्ष तक देश में 53 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स मीडिया एजेंसी जेनिथ ने पेश किए आगामी वर्ष के संभावित स्मार्टफोन यूजर्स के आंकड़े
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निया में स्मार्टफोन रखनेवालों की संख्या बढ़ती जा रही है और 2018 तक सबसे ज्यादा स्मार्टफोन यूजर्स चीन में होंगे, जिनकी संख्या करीब 1.3 अरब होगी। इसके बाद भारत में स्मार्टफोन रखनेवाले 53 करोड़ लोग होंगे। अमेरिका का नंबर तीसरा होगा, जहां कुल 22.9 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स होंगे। अमेरिका की मीडिया एजेंसी जेनिथ द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक स्मार्टफोन रखनेवालों की संख्या में 2018 में विस्तार होगा। एजेंसी ने कहा कि 2018 में 52 देशों के 66 फीसदी लोगों के पास स्मार्टफोन होगा, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 63 फीसदी था। ब्राडकास्टिंगकेबल डॉट कॉम की रिपोर्ट में इस अध्ययन के हवाले से बताया गया कि स्मार्टफोन और अन्य मोबाइल डिवाइसों का प्रयोग बढ़ने का मतलब है कि ब्रांड्स और उपभोक्ताओं के बीच ज्यादा से ज्यादा संपर्क बढ़ेगा। यह उपभोक्ताओं को कहीं भी और किसी भी वक्त मीडिया सामग्री से अधिक से अधिक जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा। जेनिथ ने अनुमान लगाया है कि 2017 में सभी इंटरनेट विज्ञापन का 59 फीसदी हिस्सा मोबाइल डिवाइस पर देखे जानेवाले विज्ञापन का होगा। इस
अनुमान में इंटरनेट विज्ञापन के साल 2018 तक 59 फीसदी तथा 2019 तक 62 फीसदी बढ़ने का अनुमान लगाया गया है। जेनिथ के प्रमुख (अनुमान) और निदेशक (ग्लोबल इंटेलीजेंस) जोनाथ बनार्ड के हवाले से कहा गया, ज्यादातर ग्राहकों और विज्ञापनदाताओं के लिए मोबाइल इंटरनेट ही अब सामान्य इंटरनेट है। अध्ययन में कहा गया कि 2018 तक लोगों द्वारा इंटरनेट पर बिताये गये कुल समय का 73 फीसदी समय मोबाइल डिवाइस पर बिताया जाएगा, जो कि साल 2017 की तुलना में 70 फीसदी अधिक है। जेनिथ ने अनुमान लगाया है कि 2019 तक कुल इंटरनेट इस्तेमाल का 76 फीसदी हिस्सा मोबाइल पर होगा। देश में फिलहाल 30-40 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स हैं। (एजेंसी)
अब मोबाइल फोन पर भी 'दूरदर्शन'
दूरदर्शन के पांच चैनल अब 16 शहरों में मोबाइल फोन पर उपलब्ध
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ज के जमाने में जब सारी दुनिया मोबाइल फोन में सिमट रही है, ऐसे में टीवी इससे कैसे दूर रह सकता है। जहां टीवी के ज्यादातर चैनल्स ऐप के जरिए स्मार्टफोन में अपनी जगह बनाने में लगे हैं, इसी के साथ कदमताल करते हुए दूरदर्शन ने भी अपने पांच चैनल 16 शहरों में मोबाइल फोन पर उपलब्ध करा दिए हैं। इनमें डीडी न्यूज, डीडी किसान और डीडी स्पोर्ट्स चैनल भी शामिल हैं। यह जानकारी प्रसार भारती ने एक ट्वीट के जरिए दी है। ये चैनल दिल्ली, लखनऊ, जालंधर, मुंबई, अहमदाबाद, भोपाल,
रायपुर, इंदौर, औरंगाबाद, कोलकाता, पटना, रांची, गुवाहाटी, कटक, बेंगलुरु और चेन्नई में उपलब्ध होंगे। प्रसार भारती दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो का संचालन करता है। दूरदर्शन ने स्मार्टफोन उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या और मोबाइल पर टीवी के बढ़ते क्रेज को देखते हुए यह सेवा शुरू की है। (एजेंसी)